Ajanta alora ki gufayen kahan sthit hai

  1. भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित है?
  2. अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?
  3. अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी
  4. भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित है?
  5. अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी
  6. अजंता की गुफ़ाएं
  7. अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?
  8. अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?
  9. अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी
  10. अजंता की गुफ़ाएं


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भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित है?

Explanation : भीमबेटका की गुफाएं मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज में स्थित है। यह एक पुरापाषाणिक आवासीय पुरास्थल है। यह गुफा आदि मानव द्वारा बनाए गए शैलचित्रों एवं शैलाश्रयों के लिए प्रसिद्ध है। इन चित्रों को पुरापाषाण काल से मध्यपाषाण काल के समय का माना जाता है। यह शैलचित्र भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्ह हैं, जो गुफावासियों के रोजमर्रा का जीवन दर्शाते हैं। इस गुफा की खोज वर्ष 1957-58 में डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा की गई थी। भीमबेटका क्षेत्र को अगस्त 1990 में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण ने राष्ट्रीय महत्त्व का स्थल घोषित किया था। इसके बाद जुलाई 2003 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया। Explanation : मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा गुफा समूह भीम बेटा की गुफाएँ हैं। भीमबेटका की गुफाएँ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 कि.मी. दूर रायसेन जिले में स्थित हैं तथा चारों ओर से विंध्य पर्वत मालाओं से घिरी हुई हैं, जिनका संबंध 'नवपाषाण काल' • मध्य प्रदेश के किस जिले को ‘दक्षिण का प्रवेश द्वार’ कहा जाता है?

अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?

पश्चिमी भारत में प्राचीनतम शैलकृत गुफाएं (चैत्यगृह या गुहा मंदिर) महाराष्ट्र के अजंता, भाजा एवं कोंडने में स्थित है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित अजंता से प्राप्त कुल 29 गुफाओं में से 6 गुफाएं (गुफा संख्या — 9, 10 (चैत्यगृह) 8, 12, 13, 15) (विहार) द्वितीय शताब्दी ई पू से प्रथम शताब्दी ईसवी के बीच वाकाटकों के समय, गुफा संख्या-16 एवं 17 पांचवीं शताब्दी ईसवी में गुप्तों के समय तथा गुफा संख्या 1 एवं 2 गुप्तोत्तर काल में निर्मित की गई। बौद्ध धर्म से संबंधित इन विश्व प्रसिद्ध गुफाओं में गुप्तकाल में निर्मित गुफा संख्या 16 में उत्कीर्ण 'मरणासन्न' राजकुमारी का चित्र तथा गुफा संख्या 17 में उत्कीर्ण 'माता और शिशु' का चित्र कला की दृष्टि से सर्वोत्कृष्ट है। महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित 'भाजा' में द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित की गई कुल 22 गुफाएं हैं, जिनमें चैत्यगृह, विहार एवं स्तूप सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त कोंडने से भी प्रथम शताब्दी ईसवी के प्रारंभ में निर्मित एक विशाल चैत्यगृह एवं 3 बौद्ध विहार मिलते हैं। ज्ञातव्य है कि एलोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र) की शैलकृत गुफाएं राष्ट्रकूटों के समय 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच बनाई गई जो जैन, बौद्ध एवं हिदू तीनों धर्मों से संबंधित है। जबकि पीतलखोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र), की गुफाएं भी द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित मानी जाती है। Tags :

अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी

3.4/5 - (58 votes) Ajanta Caves In Hindi : अजंता की गुफा महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद शहर से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अजंता की प्राचीन गुफा भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक हैं जो भारतीय गुफा कला का सबसे महान जीवित उदाहरण हैं। यह गुफा, एलोरा गुफाओं की तुलना में भी काफी पुरानी है। अजंता की गुफाएं वाघुर नदी के किनारे एक घोड़े की नाल के आकार के चट्टानी क्षेत्र को काटकर बनाई गई है। इस घोड़े के नाल के आकार के पहाड़ पर 26 गुफाओं का एक संग्रह है। यह गुफाएं चट्टानों पर काटकर बनाये गए बौद्ध स्मारक हैं, जिन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। अगर आप इतिहास को जानने के बारे में या ऐतिहासिक चीज़ों को देखने का शौक रखते हैं, तो अजंता गुफा की यात्रा करना आपके लिए बहुत ही आनंदमय साबित हो सकता हैं। इन गुफाओं की कलाकारी और सुंदरता आपके मन को शांति और सुख का एहसास कराएगी। आइये आपको अजंता की गुफाओं के बारे में कुछ खास बाते बताते हैं। • • • • • • • • • • • • • 1. अजंता की गुफाएँ कहाँ स्थित है – Ajanta Caves Kaha Par Hai In Hindi अजंता की गुफाएँ 30 चट्टानों को काटकर बनाई गई बौद्ध गुफा स्मारक हैं जो कि दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर लगभग 480 ई.पू. से भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के पास ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है। 2. अजंता की गुफा का इतिहास – Who Built Ajanta Caves And Ajanta Caves History In Hindi अजंता की गुफाएं मुख्य रूप बौद्ध गुफा है, जिसमें बौद्ध धर्म की कला कृतियाँ है। इन गुफाओं का निर्माण दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में सातवाहन और इसके बाद वाकाटक शासक वंश क...

भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित है?

Explanation : भीमबेटका की गुफाएं मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज में स्थित है। यह एक पुरापाषाणिक आवासीय पुरास्थल है। यह गुफा आदि मानव द्वारा बनाए गए शैलचित्रों एवं शैलाश्रयों के लिए प्रसिद्ध है। इन चित्रों को पुरापाषाण काल से मध्यपाषाण काल के समय का माना जाता है। यह शैलचित्र भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्ह हैं, जो गुफावासियों के रोजमर्रा का जीवन दर्शाते हैं। इस गुफा की खोज वर्ष 1957-58 में डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा की गई थी। भीमबेटका क्षेत्र को अगस्त 1990 में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण ने राष्ट्रीय महत्त्व का स्थल घोषित किया था। इसके बाद जुलाई 2003 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया। Explanation : मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा गुफा समूह भीम बेटा की गुफाएँ हैं। भीमबेटका की गुफाएँ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 कि.मी. दूर रायसेन जिले में स्थित हैं तथा चारों ओर से विंध्य पर्वत मालाओं से घिरी हुई हैं, जिनका संबंध 'नवपाषाण काल' • मध्य प्रदेश के किस जिले को ‘दक्षिण का प्रवेश द्वार’ कहा जाता है?

अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी

3.4/5 - (58 votes) Ajanta Caves In Hindi : अजंता की गुफा महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद शहर से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अजंता की प्राचीन गुफा भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक हैं जो भारतीय गुफा कला का सबसे महान जीवित उदाहरण हैं। यह गुफा, एलोरा गुफाओं की तुलना में भी काफी पुरानी है। अजंता की गुफाएं वाघुर नदी के किनारे एक घोड़े की नाल के आकार के चट्टानी क्षेत्र को काटकर बनाई गई है। इस घोड़े के नाल के आकार के पहाड़ पर 26 गुफाओं का एक संग्रह है। यह गुफाएं चट्टानों पर काटकर बनाये गए बौद्ध स्मारक हैं, जिन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। अगर आप इतिहास को जानने के बारे में या ऐतिहासिक चीज़ों को देखने का शौक रखते हैं, तो अजंता गुफा की यात्रा करना आपके लिए बहुत ही आनंदमय साबित हो सकता हैं। इन गुफाओं की कलाकारी और सुंदरता आपके मन को शांति और सुख का एहसास कराएगी। आइये आपको अजंता की गुफाओं के बारे में कुछ खास बाते बताते हैं। • • • • • • • • • • • • • 1. अजंता की गुफाएँ कहाँ स्थित है – Ajanta Caves Kaha Par Hai In Hindi अजंता की गुफाएँ 30 चट्टानों को काटकर बनाई गई बौद्ध गुफा स्मारक हैं जो कि दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर लगभग 480 ई.पू. से भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के पास ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है। 2. अजंता की गुफा का इतिहास – Who Built Ajanta Caves And Ajanta Caves History In Hindi अजंता की गुफाएं मुख्य रूप बौद्ध गुफा है, जिसमें बौद्ध धर्म की कला कृतियाँ है। इन गुफाओं का निर्माण दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में सातवाहन और इसके बाद वाकाटक शासक वंश क...

