आनंद मोहन केस

  1. आनंद मोहन के समर्थन में उतरे कई दिग्गज नेता, बाहुबली की रिहाई पर बिहार में हंगामा, वजह क्या है
  2. जेल से निकलने के बाद गायब हुए आनंद मोहन, बेटे की शादी की तैयारी को पहुंचे दून
  3. Bihar G Krishnaiah murder case I am ready to get hanged if the govt believes that I am guilty Anand Mohan Singh
  4. Anand Mohan Singh Will Be Released From Saharsa Jail Today 27 April 2023 Time Date Lawyer Big Statement


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आनंद मोहन के समर्थन में उतरे कई दिग्गज नेता, बाहुबली की रिहाई पर बिहार में हंगामा, वजह क्या है

डीएनए हिंदी: बिहार की सियासत में बाहुबलियों का बोलबाला रहा है. किसी भी राजनीतिक पार्टी को उनसे संबंध कायम रखने में कोई दिक्कत नहीं है. शायद यही वजह है कि नीतीश कुमार से लेकर तेजस्वी यादव तक आनंद मोहन की रिहाई से खुश हैं. गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन गुरुवार को सहरसा जेल से रिहा हो चुके हैं. आनंद मोहन की रिहाई के लिए आरोप लग रहे हैं कि नीतीश कुमार सरकार ने कानून में ही बदलाव कर दिया. उनकी रिहाई क्षमादान आदेश के तहत हुई है. बिहार सरकार ने जेल नियमावली में बदलाव किया था, जिससे मोहन समेत 27 अभियुक्तों की समय से पहले ही रिहाई हो गई. बिहार में सियासत का बाहुबलियों के साथ तगड़ा कनेक्शन रहा है. यही वजह है कि वहां की राजनीति में पप्पू यादव और अनंत सिंह जैसे बाहुबली पहली पंक्ति के नेताओं में शुमार हो गए हैं. इसे भी पढ़ें- आनंद मोहन के समर्थन में खड़े लोग कौन हैं? आनंद मोहन की रिहाई पर पक्ष और विपक्ष के लोग एकमत हो रहे हैं. तभी गिरिराज सिंह जैसे लोग कह रहे हैं कि उन्हें उसकी सजा मिली जो उन्होंने किया ही नहीं. जेडीयू के ललन सिंह तो मानो इसी इंतजार में थे कि कैसे आनंद मोहन रिहा हों. ललन सिंह ने कहा है कि अब आनंद मोहन जी रिहा हो गए हैं. हम लोग एक गाड़ी पर बैठ चुके हैं, ये गाड़ी रुकेगी नहीं. गिरिराज सिंह ने कहा है कि बेचारे आनंद मोहन काफी समय तक जेल में रहे हैं, वह बलि का बकरा बने हैं. पप्पू यादव ने कहा है कि एक घटना घटी और वह हादसा हो गया. आनंद मोहन की रिहाई पर हंगामा नहीं करना चाहिए. अब सोचकर देखिए, एक बाहुबली के समर्थन में बिहार के दिग्गज आ गए हैं. उन्हें मिल रहे अपार जनसमर्थन की वजह से उनका अच्छा व्यवहार नहीं है. ऐसा सिर्फ इसलिए है कि वह एक अरसे तक भूमिहार-क्षत्रिय एकजुटता के पक्षध...

जेल से निकलने के बाद गायब हुए आनंद मोहन, बेटे की शादी की तैयारी को पहुंचे दून

बिहार के बाहुबली आनंद मोहन की गुरुवार 27 अप्रैल की सुबह जेल से रिहाई तो हो गई, लेकिन किसी ने देखा नहीं। समर्थकों को इंतजार था कि आनंद मोहन जेल से बाहर आएंगे तो उनका स्वागत किया जाएगा। गाजे-बाजे की तैयारी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। गुरुवार की सुबह कुछ समर्थक सहरसा जेल के बाहर पहुंचे तब पता चला कि आनंद मोहन को जेल से छोड़ा जा चुका है। जेल के निकलने के बाद मीडिया भी उन्हें तलाश करता रहा, लेकिन देर शाम तक आनंद मोहन का पता नहीं चला कि वह जेल से निकलने के बाद कहां गए। अब यह बात सामने आ रही है कि वह देहरादून पहुंच गए हैं। एबीपी न्यूज में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वह कल ही देहरादून पहुंच गए। हालांकि, देहरादून के मीडिया ने ऐसा दावा नहीं किया है। ना कि किसी को आनंद मोहन सिंह की लोकेशन पता है कि वह कहां हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए) सहरसा जेल से छूटने के बाद दिन भर खबरें चलती रहीं कि सुबह सुबह उनकी रिहाई का क्या मतलब है। सूत्र बताते हैं कि सहरसा जेल से निकलने के बाद आनंद मोहन सड़क मार्ग से पटना पहुंचे। वह दरभंगा से मुजफ्फरपुर होते हुए सुबह में पटना पहुंच गए। यहां सुबह उनकी 11 बजे की फ्लाइट थी। फ्लाइट से वो पटना से दिल्ली रवाना हो गए। इसके बाद दिल्ली से आनंद मोहन देहरादून पहुंच गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए) सूत्रों के अनुसार गुरुवार 27 अप्रैल को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के संपर्क में आनंद मोहन थे। सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि दिशा निर्देश था कि आनंद मोहन को मीडिया से बात नहीं करनी है। कहा गया था कि सीधे वह देहरादून के लिए निकल जाएं और बेटे की शादी की तैयारी करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए) बता दें कि एबीपी न्यूज़ ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी थी कि कैसे आनंद...

Bihar G Krishnaiah murder case I am ready to get hanged if the govt believes that I am guilty Anand Mohan Singh

Bihar News: बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने जेल से छूटने के बाद बुधवार को पहली बार किसी सार्वजनिक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान आनंद मोहन सिंह ने युवा आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे और निराधार हैं। पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन सिंह बिहार के अररिया जिले में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा को संबोधित आनंद मोहन सिंह ने कहा, ‘यह देश किसी की जागीर नहीं है। हर किसी ने इसे अपने खून से सींचा है। मैं कानून और संविधान में विश्वास करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं बिना किसी शिकायत के 15 साल से अधिक की जेल की सजा काट चुका हूं। सरकार का अगर मानना है कि मैं दोषी हूं तो मैं फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हूं।’ आनंद मोहन सिंह ने अनावरण कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में बाबू वीर कुंवर सिंह के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि वे स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हैं। चर्चित मामले का जिक्र करते हुए कहा कि आईएएस जी कृष्णैया हत्याकांड में वे निर्दोष हैं। बावजूद सजा काट कर आए हैं, जबकि उनके साथ हत्याकांड में सात लोगों को आजीवन कारावास की सजा मिली थी, लेकिन छह लोग छूट गए। उन्होंने उस दंड की सजा काटी जो उन्होंने किया ही नहीं। मेरी पत्नी ने CBI जांच की मांग की थी: आनंद मोहन सिंह सिंह ने कहा कि जी कृष्णैया हत्याकांड और उन्हें जेल से छोड़े जाने को लेकर वर्तमान दौर में सियासी दल के नेता अपनी सियासत चमकाने के लिए कई तरह के बयान दे रहे हैं। इस दौरान आनंद मोहन सिंह ने दो नेताओं का नाम लिया। कहा कि अगर उनके बारे में जानने चाहते हैं, तो लालकृष्ण आडवाणी और नवीन पटनायक से पूछिए कि वो क्या चीज हैं। कहा कि वह हमेशा सिद्धा...

Anand Mohan Singh Will Be Released From Saharsa Jail Today 27 April 2023 Time Date Lawyer Big Statement

पटना : पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) की आज गुरुवार (27 अप्रैल) को रिहाई होने वाली है. वह अपने बेटे की सगाई पर 15 दिनों की पैरोल पर बाहर आए थे. बुधवार (26 अप्रैल) को वह सहरसा जेल चले गए. जेल मैनुअल में संशोधन के बाद आनंद मोहन समेत 27 कैदियों की रिहाई होनी है. कुछ की रिहाई हो चुकी है. आज आनंद मोहन की भी रिहाई होनी है. इस बीच आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासी माहौल भी गर्म है. इसका विरोध भी हो रहा है. दरअसल, गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आनंद मोहन को सजा हुई थी. अब रिहाई के आदेश के बाद जी कृष्णैया के परिवार, आईएएस एसोसिएशन समेत कई जगहों से विरोध शुरू हो गया है. ऐसे में सवाल है कि क्या रिहाई पर संकट आ सकता है? अगर रिहाई होगी तो कितने बजे होगी? ऐसे सवालों का जवाब आनंद मोहन की वकील संगीता सिंह ने दिया है. ' अब दोबारा नहीं हो सकता रिवीजन ' संगीता सिंह ने कहा कि सुपौल, मधेपुरा में आनंद मोहन जो भी केस चल रहा था वह सब खत्म हो गया है. क्लीयरेंस आ गया है. देहरादून में एक मामला चल रहा था. वहां से भी क्लीयरेंस आ जाएगा. 27 अप्रैल को रिहाई हो जाएगी. आनंद मोहन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. जी कृष्णैया की पत्नी उषा देवी ने रिहाई का विरोध किया है. कोर्ट जा सकती हैं. आईएएस एसोसिएशन भी रिहाई का विरोध कर रहा है. इस पर आनंद मोहन की वकील ने कहा कि इन सब के कारण रिहाई में कोई दिक्कत नहीं होगी. एक बार रिहाई के आदेश पर मुहर लग गई तो दोबारा उस पर रिवीजन नहीं हो सकता. दोपहर बाद कभी भी हो सकती है रिहाई रिहाई को लेकर कहा जा रहा है कि कागजी प्रक्रिया लगभग पहले ही पूरी हो चुकी है. आज आनंद मोहन की दोपहर के बाद कभी भी रिहाई हो ...