अजमेर शरीफ का काला सच

  1. Ajmaer Rape Case Ajmer Sharif Dargah Khadim Farooq Chisti And Nafis Chisti Rape More Than 300 Young And Minor Girls Know Crime Files Of Ajmer Blackmail Case
  2. अजमेर शरीफ़
  3. अजमेर शरीफ दरगाह
  4. अजमेर शरीफ दरगाह राजस्थान घूमने की पूरी जानकारी
  5. क्या है अजमेर शरीफ में चमकती 'अलौकिक रोशनी' का सच ?..the truth of 'supernatural light' shining in Ajmer Sharif
  6. अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार के नाम पर वायरल यह दावा है भ्रामक


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Ajmaer Rape Case Ajmer Sharif Dargah Khadim Farooq Chisti And Nafis Chisti Rape More Than 300 Young And Minor Girls Know Crime Files Of Ajmer Blackmail Case

Ajmer Rape Case: 21 अप्रैल 1992 को राजस्थान के अजमेर में रोज जैसा ही माहौल था, लेकिन उस दिन जो हुआ, उसके लिए कोई तैयार नहीं था. दरअसल, एक स्थानीय अखबार दैनिक नवज्योति में अजमेर में चल रहे एक सेक्स स्कैंडल का खुलासा होता है. ये 90 के दशक के उस दौर की बात थी, जब मोबाइल, इंटरनेट, न्यूज चैनलों का भारत में ठीक से आगमन भी नहीं हो पाया था. कुछ बड़े लोगों के घरों में ही लैंडलाइन के फोन हुआ करते थे. दैनिक नवज्योति में खबर छपी कि अजमेर में लंबे समय से एक सेक्स स्कैंडल को अंजाम दिया जा रहा है. कुछ लोगों का एक ग्रुप स्कूल में पढ़ने वाली कम उम्र की लड़कियों का सामूहिक बलात्कार कर रहे हैं. हालांकि, इस खबर पर लोगों को भरोसा नहीं हुआ, क्योंकि न किसी लड़की ने खुलकर आरोप लगाए थे और न ही पुलिस में किसी ने शिकायत दर्ज की थी. इसके कुछ दिनों बाद 15 मई को फिर से एक खबर प्रकाशित हुई, जिसमें इन लड़कियों की धुंधली तस्वीरें भी छापी गई थीं. लड़कियों की इन तस्वीरों में कुछ लोग उनके साथ आपत्तिजनक हालत में नजर आ रहे थे. दो दिनों तक लगातार ये तस्वीरें दैनिक नवज्योति अखबार में प्रकाशित हुईं और इस खबर ने अजमेर में तूफान ला दिया था. कहा जाता है कि ये खबर सामने आने के बाद तत्कालीन सीएम भैरो सिंह शेखावत की कुर्सी तक हिल गई थी. हर रोज नई तस्वीरें सामने आने लगीं और इन तस्वीरों की जीरॉक्स कॉपियां भी लोगों के बीच बंटने लगीं. किसी ने इसे अजमेर गैंगरेप कांड, तो किसी ने अजमेर ब्लैकमेल कांड करार दिया. लड़कियों के यौन शोषण का आरोप अजमेर दरगाह के खादिमों के परिवार पर कहा जाता है कि अजमेर ब्लैकमेल कांड में स्कूल-कॉलेज की 300 से ज्यादा लड़कियों का यौन शोषण किया गया था. जिसका आरोप शहर के सबसे रईस और ताकतवर खानदानों में से...

