Akarkara ke fayde

  1. akarkara ke fayde
  2. अकरकरा
  3. दांत दर्द और सिर दर्द में राहत देता है अकरकरा, जानिए इसके 5 फायदे
  4. 10 दिन तक रोजाना 3 इलायची खाने से कुछ ऐसा हुआ की आप चौंक जायेंगे!! Elaichi Ke Fayde
  5. Safed Musli: Benefits, Formulation, Uses, Dosage, And Side Effects
  6. अश्वगंधा शतावरी और सफेद मूसली के फायदे
  7. अकरकरा के 10 फायदे, उपयोग और नुकसान


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akarkara ke fayde

Table of Contents • 1 अकलकरा | akarkara • 1.1 अकलकरा के अन्य भाषाओं में नाम • 1.2 प्राप्ति स्थान • 1.3 पौधे की पहचान किस प्रकार करें? • 1.4 औषधीय गुण • 1.5 रोग अनुसार उपयोग • 1.6 स्नायु रोग में अकरकरा का सेवन • 1.7 मिर्गी में अकरकरा का सेवन • 1.8 ज्वर और खांसी में अकरकरा का सेवन • 1.9 अतिसार में अकरकरा का सेवन • 1.10 यौन इंद्रिय दुर्बलता में अकरकरा का सेवन • 1.11 उपदंश में अकरकरा का सेवन • 1.12 अकलकरा के दिव्य गुण • 1.13 सावधानियां यह दिव्य औषधि अकलकरा के अन्य भाषाओं में नाम हिंदी में अकलकरा, संस्कृत में आकल्लक, गुजराती में अक्कलकरी, मराठी में अकल्लकारा, बंगाली में अकोरकोरा, तेलुगु में अक्करकरम, अरबी में आकरकरहा, अंग्रेजी में पेलिट्री रूट Pellitri Route कहा जाता है। प्राप्ति स्थान यह दिव्य औषधि भारत के कुछ हिस्सों में पाई जाती है और अफ्रीका के वनों में पाई जाती है। पौधे की पहचान किस प्रकार करें? बारिश शुरू होते ही इस पौधे का जन्म होता है। इसकी डाली रोयेंदार होती हैं। इसके पौधे 1 फुट के लगभग बड़े होते हैं। इस पौधे की छाल मोटी और भूरी होती है। जोड़ दो से 4 इंच लंबी और पौन इंच मोटी होती है। यह औषधि 7 वर्ष तक अपना गुण बनाए रखती है। औषधीय गुण उष्ण वीर्य, बलदायी, चरपरा, वायुनाशक, फेफड़े को हानि पहुंचाने वाली। तीसरे दर्जे का रुक्ष। रोग अनुसार उपयोग इसका उपयोग विभिन्न रोगों में किया जाता है। आईए अब प्रत्येक रोग पर चर्चा करते हैं। स्नायु रोग में अकरकरा का सेवन स्नायु रोग से संबंधित सभी रोगों में जैसे लकवा आदि के उपचार में इसका सेवन किया जाता है। इसके पत्तों का 5 रत्ती के बराबर रस लेते हैं। मिर्गी में अकरकरा का सेवन रूमी मस्तगी एवं अकरकरा के पत्तों के रस को समान मात्रा में लेकर खरल ...

