About srinivasa ramanujan in hindi

  1. श्रीनिवास रामानुजन भारतीय गणितज्ञ का जीवन परिचय माता पिता जन्मस्थान संघर्षमय जीवन कार्यक्षेत्र प्रसिद्धि
  2. Biography of Srinivasa Ramanujan, Mathematical Genius
  3. SRINIVASA RAMANUJAN'S BIOGRAPHY IN HINDI
  4. श्रीनिवास रामानुजन् के बारे में 20 रोचक तथ्य । Srinivasa Ramanujan In Hindi
  5. श्रीनिवास रामानुजन
  6. श्रीनिवास रामानुजन की जीवन परिचय
  7. श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय
  8. आइये जानें कौन थे श्रीनिवास रामानुजन, जीवन परिचय, निबंध
  9. The Man Who Knew Infinity


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श्रीनिवास रामानुजन भारतीय गणितज्ञ का जीवन परिचय माता पिता जन्मस्थान संघर्षमय जीवन कार्यक्षेत्र प्रसिद्धि

Srinivasa Ramanujan Biography in Hindi अक्सर हम सभी के मुह से यह कहते हुए सुना जाता है की हमारी गणित बहुत ही कमजोर है ऐसा कहकर कही न कही हम गणित से पीछा छुड़ाना चाहते है ऐसा क्यू होता है की हम इतनी आसानी से कह देते है क्यूकी जब ऐसा हम कहते है तो कही न कही हम सभी के दिमाग में ये बात बैठ जाती है की ये हमसे नही हो सकता है और फिर हम सभी अपने दिमाग पर उतना जोर भी नही डालना चाहते है जिससे की हमे गणित पढने से छुटकारा मिल जाये. रामानुजन का संघर्षमय जीवन लेकिन ध्यान देने वाली बात है की हमारा पूरा जीवन ही जोड़ घटाव में लगा रहता है लेकिन क्या आप जानते है की जो महान होते है उनके आगे चाहे कितनी भी परेशानी क्यू न आये वे अपने लक्ष्य को कभी नही छोड़ते है ऐसे महान लोगो से हमारे देश भारत का इतिहास भरा पड़ा है इनमे से एक विलक्षण प्रतिभा और अद्भुत योग्यता के धनी श्रीनिवास रामानुजन का भी नाम आता है. Srinivasa Ramanujan in Hindi – श्रीनिवास रामानुजन का पूरा नाम श्रीनिवास रामानुजन् अय्यंगर | Srinivasa Ramanujan Iyengar था लेकिन ये रामानुजन | Ramanujan के नाम से सबसे अधिक जाने जाते है इनके पिताजी का नाम श्रीनिवास अय्यंगर और माता का नाम कोमलताम्मल था इनके माता पिता का परिवार ब्राह्मण परिवार से थे इनका जन्म 22 दिसम्बर 1887 को भारत के तमिलनाडु राज्य के कोयम्बटूर में इरोड नामक में हुआ था इनका बचपन मुख्यत कुंभकोणम में बिता, और कुंभकोणम को प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है इनके पिताजी साड़ी के एक दुकान में क्लर्क थे और दुकान के बहीखातो का हिसाब रखते थे और साथ में अपनी परिवार के आजीवका के लिए वेदों का पाठ भी किया करते थे जबकि इनकी माता गृहणी के साथ साथ पास के मंदिर की गायिका भी थी, श्रीनिवास रामानुजन का प्...

Biography of Srinivasa Ramanujan, Mathematical Genius

• Full Name: Srinivasa Aiyangar Ramanujan • Known For: Prolific mathematician • Parents’ Names: K. Srinivasa Aiyangar, Komalatammal • Born: December 22, 1887 in Erode, India • Died: April 26, 1920 at age 32 in Kumbakonam, India • Spouse: Janakiammal • Interesting Fact: Ramanujan's life is depicted in a book published in 1991 and a 2015 biographical film, both titled "The Man Who Knew Infinity." Early Life and Education Ramanujan was born on December 22, 1887, in Erode, a city in southern India. His father, K. Srinivasa Aiyangar, was an accountant, and his mother Komalatammal was the daughter of a city official. Though Ramanujan’s family was of the However, it was G.S. Carr’s book, "A Synopsis of Elementary Results in Pure Mathematics," which reportedly spurred Ramanujan to become obsessed with the subject. Having no access to other books, Ramanujan taught himself mathematics using Carr’s book, whose topics included integral calculus and power series calculations. This concise book would have an unfortunate impact on the way Ramanujan wrote down his mathematical results later, as his writings included too few details for many people to understand how he arrived at his results. Ramanujan was so interested in studying mathematics that his formal education effectively came to a standstill. At the age of 16, Ramanujan matriculated at the Government College in Kumbakonam on a scholarship, but lost his scholarship the next year because he had neglected his other studies. He then ...

