Akarkara ke fayde in hindi

  1. अकरकरा खाने के 10 बड़े फायदे और नुकसान
  2. अकरकरा के फायदे लाभ औषधीय गुण और नुकसान
  3. करेले के फायदे और नुकसान
  4. अकरकरा के 29 जबरदस्त फायदे व उसके दिव्य औषधीय प्रयोग
  5. अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच के बीज पाउडर के फायदे
  6. Skin Care:ककड़ी के इस्तेमाल से दूर होती हैं स्किन से जुड़ी समस्याएं, जानें कैसे कर सकते हैं उपयोग


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अकरकरा खाने के 10 बड़े फायदे और नुकसान

Akarkara Khane Ke Fayde Or Nuksan In Hindi: प्रकति ने हमें कई प्रकार के औषधीय गुणों से युक्त जड़ी बूटियां हमें मुफ्त में प्रदान की है. अश्वगंधा, मुलेठी, शतावर, शिलाजीत के बारे में तो आपने सुना ही होगा. ऐसी ही एक औषधि अकरकरा हैं. इसके गुण कई प्रकार की शारीरिक समास्याओं में हमें लाभ पहुंचाते हैं. अकरकरा हिमालयी क्षेत्र में पाई जाने वाली एक बारहमासी जड़ी बूटी हैं. इसकी जड़े स्वाद में तीखी और सुगन्धित होती हैं. दर्द मुक्ति के इस लेख में हम अकरकरा खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे. चलिए आगे पढ़ते हैं अकरकरा और इसके पाउडर के फायदे के बारे में- Table of Contents • • • • • • • • • • • • • अकरकरा खाने के फायदे – Akarkara Khane Ke Fayde In Hindi अकरकरा सेवन के कई फायदे हमारे शरीर को प्राप्त होते हैं. चलिए नीचे कुछ विशेष फायदे के बारे में जानते हैं- हिचकी आने से रोकने में मददगार अकरकरा के फायदे हिचकी की समस्या में भी मिल सकते हैं. हिचकी दूर करने के लिए आप अकरकरा के पाउडर का सेवन कर सकते हैं. इसके लिए आप एक चम्मच शहद के साथ आधा चम्मच अकरकरा पाउडर का सेवन करें. हिचकी रोकने में इसका कौन सा गुण प्रभावी हैं. इस पर अभी शोध चल रहा हैं. पाचन समस्याओं में लाभ पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आप अकरकरा का सेवन कर सकते हैं. कहते हैं कि अकरकरा कब्ज, गैस, बदहजमी की समस्या को दूर करने में कारगर औषधि हैं. एक शौध के अनुसार अकरकरा की जड़ में मुंह में लार और अन्य पाचन जूस के उत्पादन को बढ़ाने वाला प्रभाव होता हैं. मासिक धर्म की समस्या में लाभ मासिक धर्म के चक्र से महिलाओं को हर महीने गुजरना ही पड़ता ही हैं. कई महिलाओं को इस दौरान कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता...

अकरकरा के फायदे लाभ औषधीय गुण और नुकसान

अकरकरा औषधीय गुणों से भरपूर भारतीय पौधा है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक, यूनानी और अन्य जड़ी-बूटी आधारित चिकित्सा पद्धतियों में पुरुषों के रोग, सर्दी-जुकाम, अकरकरा में कामेच्छा को बढ़ाने वाले गुण होते हैं। इससेशारीरिक शक्ति भी बढ़ती है। औषधि के तौर पर मुख्य रूप से इसपौधे की जड़ का इस्तेमाल होता है।यह औषधि कई ऐसी शारीरिक परेशानियों को दूर कर सकती है, जिनके इलाज के लिए लोग परेशान होते हैं। वैसे तो अकरकरा का स्वाद कड़वा होता है, लेकिन अनेकों गुणों से भरपूर भी होता है। जानते हैं इसके फायदों के बारे में - (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • कुछ अध्ययनों के अनुसार अकरकरा की जड़ अल्काइल अमाइड, पेलिटोरिन टायरामाइन (TYRAMINE) अमाइड और आईसोब्यूटिलामाइड (ISOBUTYLAMIDES) से बना होता है। अल्काइल अमाइड में कामेच्छा को बढ़ाने वाले और तंत्रिका तंत्र को सुरक्षा प्रदान करने वाले गुण होते हैं। अकरकरा पुरुषों की समस्याओं के लिए मुख्य रूप से लाभकारी होती है। (और पढ़ें - तो आइये जानें इसके लाभ के बारे में - कई बच्चों को बड़े होने पर भी हकलाने की आदत होती है, उनकी यह समस्या दूर करने के लिए अकरकरा के मूल का चूर्ण, काली मिर्च और बहेड़ा का छिलका मिलाकर अच्छी तरह पीस लें। फिर इसकी 1 से 2 ग्राम मात्रा दिन में दो-तीन बार शहद के साथ बच्चों को दें। इससे उनके टॉन्सिल की परेशानी भी ठीक होगी। इसके अतिरिक्त इसी मिश्रण की कुछ मात्रा बच्चों की जुबान पर प्रतिदिन मलते रहें। इससे उनके तोतलापन या हकलाने की समस्या ठीक हो जाएगी। (और पढ़ें -