अजमेर शरीफ़

अनुक्रम • 1 दरगाह • 2 मक़बरा ख़्वाजा हुसैन अजमेरी • 3 इन्हें भी देखें • 4 सन्दर्भ दरगाह [ ] अजमेर दरगाह का निर्माण [ मक़बरा ख़्वाजा हुसैन अजमेरी [ ] ख्वाजा हुसैन चिश्ती अजमेरी اُردُو:- خواجه حسین English:- Khwaja Husain Ajmeri आपको शैख़ हुसैन अजमेरी और मौलाना हुसैन अजमेरी, ख्वाजा हुसैन चिश्ती के नाम से भी जाना जाता है, ख्वाजा हुसैन अजमेरी

अजमेर शरीफ दरगाह

• इतिहास • घूमने के स्थान • कैसे पहुंचा जाये अजमेर शरीफ मुस्लिम समुदाय के एक बहुत ही सम्मानित सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती का एक सूफी दरगाह है। राजस्थान के अजमेर में स्थित इस मंदिर में कब्र है ( मकबरा) संत चिश्ती के। दरगाह अजमेर या ख्वाजा ग़रीबनवाज़ दरगाह अजमेर एक पवित्र स्थान है जहाँ हवा में दिव्यता का अनुभव किया जा सकता है। सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की पवित्र सूफी दरगाह (मंदिर) में न केवल मुस्लिम अनुयायी बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी आते हैं। इसके अलावा, दुनिया भर से सामान्य तौर पर पर्यटक भी यहां आते हैं। किंवदंती है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती फारस से भारत आए और गरीबों और वंचितों की मदद करने और उनका समर्थन करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। दरगाह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का अंतिम विश्राम स्थल है और माना जाता है कि इसे मुगल बादशाह हुमायूं ने बनवाया था। दरगाह के परिसर के अंदर का माहौल इतना दिव्य है कि व्यक्ति जीवन की चिंताओं को भूलकर इस पल का आनंद लेने के लिए बाध्य है। अजमेर शरीफ दरगाह की यात्रा के लिए वर्ष का कोई भी समय अच्छा है, अगर गर्मी आपके लिए चिंता का विषय है तो अक्टूबर से मार्च के बीच के महीने आपके लिए उपयुक्त रहेंगे। इस समय के दौरान, घूमने और पूरी तरह से जगह का पता लगाने के लिए मौसम सुखद होता है। मार्च के बाद गर्मियों में अजमेर शरीफ जाने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। अजमेर शरीफ दरगाह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह प्रसिद्ध में से एक है अजमेर में घूमने की जगह परिवार सहित। अजमेर शरीफ का इतिहास हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को भारत में इस्लाम का संस्थापक माना जाता है। उन्होंने देश में इस्लाम की शिक्ष...

अजमेर शरीफ दरगाह राजस्थान घूमने की पूरी जानकारी

5/5 - (2 votes) Ajmer Sharif Dargah In Hindi : अजमेर शरीफ दरगाह यानि मोइनुद्दीन चिश्ती का मकबरा भारत में न केवल मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र स्थान है। अजमेर शरीफ दरगाह भारत के राजस्थान राज्य के अजमेर शहर में स्थित है, जिसकी अपनी एक अलग मान्यता है। मकबरे के सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के बारे में कहा जाता है कि उनके पास कई अदभुद शक्तियाँ थी, जिसकी वजह से आज भी दूर-दूर से लोग उनकी दरगाह पर दुआ मांगने के लिए आते हैं। अजमेर शरीफ दरगाह के बारे में कहा जाता है कि जो भी यहां पर सच्चे दिल कुछ भी मांगता है तो उसकी दुआ जरुर कबूल होती है। मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह राजस्थान का सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। बताया जाता है कि मोइन-उद-दीन चिश्ती एक ऐसे महान सूफी संत थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था। इस दरगाह की मान्यता की वजह से हर साल लाखों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं। अगर आप अजमेर शरीफ की दरगाह के बारे में अन्य जानकारी चाहते हैं तो इस लेख को जरुर पढ़ें, जिसमे हम आपको दरगाह का इतिहास और जाने के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं – 1. अजमेर शरीफ दरगाह का इतिहास – Ajmer Sharif Dargah History In Hindi अजमेर शरीफ दरगाह, गरीब नवाज मोइन-उद-दीन चिश्ती की कब्र होने की वजह से सद्भाव और आध्यात्मिकता का एक आदर्श प्रतीक है। यह जगह शांति की तलाश करने वालों के लिए एक दम आदर्श जगह है। बताया जाता है कि जब सूफी संत 114 बर्ष के हो गए थे तो उन्होंने प्रार्थना करने के लिए छह दिनों के लिए खुद को बंद कर लिया और अपने नश्वर शरीर त्याग दिया था, जिसके कारण अंततः उनके सम्मान में इस पवित्र दरगाह का निर्माण किया गया था। हजरत ख...