SRINIVASA RAMANUJAN'S BIOGRAPHY IN HINDI

SRINIVASA RAMANUJAN’S BIOGRAPHY IN HINDI– दोस्तों आज हम जिनके बारे में बात करने जा रहे है उनका नाम है “ श्रीनिवास रामानुजन” इनका नाम भारत के महान गणितज्ञो में लिया जाता है। अपनी सिर्फ 33 वर्ष की आयु में ऐसा काम कर दिया जो की कोई साधारण व्यक्ति अपने पुरे जीवनकाल में शायद ही कर पाए। आपको जानकर हैरानी होगी की इतने बड़े गणितज्ञ ने अपने जीवन में कोई भी विशेष पढाई नहीं की थी। इन्होने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनकाल में 3884 गणित के सूत्रों का अविष्कार किया जिनमे से अधिकांश सूत्रों को सही सिद्ध किया जा चूका है इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किए वरन भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया। क्र.म. SR. N. बिंदु ( POINTS ) जानकारी (INFORMATION ) 1. नाम (NAME) श्रीनिवास रामानुजन 2. पिता का नाम ( FATHER’S NAME ) श्रीनिवास अयंगर 3. माता का नाम ( MOTHER’S NAME ) कोमलतामल 4. जन्म स्थान ( BIRTH PLACE ) तमिलनाडु के कोयंबटूर के ईरोड नामक गांव में 5. पत्नी का नाम ( WIFES NAME ) जानकी 6. पेशा ( PROFESSION ) गणितज्ञ ( Mathematician ) 7. धर्म ( RELIGION ) हिन्दू ( Hindu ) 8. जन्म तारीक ( DATE OF BIRTH ) 22 दिसम्बर 1887 9. मृतु ( DEATH ) 26 अप्रैल 1920 10. मृतु का कारन ( CAUSE OF DEATH ) क्षय रोग ( Tuberculosis ) Table of Contents • • • • • • • रामानुजन जी का प्रारंभिक जीवन | EARLY LIFE OF RAMANUJAN’S. श्रीनिवास रामानुजन जी का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को तमिलनाडु के कोयंबटूर में इरोड नामक गाँव में हुआ। उनका परिवार पारंपरिक ब्राम्हण था उनके पिता जी का नाम श्रीनिवास अयंगर और माता जी का नाम कोमलताम्मल था। इनके बचपन का जादातर समय कुंभकोणम में बिता जो की अपने प्राची...

श्रीनिवास रामानुजन् के बारे में 20 रोचक तथ्य । Srinivasa Ramanujan In Hindi

Amazing Facts about Srinivasa Ramanujan in Hindi – श्रीनिवास रामानुजन् के बारे में रोचक तथ्य आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख़्स की जो एक गरीब घर में पैदा हुआ था लेकिन मैथ की दुनिया में नाम कमा गया. जिस श्रीनिवास रामानुजन्. इनके बारे में डिटेल में जानते है So Let’s begin…. 1. 22 दिसंबर 1887 को तमिलनाडु के ईरोड गांव में श्रीनिवास अय्यांगर और कोमलतामल के घर एक बच्चा पैदा हुआ था, नाम रखा गया रामानुजन्. आगे जाकर ये क्या करने वाला है किसी को कुछ पता नही था. रामानुजन् के पिता एक साड़ी की दुकान पर क्लर्क और माँ हाऊस वाइफ थी। 2. रामानुजन् के सभी भाई-बहन बचपन में मर गए. दरअसल, 1889 में चेचक नाम की बीमारी फैल गई थी. इस साल चेचक से तंजावुर जिले में हजारों लोग मारे गए थे. लेकिन रामानुजन् फिर से ठीक हो गए। 3. करीबी बताते है कि रामानुज़न् पैदा होने के 3 साल तक बोले नही थे. घरवालों ने सोचने लगे थे कहीं ये गूँगा तो नही है. 10 साल की उम्र में रामानुज प्राइमरी क्लास में जिले में पहले नंबर पर आए। 4. बचपन में रामानुजन् स्कूल जाने से बचते थे. इनके घरवालों ने ये देखने के लिए स्पेशल एक आदमी की ड्यूटी लगाई थी कि रामानुज़न् ने आज स्कूल भी लगाया है या नही। 5. घर का खर्च निकालने के लिए रामानुजन् बचपन में ट्यूशन पढ़ाया करते थे. इन्हें ट्यूशन के हर महीने 5 रूपए मिलते थे। रामानुजन् थे सातवीं कक्षा में और ट्यूशन पढ़ाते थे बी. ए. के लड़के को। 6. 13 साल की उम्र में खुद की थ्योरम बनाने वाले रामानुजन् ने मैथ की कभी कोई अलग से शिक्षा नही ली। 7. रामानुज़न् ने 11 साल की उम्र में, काॅलेज के स्तर का मैथ याद कर लिया था. 13 साल की उम्र में, एडवांस ट्रिग्नोमेट्री को रट दिया और खुद की थ्योरम बनाने लगे. 17 साल की उम्र में,...

