अकबर का जन्म

  1. कौन थे अकबर के नवरत्न और दरबार में क्या थी उनकी उपाधि, जानें
  2. महान अकबर का जीवन परिचय
  3. अकबर के बारे में पूरी जानकारी
  4. Akbar Biography in Hindi
  5. जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर का इतिहास
  6. akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास)
  7. महान अकबर का जीवन परिचय
  8. akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास)
  9. Akbar Biography in Hindi
  10. अकबर के बारे में पूरी जानकारी


Download: अकबर का जन्म
Size: 7.66 MB

कौन थे अकबर के नवरत्न और दरबार में क्या थी उनकी उपाधि, जानें

मुगल काल में अकबर सबसे प्रसिद्ध शासक रहा है, जिसने अपने शासन के समय कई बदलाव किए। साथ ही वह अपने साथ अपने नौ रत्नों को भी रखता था, जो उसे न्यायिक, आर्थिक, धार्मिक और सामाजिक मामलों में सलाह देने का काम करते थे। कुछ परीक्षाओं में अकबर के नवरत्नों के बारे में पूछ लिया जाता है। ऐसे में इस लेख में दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी हो सकती है। यदि अकबर के नवरत्नों के नाम का उल्लेख न किया जाए, तो अकबर की कहानी अधूरी रहेगी। अकबर के नवरत्न इस प्रकार थे: राजा बीरबल, मियां तानसेन, अबुल फजल, फैजी, राजा मान सिंह, राजा टोडर मल, मुल्ला दो पियाजा, फकीर अजियाओ-दीन और अब्दुल रहीम खान-ए-खाना। इस लेख के माध्यम से हम अकबर के प्रत्येक नवरत्न के बारे में जानेंगे। राजा बीरबल 1.उनका असली नाम महेशदास था और राजा बीरबल नाम अकबर ने दिया था। 2.वह अकबर के मुगल दरबार में एक महान गायक और कवि थे। वह संस्कृत, फारसी और हिन्दी भाषाओं के ज्ञाता थे। 3. उन्होंने अकबर को सैन्य और प्रशासनिक सेवाएं भी दीं और उत्तर-पश्चिम भारत में अफगानी जनजातियों के बीच फैली अशांति को शांत करते हुए युद्ध में उनकी मृत्यु हो गई। तानसेन 1. रामतनु उनका जन्म नाम था और पहले के दिनों में वह स्वामी हरिदास के शिष्य थे और बाद में उन्होंने हजरत मुहम्मद गौस से संगीत सीखा । 2. वह अकबर के दरबार में एक संगीतकार थे और उन्हें उनकी महाकाव्य ध्रुपद रचनाओं के लिए याद किया जाता है , जिसमें कई नए राग रचे गए, साथ ही संगीत पर दो क्लासिक पुस्तकें - श्री गणेश स्तोत्र और संगीता सारा लिखी गईं । अबुल फजल 1. उनका असली नाम शेख अबू अल-फ़ज़ल इब्न मुबारक था, जिसे अबू-फ़ज़ल और अबू-अल-फजल 'अल्लामी के नाम से भी जाना जाता है । 2. वह अकबरनामा और आईन-ए-अकबरी के लेखक थे । उन...

