अगस्त की अमावस कब है

  1. Kushotpatini Amavasya 2022 : कब है कुशोत्पाटिनी अमावस्या, जानिए महत्व
  2. when is Bhadrapada Amavasya 2022 dates, time, muhurt rituals and significance
  3. janmashtami 2022 date 18 or 19 august puja shubh muhurat vidhi janmashtami kab hai
  4. Janmashtami 2022 Date 18 या 19 अगस्त कब है जन्माष्टमी जानिए सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  5. अमावस्या कब की है 2023
  6. अगस्त के महीने में अमावस कब है? – ElegantAnswer.com


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Kushotpatini Amavasya 2022 : कब है कुशोत्पाटिनी अमावस्या, जानिए महत्व

हमारे शास्त्रों में प्रत्येक हिन्दू साधक व धर्मावलंबी को संध्यावंदन, अग्निहोत्र, पूजन-अर्चन, होम एवं पितृकार्य करना आवश्यक है। शास्त्रानुसार इन कार्यों को संपादित करते समय साधक को 'पवित्री' धारण करना आवश्यक माना गया है। हमारे शास्त्रों में 'पवित्री' से आशय कुश (Kush) अथवा स्वर्ण से बनी अंगूठी से होता है जिसे धारण किए बिना कोई भी धार्मिक कार्य की विशुद्धि व पूर्णता नहीं मानी गई है। किसी भी मास की अमावस को उखाड़ा गया कुश 1 मास तक पवित्र व शुद्ध रहता है। इस कुश से बनी पवित्री देवकार्य के पश्चात पवित्र स्थान में सुरक्षित रखकर पुन: 1 माह तक उपयोग में ली जा सकती है किंतु भाद्रपद मास की अमावस (Bhadrapada Amavasya 2022) जिसे विशेष रूप से 'कुशोत्पाटिनी अमावस' (Kushotpatini Amavasya) कहा जाता है। इस दिन प्राप्त किया गया कुश 1 वर्ष तक देवकार्य व पितृकार्य में उपयोग किया जा सकता है।

when is Bhadrapada Amavasya 2022 dates, time, muhurt rituals and significance

Bhadrapada Amavasya 2022 Date and Time : भाद्रपद अमावस्या भादो माह के कृष्ण पक्ष की पंद्रहवीं तिथि को होती है। इस दिन नदियों में स्नान करना और उसके बाद दान देना महत्वपूर्ण है। इस महीने की अमावस्या शनिवार को पड़ रही है, इसलिए यह शनि अमावस्या भी है। इस दिन शनिदेव और पितरों की पूजा करने से पितरों की प्रसन्नता होती है। शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं भाद्रपद अमावस्या तिथि, मुहूर्त, योग आदि के बारे में- भाद्रपद अमावस्या 2022 तिथि पंचांग के अनुसार देखा जाए तो भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 26 अगस्त दिन शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर हो रहा है, इस तिथि का समापन 27 अगस्त दिन शनिवार को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर भाद्रपद अमावस्या 27 अगस्त ​शनिवार को है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से पितर और शनि देव दोनों ही प्रसन्न होते हैं। भाद्रपद अमावस्या पूजा विधि भादो महीने में अमावस्या का व्रत रखने का काफी महत्व है। इस दिन महिलाएं और माताएं ही व्रत रख सकती हैं। ये व्रत कुंवारी महिलाओं के लिए नहीं होता। इस दिन सुबह उठकर स्नान करें (हो सके तो पवित्र नदी में), संभव हो तो पानी में गंगाजल डालकर छिड़क लें। स्नान के बाद साफ कपड़े पहन लें और व्रत का संकल्प लें। इसलिए इस दिन 64 देवियों की आटे से प्रतिमा बनाने का विधान है। उनकी वस्त्र पहनाकर उनकी पूजा की जाती है। मूर्तियों के गहने बनाने के लिए बेसन का आटा गूंथकर उससे हार, मांग टीका, चूड़ी, कान और गले के बनाकर देवी को चढ़ाएं। सभी देवताओं को एक प्लेट में रखकर उन पर पुष्प चढ़ाएं। इतना ही नहीं, पूजा के लिए गुझिया, शक्कर पारे, गुज के पारे और मठरी बनाएं और देवी-देवताओं को भोग लगाएं। पूजा...