क्या है अजमेर शरीफ में चमकती 'अलौकिक रोशनी' का सच ?..the truth of 'supernatural light' shining in Ajmer Sharif

highlights • हजरत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में दिखा साक्षात चमत्कार • न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच • पड़ताल में गलत साबित हुआ वीडियो में किया जा रहा दावा New delhi: सोशल मीडिया पर अजमेर शरीफ़ दरगाह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है... वीडियो में दरगाह के ऊपर एक रहस्यमयी रोशनी चमकती हुई दिखाई दे रही है...ये रोशनी कुछ देर तक इसी तरह चमकती रहती है, फिर अचानक मछली की आकृति लेकर दरगाह के गुंबद में समा जाती है. दावा किया जा रहा है कि इस रोशनी के जरिए हजरत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है. कुछ लोग इसे चमत्कार बता रहे हैं तो कुछ विजुअल इफेक्ट का कमाल कह रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए मोहम्मद अजमत नाम के यूजर ने लिखा..."अजमेर शरीफ़ दरग़ाह पर हुआ चमत्कार, कैमरे में कैद हुआ". पड़ताल अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार के दावे पहले भी किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया में एक वीडियो भी वायरल है. इसलिए हमने वीडियो की पड़ताल की...लेकिन पड़ताल के दौरान वीडियो में शक की कई वजह दिखाई दी... शक की पहली वजह वीडियो के 12वें सेकंड में आसमान में रोशनी चमकने लगती है, लेकिन नीचे मौजूद लोग इसकी तरफ नहीं देखते, अगर हकीकत में कोई रोशनी चमकी होती तो लोगों की नज़र उसकी तरफ जरूर जाती. शक की दूसरी वजह आसमान में जब रोशनी दरगाह के गुंबद की तरफ बढ़ती है तो दरगाह के आसपास एक धुंधली छवि दिखती है, जिससे शक होता है कि इसे स्पेशल इफेक्ट्स की मदद से बनाया गया है. Miracle in Ajmer Sharif Dargah caught by Camera — MOHAMAD AZMAT (@AzmatMohamad) शक को दूर करने के लिए हमने एक विजुअल एक्सपर्ट शैलेंद्र पुलांडे की मदद ली...तो उन्होंने वीडियो को देखते ही बता दिया कि वीड...

अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार के नाम पर वायरल यह दावा है भ्रामक

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार देखने को मिला है. वायरल दावे को भारत अनेकता में एकता के सिद्धांत पर चलने वाला एक ऐसा देश (Nation State) है, जहां विभिन्न धर्म, मत, सम्प्रदाय तथा संस्कृतियों को मानने वाले लोग एक साथ रहते हैं. भारतीय संविधान के हालांकि, देश की सर्वोच्च अदालत, जिसे सुप्रीम कोर्ट के नाम से जाना जाता है, उसने कई मामलों में संविधान के अनुच्छेदों 25 एवं 26 के इतर सामाजिक न्याय एवं समता के आधार पर अपना फैसला सुनाया है. इसी क्रम में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें Fact Check/Verification अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार के नाम पर शेयर किये जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए, हमने ‘अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार’ कीवर्ड की सहायता से यूट्यूब सर्च किया. इस प्रक्रिया में हमें कई ऐसे यूट्यूब वीडियो प्राप्त हुए, जो कि किसी चमत्कार के फलस्वरूप दरगाह के ऊपरी गुम्बद में एक अनोखी चीज के प्रवेश का दावा करते हैं. उपरोक्त सर्च परिणामों में हमे...