अकरकरा

अकरकरा के फायदे, akarkara ke fayde आयुर्वेदिक ग्रंथों में खासकर मध्यकालीन ग्रंथों में इसे आकारकरभ नाम से वर्णित किया गया है जिसे हिंदी में अकरकरा भी कहा जाता है।अंग्रेजी में इसी वनस्पति का नाम पेलिटोरी है।इस वनस्पति का प्रयोग ट्रेडीशनल एवं पारंपरिक चिकित्सकों द्वारा दांतों एवं मसूड़े से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने हेतु सदियों से किया जाता रहा है| इस पौधे के सबसे अधिक महत्वपूर्ण भाग इसके फूल एवं जडें हैं।जब इसके फूलों एवं पत्तियों को चबाया जाता है तो यह एक प्रकार से दाँतों एवं मसूड़ों में सुन्नता उत्पन्न करता है। इसके फूल इसके सबसे महत्वपूर्ण भाग हैं।यूँ तो इसे मूल रूप से ब्राजील एवं अफ्रीका से आयी वनस्पति माना जाता है लेकिन यह हर प्रकार के वातावरण चाहे वो उष्णता हो या शीतकालीन में उगने वाली वनस्पति है।इस पौधे की विशेषता इसके फूलों का विशिष्ट आकार है जो कोन यानि शंकु के आकार के होते हैं।पत्तियों का प्रयोग त्वचा रोग में भी किया जाता है। जानिए विभिन्न रोगों में अकरकरा से उपचार सफेद दाग (श्वेतकुष्ठ) में अकरकरा :- अकरकरा के पत्तों का रस निकालकर श्वेत कुष्ठ पर लगाने से कुष्ठ थोड़े समय में ही अच्छा हो जाता है। सिर के दर्द में अकरकरा:- यदि सर्दी के कारण से सिर में दर्द हो तो अकरकरा को मुंह में दांतों के नीचे दबायें रखें। इससे शीघ्र लाभ होगा। बादाम के हलवे के साथ आधा ग्राम अकरकरा का चूर्ण सुबह-शाम सेवन करने से लगातार एक समान बने रहने वाला सिर दर्द ठीक हो जाता है | अकरकरा को जल में पीसकर गर्म करके माथे पर लेप करने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है। दांत रोग में अकरकरा:- अकरकरा को सिरके में घिसकर दुखते दांत पर रखकर दबाने से दर्द में लाभ होता है। अकरकरा और कपूर को बराबर की मात्रा में पीसकर...

दांत दर्द और सिर दर्द में राहत देता है अकरकरा, जानिए इसके 5 फायदे

डायबिटीज मरीजों के लिए अकरकरा रामबाण होती है. अकरकरा के इस्तेमाल से शरीर के दर्द से राहत मिलती है. अकरकरा इम्यूनिटी बढ़ने में भी फायदेमंद होती है. Benefits of Akarkara : ऐसे कई पौधे हैं, जिनका प्रयोग कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों से निपटने के लिए किया जाता है. उन्हीं में से एक पौधा अकरकरा का है. अकरकरा औषधीय गुणों से भरपूर होता है जिसकी जड़ों और पत्तियों में एलक्लॉइड, क्यूमरीन, फ्लेवोनॉयड्स और टैनिन के साथ साथ स्टेरल्स भी अच्छी मात्रा पाया जाता है, जिनका काम शरीर दर्द, तनाव, जैसी परेशानियों से निदान दिलाना होता है. अकरकरा और उससे होने वाले फायदों के बारे में काफी कम लोग जानते हैं, लेकिन इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और अमीनो एसिड कई गंभीर शारीरिक परेशानियों से छुटकारा पाने में सहायक हैं, जिनके इलाज के लिए लोगों को जगह जगह भटकना पड़ता है. यही कारण है की इसका आयुर्वेद और हर्बल दोनो में दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है. अकरकरा के प्रयोग से दांत दर्द और सिर दर्द में राहत के साथ साथ कई अन्य फायदे हैं, आइए जानते हैं – अकरकरा के फायदे : इम्यूनिटी बढ़ाए – डायबिटीज में फायदेमंद – अकरकरा की जड़ों का औषधि के रूप में प्रयोग डायबिटीज की परेशानी से जूझ रहे लोगों के लिए रामबाण साबित हो सकता है, अकरकरा डायबिटीज में बॉडी में ब्लड लेवल कम करने और कंट्रोल करने में सहायक है. घाव भरने में सहायक – अकरकरा के पौधे में मौजूद बैक्टीरिया को मिटाने वाले एलिमेंट्स किसी प्रकार के भी घाव भर सकते हैं, अकरकरा से घाव के साथ साथ सूजन से भी राहत पाया जा सकता है. प्रजनन की क्षमता बढ़ाए – अकरकरा की जड़ों का सेवन प्रजनन की शक्ति बढ़ाने में सहायक होती है. अनसाईक्लस अकरकरा के प्रभाव से कामइच्छा और प्र...

