2025 में दीपावली कब है

  1. Diwali (Deepawali) 2025 in India
  2. Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें
  3. 2023 में दिवाली कब है New Delhi, India में
  4. दिवाली
  5. 2019 से 2025 के लिए दिवाली महोत्सव की तारीखें
  6. Deepavali 2025 Mein Kab Ki Hai
  7. दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है😍दीपावली का इतिहास 2022
  8. Diwali 2023
  9. दिवाली
  10. 2019 से 2025 के लिए दिवाली महोत्सव की तारीखें


Download: 2025 में दीपावली कब है
Size: 47.43 MB

Diwali (Deepawali) 2025 in India

Diwali (Deepawali) 2025 in India, is popularly known to be the “Festival of Lights” and celebrated on मंगलवार, 21 अक्टूबर. This is known to be one of the significant festivals in Hinduism and observed with utter devotion, happiness and excitement. Among the list of Holidays 2025, the festival of Deepawali is observed not only by Hindus but people from other religious sects as well. Let’s move ahead and know interesting details about this festival. Is Diwali (Deepawali) a Public Holiday? Diwali (Deepawali) is observed as a public holiday by general masses, schools, universities, government and private sector offices, local shops and stores in India. The day of Diwali, as per the Hindu Panchang, commonly falls on the Amavasya or New Moon day during the month of Kartik. Mahalaxmi puja carried out on this day must take place during the Pradosh Kaal. Not only in India, this day is observed as a public holiday in several neighbouring and other countries as well. Therefore, business organizations remain closed on this day or follow a reduced time table. Public transport services can get affected on this day Deepawali in India: History & Religious Significance Diwali history holds relevant significance and commemorates the beginning of its observance. Hinduism Diwali commemorates the return of Ayodhya King Lord Ram along with his brother Lakshman and wife Sita after fourteen years of exile and defeating the demon King Ravana. On his return, the people of Ayodhya lit diyas and illu...

Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें

Diwali Date 2022 In India: दिवाली (दीपावली) हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और खास त्योहार है। इस दिन हर कोई अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस त्योहार को मनाने की कोशिश करता है। इसलिए ट्रेनों, बसों आदि के लिए रिजर्वेशन कराने के लिए आप पहले से जानना चाहेंगे कि दिवाली का त्योहार कब है। परंपरा के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को जानिए कब है दिवाली इस बार अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को है। लेकिन, 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले समाप्त हो रही है और 24 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल में मौजूद रहेगी। निर्धारित अवधि में भी अमावस्या तिथि उसी दिन रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को पूरे देश में दीपावली का पर्व विश्वभर में मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संजोग ऐसा हो गया है कि नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी लक्ष्मी पूजन की विधि (Diwali 2022 Lakshmi Pujan) दीपावली के शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार दिए गए मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करें। पूजा के बाद लक्ष्मी जी की आरती और मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दिन दान का विशेष महत्व भी बताया गया है। • मुखपृष्ठ • चुनाव 2023 • भारत न्यूज़ • ब्रेकिंग न्यूज़ • वीडियो • अंतरराष्ट्रीय • व्यापार • बजट • खेल • क्रिकेट • फ़ुटबॉल • IPL 2023 • विशेष • राज्य • नई दिल्ली • मुंबई • पुणे • लखनऊ • कोलकाता • बेंगलुरु • जयपुर • अहमदाबाद • चेन्‍नई • नोएडा • चंडीगढ़ • गुड़गांव • पटना • वाराणसी • कानपुर • भोपाल • भागलपुर • विचार • ब्लॉग • संपादकीय • राजनीति • दुनिया मेरे आगे • समांतर • चौपाल • रविवारीय स्तम्भ •...

