ऋषिकेश का पुराना नाम

  1. उत्तर प्रदेश का पुराना नाम क्या है?
  2. Top 10 Places to Visit in Rishikesh
  3. ऋषिकेश नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल
  4. ऋषिकेश में घूमने वाली जगह और पर्यटन स्थल
  5. ऋषिकेश में फेमस क्या है? – ElegantAnswer.com
  6. सभी देशों के पुराने नाम
  7. जयपुर का पुराना नाम क्या था?


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उत्तर प्रदेश का पुराना नाम क्या है?

दोस्तों, आज के समय हमारे उत्तर प्रदेश के कई जिलों के नाम बदले जा रहे हैं। साथ ही साथ देश के कई राज्यों तथा उनके मुख्य स्थानों के नाम भी बदले जा रहे हैं। उन स्थानों के नाम उनके पूर्व नाम पर ही रखे जा रहे हैं, जो कि यह दर्शाता है कि हम आक्रांताओं की मानसिक गुलामी से आजाद हो रहे हैं। उसी प्रकार हमारे हर राज्य का एक अपना अलग पुराना नाम है। क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का पुराना नाम क्या था?यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं। क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि uttar pradesh ka purana naam kya thaक्या है, वह पुराना नाम क्या था, तथा इससे संबंधित उत्तर प्रदेश के कुछ इतिहास के बारे में हम आपको विशेष जानकारियां देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं- उत्तर प्रदेश का पुराना नाम क्या है ? | Uttar Pradesh Ka Purana Naam kya hai? इसके अलावा उत्तर प्रदेश में मौर्य साम्राज्य, हर्ष साम्राज्य, गुप्त साम्राज्य, पाल साम्राज्य, दिल्ली सल्तनत, मुगल साम्राज्य, इन सभी की जड़े दी फैली हुई थी। यह पर रहने वाले लोग अवधि, बघेली, भोजपुरी, बुंदेली, कन्नौजी, रोहिलखंडी इत्यादि भाषाओं मैं अपनी पहचान देते हैं। यहां पर रहने वाले लोगों में 75% आबादी हिंदू धर्म से अपना परिचय रखती है। जबकि यहां की दूसरी बड़ी आबादी जो कि तकरीबन 20% के आसपास है। वह इस्लाम धर्म को अपना धर्म मानती है। उत्तर प्रदेश का इतिहास क्या है ? | uttar pradesh ka itihaas kya hai उत्तर प्रदेश का इतिहास अपने आप में काफी महान रहा है। उत्तर प्रदेश के अंतर्गत कई महाजनपद सम्मिलित होते हैं, जिससे कि हम जानते हैं कि प्राचीन समय में भारत 16 महाजनपदों में बटा हुआ था, जिसमें से 8 उत्तर प्रदेश की सीमाओं के अंदर आते थे। यहां पर भारत के अवध, बुंदेलखंड, भोज...