श्रीनिवास रामानुजन

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श्रीनिवास रामानुजन की जीवन परिचय

Table of Contents • • • • मद्रास प्रान्त के तंजौर जिले के इरोड नामक छोटे से गांव के स्कूल की घटना है. प्रारम्भिक कक्षा के अध्यापक कक्षा में आये. उन्होंने विद्यार्थियों को कार्य दिया- ” आधा घंटे में एक से सौ तक की सब संख्याओ का जोड़ निकालकर मुझे दिखाइए. ” सारे बच्चे सवाल हल करने में लग गये. दस मिनट भी नहीं बीते होंगे की सात वर्ष का एक विद्यार्थी सवाल हल कर गुरूजी से जाँच कराने ले आया. गुरूजी ने सवालों को जांचा और उत्तर सही पाया. अध्यापक ने बालक से पूछा- बेटा, तुमने यह सूत्र कहाँ से सीखा ? बालक बोला- किताब से पढ़कर. Srinivasa Ramanujan Biography In Hindi श्रीनिवास रामानुजन आयंगर श्रीनिवास रामानुजन आयंगर के जीवन पर निबंध अध्यापक इस बात को जानकर आश्चर्यचकित रह गये की बालक ने इस सूत्र का ज्ञान किसी बड़ी कक्षा की पुस्तक को पढ़कर किया है. गणित की यह विलक्षण प्रतिभा श्रीनिवास रामानुजन आयंगर थे. जिन्होंने सिद्ध कर दिया की गणित एक रोचक विषय है जिसका खेल-खेल में अध्ययन किया जा सकता है. श्रीनिवास रामानुजन आयंगर का जन्म तमिलनाडु के इरोड गांव में 22 दिसम्बर सन 1887 ईसवी को एक साधारण परिवार में हुआ. बाल्यकाल से ही रामानुजन की गणित में विशेष रूचि थी. वे गणित को खेल मानकर संख्याओ से खेलते रहते. मैजिक वर्ग बनाना उनका प्रिय शौक था. रामानुजन की गणित में विलक्षण प्रतिभा को देखकर अध्यापको को यह विश्वास हो गया की वे एक दिन गणित में विशेष कार्य करेंगे. गणित में विशेष रूचि के कारण रामानुजन बड़ी कक्षाओं की गणित की किताबे भी मांग कर पढ़ लेते थे. वह स्लेट पर प्रश्नों को हल किया करते थे. ऐसा इसलिए करते थे जिससे काँपी का खर्च बच जाये. रामानुजन जब हाईस्कूल में पढ़ रहे थे तो एक हितैषी ने उन्हें ‘जार्जशुब्रिज’ क...

श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय

श्रीनिवास रामानुजन (Indian mathematician ) की गिनती भारत ही नहीं दुनियाँ के महान गणितज्ञ के रूप में की जाती है। भारत के इस महान गणितज्ञ का पूरा नाम श्रीनिवास अयंगर रामानुजन था। सबसे पहले संख्याओं का सिद्धांत का प्रतिपादन रामानुजन एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में जन्म लिए और अनेकों कठिनाइयों का सामना करते हुए महान् गणितज्ञ बनने के शिखर तक पहुंचे। श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय में हम उनके जन्म से लेकर सफलता के उच्चतम शिखर तक की यात्रा का समुपर्ण वर्णन करेंगे। उन्होंने विश्व पटल पर भारत का नाम रौशन किया था। उनके अंदर गणित के एक सवाल को कई तरीके से हल करने की अद्भुत दक्षता प्राप्त थी। उनके कई शोध, प्रेमय और सूत्र विदेशी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। उन्हें “MAN WHO KNEW INFINITY” भी कहा जाता हैं संख्याओं के सिद्धांत के प्रतिपादित के फलस्वरूप रामानुजन गणितज्ञ के रूप में सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध हो गये। श्रीनिवास रामानुजन को गणित का जादूगर कहा जाता है। यदपि उनका आरंभिक जीवनकाल कष्टों में ही बीते। सबसे अहम बात थी की उन्हें गणित के क्षेत्र में कहीं से किसी तरह का विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला था। फिर भी उन्होंने गणित के संख्याशास्त्र पर आधारित कई शोध किए जो उन्हें विश्व विख्यात बना दिया। गणित के क्षेत्र में 1729 संख्या को रामानुजन नंबर से जाना जाता है। हर वर्ष उनके जन्मदिन को राष्ट्री य गणित दिवस ( National Mathematics Day) के रूप में मनाते हैं। तो आईये श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय (Srinivasa Ramanujan biography in Hindi ) विस्तार से जानते हैं। श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय श्रीनिवास रामानुजन का जीवन परिचय – Srinivasa Ramanujan ka jivan parichay पूरा नाम (full name ) श्री...

