Anaemia rog kiski kami se hota hai

  1. कैल्शियम की कमी के लक्षण और 10 उपाय
  2. हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण, कारण, रोग, परिणाम, इलाज, दवा
  3. घेंघा रोग किस तत्व की कमी से होता है?
  4. खून की कमी के कारण ,लक्षण ,इलाज ,दवा और उपचार
  5. कैंसर क्या है? कैसे होता है? कैंसर के लक्षण व घरेलू उपचार
  6. आयरन की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग
  7. खून की कमी (एनीमिया) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार


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कैल्शियम की कमी के लक्षण और 10 उपाय

Calcium ki kami ke gharelu upay ilaj aur lakshan in hindi: Aksar jada sharirik mehnat, gym aur sports khelne se jodo aur haddiyo me dard hone lagta hai jo dawa se thik bhi ho jata hai. Par kai bar bina kisi karan ke haddiyo aur manspeshiyo me dard hone lagta hai aur ye goli lene par bhi thik nhi hota joki body me calcium ki kami hone ke lakshan me se ek hai. Calcium hamare sharir me haddiyo ke vikas aur danto ki majbuti ke liye bahut jaruri hai aur agar iski kami ko dur na kiya jaye to haddiya kamjor hone lagti hai jis karan haddi tutne ka khatra rehta hai. Aaj is lekh me hum janege calcium ki kami ko pura karne ke liye kya kare aur calcium badhane ke upay kaise kare. • Jane Achi sehat pane ke tarike कैल्शियम की कमी के कारण होने वाले रोग – Calcium Ki Kami Ke Lakshan • Haddiya, nakhun aur dant kamjor hona aur dard karna. • Jodo me dard rehna, manspeshiyo me khichav aana ya ethan hona. • Mahilao ko periods me kaafi jada dard hona bhi calcium ki kami ke symptoms hai. • Dil ki dhadkan badhna aur baicheni mehsus hona. • Bar bar haddi me fracture hona aur haddi ka jaldi na judna. • Baccho me calcium ki kami hone se unki haddiyo ka puri tarah vikas nhi ho pata. कैल्शियम की कमी दूर करने के घरेलू उपाय और नुस्खे Contents • • • Calcium Ki Kami Ke Gharelu Upay Aur Nuskhe in Hindi Calcium ki kami ko dur karne ke liye bajar me calcium ki goli bhi milti hai par dawa ke ilava kuch gharelu nuskhe aur upay bhi hai jo sharir me calcium badhane me asardar hai. 1. Aawla me calcium bharpur matr...

हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण, कारण, रोग, परिणाम, इलाज, दवा

शरीर में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर कितना होता है? हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर व्यक्ति के लिंग और उम्र से जुड़ा होता है। अलग-अलग आयु वर्गों के अनुसार हीमोग्लोबिन की सामान्य मात्रा निम्न है: • जन्म के दौरान - 13.5 से 24.0g/dl • जन्म लेने के बाद एक 1 महीने तक - 10.0 से 20.0g/dl • 1 से 2 महीने -10.0 to 18.0 g/dl • 2 से 6 महीने -9.5 to 14.0 g/dl • 6 महीने से 2 साल -10.5 to 13.5 g/dl • 2 से 6 साल -11.5 to 13.5 g/dl • 6 से 12 साल -11.5 to 15.5 g/dl • महिलाएं - • उम्र 12 से 18 साल - 12.0 से 16.0g/dl • उम्र 18 साल से ज्यादा - 12.1 से 15.1g/dl • पुरुष - • उम्र 12 ले 18 साल -13.0 to 16.0 g/dl • उम्र 18 सालसे ज्यादा -13.6 to 17.7 g/dl myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। हीमोग्लोबिन में कमी होने पर कैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं? हीमोग्लोबिन में कमी के लक्षण: • • • • • ध्यान लगाने में कमी • • • • हाथ व पैर ठंडे पड़ना (शरीर के मूल तापमान को बनाए रखने की क्षमता बिगड़ना) यह महसूस करना और समझ पाना इतना आसान नहीं होता कि आप एनीमिया से पीड़ित हैं। (और पढ़ें - जिन लोगों में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है, उनमें एक ही समय में साथ-साथ कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं। इसके अलावा, वे लोग अक्सर अपने लक्षणों की आदत डाल लेते हैं और इन्हें सामान्य मानने लग जाते हैं। डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए? • अत्यधिक थकान और तंद्रा • मानसिक कार्यों का बिगड़ना • त्वचा में हल्के...

घेंघा रोग किस तत्व की कमी से होता है?