महान अकबर का जीवन परिचय

महान अकबर का जीवन परिचय(Biography of King Akbar in Hindi) जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर , जिसे अकबर महान के नाम से भी जाना जाता था. यह बाबर और हुमायूं के बाद मुगल सम्राट के तीसरे सम्राट के रूप में उभर के सामने आए. अकबर नसीरुद्दीन हुमायु के पुत्र थे. अकबर जैसे महान योद्धा ने 1556 ई. में मात्र 13 वर्ष की आयु में सम्राट के रूप में उत्तराधिकारी का पदभार संभाला. अपने पिता की गंभीर अवस्था के दौरान सम्राट अकबर ने धीरे-धीरे मुगल समराज के सीमा को बढ़ाना शुरू किया , जिसमें लगभग सभी भारतीय उपमहाद्वीप भी शामिल थे. उन्होंने अपनी सैन्य, राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रभु तत्व के बल पर पूरे देश में अपनी शक्ति और अपने प्रभाव को बढ़ाया. उन्होंने अपने अच्छे प्रशासन के लिए एक केंद्रीकृत प्रणाली की स्थापना की और विवाह गठबंधन और कूटनीति जैसी नीतियों को स्वीकार किया. उनकी धार्मिक नीतियों के कारण उन्होंने अपने गैर-मुस्लिम लोगों का दिल जीता और उनका उनको पूरा समर्थन मिला. वह मुगल राजवंश के सबसे महान सम्राटों में से एक थे और उन्होंने कला और संस्कृति के लिए अपने संरक्षण का विस्तार किया. वे साहित्य के बहुत शौकीन थे, और उन्होंने कई भाषा में साहित्य का समर्थन किया. इस प्रकार अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान एक बहु सांस्कृतिक समराज की नींव रखी थी. परिचय बिंदु ( Introduction Points) परिचय ( Introduction) पूरा नाम ((Full Name) अबुल-फतह जलाल-उद्दीन मोहम्मद अकबर जन्म दिन(Birth Date) 15 अक्टूबर 1542 जन्म स्थान (Birth Place) अमरकोट सिंध पेशा (Profession) योद्धा मुगल सम्राट राजनीतिक पार्टी (Political Party) – राष्ट्रीयता (Nationality) भारतीय उम्र (Age) 63 वर्ष गृहनगर (Hometown) अमरकोट सिंध धर्म (Religion) इस्लाम, दीन...

अकबर के बारे में पूरी जानकारी

अकबर के बारे में पूरी जानकारी, जन्म, इतिहास, शासन काल, किला, युद्ध, धार्मिक नीति, नवरत्न, प्रख्यात गायक, किसने मारा था, मृत्यु कैसे हुई, मृत्यु कब हुई थी, अकबर का मकबरा, पत्नी, बच्चे [Information about Akbar in Hindi] अकबर के बारे में पूरी जानकारी – Information about Akbar in Hindi अकबर का पूरा नाम जलाल-उद-दीन मुहम्मद अकबर था। वह अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। तीसरा भारत के इतिहास के सबसे महान शासकों में अकबर की गिनती होती है। वे अपने सैन्य अभियानों, साम्राज्य विस्तार सहित अनेकों उपलब्धियों और धार्मिक सहिष्णुता के कारण प्रसिद्ध है। अकबर महान का जन्म 1542 में उमरकोट, सिंध (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था। वह दूसरे मुगल सम्राट हुमायूं और हमीदा बानू बेगम के बेटे थे। अपने पिता हुमायूं की आकस्मिक निधन के बाद मात्र 13 साल की उम्र में अकबर मुगल साम्राज्य का शासक बना था। उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तरी और मध्य भारत के कुछ हिस्से तक कर लिया था। उनके शासन में मुगल साम्राज्य अपनी समृद्धि और शक्ति के चरम पर थी। अनपढ़ होते हुए भी अकबर एक कुशल सैन्य रणनीतिकार थे। उन्होंने अपने बुद्धिमानी के द्वारा कई अभियानों को सफल बनाते हुए साम्राज्य का विस्तार किया। अपने शासनकाल में अकबर ने कई प्रशासनिक और आर्थिक सुधार किए। उन्हें एक केंद्रीकृत और कुशल प्रशासन स्थापित करने के लिए सिक्के, वजन और माप को मानकीकृत करने का श्रेय दिया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कर प्रणाली में सुधार किया और गैरमुस्लिमों पर लगने वाले जजीया कर को खत्म किया। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों को स्वतंत्र रूप से जीने की आजादी और अपने धर्मों का पालन करने की अनुमति दी। इस प्रकार वे अपनी समाज मे...