अजंता की गुफ़ाएं

[[chitr:Ajanta-Caves-1.jpg|ajanta ki gufaean, vivaran ajanta ki guphaean rajy zila nirman kal dvitiy shatabdi sthapana bhaugolik sthiti marg sthiti mejar rajy rajamarg se 102 kimi ki doori par sthit hai. prasiddhi ajanta ki prasiddh guphaoan ke chitroan ki chamak hazar se adhik kaise pahuanchean havaee jahaz, rel, bas adi se pahuancha ja sakata hai. jalagaanv havaee adda aurangabad siti bas, taiksi kya dekhean kahaan thaharean hotal, dharmashala, atithi grah es.ti.di. kod 2432 e.ti.em lagabhag sabhi sanbandhit lekh mukhy akarshan aanjata ki gufaoan ka mukhy akarshan bhitti chitrakari hai. in chitroan mean bauddh dharmik akhyanoan aur devataoan ka jitani prachurata aur jivantata ke sath chitran kiya gaya hai, vah bharatiy kala ke kshetr mean advitiy hai. any janakari adyatan‎ 16:39, 6 navambar 2011 (IST) chattanoan ko katakar banae ge bauddh gufa mandir v math, lagabhag tis gufaoan ke is samooh ki khudaee pahali shatabdi ee. poo. aur satavian shatabdi ke bich do roopoan mean ki gee thi- chaity (mandir) aur vihar (math). yadyapi in mandiroan ki Ajanta Caves, Aurangabad]] ajanta ki guphaean sahyadri ki pahadi़yoan par sthit in 30 guphaoan mean lagabhag 5 prarthana bhavan aur 25 bauddh math haian. in guphaoan ki khoj armi aauphisar j aaun smith v unake dal dvara sanh 1819 mean ki gee thi. ve yahaan shikar karane ae the, tabhi unhean katarabaddh 29 guphaoan ki ek shrriankhala nazar aee aur is tarah ye guphaean prasiddh ho gee. gho de ki nal ke akar mean nirmit ye guphaean atyan...

अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?

पश्चिमी भारत में प्राचीनतम शैलकृत गुफाएं (चैत्यगृह या गुहा मंदिर) महाराष्ट्र के अजंता, भाजा एवं कोंडने में स्थित है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित अजंता से प्राप्त कुल 29 गुफाओं में से 6 गुफाएं (गुफा संख्या — 9, 10 (चैत्यगृह) 8, 12, 13, 15) (विहार) द्वितीय शताब्दी ई पू से प्रथम शताब्दी ईसवी के बीच वाकाटकों के समय, गुफा संख्या-16 एवं 17 पांचवीं शताब्दी ईसवी में गुप्तों के समय तथा गुफा संख्या 1 एवं 2 गुप्तोत्तर काल में निर्मित की गई। बौद्ध धर्म से संबंधित इन विश्व प्रसिद्ध गुफाओं में गुप्तकाल में निर्मित गुफा संख्या 16 में उत्कीर्ण 'मरणासन्न' राजकुमारी का चित्र तथा गुफा संख्या 17 में उत्कीर्ण 'माता और शिशु' का चित्र कला की दृष्टि से सर्वोत्कृष्ट है। महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित 'भाजा' में द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित की गई कुल 22 गुफाएं हैं, जिनमें चैत्यगृह, विहार एवं स्तूप सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त कोंडने से भी प्रथम शताब्दी ईसवी के प्रारंभ में निर्मित एक विशाल चैत्यगृह एवं 3 बौद्ध विहार मिलते हैं। ज्ञातव्य है कि एलोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र) की शैलकृत गुफाएं राष्ट्रकूटों के समय 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच बनाई गई जो जैन, बौद्ध एवं हिदू तीनों धर्मों से संबंधित है। जबकि पीतलखोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र), की गुफाएं भी द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित मानी जाती है। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेन...

अजंता और एलोरा की गुफा कहा है?

पश्चिमी भारत में प्राचीनतम शैलकृत गुफाएं (चैत्यगृह या गुहा मंदिर) महाराष्ट्र के अजंता, भाजा एवं कोंडने में स्थित है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित अजंता से प्राप्त कुल 29 गुफाओं में से 6 गुफाएं (गुफा संख्या — 9, 10 (चैत्यगृह) 8, 12, 13, 15) (विहार) द्वितीय शताब्दी ई पू से प्रथम शताब्दी ईसवी के बीच वाकाटकों के समय, गुफा संख्या-16 एवं 17 पांचवीं शताब्दी ईसवी में गुप्तों के समय तथा गुफा संख्या 1 एवं 2 गुप्तोत्तर काल में निर्मित की गई। बौद्ध धर्म से संबंधित इन विश्व प्रसिद्ध गुफाओं में गुप्तकाल में निर्मित गुफा संख्या 16 में उत्कीर्ण 'मरणासन्न' राजकुमारी का चित्र तथा गुफा संख्या 17 में उत्कीर्ण 'माता और शिशु' का चित्र कला की दृष्टि से सर्वोत्कृष्ट है। महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित 'भाजा' में द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित की गई कुल 22 गुफाएं हैं, जिनमें चैत्यगृह, विहार एवं स्तूप सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त कोंडने से भी प्रथम शताब्दी ईसवी के प्रारंभ में निर्मित एक विशाल चैत्यगृह एवं 3 बौद्ध विहार मिलते हैं। ज्ञातव्य है कि एलोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र) की शैलकृत गुफाएं राष्ट्रकूटों के समय 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच बनाई गई जो जैन, बौद्ध एवं हिदू तीनों धर्मों से संबंधित है। जबकि पीतलखोरा (औरंगाबाद-महाराष्ट्र), की गुफाएं भी द्वितीय शताब्दी ई पू में निर्मित मानी जाती है। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेन...