Top 10 Places to Visit in Rishikesh

Top 10 Places to Visit in Rishikesh – जब भी छुट्टियों में किसी ऐसे शहर में जाना चाहते हैं जो धार्मिक स्थल के साथ-साथ घुमने की भी जगह हो तो आपको ऋषिकेश जरूर जाना चाहिए। ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य के जिले यानी देहरादून में स्थित है। इस जगह का पहाड़ पूरे देहरादून में प्रसिद्ध है। ये उत्तर भारत में हिमालय की तलहटी में स्थित है। अक्सर लोग अपना समय व्यतीत करने यहाँ आते हैं या फिर अपने परिवार वालों के साथ यहाँ पर घूमने आते हैं। आपको बता दें कि ऋषिकेश विश्व के योग के नाम से प्रसिद्ध है। ऋषिकेश एक ऐसी जगह है जहाँ कि वातावरण आपको बिल्कुल शांत देखने को मिलेंगे। भारत के लोगों के साथ साथ विदेश के लोग भी इस जगह को काफी पसंद करते हैं। इस जगह पर ऐसी बहुत सी घूमने की जगह है जिससें देखकर आपका मन बेहद खुश हो जाएगा। लोग घुमने के साथ-साथ योगा और मेडिटेशन करने के लिए ऋषिकेश आते हैं। अगर आप अपने शरीर को तंदुरुस्त रखना चाहते हैं तो आपको इस योग केंद्र में जरूर आना चाहिए। योग केंन्द्र ऋषिकेश का सबसे बड़ा योग केंद्र में से एक है। अक्सर लोग अपने रोज़मर्रा की जिंदगी से परेशान हो जाते हैं। उन्हें कुछ समय के लिए शांत वातावरण की जरूरत पड़ती है तो इस जगह पर आकर लोग बैठते हैं और योग भी करते हैं। जिससे उनकी थकान कम हो जाती है और सारी परेशानियां भी दूर हो जाती है। दूर दूर से लोग ऋषिकेश की इस जगह पर मेडिटेशन की कक्षाएं लेने आते हैं। अमेरिका, चीन, यूरोप इन देशों से छात्रा ऋषिकेश के योगा केंद्र में मेडिटेशन और योगा भी सीखने आते हैं। ऋषिकेश में योग केंद्र पूरे भारत में योग कैपिटल के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। जो भी ऋषिकेश घूमने आते हैं वह इस योग केंद्र में अपने मन को शांत करने जरूर जाते हैं। दुनिया भर से नौजवान इस केंद्...

ऋषिकेश नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल

ऋषिकेश नाम की राशि - Rishikesh naam ka rashifal शुक्र ग्रह तुला पर शासन करता है। कुलस्वामिनी को तुला राशि का आराध्य माना जाता है। इस राशि के व्यक्ति ठण्डी और सुहावनी रातें वाले मौसम में पैदा होते हैं। इस राशि के ऋषिकेश नाम के लड़के भोले भाले होते हैं। इन ऋषिकेश नाम के लड़कों में किडनी, अण्डाशय और चर्म रोग होने का खतरा होता है। ऋषिकेश नाम के लड़के दृष्टिदोष, खून की कमी और पीठ के निचले हिस्से में दर्द से ग्रस्त होते हैं। तुला राशि के ऋषिकेश नाम के लड़के ज़रूरत पड़ने पर किसी भी प्रियजन के लिए त्याग करने से कतराते नहीं हैं। ऋषिकेश नाम का मतलब - Rishikesh ka arth ऋषिकेश नाम बहुत सुंदर और आकर्षक माना जाता है। इतना ही नहीं इसका मतलब भी बहुत अच्छा होता है। आपको बता दें कि ऋषिकेश नाम का अर्थ जो इंद्रियों को नियंत्रित करता है एक, भगवान विष्णु होता है। ऋषिकेश नाम का खास महत्व है क्योंकि इसका मतलब जो इंद्रियों को नियंत्रित करता है एक, भगवान विष्णु है जिसे काफी अच्छा माना जाता है। इस वजह से भी बच्चे का नाम ऋषिकेश रखने से पहले उसका अर्थ पता होना चाहिए। ऋषिकेश नाम रखने से आपका बच्चा भी वो गुण ले लेता है जो इसके अर्थ में समाहित होता है। कुछ सामाजिक अवधारणाओं के अनुसार ऋषिकेश नाम का अर्थ व्यक्ति के स्वभाव से जुड़ा होता है, यानी कि ऋषिकेश नाम का अर्थ जो इंद्रियों को नियंत्रित करता है एक, भगवान विष्णु है तो आपके स्वभाव में भी इसकी झलक दिखेगी। नीचे ऋषिकेश नाम की राशि, लकी नंबर और स्वभाव एवं जो इंद्रियों को नियंत्रित करता है एक, भगवान विष्णु के बारे में विस्तार से बताया गया है। ऋषिकेश नाम का शुभ अंक - Rishikesh naam ka lucky number ऋषिकेश नाम शुक्र ग्रह के अधीन आता है। इनका शुभ अंक 6 है। जिनका अ...