आयोडीन अत्यन्त सूक्ष्म मात्रा में लेकिन मनुष्य के जीवन के लिए अत्यन्त आवश्यक तत्व है। इसकी कमी से थॉयराइड ग्रंथि में सूजन आती है जिससे स्टेम सेल का अनियंत्रित विकास होता है। गले की इस सूजन को घेंघा रोग कहा जाता है। यह रोग बर्फीले या उन स्थानों पर अधिक होता है, जहाँ पानी में नमक की मात्रा कम होती है। Explanation : मुहम्मद आदिल शाह का मकबरा बीजापुर, कर्नाटक में स्थित है। इसे गोल गुंबज या गोल गुंबद कहा जाता है। बीजापुर के सुल्तान मुहम्मद आदिल शाह के मकबरे गोल गुंबज का निर्माण फारसी वास्तुकार दाबुल के याकूत ने 1656 ई. में कराया था। गोल गुंबज • राज्य सभा में सदस्य बनने के लिए किसी भी व्यक्ति की कम से कम आयु कितनी होनी चाहिए?

खून की कमी के कारण ,लक्षण ,इलाज ,दवा और उपचार

7 हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय (hemoglobin badhane ke liye upay) खून की कमी होना क्या है ? (Anemia in Hindi) हमारे देश में 50 फीसदी बीमार भविष्य पैदा हो रहे हैं, क्योंकि इन भविष्यों को जन्म देनेवाली माताएं ही तंदुरुस्त नहीं हैं । एक रिपोर्ट के मुताबिक़, देश में हर दूसरी गर्भवती महिला एनीमिया यानी खून की कमी से पीड़ित है । इसके अलावा २४ फ़ीसदी तंदुरुस्त पैदा होनेवाले बच्चे भी बाद में सही भोजन न मिलने से कुपोषित हो जाते हैं । देश के हर चार बच्चे में से तीन बच्चे के शरीर में खून की कमी पाई जा रही है । दरअसल, खून की कमी और कुपोषण को रोकने की केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तमाम कोशिशें नाकाम हो रही हैं । फाइलों में तो केंद्र और राज्यों की कई योजनाएं चल रही हैं, परंतु ज़मीनी हक़ीक़त यह है कि एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की खोज-ख़बर लेनेवाला कोई नहीं है । इन महिलाओं के गर्भ से ऐसे बच्चे पैदा हो रहे हैं, जिनके शरीर में पर्याप्त हीमोग्लोबीन (खुन) ही नहीं है । ध्यान देने वाली बात : • 50 फ़ीसदी गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित । • 74 फ़ीसदी बच्चों के शरीर में खून की कमी । • तंदुरुस्त पैदा होने वाले 24 फ़ीसदी बच्चों को भी एनीमिया। • 62 फ़ीसदी बच्चे विटामिन ए की कमी से भी जूझ रहे हैं। खून की कमी क्यों होती है ? इसके कारण (khoon ki kami ke karan) खून की कमी (एनीमिया) बीमारी कुल चार सौ से ज़्यादा रूपों में हमला करती है । इन सबको तीन समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है । • खून की कमी से हुई एनीमिया • रेड ब्लड सेल के उत्पादन में कमी से हुई एनीमिया • रेल ब्लड सेल के नष्ट होने से हुई एनीमिया देश के ७४ फ़ीसदी बच्चों के शरीर में पर्याप्त खून ही नहीं है, यानी जन्म के समय तंदुरुस्त रहे 24 फ़...

कैंसर क्या है? कैसे होता है? कैंसर के लक्षण व घरेलू उपचार

Cancer in Hindi /जैसे-जैसे हमारा जीने का लाइफ स्टाइल चेंज हो रहा है वैसे हम नये-नये बीमारियो को भी जन्म दे रहे है। इसका सबसे कारण, खाने-पीने मे चेंजिंग, रहने के तरीक़ो मे चेंजिंग, इन्ही मे एक बीमारी कैंसर भी हैं, तो चलिए जानते है कैंसर के बारे में। 90 % मरीज कैंसर से नहीं मरते बल्कि उसके इलाज से मर जाते हैं ये एक आश्चर्यजनक तथ्य हैं। इसलिए बड़ी सावधानी पूर्वक इसका उपचार किया जाता हैं। Contents • • • • • • कैंसर क्या है – What is cancer in hindi कैंसर एक घातक जानलेवा बीमारी है। कैंसर से पीड़ित मरीज जल्‍दी ठीक नही होते हैं क्यूंकी इस बीमारी के लक्षणों का पता देर से चलता है। और अभी तक दुनिया मे इस ख़तरनाक बीमारी का कोई स्थायी इलाज नही निकला है। अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज सही से ना हो तो इसे रोक पाना मुस्किल है। शरीर मे कैंसर कैसे होता है – Body cancer शरीर में 100 से 1000 तक खराब सेल्स(कोशिका) होते है। हर समय हमारी बॉडी में नये सेल्स पैदा होते है और पुराने खराब सेल्स समाप्त भी होते है। पर कैंसर होने पर लाल और सफेद रक्त कोशिकायो का संतुलन बिगड़ जाता है और सेल्स की बढ़ोतरी कंट्रोल से बाहर हो जाती है, जो कैंसर का रूप ले लेता है। कैंसर के प्रकार – Types of cancer • Sarcoma Cancer – ये खून और हड्डियो से संबंधित कैंसर होता है। • Carcinoma Cancer – यह स्किन से संबंधित कैंसर होता है। • Lymphoma cancer – ग्रंथियो मे होने वाला कैंसर कहा जाता है। • Leukemia Cancer – खून को बनाने वाले सेल्स का कैंसर होता है। कैंसर होने का कारण क्या-क्या है – Cancer causes in hindi • नशा का सेवन करने से जैसे – खैनि, गुटखा, तंबाखू, पान मशाला, बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि से। • ख़ान-पान से जैसे – ज़्यादा चर्ब...