आइये जानें कौन थे श्रीनिवास रामानुजन, जीवन परिचय, निबंध

श्रीनिवास रामानुजन कौन थे, रामानुजन की गणित साधना, जीवन संघर्ष, रामानुजन पर निबंध (Srinivasa Ramanujan Biography in Hindi, Essay on Srinivasa Ramanujan hindi) भारत में हमेशा से ही विश्व गुरु बनने की अपार क्षमताएं थी। योग और अध्यात्म से लेकर विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी तलक हर क्षेत्र में भारत ने सदैव अपनी पहल की है और पूरी दुनिया का नेतृत्व किया है। भारत के पौराणिक काल में ही ऋषि महर्षियों ने विज्ञान के कई ऐसे महत्वपूर्ण सिद्धांत बता दिए थे जिन सिद्धांतों के लिए आज हम विदेशी वैज्ञानिकों को श्रेय देते हैं। Advertisements उदाहरण के तौर पर महर्षि कणाद ने डाल्टन से पहले ही परमाणु का सिद्धांत दे दिया था इसके अलावा उन्होंने न्यूटन से पहले ही गति के तीनो नियम भी संस्कृत के सूक्तियों में फिरो दिए थे। शल्य चिकित्सा (Surgery) और पूर्ण संख्याओं का आधार शून्य भी भारत की ही देन है। भारत की भूमि पर एक से बढ़कर एक अर्थशास्त्री और गणितज्ञ पैदा हुए उन्हीं में से एक थे श्रीनिवास रामानुजन जिन्हें आधुनिक काल में भारत का सबसे महान गणितज्ञ माना जाता है। विषय–सूची • • • • • • • • श्रीनिवास रामानुजन कौन थे? श्रीनिवास रामानुजन इस दुनिया के ऐसे महान गणितज्ञ थे जिन्होंने खुद से गणित ही सीखा। इनकी महान गणितज्ञता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन्होंने महज 33 वर्ष के अल्प जीवनकाल में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया और विश्लेषण तथा संख्या सिद्धांतों में अपना गहन और विशेष योगदान दिया। तो चलिए आज Great Mathematician Srinivasa Ramanujan Biography in Hindi के जरिए उनके जीवन और गणित में उनके योगदान पर चर्चा करते हैं। श्रीनिवास रामानुजन जीवन परिचय, सक्षिप्त परिचय (Srinivasa Ramanujan Biography in ...

The Man Who Knew Infinity

Running time 108 minutes Country United Kingdom Language English Budget $10 million Box office $12.3 million The Man Who Knew Infinity is a 2015 British The film stars Filming began in August 2014 at Plot [ ] At the turn of the twentieth century, Hardy soon invites Ramanujan to Cambridge to test his mettle as a potential theoretical mathematician. Ramanujan is overwhelmed by the opportunity and decides to pursue Hardy's offer, even though this means he must leave his wife Janaki for an extended period. He parts lovingly with Janaki and promises to keep up his correspondence with her. Upon arrival at Cambridge, Ramanujan encounters various forms of racial prejudice and finds his adjustment to life in England more difficult than expected. Hardy, though much impressed by Ramanujan's abilities, remains concerned about Ramanujan's ability to communicate effectively due to his lack of experience in writing Janaki, after much elapsed time, wonders why she has not heard from Ramanujan and eventually discovers that his mother has been intercepting his letters, and withholding hers to him. Hardy makes special efforts to get Ramanujan's now recognizably exceptional mathematical skills accepted by the university, by nominating Ramanujan for a fellowship of Trinity College. At first, Hardy fails for reasons related to college politics and racial prejudice. By gaining the support of key members of the college, Hardy again successfully nominates Ramanujan as a Cast [ ] • • • • • • • • • ...