janmashtami 2022 date 18 or 19 august puja shubh muhurat vidhi janmashtami kab hai

janmashtami 2022 date 18 or 19 august puja shubh muhurat vidhi janmashtami kab hai | Janmashtami 2022 Date: जन्माष्टमी कब है- 18 अगस्त या 19 अगस्त? ये है पूजा के शुभ मुहूर्त का समय और विधि | Hindi News, धर्म Janmashtami 2022 Date: जन्माष्टमी कब है- 18 या 19 अगस्त? ये है पूजा के शुभ मुहूर्त का समय और विधि Janmashtami 2022: भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) का जन्मदिन हिंदू (Hindu) धर्म के लोग बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Shri Krishna Janmotsav) सिर्फ भारत (India) ही नहीं बल्कि दुनियाभर के कई देशों में मनाया जाता है. लेकिन इस बीच लोगों के बीच ये कन्फ्यूजन है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन (Lord Shri Krishna Birthday) यानी जन्माष्टमी (Janmashtami) 18 अगस्त को है या 19 अगस्त को. ऐसा इसलिए क्योंकि अष्टमी तिथि 18 अगस्त की रात से लग रही है और 19 अगस्त को रात 12 बजे से पहले खत्म हो जाएगी. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) का उत्सव किस दिन मनाया जाए- 18 अगस्ते को या 19 अगस्त को. बता दें कि जन्माष्टमी (Janmashtami) का पर्व हिंदी मास भाद्रपद में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Shri Krishna Janmotsav) को लेकर श्रद्धालुओं में एक अलग ही उत्साह दिखाई देता है. इस खबर में आइए जानते हैं कि जन्माष्टमी की पूजा कब होगी और पूजा की विधि क्या है? अष्टमी तिथि कब से शुरू हो रही है? जान लें कि भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि इस साल 18 अगस्त को रात 9 बजकर 20 मिनट से लग रही है और यह 19 अगस्त की रात 10 ब...

Janmashtami 2022 Date 18 या 19 अगस्त कब है जन्माष्टमी जानिए सही तिथि और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली, Janmashtami 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र, हर्षण योग और वृषभ राशि के चंद्रमा में हुआ था। इसी कारण हर साल इस दिन को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को के रूप में मनाया जाता है। इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर थोड़ा सा कंफ्यूजन है। क्योंकि इस साल दो दिन जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाएगा। जानिए जन्माष्टमी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त। क्या है जन्माष्टमी 2022 की सही तिथि? पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी इस बार 2 दिन मनाई जाएगी। पहली 18 अगस्त को होगी जिसे गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग मनाएंगे। वहीं 19 अगस्त की जन्माष्टमी साधु-संत मनाएंगे। इस बार जन्माष्टमी काफी खास होने वाली है। क्योंकि इस दिन काफी खास योग बन रहे हैं। इस दिन वृद्धि योग भी लग रहा है। मान्यता है कि जन्‍माष्‍टमी पर वृद्धि योग में पूजा करने से आपके घर की सुख संपत्ति में वृद्धि होती है और मां लक्ष्‍मी का वास होता हे। अष्टमी तिथि प्रारंभ- 18 अगस्त शाम 9 बजकर 21 मिनट से शुरू अष्टमी तिथि समाप्त- 19 अगस्त रात 10 बजकर 59 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त - 18 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक। वृद्धि योग - 17 अगस्त दोपहर 8 बजकर 56 मिनट से 18 अगस्त रात 08 बजकर 41 मिनट तक ध्रुव योग - 18 अगस्त रात 8 बजकर 41 मिनट से 19 अगस्त रात 8 बजकर 59 मिनट तक भरणी नक्षत्र - 17 अगस्त रात 09 बजकर 57 मिनट से 18 अगस्त रात 11 बजकर 35 मिनट तक राहुकाल - 18 अगस्त दोपहर 2 बजकर 06 मिनट से 3 बजकर 42 मिनट तक निशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 01:05 तक रहेगा पारण का शुभ मुहूर्त– 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट के बाद Pic Credit- Freepik डिसक्लेमर इस लेख में ...