ऋषिकेश में घूमने वाली जगह और पर्यटन स्थल

4.5/5 - (13 votes) Rishikesh Mein Ghumne Wali Jagah In Hindi : ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह उत्तर भारत में हिमालय की तलहटी में स्थित है जिसे ‘गढ़वाल हिमालय के प्रवेश द्वार’ और ‘योग कैपिटल ऑफ़ द वर्ल्ड’ के रूप में जाना जाता है। यह शहर हरिद्वार के उत्तर में लगभग 25 किमी और राजधानी देहरादून से 43 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसे तीर्थ नगरी के रूप में जाना जाता है और इसे हिंदुओं के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। प्राचीन समय में ऋषियों और मुनियों ने यहां पर ध्यान, योग और प्रार्थना किया था। वर्ष 2015 में तत्कालीन पर्यटन मंत्री ने ऋषिकेश और हरिद्वार को भारत के”जुड़वां राष्ट्रीय विरासत शहरों” की उपाधि दी थी। यदि आप ऋषिकेश घूमने जाने की प्लानिंग बना रहे हैं तो हम आपको ऋषिकेश में घूमने वाली जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। • • • • • • • • • • • • 1. लक्ष्मण झूला, ऋषिकेश का मुख्य पर्यटन स्थल – Lakshman Jhula Tourist Place In Rishikesh In Hindi लक्ष्मण झूला गंगा नदी के ऊपर बना एक प्रसिद्ध हैंगिंग ब्रिज है, जो टिहरी गढ़वाल जिले के तपोवन और पौड़ी गढ़वाल जिले के जोंक(Jonk) को जोड़ता है। लक्ष्मण झूला ऋषिकेश शहर के उत्तर-पूर्व में 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूरा पुल लोहे से बना हुआ है और यह 450 फीट लंबा है और गंगा नदी से 70 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। ऋषिकेश के पर्यटन स्थलों में लक्ष्मण झूला पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। माना जाता है कि भगवान राम के छोटे भाई भगवान लक्ष्मण ने इसी स्थान पर गंगा नदी को पार किया था,जहां अब पुल पर्यटकों को देखने के लिए बनाया गया है। लक्ष्मण झूला का निर्माण 1929 में किया गया था। लक्ष्म...