करेले के फायदे और नुकसान

करेला आमतौर पर अफ्रीका, एशिया और कैरीबियाई में पाया जाता है, इसका इस्तेमाल आज से लगभग600 साल पहले से ही होता आ रहा है।भारत में करेले को कई नामों से जाना जाता है। इसे हिंदी में 'करेला', तेलुगु में 'ककरकाया', तमिल में 'पावकाई', मलयालम में 'पावकाका', 'हगालकई' कन्नड़ में, गुजराती में 'करला', मराठी में 'करले' और बंगाली में 'कोरोला' कहा जाता है। करेला अपने स्वास्थ्य-लाभ के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। करेला कई स्वास्थ लाभ प्रदान करता है। यह इसमें (और पढ़ें- • • • • • • • • • • • • • • • • करेले का यह स्वास्थ्य लाभ विश्व-भर में प्रचलित है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को प्रभावित करके उसे कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा इसमें चरन्तीं (charantin), विसीने (vicine) and पॉलीपेप्टाइड-पी (polypeptide-p) नामक तीन सक्रिययौगिक होते हैं जो मधुमेह को रोकने में मदद करते हैं। यह पैंक्रियास के (और पढ़ें- रक्त-शर्करा को कम करने के लिए - • रोजाना सुबह खाली पेट आधा या एक कप करेले का जूस अवश्य पियें। • आपको रोजाना दिन में एक बार करेले से बनी हुई एक खाद्य समाग्री जरूर खानी चाहिए। myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Madhurodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को डायबिटीज के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। करेले में हिपेटिक गुण पाए जाते हैं जो लिवर के लिए अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। यह लिवर के कार्य में सुधार लाता है और रक्त को स्वच्छ करने में मदद करता है। यह लिवर में से विषाक्त प्रदार्थों को बहार निकालने में भी सक्षम है। लिवर के सुचारू रूप...

अकरकरा के 29 जबरदस्त फायदे व उसके दिव्य औषधीय प्रयोग

अकरकरा के फायदे : Akarkara Khane ke Fayde सामान्य परिचय : ★ अकरकरा का पौधा अल्जीरिया में सबसे अधिक मात्रा में पैदा होता है। भारत में यह कश्मीर, आसाम, बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में, गुजरात और महाराष्ट्र आदि की उपजाऊ भूमि में कहीं-कहीं उगता है। ★ वर्षा के शुरू में ही इसका झाड़ीदार पौधा उगना प्रारंभ हो जाता है। ★ अकरकरा का तना रोएन्दार और ग्रंथियुक्त होता है। ★ अकरकरा की छाल कड़वी और मटमैले रंग की होती है। ★ इसके फूल पीले रंग के गंधयुक्त और मुंडक आकर में लगते हैं। ★ जड़ 8 से 10 सेमी लंबी और लगभग 1.5 सेमी चौड़ी तथा मजबूत और मटमैली होती है। रंग : अकरकरा ऊपर से काला और अंदर से सफेद होता है। स्वाद : इसका स्वाद तेज, चरपरा, ठंडा, चुनचुनाहट पैदा करने वाला होता है। प्रकृति :अकरकरा की प्रकृति गरम और खुश्क होती है। गुण : ★ अकरकरा कडु़वी, रूक्ष, तीखी, प्रकृति में गर्म तथा कफ और वातनाशक है। ★ इसके अलावा यह कामोत्तेजक , धातुवर्द्धक (वीर्य को बढ़ाने वाला), रक्तशोधक (खून को साफ करने वाला), शोथहर (सूजन को कम करने वाला), मुंह दुर्गंधनाशक (मुंह की बदबू) को नष्ट करना), दन्त रोग, हृदय की दुर्बलता (दिल की कमजोरी), बच्चों के दांत निकलने के समय के रोग, तुतलाहट, हकलाहट, रक्तसंचार (शरीर में खून के बहाव) को बढ़ाने में भी गुणकारी हैं। हानिकारक प्रभाव : ★ अकरकरा का बाहृय प्रयोग अधिक मात्रा में करने से त्वचा का रंग लाल हो जाता है तथा उस पर जलन होती है। ★ यदि इसका सेवन आन्तरिक रूप से अधिक किया गया हो तो इससे- नाड़ी की गति बढ़ना, दस्त लगना, जी मिचलाना, उबकाई आना, बेहोशी छाना, रक्तपित्त आदि दुष्प्रभाव पैदा हो जाते हैं। ★ फेफड़ों के लिए भी यह हानिकारक होता है, क्योंकि इससे उनकी गति बढ़ जाती है। इसे भी पढ़े : ...

अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच के बीज पाउडर के फायदे

Ashwagandha Safed Musli Shatavari Kaunch Beej Powder Benefits in Hindi: आयुर्वेद में किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। इन्हीं में अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीज भी शामिल हैं। वैसे तो इन सभी के अपने-अपने औषधीय गुण होते हैं, जो बीमारियों का इलाज करने में मदद करते हैं। लेकिन आप चाहें तो अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच को एक साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। आप इन सभी को पाउडर के रूप में ले सकते हैं। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच के बीज खाने से क्या होता है? या फिर अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच बीज पाउडर के फायदे क्या हैं? ( Ashwagandha Safed Musli Shatavari Kaunch Beej Powder Benefits) अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच बीज पाउडर के फायदे कमजोरी दूर करे अगर आपको हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है, तो आप अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीजों का पाउडर ले सकते हैं। रोजाना इस मिश्रण को लेने से आपको पूरी ताकत मिलेगी। कमजोरी और थकान दूर होगी। इसके लिए आप इसका सेवन लगातार एक महीने तक कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें- पौरुष स्वास्थ्य में सुधार करे जिन पुरुषों को यौन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं, उनके लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीज फायदेमंद हो सकते हैं। इन सभी को एक साथ मिलाकर लेने से पुरुषों के स्पर्म काउंट में वृद्धि हो सकती है, साथ ही उनकी गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है। इसके अलावा अगर आपको यौन स्वास्थ्य से जुड़ी कोई अन्य समस्या है, तो भी रात को अश्वगंधा शतावरी सफेद मूसली और कौंच के बीजों का सेवन कर सकते हैं। वजन...

Skin Care:ककड़ी के इस्तेमाल से दूर होती हैं स्किन से जुड़ी समस्याएं, जानें कैसे कर सकते हैं उपयोग

Skin Care: गर्मियों का मौसम चल रहा है। जिसमें चिलचिलाती धूप और दिन में चलने वाली धूल भरी आंधी सीधा स्किन से जुड़ी परेशानियों को जन्म देती है। ऐसे में गर्मी में स्किन का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इस मौसम में शरीर को हाइड्रेट करना बेहद जरूरी होता है। जिसके चलते लोग अपनी डाइट में मौसमी फल शामिल कर लेते हैं। खीरा और ककड़ी गर्मियों का सेवन काफी फायदेमंद होता है। पर, क्या आप जानते हैं ककड़ी का इस्तेमाल करने से आपकी स्किन भी ग्लो कर सकती है। दरअसल, पानी से भरपूर ककड़ी में विटामिन ए, सी, के, पोटेशियम, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट और कई तरह के न्यूट्रिशनल तत्वों के कारण यह हमारी स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। जिसकी वजह से ये आपके शरीर को अंदर से तो हेल्दी बनाती ही है, साथ में इसके इस्तेमाल से आप स्किन केयर भी कर सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको स्किन केयर में ककड़ी का इस्तेमाल करने के फायदे बताएंगे।