आक्रामकता प्रबंधन का अर्थ एवं परिभाषा

  1. प्रबंधन क्या है?
  2. प्रबंधन
  3. प्रबंधन की परिभाषाएँ: शीर्ष 7 परिभाषाएँ
  4. उत्पादन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं या प्रकृति
  5. विपणन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं क्षेत्र
  6. वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) क्या हैं। परिभाषा, विशेषताएँ, और क्षेत्र
  7. प्रबन्धन अर्थ परिभाषा विशेषताएं
  8. चिन्तन (Thinking)
  9. शैक्षिक प्रशाशन का अर्थ एवं परिभाषा


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प्रबंधन क्या है?

Management in hindi : मैनेजमेंट या प्रबंधन जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में लागु होता है. अगर कार्य को सुचारु रूप से संचालित करते हुए इस लेख – प्रबंधन क्या होता है में हम प्रबंधन से संबंधित सभी पहलुओं पर नजर डालेंगें इसलिए कृपया करके यह लेख पूरा पढ़ें प्रबंधन क्या है – What is Management Hindi Management – किसी उपक्रम के निर्धारित उद्देश्यों, लक्ष्यों एवं कार्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न क्रियाओं का प्रभावशाली सरल शब्दों में कहा जाये तो –“प्रबंधन दूसरे व्यक्तियों से कार्य कराने की युक्ति है” प्रबंधक क्या है – What is a Manager in Hindi प्रबंधक – वह व्यक्ति जो दूसरे व्यक्तियों से कार्य कराता है या कार्य करा सकता है प्रबंधक (Manager) कहलाता है. प्रबंधक बड़े-बड़े कारखानों में सैकङों अथवा हजारों कर्मचारियों को नियोजित करने वाले संगठन का मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हो सकता है या केवल दो या तीन कर्मचारियों को निर्देशित करने वाला केवल एक साधारण अधिकारी हो सकता है. अतः कह सकते हैं की प्रबंधक एक कार्यवाहक है जिसका मुख्य उदेश्य प्रशासन द्वारा निर्धारित व्यापक लक्ष्यों व नीतियों को कार्यान्वित करना होता है. प्रबंधन की अन्य परिभाषा – Definition of Management in hindi हेनरी फेयोल के अनुसार–“प्रबंधन से आशय है. पूर्वानुमान करना, योजना बनाना, संगठन करना, निर्देश देना, समन्वय करना, तथा नियंत्रण करना इत्यादि. प्रो. आर. सी. डेविस के अनुसार–“प्रबंधन कहीं भी कार्यकारी नेतृत्व का कार्य है. संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह क्रियाओं का नियोजन संगठन एवं नियंत्रण करने का कार्य है. जार्ज आर. टेरी के अनुसार–“प्रबंधन एक विशिष्ट प्रक्रिया है. जिसमे नियोजन, संगठन, उत्प्रेरणा और नियंत्रण शामिल है. इसमें स...

प्रबंधन

व्यवसाय एवं संगठन के सन्दर्भ में प्रबन्धन (Management) का अर्थ है - उपलब्ध संसाधनों का दक्षतापूर्वक तथा प्रभावपूर्ण तरीके से उपयोग करते हुए लोगों के कार्यों में समन्वय करना ताकि लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके। प्रबन्धन के अन्तर्गत आयोजन (planning), संगठन-निर्माण (organizing), स्टाफिंग (staffing), नेतृत्व करना, तथा संगठन अथवा पहल का नियंत्रण करना आदि आते हैं। Also see " प्रबन्धन" on Wikipedia More matches for प्रबंधन noun What is प्रबंधन meaning in English? The word or phrase प्रबंधन refers to . See Tags for the entry "प्रबंधन" What is प्रबंधन meaning in English, प्रबंधन translation in English, प्रबंधन definition, pronunciations and examples of प्रबंधन in English. प्रबंधन का हिन्दी मीनिंग, प्रबंधन का हिन्दी अर्थ, प्रबंधन का हिन्दी अनुवाद, prabandhana का हिन्दी मीनिंग, prabandhana का हिन्दी अर्थ.