2023 में दिवाली कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में दिवाली कब है व दिवाली 2023 की तारीख व मुहूर्त। दिवाली या दीपावली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है। धनतेरस से भाई दूज तक करीब 5 दिनों तक चलने वाला दिवाली का त्यौहार भारत और नेपाल समेत दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। दीपावली को दीप उत्सव भी कहा जाता है। क्योंकि दीपावली का मतलब होता है दीपों की अवली यानि पंक्ति। दिवाली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध, जैन और सिख धर्म के अनुयायी भी दिवाली मनाते हैं। जैन धर्म में दिवाली को भगवान महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं सिख समुदाय में इसे बंदी छोड़ दिवस के तौर पर मनाते हैं। दिवाली कब मनाई जाती है? 1.कार्तिक मास में अमावस्या के दिन प्रदोष काल होने पर दीपावली (महालक्ष्मी पूजन) मनाने का विधान है। यदि दो दिन तक अमावस्या तिथि प्रदोष काल का स्पर्श न करे तो दूसरे दिन दिवाली मनाने का विधान है। यह मत सबसे ज्यादा प्रचलित और मान्य है। 2.वहीं, एक अन्य मत के अनुसार, अगर दो दिन तक अमावस्या तिथि, प्रदोष काल में नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में पहले दिन दिवाली मनाई जानी चाहिए। 3.इसके अलावा यदि अमावस्या तिथि का विलोपन हो जाए, यानी कि अगर अमावस्या तिथि ही न पड़े और चतुर्दशी के बाद सीधे प्रतिपदा आरम्भ हो जाए, तो ऐसे में पहले दिन चतुर्दशी तिथि को ही दिवाली मनाने का विधान है। दिवाली पर कब करें लक्ष्मी पूजा? मुहूर्त का नाम समय विशेषता महत्व प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम समय स्थिर लग्न होने से पूजा का विशेष महत्व महानिशीथ काल मध्य रात्रि के समय आने वाला मुहूर्त माता काली के पूजन का विधा...

दिवाली

महत्वपूर्ण जानकारी • दिवाली पूजा 2023 • रविवार, 12 नवंबर 2023। • लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: 05:39 अपराह्न से 07:35 अपराह्न • अमावस्या तिथि शुरू: 12 नवंबर 2023 दोपहर 02:45 बजे • अमावस्या तिथि समाप्त: 13 नवंबर 2023 अपराह्न 04:55 बजे • क्या आप जानते हैं दिवाली सभी जातियों में मनाई जाती है। जैसे, जैन, हिंदू और सिख। दिवाली हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। दिवाली को दीपावली और ‘रोशनी का त्योहार’ के रूप में भी जाना जाता है और दिवाली शब्द ‘दीपावली’ शब्द का गलत रूप है, जिसका अर्थ है कि प्रकाश की पंक्तियां। यह त्यौहार कार्तिक के महीने में 15 वें दिन होता है (आमावस्य) जब सर्दी के मौसम की शुरुआत होती है। इसके बारे में विभिन्न राय हैं जैन का मानना है कि इस दिन महावीर स्वामी स्वर्ग में गए और देवताओं ने उन्हें प्राप्त किया और इस प्रकार उन्हें मोक्ष मिला। हिंदुओं ने इसलिए मनाते है क्योंकि इस दिन श्री राम चंद्र लंका के राजा रावण की हत्या के बाद अयोध्या लौट आए थे, और लोगों ने अपने सम्मान में अपने घरों को रोशन कर दिया था। सिखों के लिए दिवाली, बंदी छोर दिन का प्रतीक है, जब गुरु हर गोविंद जी ने अपने और हिंदू राजाओं को फोर्ट ग्वालियर से, इस्लामी शासक जहांगीर की जेल से मुक्त कर दिया था, और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में पहुंचे थे। तब से, सिखों ने बंदी मुक्त दिवस मनाया, स्वर्ण मंदिर, आतिशबाजी और अन्य उत्सवों की वार्षिक प्रकाश व्यवस्था के साथ। यह त्योहार बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है घरों, दुकानों के मंदिरों और अन्य इमारतों को साफ कर दिया जाता है और कई रंगो से रंग दिया जाता है और चित्र, खिलौने और पेपर के फूलों से सजाया जाता है। सभी लकड़ी की चीजें पॉलिश किया जाता हैं रात ...