ऋषिकेश में फेमस क्या है? – ElegantAnswer.com

ऋषिकेश में फेमस क्या है? इसे सुनेंरोकेंऋषिकेश प्रसिद्द है अपने योग केंद्र , ऋषियों के आश्रम ,मंदिरो , त्रिवेणी संगम ,बंजी जम्पिंग , रिवर रॉफ्टिंग और कैंपिंग जैसे स्पोर्ट्स के लिए इसके अलाबा ऋषिकेश को केदारनाथ , बद्रीनाथ ,गंगोत्री और यमुनोत्री का प्रवेश द्वारा भी माना जाता है। हरिद्वार की क्या चीज मशहूर है? इसे सुनेंरोकेंप्रत्येक बारह वर्षों के बाद, हिंदुओं का शुभ मेला, कुंभ मेला, इस स्थान पर आयोजित किया जाता है। हर की पौड़ी गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध है। हर की पौड़ी उसी स्थान पर है जहां दिव्य अमृत आकाशीय कुंभ से गिरा था। इस घाट पर स्थित दो प्रसिद्ध मंदिर गंगा मंदिर और हरिचरण मंदिर आकर्षण का केंद्र हैं। ऋषिकेश से नीलकंठ की चढ़ाई कितनी है? इसे सुनेंरोकेंसड़क मार्ग से जाइये सीधे मंदिर तक 29 किमी है। हाँ पैदल चलना है तो स्वर्गाश्रम से 7 किमी चढ़ाई है। लगभग 25 किलोमीटर….. ऋषिकेश से ही नीलकंठ के लिए कार सर्विस प्रति व्यक्ति सीट के हिसाब से है। हरिद्वार में सबसे अच्छा क्या मिलता है? हरिद्वार में घूमने की जगह • ब्रह्मा कुंड • हर की पौड़ी • मनसा देवी टेम्पल • शांति कुञ्ज • भारत माता मंदिर • चंडी देवी मंदिर • चिल्ला वाइल्ड लाइफ सेंचुरी • माया देवी मंदिर हरिद्वार में कौन से भगवान रहते हैं? इसे सुनेंरोकेंयह भी कहा जाता है कि हरिद्वार को तीन देवताओं ने अपनी उपस्थिति से पवित्र किया है ब्रह्मा, विष्णु और महेश | कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने हर की पैड़ी के ऊपरी दीवार में पत्थर पर अपना पैर प्रिंट किया है, जहां पवित्र गंगा हर समय उसे छूती है। क्या ऋषिकेश में एक भी मस्जिद नहीं है? इसे सुनेंरोकेंऋषिकेश विधानसभा में कोई भी मस्जिद नहीं है. अब बात की जियारत शरीफ एंड जामिया मस्जिद गुज्जर बस्ती पो...

सभी देशों के पुराने नाम

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जयपुर का पुराना नाम क्या था?

जयपुर जिसे पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है बहुत ही सुंदर और प्राचीन शहर है जयपुर पर्यटक स्थल के लिए काफी प्रसिद्ध है जयपुर शहर में भारत के कई राज्यों से पर्यटक घूमने आते हैं साथ ही साथ विदेशों से भी कई पर्यटक इस शहर में पर्यटन करने के लिए आते हैं। यह भारत देश का सबसे सुंदर शहर है। जयपुर में राजस्थान की प्राचीन संस्कृति दिखाई पड़ती है आप तो जानते ही होंगे कि जयपुर की चूड़ियां और चुनरी पूरे भारत देश में कितनी प्रसिद्ध है। जयपुर शहर को गुलाबी शहर भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर आपको हर घर गुलाबी रंग के दिखाई पड़ेंगे जब आप इस शहर में जाएंगे तो सच में आपको यह महसूस होगा कि आप एक गुलाबी शहर में आ चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं जयपुर शहर की स्थापना कब हुई थी? और जयपुर का पुराना नाम क्या था? यदि नही तो आज हम आपको इस लेख में जयपुर के बारे में कुछ जानकारियां प्रदान करेंगे कृपया इस लेख को अंत तक पढ़ें। जयपुर की स्थापना कब हुई थी? जयपुर शहर की स्थापना 18 नवंबर 1727 में हुई थी जयपुर शहर की नीव आमेर में महाराजा जयसिंह सवाई द्वारा 1700 रखी गई थी। जहां पर जयपुर शहर 6 गांव को मिला कर बनाया गया है। जयपुर शहर चारों ओर से दीवारों से घिरा हुआ है। केवल दक्षिण दिशा को छोड़कर जयपुर शहर तीनों दिशाओं में अरावली पर्वत माला से घिरा हुआ है। इसलिए शहर में प्रवेश करने के लिए 7 दरवाजे बनाए गए थे बाद में एक 8 वा दरवाजा भी बनाया गया जिसका नाम न्यू गेट रखा गया। जयपुर शहर को बताने में जयसिंह की मदद एक बंगाली व्यक्ति विद्याधर ने की थी। विद्याधर ने जयपुर शहर की संरचना पूरे वास्तु शास्त्र एवं शिल्प शास्त्र के अनुसार की थी। सन 1729 ईस्वी में पूरा जयपुर शहर की कुछ इमारत बनकर तैयार हुई थी । जहां बाजार मंदिर ...