अमरनाथ न्यूज़

  1. Amarnath Yatra 2023: Amarnathji Yatra To Commence On 1st July Registration Through Offline And Online
  2. Amarnath Yatra: अमरनाथ गुफा के पास तेज बारिश से फिर आई बाढ़, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए 4000 से अधिक श्रद्धालु
  3. स्वच्छ अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां जारी: मंत्रालय – ThePrint Hindi
  4. पंचतरणी रूट से बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे श्रद्धालु, 2 दिन पहले बादल फटने पर रोकी गई थी यात्रा


Download: अमरनाथ न्यूज़
Size: 35.1 MB

Amarnath Yatra 2023: Amarnathji Yatra To Commence On 1st July Registration Through Offline And Online

Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा के लिए सरकार ने शेड्यूल जारी कर दिया है. इस साल एक जुलाई से यात्रा शुरू होगी और 62 दिनों तक चलेगी. अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए 17 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को ही जम्मू-कश्मीर को लेकर सुरक्षा की समीक्षा की थी. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक के एक दिन बाद यात्रा की घोषणा की गई है. LG ने क्या कहा? उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने शुक्रवार (14 अप्रैल) को पवित्र तीर्थ यात्रा और रजिस्ट्रेशन की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि प्रशासन सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा प्रधानमंत्री हर सुविधा का रखा जाएगा ख्याल उन्होंने कहा कि प्रशासन आने वाले सभी भक्तों और सेवा प्रदाताओं को अच्छी स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा. तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले टेलीकॉम सेवाओं को चालू कर दिया जाएगा.'' उप राज्यपाल ने कहा कि यात्रा दोनों मार्गों-अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल से शुरू होगी. उपराज्यपाल ने इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण भी करेगा. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने कहा, ''यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए श्री अमरनाथ जी यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध...

Amarnath Yatra: अमरनाथ गुफा के पास तेज बारिश से फिर आई बाढ़, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए 4000 से अधिक श्रद्धालु

अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा के पास फिर से बाढ़ आई है. मंगलवार को तेज बारिश के कारण गुफा के आसपास मौजूद जलाशयों का जलस्तर बढ़ गया. ऐसे में खतरे को देखते हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. बताया जा रहा है कि खराब मौसम के खतरे को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. जानकारी दी गई है कि इलाके में रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है. वहीं इस पूरी घटना पर इंडो तिब्बतन पुलिस फोर्स (आईटीबीपी) ने बयान जारी किया है. उसकी ओर से कहा गया है कि पवित्र अमरनाथ गुफा के पास से बाढ़ के खतरे को देखते हुए 4000 से अधिक श्रद्धालुओं को पंचतरणी में सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. आईटीबीपी के अनुसार अब मौसम साफ होने के कारण बाढ़ जैसा कोई खतरा नहीं है. इलाके में हालात अब पूरी तरह से सामान्य हैं. देखें वीडियो- ‘चुनाव में मुफ्त सामान देने का वादा करने वाले दलों की रद्द हो मान्यता’, इस याचिका पर SC ने केंद्र से मांगा जवाब, EC से पूछा- इसे कैसे रोक सकते हैं आप? 8 जुलाई को फटा था बादल बता दें कि 8 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा के पास बादल फट गया था. इस हादसे के बाद इलाके में तेज सैलाब आया था. इस घटना में करीब 15 लोगों की मौत की पुष्टि की गई थी. साथ ही 40 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे थे. इस हादसे के तुरंत बाद यात्रा को रोककर इलाके में बचाव अभियान चलाया गया था. हालांकि जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि किसी भी राज्य से बाद में किसी व्यक्ति के लापता होने की कोइ जानकारी सामने नहीं आई थी. जम्मू से रवाना हुआ 2100 अमरनाथ यात्रियों का जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 2,100 से अधिक तीर्थ यात्रियों का एक नय...

स्वच्छ अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां जारी: मंत्रालय – ThePrint Hindi

नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा मंदिर की आगामी यात्रा के दौरान स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए तैयारी की जा रही है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन तैयारियों में और अधिक पूर्वनिर्मित शौचालय, अतिरिक्त स्वच्छता कर्मचारियों को काम पर रखना, अधिक ‘‘स्वच्छाग्रहियों’’ को शामिल करना, ठहरने के क्षेत्रों एवं यात्रा मार्ग की स्वच्छता और स्वच्छता दलों का गठन करना आदि शामिल हैं। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई से शुरू होगी और 31 अगस्त तक जारी रहेगी। मंत्रालय ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ एसबीएम (यू) 2.0 के तहत, यात्रियों के लिए एक स्वच्छ और अपशिष्ट मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए पहल की जाती है। बयान में कहा गया है कि पिछले साल की यात्रा के दौरान, शहरी स्थानीय निकायों ने स्वच्छता में सुधार के लिए मार्ग के किनारे कुल 127 शौचालय सीट लगाई थी और 40 स्नानघर स्थापित किये गये थे और इनका रखरखाव किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा था कि नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों की यात्रा आरामदायक हो और उन्होंने अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में पूरे तीर्थ यात्रा मार्ग पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। भाषा देवेंद्र माधव माधव यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

पंचतरणी रूट से बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे श्रद्धालु, 2 दिन पहले बादल फटने पर रोकी गई थी यात्रा

अमरनाथ यात्रा सोमवार से दोबारा शुरू हो गई है। पिछले शुक्रवार शाम को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद यात्रा पर आंशिक रूप से रोक लगाई गई थी। रोक के बाद श्रद्धालुओं का पहला जत्था सुबह 5 बजे जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ के लिए रवाना हो चुका है। जम्मू प्रशासन के मुताबिक इस बार श्रद्धालुओं को पंचतरणी रूट से बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा तक ले जाया जा रहा है। इसी रूट से श्रद्धालु पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। यात्रा में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान श्रद्धालुओं को सुरक्षित आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं। CRPF के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि अभी हम यह देखने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं कि क्या सभी गुमशुदा लोग मिलते हैं या नहीं। पहलगाम और बालटाल में बने बेस कैम्प से आगे किसी यात्री को जाने की इजाजत नहीं है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अमरनाथ गुफा तक जाने वाली सीढ़ियों को भारतीय सेना की मदद से रातों-रात बनाया गया। हादसे के बावजूद यात्रियों में उत्साह शुक्रवार को पवित्र गुफा के पास आए सैलाब के बावजूद अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु ने बताया- हम लोग अपने घर से प्रण लेकर आए हैं कि भोलेनाथ के दर्शन किए बिना हम घर नहीं जाएंगे। बाबा के दर्शन करने के लिए हम यहां आए थे, लेकिन ये हादसा हो गया। सरकार ने आज से यात्रा शुरू कर दी, हम बहुत खुश हैं। इससे पहले हादसे वाली रात को ही जम्मू बेस कैंप से तीर्थयात्रियों का एक जत्था कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस कैंप के लिए रवाना हुआ था। जम्मू से तीर्थ यात्रियों के 279 व्हीकल कॉन्वॉय में रवाना किए गए थे। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसे प्रशासन का मि...