2019 से 2025 के लिए दिवाली महोत्सव की तारीखें

We and our partners use cookies to Store and/or access information on a device. We and our partners use data for Personalised ads and content, ad and content measurement, audience insights and product development. An example of data being processed may be a unique identifier stored in a cookie. Some of our partners may process your data as a part of their legitimate business interest without asking for consent. To view the purposes they believe they have legitimate interest for, or to object to this data processing use the vendor list link below. The consent submitted will only be used for data processing originating from this website. If you would like to change your settings or withdraw consent at any time, the link to do so is in our privacy policy accessible from our home page.. दीवाली या दीपावली, जिसे "रोशनी का त्योहार" के रूप में भी जाना जाता है, हर साल के शुरुआती दिनों में मनाया जाने वाला indहिन्दू कैलेंडर का सबसे बड़ा त्योहार है। लेकिन जब कैलेंडर में दिवाली हर साल बदलती है। आध्यात्मिक रूप से, दिवाली अंधेरे पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई, और अज्ञान पर ज्ञान का प्रतीक है। जैसा कि "लाइट्स के त्योहार" शब्द से पता चलता है, इस उत्सव में उन सभी देशों में हजारों मंदिरों और इमारतों की छतों, दरवाजों, और खिड़कियों से रोशन की गई रोशनी शामिल है, जहां त्योहार मनाया जाता है। दिवाली: 2019 2025 क्योंकि दीवाली एक ऐसा सार्थक उत्सव है, उत्सव अक्सर वर्षों पहले की योजना बनाई जाती है। दिवाली पांच दिनों तक चलती है, और त्योहार के तीसरे दिन मुख्य उत्सव आयोजित किए जाते हैं। नियोजन उद्देश्...

Deepavali 2025 Mein Kab Ki Hai

Table of Contents • • • • • Deepavali 2025 Kab Ki hai | 2025 me Diwali kab ki hai | दिवाली 2025 कब है | Diwali 2025 date in India calendar | Diwali 2025 kab hai | Diwali date 2025 Deepavali 2025– दिवाली हिन्दू धर्म का एक प्रमुख और सबसे बड़ा त्‍योहार है, जो अन्य त्योहारों के साथ 5 दिनों तक मनाया जाता है। ये त्यौहार धनतेरस से लेकर भाई दूज तक समाप्त होता है। दीपावली ( Deepawali 2025) और इसके साथ केे त्‍योहार पुरे भारत वर्ष में अक्टूबर या फिर नवंबर के महीने में मनाई जाती है। यह त्यौहार भारत के साथ साथ नेपाल में भी विशेष रूप से मनाया जाता है। दिवाली ( Diwali) के साथ-साथ अन्य त्यौहार भी मनाये जाते है जो धनतेरस से लेकर भाईदूज तक चलते है। चलिए अब इस पोस्ट में हम जानते है की दिवाली 2025 कब है (Diwali 2025 Mein Kab Ki Hai | 2025 Me Diwali Kab Ki hai) और इस दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त (Diwali Lakshmi Pujan 2025 Time) क्या है। Deepavali 2025 Mein Kab Ki Hai —दिवाली 2025 में कब है 2025 Mein Diwali Kab ki hai- अगर हम बात करे दिवाली ( Diwali) की तो हर साल कार्तिक मास में अमावस्या के दिन प्रदोष काल होने पर दीपावली के पूजन करने का विधान है। साल 2025 में दिवाली 21 October की है, जिस दिन Tuesday है। दिवाली शुभ मुहूर्त 2025- Diwali Lakshmi Pujan Shubh Muhurat 2025 Diwali 2025 Shubh Muhurat- माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है, कुछ घरों में माँ लक्ष्मी का व्रत भी दिवाली के दिन किया जाता है, जिससे घर में सुख और समृद्धि आती है। दिवाली के दिन उपवास रखने के उपरांत सूर्यास्त के पश्चात प्रदोष काल में माँ लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इस बार दिवाली का शुभ मुहूर्त कुछ ...

दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है😍दीपावली का इतिहास 2022

- Advertisement - दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है😍दीपावली का इतिहास 2022 (diwali kab hai 2022, diwali kyon manaya jata hai hindi दीपावली का निबंध हिंदी में 10 लाइन दीपावली दो शब्दों से मिलकर बना है “दीप” मतलब दीपक एंव आवलि मतलब “लाइन या श्रृंखला” जिसका अर्थ हुआ दीपको की श्रृंखला” या फिर लाइन Diwali Kab Hai 2022: हर साल सभी त्यौहार के दिन एंव तारीख एक दो दिन आगे पीछे हो जाते है ऐसे में बहुत से लोग कौन सा त्यौहार कब है की जानकारी चाहते है इसलिए आज के लेख में आपको बताने जा रहे है दीपावली (दिवाली) कब है 2022 • • • • • • • दीपावली कब है 2022, 2023, 2024, 2025, 2026 Diwali Kab Hai 2022: दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है? की जानकारी से पहले दीपावली कब है 2022, 2023, 2024, 2025, 2026…? के बारे में चलिए जानते है दीपावली कब है साल 2022 दीपावली कब है दिन एंव तारीख 2022 दीपावली/दिवाली कब है 2022 2022 में दीपावली/दिवाली 24 अक्टूबर 2022, दिन सोमवार को मनाया जाएगा दीपावली/दिवाली कब है 2023 2023 में दीपावली/दिवाली 12 नवम्बर 2022, दिन रविवार को मनाया जाएगा दीपावली/दिवाली कब है 2024 2024 में दीपावली/दिवाली 31 अक्टूबर, 2024 को दिन गुरुवार को मनाया जाएगा दीपावली/दिवाली कब है 2025 2025 में दीपावली/दिवाली 21 अक्टूबर 2025 को दिन मंगलवार को मनाया जाएगा दीपावली/दिवाली कब है 2026 2022 में दीपावली/दिवाली 06 नवंबर, 2026 को दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा दीपावली/दिवाली कब है 2027 2022 में दीपावली/दिवाली कब है अपडेट किया जा रहा है 2022 mein diwali kab hai 2022, 2023 में दिवाली कब है……? 2022 mein diwali kab hai: अभी आपको पता है दीपावली कब है 2022 से 2026 तक लेकिन ऐसे बहुत से भारतीय है जो दीपावली के बारे मे...

Diwali 2023

दीपों का पर्व दीपावली हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा एवं प्रसिद्ध त्यौहार है जो हिन्दुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह पर्व भारतवासियों के लिए महत्वपूर्ण त्यौहार है जो भारत सहित दुनियाभर में उमंग, जोश तथा उत्साह से मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार की धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से अपनी विशिष्ट महत्ता है। इस पर्व के दौरान निरंतर पांच दिनों तक अलग-अलग त्यौहारों को मनाया जाता हैं जो इस प्रकार है: प्रथम दिन धनतेरस, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दीपावली, चौथे दिन गोवर्धन और पांचवें व अंतिम दिन भैया दूज आदि। दिवाली 2023 की तिथि एवं मुहूर्त दीपावली शरद ऋतु में मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिन्दू त्यौहार है जिसमे ‘दीप का अर्थ है "रोशनी" और ‘वली का अर्थ है पंक्ति’, अर्थात रोशनी की एक पंक्ति। हिन्दू पंचांग के अनुसार, दीपावली को प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व को दिवाली या दीप उत्सव भी कहा जाता है। दीपावली की लक्ष्मी पूजा विधि • सर्वप्रथम पूजा स्थल पर चौकी स्थापित रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं। • अब चौकी पर माँ लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें। • भगवान विष्णु, कुबेर और इंद्र देव के लिए माता लक्ष्मी के समक्ष कच्चे चावल से 3 ढेरी का निर्माण करें। • लक्ष्मी पूजा का आरम्भ करने के लिए दीपक प्रज्जवलित करें व रात भर दीपक जलाकर रखें। इसके अलावा धूप बत्ती दिखाएं। • लक्ष्मी पूजा के दौरान श्रीगणेश का आवहान करें और गणेशजी की मूर्ति पर रोली व अक्षत का तिलक करें। • इसके बाद भगवान गणेश को सुगंध, फूल, धूप, मिठाई (नैवेद्य) और मिट्टी के दीपक अर्पित करें। • गणेश जी के बाद लक्ष्मी पूजन करें और माँ लक्ष्मी का रोली और चावल से तिलक करें। माता लक्ष्मी...