Akbar Biography in Hindi

जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर, जिसे अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। यह बाबर और हुमायूँ के बाद मुगल सम्राटों के तीसरे सम्राट के रूप में उभरा। अकबर नसीरुद्दीन हुमायूँ का पुत्र था। अकबर जैसे महान योद्धा ने 1556 ईस्वी में मात्र 13 वर्ष की आयु में सम्राट के रूप में पदभार संभाला। अपने पिता के महत्वपूर्ण चरण के दौरान, सम्राट अकबर ने धीरे-धीरे मुगल साम्राज्य की सीमा का विस्तार करना शुरू कर दिया, जिसमें लगभग सभी भारतीय उपमहाद्वीप शामिल थे। अपनी धार्मिक नीतियों के कारण उन्होंने अपने गैर-मुस्लिम लोगों का दिल जीत लिया और उनका पूरा समर्थन प्राप्त किया। वह मुगल वंश के महानतम सम्राटों में से एक थे और उन्होंने कला और संस्कृति को अपना संरक्षण दिया। उन्हें साहित्य का बहुत शौक था और उन्होंने कई भाषाओं में साहित्य का समर्थन किया। इस प्रकार अकबर ने अपने शासनकाल में एक बहु-सांस्कृतिक समाज की नींव रखी। • नाम अबुल-फतह जलाल-उद-दीन मोहम्मद अकबर • जन्म 15 अक्टूबर 1542 • जन्म स्थान अमरकोट सिंधी • व्यवसाय योद्धा मुगल सम्राट • राजनीतिक दल – राष्ट्रीयता भारतीय • आयु 63 वर्ष • गृहनगर अमरकोट सिंधी • धर्म इस्लाम, दीन-ए-इलाही जाति • जाति मुगल • वैवाहिक स्थिति: विवाहित • राशि – चक्र चिन्ह – बादशाह अकबर का परिवार मुगल साम्राज्य के वंश में सम्राट अकबर का जन्म हुआ था। उनके पिता नसरुद्दीन हुमायूँ थे। मात्र 13 वर्ष की आयु में उन्होंने सम्राट का पदभार ग्रहण किया। उनकी धार्मिक नीतियों के कारण उन्हें गैर-मुस्लिम लोगों का भी समर्थन मिला। बादशाह अकबर को साहित्य का बहुत शौक था और उन्होंने कई भाषाओं के साहित्य का समर्थन भी किया। अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान एक बहुसांस्कृतिक साम्राज्य की नींव रखी। उसने अपने साहस और नीतिय...

जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर का इतिहास

अकबर का परिचय • अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 ई. में हुमायुँ के प्रवास के दौरान अमर कोट में राणा वीरसाल के महल में हुआ था • अकबर की माँ का नाम हमीदा बानो बेगम था अकबर के बचपन का नाम बदरूद्दीन था अकबर का राज्यभिषेक • अकबर का राज्यभिषेक 1556 ई. में बैरम खां के संरक्षण में कलानोर में हुआ था 1560 ई. तक अकबर ने बैरम खां के संरक्षण में कार्य किया और बैरम खां को वकील नियुक्त किया गया पानीपत का द्वतीय युध्द • सिहासन पर बैठते ही अकबर ने बैरम खां की सहायता से 1556 ई. मे पानीपत के द्वतीय युध्द में हेमू विक्रमादित्य को हराया • 1561 में अकबर ने बैरम खां के संरक्षण से मुक्त होकर अपने पहले सैन्य अभियान में मालवा के शासक बाज बहादुर को पराजित किया पेटीकोट शासन क्यों कहा जाता है • 1560 से 1564 तक का जो शासन काल है उसे पेटीकोट शासन के नाम से जाना जाता है क्योंकि उस समय अकबर की धाय माँ महामअनगा उनका शासन में विशेष दखल था • उजबेग मिर्जाओं तथा यूसफजाईयों का विद्रोह • 1564 में अकबर ने जजिया कर को समाप्त कर दिया और अकबर के समय मे एक उजबेग मिर्जाओं तथा यूसफजाईयों का विद्रोह हुआ था • गुजरात विजय के दौरान अकबर सर्वप्रथम पुर्तगालीयों से मिला और यहीं सर्वप्रथम उसने समुद्र को देखा था हल्दीघाटी का युध्द • 1576 ई. के हल्दीधाटी के प्रसिध्द युध्द में अकबर के सेनापति राजामान सिंह ने मेवाड के शासक महाराजा प्रताप को पराजित किया फतेहपुर सीकरी की स्थापना • 1571में अकबर ने आगरा से 36 किलो मी. दूर फतेहपुर सीकरी नामक नगर की स्थापना की और उसमें प्रवेश के लिए बुलंद दरवाजा बनवाया बुलंद दरवाजा अकबर द्वारा गुजरात जीतने के पर बनवाया • फतेहपुर सीकरी में इबादत खाने की स्थापना • अकबर ने फतेहपुर सीकरी में धार्मिक परिचर्चा हे...

akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास)

akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) Medieval India Notes PDF /अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) जो की मध्यकालीन इतिहास का एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक होता है और इस टॉपिक से विभिन्न परीक्षाओ मैं सवाल पूछे जाते है तो हमने इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर चर्चा की है जो आपके आने वाले प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होंगे | 👉 अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को अमरकोट के राजा वीरसाल के महल में हुआ था अकबर की मां हमिदा बानो बेगम थी। इसकी (धाय माँ = माहम अनगा थी) 👉 अकबर को बचन में अस्करी ने पाला और फिर काबुल में कामरान के पास भेज दिया 1547 से अकबर हुमायूं के साथ रहने लगा अकबर की प्रथम पत्नी हिंदाल की पुत्री रूकैया थी। 👉 1555 ई. में हुमायुं जब भारत पर पुनः आक्रमण किया और मच्छीवाड़ा का युद्ध लड़ा। इस युद्ध में हुमायुं के साथ अकबर भी भाग लिया। यह युद्ध अकबर के जीवन का पहला युद्ध था। 1555 में हुमायूं ने अकबर को अपना उत्तराधिकारी बनाकर लाहौर का सूबेदार बनाया। 👉 1556 में जब हुमायूँ की मृत्यु हुई तब अकबर पंजाब का सूवेदार था। 17 दिन तक हुमायूं की मृत्यु को गुप्त रखा गया । 14 फरवरी, 1556 को पंजाब से कालानौर (गुरुदासपुर) में मिर्जा अब्बुल कासिम ने अकबर का राज्याभिषेक कराया। 👉 राज्याभिषेक के समय अकबर अल्पायु था अतः वैरम खान को अकबर का संरक्षक नियुक्त कर दिया गया। वैरन खान अकबर को लेकर आगरा की ओर बढ़ा किन्तु इससे पहले ही आदिल शाह सूरी का सेनापति हेमू आगरा पर अधिकार कर लिया। साथ ही साथ हेमू ने दिल्ली पर भी अधिकार कर लिया। हेमू दिल्ली का एक बनिया था जिसने विक्रमादित्य का उपाधि धारण किया था। 👉 दिल्ली में मुगल सेनापति तरवीव...

महान अकबर का जीवन परिचय

महान अकबर का जीवन परिचय(Biography of King Akbar in Hindi) जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर , जिसे अकबर महान के नाम से भी जाना जाता था. यह बाबर और हुमायूं के बाद मुगल सम्राट के तीसरे सम्राट के रूप में उभर के सामने आए. अकबर नसीरुद्दीन हुमायु के पुत्र थे. अकबर जैसे महान योद्धा ने 1556 ई. में मात्र 13 वर्ष की आयु में सम्राट के रूप में उत्तराधिकारी का पदभार संभाला. अपने पिता की गंभीर अवस्था के दौरान सम्राट अकबर ने धीरे-धीरे मुगल समराज के सीमा को बढ़ाना शुरू किया , जिसमें लगभग सभी भारतीय उपमहाद्वीप भी शामिल थे. उन्होंने अपनी सैन्य, राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रभु तत्व के बल पर पूरे देश में अपनी शक्ति और अपने प्रभाव को बढ़ाया. उन्होंने अपने अच्छे प्रशासन के लिए एक केंद्रीकृत प्रणाली की स्थापना की और विवाह गठबंधन और कूटनीति जैसी नीतियों को स्वीकार किया. उनकी धार्मिक नीतियों के कारण उन्होंने अपने गैर-मुस्लिम लोगों का दिल जीता और उनका उनको पूरा समर्थन मिला. वह मुगल राजवंश के सबसे महान सम्राटों में से एक थे और उन्होंने कला और संस्कृति के लिए अपने संरक्षण का विस्तार किया. वे साहित्य के बहुत शौकीन थे, और उन्होंने कई भाषा में साहित्य का समर्थन किया. इस प्रकार अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान एक बहु सांस्कृतिक समराज की नींव रखी थी. परिचय बिंदु ( Introduction Points) परिचय ( Introduction) पूरा नाम ((Full Name) अबुल-फतह जलाल-उद्दीन मोहम्मद अकबर जन्म दिन(Birth Date) 15 अक्टूबर 1542 जन्म स्थान (Birth Place) अमरकोट सिंध पेशा (Profession) योद्धा मुगल सम्राट राजनीतिक पार्टी (Political Party) – राष्ट्रीयता (Nationality) भारतीय उम्र (Age) 63 वर्ष गृहनगर (Hometown) अमरकोट सिंध धर्म (Religion) इस्लाम, दीन...

akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास)

akbar history in hindi (अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) Medieval India Notes PDF /अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है अकबर का सम्पूर्ण इतिहास) जो की मध्यकालीन इतिहास का एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक होता है और इस टॉपिक से विभिन्न परीक्षाओ मैं सवाल पूछे जाते है तो हमने इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर चर्चा की है जो आपके आने वाले प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होंगे | 👉 अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को अमरकोट के राजा वीरसाल के महल में हुआ था अकबर की मां हमिदा बानो बेगम थी। इसकी (धाय माँ = माहम अनगा थी) 👉 अकबर को बचन में अस्करी ने पाला और फिर काबुल में कामरान के पास भेज दिया 1547 से अकबर हुमायूं के साथ रहने लगा अकबर की प्रथम पत्नी हिंदाल की पुत्री रूकैया थी। 👉 1555 ई. में हुमायुं जब भारत पर पुनः आक्रमण किया और मच्छीवाड़ा का युद्ध लड़ा। इस युद्ध में हुमायुं के साथ अकबर भी भाग लिया। यह युद्ध अकबर के जीवन का पहला युद्ध था। 1555 में हुमायूं ने अकबर को अपना उत्तराधिकारी बनाकर लाहौर का सूबेदार बनाया। 👉 1556 में जब हुमायूँ की मृत्यु हुई तब अकबर पंजाब का सूवेदार था। 17 दिन तक हुमायूं की मृत्यु को गुप्त रखा गया । 14 फरवरी, 1556 को पंजाब से कालानौर (गुरुदासपुर) में मिर्जा अब्बुल कासिम ने अकबर का राज्याभिषेक कराया। 👉 राज्याभिषेक के समय अकबर अल्पायु था अतः वैरम खान को अकबर का संरक्षक नियुक्त कर दिया गया। वैरन खान अकबर को लेकर आगरा की ओर बढ़ा किन्तु इससे पहले ही आदिल शाह सूरी का सेनापति हेमू आगरा पर अधिकार कर लिया। साथ ही साथ हेमू ने दिल्ली पर भी अधिकार कर लिया। हेमू दिल्ली का एक बनिया था जिसने विक्रमादित्य का उपाधि धारण किया था। 👉 दिल्ली में मुगल सेनापति तरवीव...