प्रबंधन की परिभाषाएँ: शीर्ष 7 परिभाषाएँ

प्रबंधन की परिभाषाएँ: शीर्ष 7 परिभाषाएँ | Read this article in Hindi to learn about various definitions of management. प्रबन्ध की परिभाषा देना यद्यपि असम्भव नहीं तो कठिन अवश्य है । ई.एक.एल.ब्रेच तो प्रबन्ध की परिभाषा की आवश्यकता ही नहीं समझते । उनकी मान्यता है कि महत्व प्रबन्ध का है, न कि उसकी परिभाषा का । परन्तु फिर भी प्रबन्ध को भली-भाँति समझने के लिए इसकी कुछ प्रमुख परिभाषाओं का वर्णन करना आवश्यक होगा । अध्ययन की सुविधा के लिए प्रबन्ध की विभिन्न परिभाषाओं को मुख्य रूप से निम्नलिखित वर्गो र्मे बाँटा गया है: 1. उत्पादकता तथा कुशलता पर आधारित परिभाषाएं (Productivity and Efficiency-Oriented Definitions): इस वर्ग में प्रबन्ध की निम्नलिखित परिभाषाओं को शामिल किया गया है जो उत्पादन के साधनों का कुशलतम उपयोग करते हुए न्यूनतम लागत पर वस्तुओं का उत्पादन करने पर बल देती हैं: ADVERTISEMENTS: (i) एफ. डब्ल्यू. टेलर के शब्दों में- “प्रबन्ध यह जानने की कला है कि आप व्यक्तियों से क्या करवाना चाहते हैं । तत्पश्चात् यह देखना कि वे इसे सर्वोत्तम एवं मितव्ययीतापूर्ण विधि से करते है ।” यह परिभाषा निम्न बातें बताती है: (a) प्रबन्ध एक कला है, (b) प्रबन्ध किए जाने वाले कार्यो का पूर्ण-निर्धारण है तथा ADVERTISEMENTS: (c) प्रबन्ध कार्य-निष्पादन की सर्वोत्तम एवं मितव्ययी विधि की खोज करता है । (ii) जॉन.एफ.मी के अनुसार- “प्रबन्ध से अभिप्राय न्यूनतम प्रयास द्वारा अधिकतम परिणाम प्राप्त करने की कला है जिसमें नियोक्ता तथा कर्मचारी दोनों के लिए अधिकतम समृद्धि एवं खुशहाली प्राप्त की जा सके तथा जनता को सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान की जा सके ।” (iii) विलिमय एफ.ग्लूक के शब्दों में- “उपक्रम के उद्देश्यों की प्राप्...

उत्पादन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं या प्रकृति

उत्पादन प्रबंधन की अवधारणा utpadan prabandhan kya hai;प्रत्येक औद्योगिक संस्थान मे दो कार्य मुख्य रूप से किये जाते है जिन्हें कि हम उत्पादन एवं विपणन की संज्ञा दे सकते है अर्थात् किसी वस्तु का उत्पादन करना एवं तत्पश्चात् उसकी विक्रय सम्बन्धी क्रियाएँ उत्पादन प्रबंध के अन्तर्गत आती है। उत्पादन से आशय किसी वस्तु मे आवश्यकतानुसार उपयोगिता सृजन करना होता है साथ ही इसके लिए संसाधन जुटाने एवं उनको कुशलतापूर्वक प्रयोग करने का कार्य भी सम्मिलित होता है। उत्पादन हो जाने के पश्चात उसके विक्रय एवं वितरण की व्यवस्था की जाती है। विपणन से आशय उन व्यावसायिक क्रियाओं से है जो उत्पादकों से उपभोक्ताओं तक माल एवं सेवाओं के प्रवाह को निर्देशित करने हेतु की जाती है। इस प्रकार हम कह सकते है कि प्रबंध की वह विशिष्ट शाखा, जो उत्पादन एवं निर्माण क्रियाओं से सम्बन्धित है," उत्पादन प्रबंध " या " निर्माण प्रबंध " कहलाती है। आगे जानेंगे उत्पादन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं। उत्पादन प्रबंधन क्या है? उत्पादन प्रबंधन का अर्थ (utpadan prabandhan ka arth) उत्पादन प्रबंध दो शब्दों से मिलकर बना है- उत्पादन एवं प्रबंध। " उत्पादन " से आशय कच्चे माल को पक्के माल मे परिवर्तित करने की प्रक्रिया से है, जबकि "प्रबंध" वांछित परिणामों की प्राप्ति के लिए भौतिक एवं मानवीय साधनों के काम मे लेने की प्रक्रिया है। अतः "उत्पादन प्रबंध" उत्पादन से सम्बध्द क्रियाकलापों के नियोजन, संगठन, समन्वय एवं नियंत्रण की प्रक्रिया है। उत्पादन प्रबंधन की परिभाषा (utpadan prabandhan ki paribhasha) ई. एफ. बेच के अनुसार " उत्पादन प्रबंध एक उपक्रम के परिचालन के प्रभावी नियोजन तथा नियमन की वह प्रक्रिया है, जो सामग्रियों को निर्मित उत...