10 दिन तक रोजाना 3 इलायची खाने से कुछ ऐसा हुआ की आप चौंक जायेंगे!! Elaichi Ke Fayde

इलाइची खाने के फायदे, लाभ और औषधीय गुण इन हिंदी नमस्कार दोस्तों, अगर में आपसे प्रश्न करू की क्या कभी आपने इलायची खायी है। तो इसके लिए आपका जवाब हाँ ही होगा। परन्तु अगर में आपसे प्रश्न करू की क्या आप इलायची खाली पेट खाने से क्या होता है। तो शायद इस बात के लिए आपका जवाब ना होगा। क्योंकि खाली पेट इलायची खाने के फायदे बहुत कम लोग जानते है। आज हम आपको खाली पेट इलाचयी के वो फायदे बताने जा रहे है। जो आपकी जिंदगी में रंग भर देंगे आइए जानते है क्या होता है खाली पेट इलायची खाने से और क्या होते है इसके फायदे आइए जानते है विस्तार से – आइये जानें elaichi ke fayde, elaichi ki taseer in hindi, elaichi ke nuskhe, elaichi ke gun, इलाइची खाने के फायदे औषधीय गुण, Elaichi Khane Ke Fayde In Hindi, छोटी इलायची बड़ी इलायची के फायदे व नुकसान,cardamom benefits in hindi, elaichi benefits in hindi। ■ मुंह जीभ और होठों के छालों का इलाज के 10 आसान घरेलू नुस्खे सुबह खाली पेट इलायची खाने के फ़ायदे Khali Pet Elaichi Khane Ke Fayde In Hindi 1. एक्स्ट्रा फैट घटाए और मोटापे को कंट्रोल करे (Cardamom For Weight Loss In Hindi) यदि आप भी अपने मोटापे से परेशान हो चुके है या फिर आपका बेली फैट कम होने का नाम नही ले रहा है तो यह खबर आपके लिए है। आपको करना बस इतना है, आप हर रोज सुबह जब भी उठे उस ही समय खाली पेट 2 इलायची अपने मुहं में डाल ले। ऐसा करने से 7 दिन के अंदर आपका फैट आपको कम होते नज़र आएगा। हम आपको बता दे की इलायची के अंदर सबसे अधिक मात्रा में सोडियम पाया जाता है। जो इंसान के बढ़ते मोटापे को कंट्रोल करने में सबसे लाभकारी होता है। 2. भूख बढ़ाएँ कितनी ही बार आपने देखा होगा की आपको भूख लगना बहुत कम हो जाती है।...

Safed Musli: Benefits, Formulation, Uses, Dosage, And Side Effects

Musli, commonly known as Safed Musli is a rare Indian herb and also a popular magical folk remedy that has immense healing properties. Famed for its powerful aphrodisiac and adaptogenic effects, this herb is extensively used in all types of healing procedures, be it Ayurveda, Siddha, Unani, Homeopathy or Chinese medicines for boosting libido, curing sexual weakness, treating What Is Safed Musli? Musli which goes by the botanical name Chlorophytum Borivilianum belongs to the Asparagaceae family. It is a tropical herb that is spread throughout the wet forests of peninsular India. The herb has erected lanceolate-shaped leaves and dense racemosus white-coloured flowers. It usually grows to a height of 1.8 ft. The holistic science of Ayurveda characterizes Musli as one of the pivotal herbs used for the Brihana Therapy, an ayurvedic treatment that includes different types of herbs, that not only enhance strength but also boosts physical performance and improves body endurance. The Brihana therapy is extremely beneficial in treating diseases like diabetes, Synonyms Of Musli: This popular aphrodisiac herb is known by several names including Safed Moosli, Indian Spider plant, Land-Calotrops, Asparagus adscendens, Dholi Musli, Swetha Musli, Taniravi Thang, Khiruva, and Shedheveli. What Are The Ayurvedic Indications Of Musli? The holistic science of Ayurveda knows this potent herb as ‘Safed Musli’. Also termed as “Indian Viagra” or “Herbal Viagra”, this herb has been used to treat va...