अजंता की गुफा विशेषताएं और घूमने की जानकारी

3.4/5 - (58 votes) Ajanta Caves In Hindi : अजंता की गुफा महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद शहर से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अजंता की प्राचीन गुफा भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक हैं जो भारतीय गुफा कला का सबसे महान जीवित उदाहरण हैं। यह गुफा, एलोरा गुफाओं की तुलना में भी काफी पुरानी है। अजंता की गुफाएं वाघुर नदी के किनारे एक घोड़े की नाल के आकार के चट्टानी क्षेत्र को काटकर बनाई गई है। इस घोड़े के नाल के आकार के पहाड़ पर 26 गुफाओं का एक संग्रह है। यह गुफाएं चट्टानों पर काटकर बनाये गए बौद्ध स्मारक हैं, जिन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। अगर आप इतिहास को जानने के बारे में या ऐतिहासिक चीज़ों को देखने का शौक रखते हैं, तो अजंता गुफा की यात्रा करना आपके लिए बहुत ही आनंदमय साबित हो सकता हैं। इन गुफाओं की कलाकारी और सुंदरता आपके मन को शांति और सुख का एहसास कराएगी। आइये आपको अजंता की गुफाओं के बारे में कुछ खास बाते बताते हैं। • • • • • • • • • • • • • 1. अजंता की गुफाएँ कहाँ स्थित है – Ajanta Caves Kaha Par Hai In Hindi अजंता की गुफाएँ 30 चट्टानों को काटकर बनाई गई बौद्ध गुफा स्मारक हैं जो कि दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर लगभग 480 ई.पू. से भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के पास ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है। 2. अजंता की गुफा का इतिहास – Who Built Ajanta Caves And Ajanta Caves History In Hindi अजंता की गुफाएं मुख्य रूप बौद्ध गुफा है, जिसमें बौद्ध धर्म की कला कृतियाँ है। इन गुफाओं का निर्माण दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में सातवाहन और इसके बाद वाकाटक शासक वंश क...

अजंता की गुफ़ाएं

[[chitr:Ajanta-Caves-1.jpg|ajanta ki gufaean, vivaran ajanta ki guphaean rajy zila nirman kal dvitiy shatabdi sthapana bhaugolik sthiti marg sthiti mejar rajy rajamarg se 102 kimi ki doori par sthit hai. prasiddhi ajanta ki prasiddh guphaoan ke chitroan ki chamak hazar se adhik kaise pahuanchean havaee jahaz, rel, bas adi se pahuancha ja sakata hai. jalagaanv havaee adda aurangabad siti bas, taiksi kya dekhean kahaan thaharean hotal, dharmashala, atithi grah es.ti.di. kod 2432 e.ti.em lagabhag sabhi sanbandhit lekh mukhy akarshan aanjata ki gufaoan ka mukhy akarshan bhitti chitrakari hai. in chitroan mean bauddh dharmik akhyanoan aur devataoan ka jitani prachurata aur jivantata ke sath chitran kiya gaya hai, vah bharatiy kala ke kshetr mean advitiy hai. any janakari adyatan‎ 16:39, 6 navambar 2011 (IST) chattanoan ko katakar banae ge bauddh gufa mandir v math, lagabhag tis gufaoan ke is samooh ki khudaee pahali shatabdi ee. poo. aur satavian shatabdi ke bich do roopoan mean ki gee thi- chaity (mandir) aur vihar (math). yadyapi in mandiroan ki Ajanta Caves, Aurangabad]] ajanta ki guphaean sahyadri ki pahadi़yoan par sthit in 30 guphaoan mean lagabhag 5 prarthana bhavan aur 25 bauddh math haian. in guphaoan ki khoj armi aauphisar j aaun smith v unake dal dvara sanh 1819 mean ki gee thi. ve yahaan shikar karane ae the, tabhi unhean katarabaddh 29 guphaoan ki ek shrriankhala nazar aee aur is tarah ye guphaean prasiddh ho gee. gho de ki nal ke akar mean nirmit ye guphaean atyan...