विपणन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं क्षेत्र

विपणन प्रबंधन का अर्थ (vipanan parbandhan kya hai) विपणन प्रबंध व्यावसायिक प्रबंध की वह शाखा है जिसके द्वारा निर्माता अथवा उत्पादक से उपभोक्ता तक वस्तुओं एवं सेवाओं का हस्तांतरण किया जाता है। विपणन प्रबंध सम्पूर्ण उपक्रम की विपणन क्रियाओं को क्रियान्वित एवं नियंन्त्रित करता है। विपणन प्रबंध दो शब्दों का संयोजन है। एक तो विपणन और दूसरा प्रबंध अतः संयुक्त रूप से विक्रय प्रबंध का अर्थ जानने के लिए आवश्यक है कि दोनों शब्दों विपणन और प्रबंध का पृथक पृथक अर्थ समझ लिया जाये। विपणन " विपणन ऐसी आर्थिक क्रिया है जिसके द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं का मुद्रा के बदले विनियम किया जाता है। विपणन वास्तव मे उन प्रयासों को कहते है जो वस्तुओं एवं सेवाओं के स्वामित्व हस्तांतरण मे सहायता करते है और उनके भौतिक स्थानान्तरण की प्रबंध करते है। प्रबंध " प्रबंध से आशय निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अन्य व्यक्तियों के प्रयत्नों का समन्वय करना है। आर. सी. डेविस के अनुसार " प्रबंध कर्मचारी नेतृत्व का कार्य है। वह मुख्यतः एक मानवीय क्रिया है। यह कार्य के नियोजन, संगठन तथा सामूहिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिये अन्य व्यक्तियों का नियंत्रण करने से सम्बंधित है।" सरल शब्दों में, प्रबंध से आश्य किसी व्यक्ति समूह के प्रयासों का इस तरह नियोजन, संगठन, संचालन, नियंत्रण, निर्देशन एवं नेतृत्व से है जिससे सामूहिक उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सके। आगे जानेंगे विपणन प्रबंधन का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं क्षेत्र। विपणन प्रबंधन की परिभाषा (vipanan prabandhan ki paribhasha) फेल्प्स एवं वेस्टिंग " प्रबन्धकीय दृष्टि से विपणन तक पहुँचना विपणन प्रबंधन कहलाता है। कंडिफ एवं स्टिल के शब्दों मे" विपणन प्रबंध सामान्य प्रबंध ...

वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) क्या हैं। परिभाषा, विशेषताएँ, और क्षेत्र

Financial management ( वित्तीय प्रबंधन) का अर्थ – जिस प्रकार मनुष्य के शरीर को चलाने के लिए खून जरूरी हैं उसी प्रकार किसी भी व्यवसाय के लिए वित्त यानि की धन की आवश्यकता होती हैं| उत्पादन के भांति यह भी कार्य छेत्र मे आता हैं | यह वित्त को फ़र्म मे स्थापित करना होता हैं | यह वित्त का वह निर्णय हैं जिसका संबंध पूंजी के साधनो के अच्छे ढंग से उपयोग करने मात्र से हैं| यह संस्था के नियोजक के वित्त का ध्यान रखना होता हैं | वित्तीय प्रबंध व्यवशाय के नियोजना , संगठन आदि का सम्मलित रूप हैं | इसमे सबसे पहले वित्त की नियोजना बनाना पड़ता हैं की वित्त की प्राप्ति कैसे होगी | फिर यह चेक करेंगे की योजना सही हैं या नही | पैसा कहा से प्राप्त हो और कहा लगाया जाए जिससे अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके | साधनो को कहा लगाया जाए | फ़र्म अपने वित्त की व्यवस्था कैसे करे | फ़र्म कहा लगाए जिससे सब कुछ आसानी से मिल सके | जब हम पैसा लगाते हैं तो ऐसे जगह लगाना चाहते हैं जहा अधिक लाभ हो जब तक हम नियोजन नही करेंगे यह संभव नही हैं | यह एक सतत प्रक्रिया हैं | यह हमेशा चलती रहती हैं | वित्त का रोज काम होता हैं एक बार प्रोजेक्ट को देखा फिर संगठन और नियंत्रण करते रहते हैं | इसका विश्लेषण अति आवश्यक होता हैं | इसी आधार पर पैसा लगाते हैं | यह लेखांखन से अलग अलग होता हैं | यह मैनेजमेंट प्रक्रिया हैं | इसका छेत्र बहुत बड़ा हैं | हर संगठन के लिए वित्त आवश्यक हैं | फ़र्म मे किसी भी विभाग मे वित्त आवश्यक हैं | यह निर्णय लेने मे सहायक हैं | जो प्रोजेक्ट अच्छा होगा हम वह वित्त को लगाएंगे | वित्तीय प्रबंधन की परिभाषाएँ- हॉवर्ड के द्वारा- ” वित्तीय प्रबन्ध से आशय, नियोजन एवं नियन्त्रण कार्यों को वित्त कार्य पर लागू करना है ।” ...

