2024 में सरस्वती पूजा कब है

  1. 2024 वसन्त पञ्चमी सरस्वती पूजा का दिन और समय Rockwall, Texas, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए
  2. सरस्वती पूजा
  3. Somvati Amavasya
  4. Saraswati Puja 2024


Download: 2024 में सरस्वती पूजा कब है
Size: 50.21 MB

2024 वसन्त पञ्चमी सरस्वती पूजा का दिन और समय Rockwall, Texas, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Rockwall, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं। आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है। वसन्त पञ्चमी पर सरस्वती पूजन 2024 श्री पञ्चमी और सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। भक्त लोग, ज्ञान प्राप्ति और सुस्ती, आलस्य एवं अज्ञानता से छुटकारा पाने के लिये, आज के दिन देवी सरस्वती की उपासना करते हैं। कुछ प्रदेशों में आज के दिन शिशुओं को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है। दूसरे शब्दों में वसन्त पञ्चमी का दिन विद्या आरम्भ या अक्षर अभ्यास्यम के लिये काफी शुभ माना जाता है इसीलिये माता-पिता आज के दिन शिशु को माता सरस्वती के आशीर्वाद के साथ विद्या आरम्भ कराते हैं। सभी विद्यालयों में आज के दिन सुबह के समय माता सरस्वती की पूजा की जाती है। वसन्त पञ्चमी का दिन हिन्दु कैलेण्डर में पञ्चमी तिथि को मनाया जाता है। जिस दिन पञ्चमी तिथि सूर्योदय और दोपहर के बीच में व्याप्त रहती है उस दिन को सरस्वती पूजा के लिये उपयुक्त माना जाता है। इसी कारण से कुछ वर्षो में वसन्त पञ्चमी चतुर्थी के दिन पड़ जाती है। हिन्दु कैलेण्डर में सूर्योदय और दोपहर के मध्य के समय को पूर्वाह्न के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष विद्या में पारन्गत व्यक्तियों के अनुसार वसन्त पञ्चमी का दिन सभी शुभ कार्यो के लिये उपयुक्त माना जाता है। इसी कारण से वसन्त पञ्चमी का दिन अबूझ मुहूर्त के नाम से प्रसिद्ध है और नवीन कार्यों की शुरुआत के लिये उत्तम माना जाता है। वसन्त पञ्चमी के दिन किसी भी समय सरस्व...

सरस्वती पूजा

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सरस्वती पूजा-Saraswati Puja हर वर्ष माघ मास के शुक्ल पंचमी के दिन मनाया जाता है, इसीलिए इस दिन को‘श्री पंचमी’ अथवा बसंत पंचमी भी कहा जाता है। बसंत पंचमी अँग्रेजी माह में यह जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में पड़ता है। इस दिन से वसंत ऋतु का आगमन शुरू हो जाता है। वर्ष 2024 में सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी, 2024 को मनाया जाएगा। सरस्वती पुजा भारत में सबसे प्रसिद्ध हिंदू त्योहारों में से एक है, इस दिन विद्या, ज्ञान, बुद्धि, कला और संगीत की माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। यह त्योहार देश के विभिन्न हिस्सों में विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती का उत्पति हुई थी अतः बसंत पंचमी के दिन ही माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। सरस्वती पूजा कब है ? सरस्वती पूजा , 2024 Saraswati Puja kab hai? Saraswati Puja, 2024 वर्ष 2024 में सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी, 2024 को मनाया जाएगा।2024 में सरस्वती पूजा की तिथि एवं शुभ मुहर्त इस प्रकार है- वर्ष 2024 में सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी वर्ष 2024 में सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी की तिथि 14 फरवरी , 2024 सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी का वार-दिन दिन –बुधवार बसंत पंचमी की तिथि की शुरुआत 13 फरवरी , 2024 14:42 बसंत पंचमी की तिथि की समाप्ति 14 फरवरी , 2024 14:10 सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी का शुभ मुहर्त 14 फरवरी , 2024 को 7:01 बजे से 12 : 25 तक माँ सरस्वती की उत्पति की कथा- The story of the origin of Maa Saraswati : सरस्वती पूजा का त्योहार माँ सरस्वती की उत्पति की कथा से ही जुड़ा हुआ है। ऐसा माना...