आयरन की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग

• • • यौन स्वास्थ्य • • • • • • • महिला स्वास्थ्य • • • • • • • त्वचा की समस्या • • • • बालों की समस्या • • • • • पुरानी बीमारी • • • • • • • • • • • • • • बीमारी • यौन स्वास्थ्य • पॉडकास्ट • अस्पताल खोजें • डॉक्टर खोजें • हेल्थ टी.वी. • वेब स्टोरीज • • इलाज • • • • • • • • • • योग और फिटनेस • • • • • • महिला • • • • • • अन्य विषय • • • • • • • • • आयरन की कमी क्या है? आयरन की कमी होने से लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर गिर जाता है। आयरन की कमी के सामान्य कारणों में खराब आहार या अत्यधिक डाइटिंग की वजह से अपर्याप्त मात्रा में आयरन प्राप्त करना, शरीर में आयरन की कमी होने के कारण पैदा होने वाले कुछ सामान्य लक्षणों में आयरन में कमी का परीक्षण आपके लक्षणों के आधार पर किया जाता है। इसके अलावा इस स्थिति का इलाज डॉक्टर आमतौर पर आहार में बदलाव करके और आयरन सप्लीमेंट्स आदि की मदद से करते हैं। रोजाना आयरन की कितनी खुराक लेनी चाहिए ? शरीर व मानसिक क्षमता बरकराररखने के लिए नियमित रूप से आयरन प्राप्त करना बहुत जरूरी होता है। इसका सेवन करने के लिए इसकी उचित खुराक जानना बहुत जरूरी होता है जो पुरुष, महिला, उम्र व गर्भावस्था आदि सबके लिए अलग-अलग होती है। नीचे टेबल में इन्ही सब बातों का ध्यान रखते हुए आयरन की दैनिक जरूरत बताई गई है: उम्र पुरुष महिला गर्भावस्था स्तनपान जन्म से 6 महीने तक 0.27 एमजी 0.27 एमजी 7 से 12 महीने 11एमजी 11एमजी 1 से 3 साल 7एमजी 7एमजी 4 से 8 साल 10एमजी 10एमजी 9 से 13 साल 8एमजी 8एमजी 14 से 18 साल 11एमजी 15 एमजी 27 एमजी 10 एमजी 19 से 50 साल 8एमजी 18एमजी 27 एमजी 9 एमजी 51 तथा उससे ऊपर उम्र 8एमजी 8एमजी myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और ...

खून की कमी (एनीमिया) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

एनीमिया के सात प्रकार होते हैं - • आयरन की कमी के कारण एनीमिया - • एप्लास्टिक एनीमिया -एप्लास्टिक एनीमिया रक्त का एक विकार है जिस कारण शरीर कीहड्डियों की मज्जापर्याप्त रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है। इस कारण स्वास्थ्य सम्बंधित कई समस्याएं जैसे • हीमोलिटिक एनीमिया -हेमोलिटिक एनीमिया तब होता है जब सामान्य जीवन काल के समाप्त होने से पहले ही लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं या रक्तधारा में नहीं होती हैं। कई बिमारियों, स्तिथियों और कारकों के कारण शरीर लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है। हीमोलिटिक एनीमिया से कई गंभीर स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं जैसे थकान, दर्द, एरिथमिया, हृदय के आकार में वृद्धि, दिल की विफलता हो सकती हैं। • थैलेसीमिया - • सिकल सेल एनीमिया - सिकल सेल एनीमिया एक गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर दरांती के आकृति जैसी लाल रक्त कोशिकाएं बनाता है। सामान्य लाल रक्त कोशिकाएं की आकृति डिस्क जैसी होती है जिस कारण वह रक्त वाहिकाओं के ज़रिये आसानी से उत्तीर्ण होता है। • परनिशियस एनीमिया -परनिशियस एनीमिया में शरीर पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है क्योंकि शरीर में पर्याप्त • फेंकोनाइ एनीमिया (एफ.ए.) -एक अनुवांशिक रक्त विकार है जिस कारण हड्डियों की मज्जा की विफलता हो सकती है। एफ.ए. एप्लास्टिक एनीमिया का एक प्रकार है जो हड्डियों की मज्जा को नई रक्त कोशिकाएं नहीं बनाने देता है। एफ.ए. के कारण हड्डियों की मज्जा कई असामान्य रक्त कोशिकाएं बनाता है। इस कारण आयरन की कमी, एनीमिया, थकान जैसी समस्या के लिए Sprowt Vitamin B12 Tablets का उपयोग करें - एनीमिया के 400 प्रकार होते हैं, जिसे 3 क्षेत्रों में बांटा जा सकता है: रक्त की कमी के कारण एनीमिया लाल रक्त कोशिकाओं की कमी रक्तस्त्...