प्रबन्धन अर्थ परिभाषा विशेषताएं

शिक्षा, उद्योग तथा व्यापार जैसे क्षेत्रों में प्रबंधन का अपना महत्त्व है। प्रबन्धन के द्वारा समस्त मानवीय एवं भौतिक संसाधनों की व्यवस्था तथा उनका अधिकतम उपयोग किया जाता है। इससे कार्यप्रणाली में गति आती है, संसाधनों का मितव्ययतापूर्ण उपयोग होता है तथा उद्देश्यों की पूर्ति सहजता के साथ हो जाती है। प्रबन्धन प्रबन्धन वह तत्व है जिसके द्वारा हम पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को कम से कम समय तथा परिश्रम के साथ प्राप्त कर सकते हैं। इसके द्वारा ही हम विभिन्न अधिकारियों तथा व्यक्तियों के उत्तरदायित्व तथा उनके स्थिति क्रम का निर्धारण भी करते हैं। प्रबंधन किसी भी संगठन चाहे वह औद्योगिक जगत से संबंधित हो या फिर यही भविष्य के लिए योजना निर्माण का भी कार्य करता है। कहा भी गया है कि “प्रबंधन सतत निर्णय निर्माण में लगा रहता है तथा उनके क्रियान्वयन के प्रयास करता है।” शिक्षा के क्षेत्र में जब से तकनीकी का प्रवेश हुआ है तब से शिक्षा तथा प्रबन्धन परिभाषा विवादों को न्यूनतम करना ही प्रबंधन का अंतिम उद्देश्य है। स्काट के अनुसार प्रबन्धन में केवल अधिकारत्व ही शामिल नहीं है अपितु इसमें वैज्ञानिक चिंतन, व्यवस्थापन, दिशा प्रबन्धन आधारभूत समन्वय तथा संचालन संक्रिया है जिसमें संगठित प्रयास सम्मिलित रहते हैं। पूर्व निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए माननीय तथा अन्य संसाधनों का उपयोग करने की सुनिश्चित प्रक्रिया है। प्रबंधन एक विशिष्ट प्रक्रिया है जिसके द्वारा मानवीय तथा अन्य संसाधनों का उपयोग करते हुए पूर्व निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है। • प्रबन्धन एक सोद्देश्य प्रक्रिया है– प्रबंधन का कोई न कोई उद्देश्य होता है। इसका उद्देश्य सरल, सुगम तथा प्रभावी रूप से किसी कार्य के पू...