अश्वगंधा शतावरी और सफेद मूसली के फायदे

Ashwagandha Shatavari and Safed Musli Benefits: आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिनका उपयोग तरह-तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है। अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली इन्हीं में शामिल हैं। इन तीनों जड़ी-बूटियों को आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है। वैसे तो कई लोग अश्वगंधा खाते हैं, कई शतावरी तो कई लोग सफेद मूसली का भी सेवन करते हैं। लेकिन अगर इन तीनों को एक साथ मिलाकर लिया जाए, तो औषधीय गुण काफी बढ़ जाते हैं। आज इस लेख में हम आपको अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली को एक साथ लेने के फायदों (Ashwagandha Shatavari Safed Musli ke Fayde in Hindi) के बारे में ही बताने जा रहे हैं। अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली के फायदे-Ashwagandha Shatavari and Safed Musli Benefits अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली का सेवन हर कोई कर सकता है। ये पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। अगर आप इन तीनों को एक साथ लेते हैं, तो इससे आपकी शारीरिक कमजोरी दूर होगी। साथ ही स्टेमिना और फर्टिलिटी भी बढ़ेगी। अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली खाने से कौन-कौन से फायदे मिल सकते हैं। 1. वजन बढ़ाए अगर आप दुबले-पतले और कमजोर हैं, तो अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली का सेवन एक साथ मिलाकर कर सकते हैं। यह मिश्रण आपका वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप एक गिलास गुनगुना दूध लें। इसमें आधा-आधा चम्मच अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली मिला लें। आप इस दूध को रोजाना रात में सोते समय पी सकते हैं। रोजाना इसे लेने से आपका वजन धीरे-धीरे बढ़ सकता है। इसे भी पढ़ें- 2. महिलाओं के लिए फायदेमंद अश्वगंधा, शतावरी और सफेद मूसली का मिश्रण महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस मिश्रण को...

अकरकरा के 10 फायदे, उपयोग और नुकसान

विश्वभर में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद मानी गई हैं। इनमें अश्वगंधा, अर्जुन की छाल और मुलेठी जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, एक और जड़ी-बूटी है, जिसे शरीर के लिए फायदेमंद माना गया है। इस जड़ी-बूटी का नाम है अकरकरा। यह कई औषधीय गुणों से समृद्ध होता है, जिस वजह से इसे सेहतमंद माना जाता है। यह किस तरह से स्वास्थ्य लाभ पहुंचा सकता है और शारीरिक समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है, यह हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में विस्तार से बता रहे हैं। यहां अकरकरा के फायदे के साथ ही इसके उपयोग, सावधानियों और खुराक के बारे में भी विस्तृत जानकारी मिलेगी। विषय सूची • • • • • • • अकरकरा क्या होता है? अकरकरा बारहमासी जड़ी-बूटी है, जो हिमालयी क्षेत्र में पाई जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम एनासाइक्लस पायरेथ्रम (Anacyclus Pyrethrum) है। इस पौधे की जड़ें थोड़ी सुगंधित और स्वाद में तीखी होती हैं। अकरकरा के पौधे और जड़ को इसमें मौजूद औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। पौधे के अन्य भागों से अधिक इसकी जड़ का इस्तेमाल किया जाता है। यह जड़ कई तरह की आयुर्वेदिक दवा बनाने में काम आती है। यह शरीर के लिए किस प्रकार फायदेमंद हो सकता है, यह जानकारी हम आगे बता रहे हैं। महत्वपूर्ण जानकारी नीचे है आगे जानते हैं अकरकरा पाउडर के लाभ के बारे में। अकरकरा के फायदे – Benefits of Akarkara in Hindi अकरकरा के फायदे कई हो सकते हैं, जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। बस ध्यान दें कि अकरकरा किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि समस्या के प्रभाव को कम करने में वैकल्पिक रूप से मददगार हो सकता है। 8. हल्के चक्कर और सुस्ती को दूर करने के लिए हल्के चक्कर आना और सुस्ती से परेशान हैं, तो अकरकरा का सेवन किया जा सकत...