Akbar Biography in Hindi

जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर, जिसे अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। यह बाबर और हुमायूँ के बाद मुगल सम्राटों के तीसरे सम्राट के रूप में उभरा। अकबर नसीरुद्दीन हुमायूँ का पुत्र था। अकबर जैसे महान योद्धा ने 1556 ईस्वी में मात्र 13 वर्ष की आयु में सम्राट के रूप में पदभार संभाला। अपने पिता के महत्वपूर्ण चरण के दौरान, सम्राट अकबर ने धीरे-धीरे मुगल साम्राज्य की सीमा का विस्तार करना शुरू कर दिया, जिसमें लगभग सभी भारतीय उपमहाद्वीप शामिल थे। अपनी धार्मिक नीतियों के कारण उन्होंने अपने गैर-मुस्लिम लोगों का दिल जीत लिया और उनका पूरा समर्थन प्राप्त किया। वह मुगल वंश के महानतम सम्राटों में से एक थे और उन्होंने कला और संस्कृति को अपना संरक्षण दिया। उन्हें साहित्य का बहुत शौक था और उन्होंने कई भाषाओं में साहित्य का समर्थन किया। इस प्रकार अकबर ने अपने शासनकाल में एक बहु-सांस्कृतिक समाज की नींव रखी। • नाम अबुल-फतह जलाल-उद-दीन मोहम्मद अकबर • जन्म 15 अक्टूबर 1542 • जन्म स्थान अमरकोट सिंधी • व्यवसाय योद्धा मुगल सम्राट • राजनीतिक दल – राष्ट्रीयता भारतीय • आयु 63 वर्ष • गृहनगर अमरकोट सिंधी • धर्म इस्लाम, दीन-ए-इलाही जाति • जाति मुगल • वैवाहिक स्थिति: विवाहित • राशि – चक्र चिन्ह – बादशाह अकबर का परिवार मुगल साम्राज्य के वंश में सम्राट अकबर का जन्म हुआ था। उनके पिता नसरुद्दीन हुमायूँ थे। मात्र 13 वर्ष की आयु में उन्होंने सम्राट का पदभार ग्रहण किया। उनकी धार्मिक नीतियों के कारण उन्हें गैर-मुस्लिम लोगों का भी समर्थन मिला। बादशाह अकबर को साहित्य का बहुत शौक था और उन्होंने कई भाषाओं के साहित्य का समर्थन भी किया। अकबर ने अपने शासनकाल के दौरान एक बहुसांस्कृतिक साम्राज्य की नींव रखी। उसने अपने साहस और नीतिय...

अकबर के बारे में पूरी जानकारी

अकबर के बारे में पूरी जानकारी, जन्म, इतिहास, शासन काल, किला, युद्ध, धार्मिक नीति, नवरत्न, प्रख्यात गायक, किसने मारा था, मृत्यु कैसे हुई, मृत्यु कब हुई थी, अकबर का मकबरा, पत्नी, बच्चे [Information about Akbar in Hindi] अकबर के बारे में पूरी जानकारी – Information about Akbar in Hindi अकबर का पूरा नाम जलाल-उद-दीन मुहम्मद अकबर था। वह अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। तीसरा भारत के इतिहास के सबसे महान शासकों में अकबर की गिनती होती है। वे अपने सैन्य अभियानों, साम्राज्य विस्तार सहित अनेकों उपलब्धियों और धार्मिक सहिष्णुता के कारण प्रसिद्ध है। अकबर महान का जन्म 1542 में उमरकोट, सिंध (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था। वह दूसरे मुगल सम्राट हुमायूं और हमीदा बानू बेगम के बेटे थे। अपने पिता हुमायूं की आकस्मिक निधन के बाद मात्र 13 साल की उम्र में अकबर मुगल साम्राज्य का शासक बना था। उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तरी और मध्य भारत के कुछ हिस्से तक कर लिया था। उनके शासन में मुगल साम्राज्य अपनी समृद्धि और शक्ति के चरम पर थी। अनपढ़ होते हुए भी अकबर एक कुशल सैन्य रणनीतिकार थे। उन्होंने अपने बुद्धिमानी के द्वारा कई अभियानों को सफल बनाते हुए साम्राज्य का विस्तार किया। अपने शासनकाल में अकबर ने कई प्रशासनिक और आर्थिक सुधार किए। उन्हें एक केंद्रीकृत और कुशल प्रशासन स्थापित करने के लिए सिक्के, वजन और माप को मानकीकृत करने का श्रेय दिया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कर प्रणाली में सुधार किया और गैरमुस्लिमों पर लगने वाले जजीया कर को खत्म किया। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों को स्वतंत्र रूप से जीने की आजादी और अपने धर्मों का पालन करने की अनुमति दी। इस प्रकार वे अपनी समाज मे...