चिन्तन (Thinking)

चिंतन क्या है? चिन्तन (Thinking): मानवीय जीवन समस्याओं से भरा हुआ है। हम एक समस्या का हल खोज नहीं पाते, दूसरी सामने उपस्थित हो जाती है। ये समस्याएँ प्रयत्न बिना भी हल हो जाती हैं और कभी-कभी प्रयत्न चिन्तन को जन्म देता है। दैनिक जीवन में बड़े एवं बुजर्ग कहते हैं कि ‘ करने से पहले सोचो‘ या ‘ अनुभव करने से पहले सोचो‘। इसका मुख्य कारण है कि चिन्तन एवं Jump to: • • • • • • चिन्तन का अर्थ एवं परिभाषाएँ Meaning and Definitions of Thinking दर्शनशास्त्र ने यह सिद्ध कर दिया है कि विश्व की प्रगति मानव की चिन्तन शक्ति पर निर्भर करती है। चिन्तन के द्वारा वास्तविकता का पता लगाया जाता है और वास्तविकता विज्ञान को जन्म देती है। अत: चिन्तन शब्द का प्रयोग ‘ याद‘, ‘ अनुमान‘ आदि के रूपों में किया जाता है; जैसे-परीक्षा में सही उत्तर खोजने के लिये चिन्तन, नये मकान को बनवाने का चिन्तन एवं दूर से आने वाले रिश्तेदार, मित्र या कोई नये व्यक्ति से सम्बन्धित चिन्तन। हम चिन्तन के अर्थ को और अधिक स्पष्ट करने के लिये कुछ विद्वानों के विचारों को प्रस्तुत करते हैं – 1. गिलफोर्ड (Guillford) के अनुसार चिन्तन की परिभाषा “चिन्तन प्रतीकात्मक व्यवहार है। यह सभी प्रकार की वस्तुओं और विषयों से सम्बन्धित है।” “Thinking is a symbolic behaviour for all thinking deals with substitutes for things.” 2. वेलेन्टाइन (Velentine) के शब्दों में चिन्तन की परिभाषा “मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से ‘चिन्तन’ शब्द का प्रयोग उस क्रिया के लिये किया जाता है जिसमें श्रृंखलाबद्ध विकार किसी लक्ष्य या उद्देश्य की ओर अविराम गति से प्रवाहित होते हैं।” “In strict psychological discussion it is well to keep the term ‘thinking’ for an activity which ...

शैक्षिक प्रशाशन का अर्थ एवं परिभाषा

शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशासन प्रशाशन का अर्थ है – उपलब्ध संसाधनों का दक्षतापूर्वक तथा प्रभावपूर्ण तरीके से उपयोग करते हुए लोगों के कार्यों में समन्वय करना ताकि लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके। प्रबन्धन के अन्तर्गत आयोजन (planning), संगठन-निर्माण (organizing), स्टाफिंग (staffing), नेतृत्व करना (leading या directing), तथा संगठन अथवा पहल का नियंत्रण करना आदि आते हैं। संगठन भले ही बड़ा हो या छोटा, लाभ के लिए हो अथवा गैर-लाभ वाला, सेवा प्रदान करता हो अथवा विनिर्माणकर्ता, प्रबंध सभी के लिए आवश्यक है। प्रबंध इसलिए आवश्यक है कि व्यक्ति सामूहिक उद्देश्यों की पूर्ति में अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकें। प्रबंध में पारस्परिक रूप से संबंधित वह कार्य सम्मिलित हैं जिन्हें सभी प्रबंधक करते हैं। प्रबंधक अलग-अलग कार्यों पर भिन्न समय लगाते हैं। संगठन के उच्चस्तर पर बैठे प्रबंधक नियोजन एवं संगठन पर नीचे स्तर के प्रबंधकों की तुलना में अधिक समय लगाते हैं। प्रबंध की परिभाषाएँ “प्रबंध यह जानने की कला है कि क्या करना है तथा उसे करने का सर्वोत्तम एवं सुलभ तरीका क्या है”– एफ.डब्ल्यू.टेलर अवधारणा कई लेखकों ने प्रबंध की परिभाषा दी है। प्रबंध शब्द एक बहुप्रचलित शब्द है जिसे सभी प्रकार की क्रियाओं के लिए व्यापक रूप से प्रयुक्त किया गया है। वैसे यह किसी भी उद्यम की विभिन्न क्रियाओं के लिए मुख्य रूप से प्रयुक्त हुआ है। उपरोक्त उदाहरण एवं वस्तुस्थिति के अध्ययन से यह स्पष्ट हो गया होगा कि प्रबंध वह क्रिया है जो हर उस संगठन में आवश्यक है जिसमें लोग समूह के रूप में कार्य कर रहे हैं। संगठन में लोग अलग-अलग प्रकार के कार्य करते हैं लेकिन वह अभी समान उद्देश्य को पाने के लिए कार्य करते हैं। प्रबंध लोगों के प...