अमावस्या कब की है 2023

Contents • 1 जनवरी में अमावस्या कब की है • 1.1 फरवरी में अमावस्या कब की है • 1.2 मार्च में अमावस्या कब की है • 1.3 अप्रैल में अमावस्या कब की है • 1.4 मई में अमावस्या कब की है • 1.5 जून में अमावस्या कब की है • 1.6 जुलाई में अमावस्या कब की है • 1.7 अगस्त में अमावस्या कब की है • 1.8 सितम्बर में अमावस्या कब की है • 1.9 अक्टूबर में अमावस्या कब की है • 1.10 नवंबर में अमावस्या कब की है • 1.11 दिसंबर में अमावस्या कब की है • 1.12 इस महीने की मस्या कब है? • 1.13 मस्या तिथि किस तारीख को है? जनवरी में अमावस्या कब की है जनवरी महीने में पौष (पोह) मास की अमावस तिथि 21 तारीख को शनिवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya January 2023 21 January 2023 फरवरी में अमावस्या कब की है फरवरी महीने में माघ (माह) मास की अमावस तिथि 20 तारीख को सोमवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya February 2023 20 February 2023 मार्च में अमावस्या कब की है मार्च महीने में फाल्गुन (फागुन) मास की अमावस तिथि 21 तारीख को मंगलवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya March 2023 21 March 2023 अप्रैल में अमावस्या कब की है अप्रैल महीने में चैत्र (चैत) मास की अमावस तिथि 20 तारीख को गुरुवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya April 2023 20 April 2023 मई में अमावस्या कब की है मई महीने में बैशाख (वैशाख) मास की अमावस तिथि 19 तारीख को शुक्रवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya May 2023 19 May 2023 जून में अमावस्या कब की है जून महीने में ज्येष्ठ (जेठ) मास की अमावस तिथि 18 तारीख को रविवार के दिन है. Hindi Tithi Date Amavasya June 2023 18 June 2023 जुलाई में अमावस्या कब की है जुलाई महीने में आषाढ़ (साढ़) मास की अमावस तिथि 17 ...

अगस्त के महीने में अमावस कब है? – ElegantAnswer.com

अगस्त के महीने में अमावस कब है? इसे सुनेंरोकेंAaj Ki Tithi 08 August 2021: 8 अगस्त 2021 को सावन मास (Sawan 2021) की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि (Amavasya 2021Tithi) और पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) है. Aaj Ki Tithi 08 August 2021: पंचांग के अनुसार 08 अगस्त 2021 रविवार को श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि है. पीढ़ियां कब है 2021? इसे सुनेंरोकेंकब–कब पड़ेगा श्रावण का सोमवार अगस्त के महीने में सावन के तीन सोमवार पड़ेंगे. इसमें पहला 02 अगस्त 2021 को, दूसरा 09 अगस्त 2021 को और तीसरा अंतिम सोमवार 16 अगस्त 2021 को पड़ेगा. सितंबर की अमावस कितनी तारीख की है? इसे सुनेंरोकेंभाद्रपद अमावस्या-06/07 सितंबर 2021, सोमवार-मंगलवार। आश्विन अमावस्या- 06 अक्टूबर 2021, बुधवार। कार्तिक अमावस्या- 04 नवंबर 2021, गुरुवार। सितंबर की अमावस कितनी तारीख को है? इसे सुनेंरोकेंइस बार 6 सितंबर, सोमवार श्राद्ध और 7 सितंबर, मंगलवार को स्नान-दान की अमावस्या (Amavasya 2021) है। नवंबर में चौथ का व्रत कब का है? इसे सुनेंरोकें19 नवंबर 2021- स्नान दान कार्तिक पूर्णिमा: इस दिन को गंगा स्नान के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन गंगा में स्नान का विशेष महत्व होता है. 23 नवंबर 2021- संकष्टी चतुर्थी: हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. तेरस कब है 2021 December? इसे सुनेंरोकें2 दिसंबर- मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत- प्रदोष व्रत हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि का व्रत (Masik Shivratri Vrat) हर माह की चतुर्दशी को रखा जाता है. 4 दिसंबर- मार्गशीर्ष अमावस्या, सूर्य ग्रहण- साल का दूसरा औ...