दिवाली

महत्वपूर्ण जानकारी • दिवाली पूजा 2023 • रविवार, 12 नवंबर 2023। • लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: 05:39 अपराह्न से 07:35 अपराह्न • अमावस्या तिथि शुरू: 12 नवंबर 2023 दोपहर 02:45 बजे • अमावस्या तिथि समाप्त: 13 नवंबर 2023 अपराह्न 04:55 बजे • क्या आप जानते हैं दिवाली सभी जातियों में मनाई जाती है। जैसे, जैन, हिंदू और सिख। दिवाली हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। दिवाली को दीपावली और ‘रोशनी का त्योहार’ के रूप में भी जाना जाता है और दिवाली शब्द ‘दीपावली’ शब्द का गलत रूप है, जिसका अर्थ है कि प्रकाश की पंक्तियां। यह त्यौहार कार्तिक के महीने में 15 वें दिन होता है (आमावस्य) जब सर्दी के मौसम की शुरुआत होती है। इसके बारे में विभिन्न राय हैं जैन का मानना है कि इस दिन महावीर स्वामी स्वर्ग में गए और देवताओं ने उन्हें प्राप्त किया और इस प्रकार उन्हें मोक्ष मिला। हिंदुओं ने इसलिए मनाते है क्योंकि इस दिन श्री राम चंद्र लंका के राजा रावण की हत्या के बाद अयोध्या लौट आए थे, और लोगों ने अपने सम्मान में अपने घरों को रोशन कर दिया था। सिखों के लिए दिवाली, बंदी छोर दिन का प्रतीक है, जब गुरु हर गोविंद जी ने अपने और हिंदू राजाओं को फोर्ट ग्वालियर से, इस्लामी शासक जहांगीर की जेल से मुक्त कर दिया था, और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में पहुंचे थे। तब से, सिखों ने बंदी मुक्त दिवस मनाया, स्वर्ण मंदिर, आतिशबाजी और अन्य उत्सवों की वार्षिक प्रकाश व्यवस्था के साथ। यह त्योहार बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है घरों, दुकानों के मंदिरों और अन्य इमारतों को साफ कर दिया जाता है और कई रंगो से रंग दिया जाता है और चित्र, खिलौने और पेपर के फूलों से सजाया जाता है। सभी लकड़ी की चीजें पॉलिश किया जाता हैं रात ...

2019 से 2025 के लिए दिवाली महोत्सव की तारीखें

दीवाली या दीपावली, जिसे "रोशनी का त्योहार" के रूप में भी जाना जाता है, हर साल के शुरुआती दिनों में मनाया जाने वाला indहिन्दू कैलेंडर का सबसे बड़ा त्योहार है। लेकिन जब कैलेंडर में दिवाली हर साल बदलती है। आध्यात्मिक रूप से, दिवाली अंधेरे पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई, और अज्ञान पर ज्ञान का प्रतीक है। जैसा कि "लाइट्स के त्योहार" शब्द से पता चलता है, इस उत्सव में उन सभी देशों में हजारों मंदिरों और इमारतों की छतों, दरवाजों, और खिड़कियों से रोशन की गई रोशनी शामिल है, जहां त्योहार मनाया जाता है। दिवाली: 2019 2025 क्योंकि दीवाली एक ऐसा सार्थक उत्सव है, उत्सव अक्सर वर्षों पहले की योजना बनाई जाती है। दिवाली पांच दिनों तक चलती है, और त्योहार के तीसरे दिन मुख्य उत्सव आयोजित किए जाते हैं। नियोजन उद्देश्यों के लिए, यहाँ अगले कुछ वर्षों के लिए दीवाली के मुख्य उत्सवों की तारीखें हैं: • 2019: रविवार, 27 अक्टूबर (25 अक्टूबर को शुरू, 29 अक्टूबर को समाप्त) • 2020: शनिवार, 14 नवंबर (12 नवंबर) • 2021: गुरुवार, 4 नवंबर (2 नवंबर) • 2022: सोमवार, 24 अक्टूबर (22 अक्टूबर 26) • 2023: बुधवार, 7 नवंबर (5 नवंबर 9) • 2024: शुक्रवार, 1 नवंबर (30 अक्टूबर को 3 नवंबर) • 2025: मंगलवार, 21 अक्टूबर (अक्टूबर 19 23) तेज़ तथ्य: दिवाली • संक्षिप्त विवरण: दीवाली (या दीपावली) प्रत्येक वर्ष अक्टूबर या नवंबर में चार-पांच दिन का उत्सव होता है, धन की हिंदू देवी लक्ष्मी के सम्मान में • प्रारंभ तिथि, 2019: 25 अक्टूबर • मुख्य उत्सव: 27 अक्टूबर • अंतिम तिथि: 29 अक्टूबर • स्थान: भारत में और पूरे भारतीय प्रवासी में • मजेदार तथ्य: हर साल तारीख बदल जाती है क्योंकि त्यौहार चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होता है: दिवाली पहल...