Somvati Amavasya

May 9, 2023 जानिए सोमवती अमावस्या के दिन किए जाने वाले टोटके, साल 2024 में यह पर्व कब आएगा, पौराणिक कथा, इस दिन क्या करना चाहिए और हिंदू धर्म में क्या महत्व है? सोमवती अमावस्या 2024– आइये जानते है सोमवती अमावस्या 2024 कब है ? सोमवती अमावस्या का दिन पूरे भारतवर्ष में मनाए जाने वाला पर्व है, यह दिवस सोमवती अमावस्या 2024 –हिंदू संस्कृति में अमावस्या के दिवस को अनुष्ठानों और परंपराओं का पालन करते हुए मनाया जाता है। अमावस्या की रात महीने में सबसे अधिक अंधकार से भरी हुई रात होती है। इसे वर्ष का सबसे प्रभावशाली समय माना जाता है सोमवती अमावस्या 2024 –इसलिए इस दिन की गई पूजा भी बहुत शुभ होती है। सोमवती अमावस्या के उत्सव पर भगवान शिव को व्रत द्वारा प्रसन्न किया जाता है। महिलाएं सोमवती अमावस्या के व्रत को अपने पति की दीघार्यु की कामना से रखती हैं। यह व्रत लिंग विशिष्ठ नहीं होता, इसे कोई व्यक्ति रख सकता है। वर्ष 2024 में आने वाली सोमवती अमावस्या कब है – Somvati Amavasya Kab Hai सोमवती अमावस्या 2024 –सोमवार के दिन आने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। यह बहुत पवित्र दिन होता है और संयोग से सोमवार के दिन अमावस्या होती है। सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन माना जाता है। सोमवती अमावस्या 2024 इस साल 2024 में सोमवती अमावश्या 8 अप्रैल को आएगी। सोमवती अमावस्या 2024 –इस दिन की गई पूजा से नाकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं। भगवान सोमवती अमावस्या की कथा – Somvati Amavasya Katha सोमवती अमावस्या 2024 –कथा के अनुसार एक ब्राह्मण परिवार था जिसमें सात बेटे और एक बेटी थी। सभी बेटों का विवाह हो चुका था लेकिन अभी तक बेटी की शादी नहीं हुई थी। इस कारण से ब्राह्मण और उसकी पत्नी काफी दुखी थे। एक साधु ...

Saraswati Puja 2024

Saraswati Puja 2024 / सरस्वती पूजा 2024– इस पोस्ट में हम सरस्वती पूजा के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. सरस्वती पूजा कब है? When is Saraswati Puja? सरस्वती पूजा 2024 तारीख Saraswati Puja 2024 Date and शुभ मुहूर्त Shubh Muhurat, महत्व importance along with many other religious information is given in this post. माँ सरस्वती की वंदना और आराधना का दिन है सरस्वती पूजा. इस दिन को वसंत पंचमी ( Vasant Panchami) या श्रीपंचमी ( ShriPanchami) के नाम से भी जाना जाता है. सरस्वती माता विद्या, ज्ञान, बुद्धि और कला-संस्कृति की देवी है. विद्यार्थियों के लिए तो माँ सरस्वती की पूजा और आराधना करना अत्यंत ही शुभ फलदायक होता है. सरस्वती पूजा का दिन अत्यंत ही पवित्र और शुभ दिन होता है. हमारे देश में सभी जगह सरस्वती पूजा काफी धूमधाम से मनाई जाती है. देश के अधिकतर स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजा अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाती है. यह दिन छोटे बच्चों को शिक्षा आरम्भ करने का भी शुभ दिन होता है. सरस्वती पूजा के दिन बच्चों को प्रथम अक्षर लिखना सिखाना अत्यंत ही शुभ माना गया है. इसे हम यूँ कह सकतें हैं की वसंत पंचमी सरस्वती पूजा के दिन विद्या आरंभ करवाना अत्यंत ही शुभ होता है. इस कारण से इस दिन माता पिता अपने बच्चों के हाथ को पकड़ कर पहला अक्षर ॐ लिखवायें. यह अत्यंत ही शुभ होता है. विद्यारम्भ करने वाले बच्चे को इस दिन सरस्वती माता का आशीर्वाद दिलवाना चाहिए. सरस्वती माता की कृपा से उसे अथाह विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होगी और उसका भविष्य उज्ज्वल होगा. अब चलिए हम सब सरस्वती पूजा 2024 (Saraswati Puja 2024) और वसंत पंचमी 2024 (Vasant Panchami 2024) के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें...