आसाराम बापू की आज की ताजा खबर

  1. कुटिया से सफर शुरू करने वाले आसाराम का बहीखाता, करोड़ों की संपत्ति का क्या?
  2. जेल में बंद आसाराम बापू की तबीयत खराब, AIIMS जोधपुर में किए गए दाखिल, 48 घंटे के लिए डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया
  3. आसाराम बापू की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi
  4. Asaram Bapu की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi
  5. आसाराम बापू की भविष्यवाणी, पहले ही पता था कि उनके साथ क्या होने वाला है?
  6. आसाराम बापू को क्यों नहीं महसूस होता ‘देश की बेटी’ का दर्द


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कुटिया से सफर शुरू करने वाले आसाराम का बहीखाता, करोड़ों की संपत्ति का क्या?

जोधपुर बलात्कार मामले में 10 साल से उम्रकैद की सजा काट रहे 81 वर्षीय आसाराम को एक बार फिर सजा सुनाई गई. मोटेरा आश्रम में बलात्कार मामले में गुजरात की गांधीनगर सेशन कोर्ट ने मंगलवार को आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई. 6 अक्टूबर 2013 को आसाराम समेत कुल 7 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. सबूत के अभाव में आसाराम को छोड़कर 6 आरोपियों को बरी कर दिया गया था. सेशन कोर्ट ने सोमवार को आसाराम को दोषी ठहराया था और मंगलवार को सजा सुनाई. कोर्ट ने पीड़िता को 50 हजार का मुआवजा देने का आदेश भी दिया है. जानिए, आसाराम की अब तक की पूरी कहानी… मौजूदा पाकिस्तान के सिंध इलाके के बेरानी गांव में अप्रैल 1941 को एक लड़का पैदा हुआ. नाम था असुमल हरपलानी. 1947 में विभाजन के बाद परिवार भारत आया और अहमदाबाद शहर में बस गया. सिंधी परिवार से ताल्लुक रखने वाले असुमल हरपलानी ने साठ के दशक में लीलाशाह को अपना आध्यात्मिक गुरु बनाया. लीलाराम ने खुश होकर उस लड़के का नाम रखा आसाराम. वो आसाराम जिसने आस्था का नया साम्राज्य तैयार किया. अपने प्रवचनों से देश में समर्थकों की भीड़ पैदा कर दी. कई सालों बाद उसके काले कारनामों की पोल खुलनी शुरू हुई. बलात्कार, हत्या, अपराधिक षडयंत्र और दूसरे अपराध का दोषी पाया गया. दुष्कर्म के ऐसे ही एक मामले में गांधीनगर सेशन कोर्ट आज फैसला सुनाएगी. 22 साल पुराने इस मामले के मुताबिक, आसाराम ने सूरत के रहने वाली शिष्या के साथ दुष्कर्म और अप्राकृतिक कुकर्म भी किया था. यह घटना आसाराम के सूरत आश्रम में हुई थी. अहमदाबाद में नदी किनारे कुटिया से शुरू किया सफर आसाराम ने आध्यात्मिक साम्राज्य को तैयार करने की शुरुआत 1972 में की. इसके लिए अहमदाबाद से 10 किलोमीटर की दूरी पर बने मोटेरा कस्बे ...

जेल में बंद आसाराम बापू की तबीयत खराब, AIIMS जोधपुर में किए गए दाखिल, 48 घंटे के लिए डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया

जेल में बंद आसाराम बापू की तबीयत खराब, AIIMS जोधपुर में किए गए दाखिल, 48 घंटे के लिए डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया आसाराम को अन्य दिक्कतों के साथ यूरोलॉजी संबंधी समस्या प्रमुख है. इसी के चलते उन्हें शनिवार सुबह ओपीडी से सीधे यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में तमाम जांचों के लिए भेजा गया था, जहां यूरिनल संक्रमण की पुष्टि हुई. यौन शोषण के दोषी और उम्रकैद के सजायाफ्ता मुजरिम आसाराम बापू (Asaram Bapu) की तबीयत बीते पांच दिनों से खराब चल रही है. शनिवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर इस सजायाफ्ता मुजरिम को जोधपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Jodhpur) में दाखिल कराया गया है. आसाराम बापू का बुखार कई दिनों से नहीं उतरने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, एम्स में दाखिल किए जाने के बाद आसाराम की कई तरह की जांच की गई हैं. पता चला है कि उनके लीवर में एंजाइम्स बढ़े हुए हैं. जिनके चलते उन्हें कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों ने मूत्र संक्रमण की बात भी बताई है. फिलहाल मरीज को अस्पताल के सामान्य आईसीयू में दाखिल कराया गया है. जहां उसकी हालत स्थित बनी हुई है. 48 घंटे डॉक्टर्स की निगरानी में AIIMS जोधपुर के सूत्रों के मुताबिक, मरीज आसाराम को फिलहाल 48 घंटे के लिए डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है. मरीज को बीते कई दिन से बुखार आ रहा था. अस्पताल के चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार किया गया. मगर उससे जब कोई लाभ नहीं हुआ तो जेल मैनुअल के मुताबिक आसाराम की बीमारी और उम्र के मद्देनजर उन्हें एम्स में दाखिल कराना जरूरी हो गया था. लिहाजा एम्स में शनिवार (6 नवंबर 2021) को सुबह के वक्त आसाराम को दाखिल करवा दिया गया. बताया ज...

आसाराम बापू की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi

तथाकथित धर्मगुरु आसाराम और उसके बेटे नारायण साई को उनके द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले दो बच्चों की मौत के मामले में क्लीन चिट दे दी है. जुलाई 2008 में हुई इस घटना की जांच आयोग को सौंपी गई थी. आयोग द्वारा 2013 में राज्य सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट शुक्रवार को गुजरात विधानसभा में पेश की गई. • राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम बापू को एक बार फिर से कोर्ट से झटका लगा है. जोधपुर जिला पैरोल कमेटी ने आसाराम बापू की 20 दिनों की पैरोल याचिका को खारिज कर दिया है. गौरतलब है कि आसाराम पर बलात्कार और हत्या का मामला है और इसी मामले में वह जेल में बंद है. बात दें कि राजस्थान के जोधपुर स्थित अपने आश्रम में वर्ष 2013 में 16 साल की एक लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में जोधपुर की अदालत ने आसाराम को बुधवार को दोषी करार दिया और उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

Asaram Bapu की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi

साल 2017 में चुडास्मा उस वक्त भी सुर्खियों में आए थे, जब वे ओझाओं के एक अभिनंदन समारोह में शामिल हुए थे. इसके बाद जब उनकी सोशल मीडिया और विपक्षी दलों ने आलोचना की तो उन्होंने इस समारोह के बारे में कहा कि 'यह दैवीय शक्ति के उपासकों का जमावड़ा था, न कि अंधविश्वास फैलाने वालों का'. इस बार रेप के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सजा काट रहे विवादित स्वयंभू गुरु आसाराम के आश्रम को अपने आधिकारिक लेटरहेड पर पत्र लिखने पर निशाने पर आ गए हैं.

आसाराम बापू की भविष्यवाणी, पहले ही पता था कि उनके साथ क्या होने वाला है?

Asaram bapu ki bhavishyavani:1941 में पाकिस्तान के सिंध इलाके के बेरानी गांव में पैदा हुए आसाराम बापू का असली नाम असुमल हरपलानी है। आसाराम का परिवार 1947 में भारत विभाजन के बाद भारत के अहमदाबाद शहर में आ बसा था। धीरे धीरे आसाराम बापू ने संत का चौला पहन लिया और समूचे उत्तर भारत में उनके प्रवचन और चूर्ण कथित भक्तों के बीच लोकप्रिय हो गए। भक्तों की संख्या बढ़ने के साथ ही राजनेताओं ने भी आसाराम के जरिए एक बड़े वोटर समूह में पैठ बनाने का प्रयास किया। फिलहाल आसाराम बापू जेल में हैं। अगस्त 2013 में आसाराम के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करवाने वाला शाहजहांपुर निवासी पीड़िता का पूरा परिवार घटना से पहले तक आसाराम का कट्टर भक्त था। 28 फरवरी 2014 की सुबह आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली सूरत निवासी दो बहनों के वकील ने केस लड़ा। 25 अप्रैल 2018 में उन्हें जोधपुर जेल के विशेष कोर्ट में सजा सुनाई गई। फिलहाल आसाराम बापू जेल में हैं। आश्चर्य यह है कि जेल से भी आसाराम बापू अपनी धर्म की दुकान चलाते रहे हैं, क्योंकि अभी भी उनके भक्तों का बहुत बड़ा समूह मौजूद है जो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है। हाल ही में उनके द्वारा कथित एक भविष्यवाणी को वायरल किया जा रहा है। कहते हैं कि आसाराम बापू ने ही 14 फरवरी को वैलेंटाइन दिवस की जगह मातृ पितृ दिवस पूजन मनाने का अपने भक्तों को आदेश दिया था। हाल ही में आसाराम बापू के भक्त कहते हैं कि उन्होंने अपने साथ घटने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। 25 नवंबर साल 2004 में अहमदाबाद आश्रम में सत्संग के दौरान उन्होंने अपने साथ घटने वाली घटनाओं का जिक्र करके कहा था कि हमारा भोलेभाले लोगों को गुमराह करके हमारे विरुद्ध खड़ा कर दिया ज...

आसाराम बापू को क्यों नहीं महसूस होता ‘देश की बेटी’ का दर्द

नई दिल्ली। विवादों में रहना आसाराम बापू की पुरानी आदत रहा है। लेकिन इस बार बात इनकी आदत से आगे चली गई है। बात उस शख्स की सोच पर चली गई है जिसके भक्त देश के कोने कोने में हैं। देश की बहादुर बेटी अब नहीं रही। उसके दोस्त ने बताया कि किस तरह उसने दरिंदों का मुकाबला किया। पुलिस ने बताया कि किस तरह वो आरोपियों के साथ बहादुरी से लड़ी। खुद को बचाने की हर कोशिश की। कैसे दरिंदों ने उसके इंसानियत की सारे हदें तोड़ दी। लेकिन शायद आसाराम ने ये सब कुछ नहीं सुना। या फिर वो अपनी उस सोच पर कायम हैं कि अगर देश में कहीं बलात्कार होता है तो उसके लिए लड़कियां भी जिम्मेदार होती हैं। पुलिस का कहना है कि 16 दिसंबर की रात को पीड़ित लड़की को एक आरोपी ने सिस्टर कह कर ही बस में बिठाया था। लेकिन शायद आसाराम की आखें भी बंद हैं। वो तो कह रहे हैं कि लड़की गिड़गिड़ाती, किसी को भाई बनाती, पैर पड़ती, बचने की कोशिश करती। आसाराम कह रहे हैं ताली एक ही हाथ से नहीं बजती। यही नहीं इसके बाद आसाराम अपनी दीक्षा भी बेचते नजर आ रहे हैं। खुद को संत कहते हैं। इसलिए बार बार भगवान के नाम का सहारा लेते हैं। कह रहे हैं अगर वो बेटी दीक्षा लेती तो शायद उसके साथ ऐसा नहीं होता। आसाराम को चिंता है कि अगर बलात्कारियों के लिए कड़े कानून बने तो उसका दुरुपयोग हो सकता है। लेकिन इस चिंता और अपनी दीक्षा में वो भूल गए कि इस देश में हर 22 मिनट पर एक बेटी बलात्कारी की शिकार बनती है। वो भूल गए कि देश के किसी कोने में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं की ये असुरक्षा उस देश में हैं जहां मंदिरों में देवियों की मूर्ति की पूजा होती है। लेकिन फिर भी बेटियां सहमी हुई हैं, डरी हुई हैं। आखिर आसाराम बापू अपनी दीक्षा में उस सोच पर चोट क्यों नहीं करत...