Asean ki sthapna kab hui

  1. NCERT की स्थापना कब हुई
  2. आसियान (ASEAN) की स्थापना कब हुई?
  3. जानिये आखिर कैसे हुई उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति? – Buy Spiritual Products
  4. Mahaveer Swami


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NCERT की स्थापना कब हुई

NCERT की स्थापना कब हुई NCERT की स्थापना 1961 में हुई.नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है जिसे 1 सितंबर 1 9 61 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम (1860 का अधिनियम XXI) के तहत एक साहित्यिक, वैज्ञानिक और धर्मार्थ संस्था के रूप में स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में श्री अरबिंदो मार्ग में स्थित है। सितंबर 2015 से डॉ। ऋषिकेश सेनापति परिषद के निदेशक हैं. सामान्य ज्ञान के प्रश्न उत्तर सामान्य ज्ञान इसमें आपको सामान्य ज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी जैसे इसमें आपको बताया जायेगा. संसार का सबसे बड़ा फूल कौनसा है भारतीय संविधान में पहला संशोधन कब किया गया.सम्राट अशोक ने किस युद्ध के बाद बोद्ध धर्म ग्रहण कर लिया था. इस तरह की जानकारी आपको दी जाएगी इसी जानकारी के बारे में आपको निचे कुछ प्रश्न उत्तर दी गए है. और इनमे से कुछ प्रश्न अक्सर आपके एग्जाम में पूछे जाते है. तो आप इनको अच्छी तरह से याद करे. यदि आपको यह जानकारी पसंद आये तो शेयर करना न भूले. 1. रेबीज के टीके की खोज किसने की ? उतर.लुई पास्चर 2. दूध से दही किस जीवाणु के कारण बनता है ? उतर.लक्टो बैसिलस 3. पराश्रव्य तरंगों की आवृति कितनी होती है ? उतर.20000 हर्ट्ज़ से अधिक 4. परमाणु बम किस सिद्दांत पर कार्य करता है ? उतर.नाभिकीय विखंडन 5. विद्युत् धारा की इकाई कौनसी है ? उतर.एम्पीयर 6. हृदय की धड़कन को नियंत्रित करने के लिए कौनसा खनिज आवश्यक है ? उतर.पोटेशियम 7. पेनिसिलिन की खोज किसने की ? उतर.अलेक्जेंडर फ्लेमिंग 8. मलेरिया की दवा ‘कुनिन’ किस पौधे से प्राप्त होती है ? उतर.सिनकोना 9. संसार का सबसे बड़ा फूल कौनसा है ? उतर.रफ्लेसिया 10. सबसे बड़ा जीवित पक्षी कौनसा है...

आसियान (ASEAN) की स्थापना कब हुई?

Explanation : आसियान (ASEAN) की स्थापना 8 अगस्त, 1967 को बैंकॉक में हुई। आसियान (ASEAN) अर्थात् 'एसोसिएशन ऑफ साउथ-ईस्ट एशियन नेशंस' दक्षिण-पूर्वी एशियायी राष्ट्रों (इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, सिंगापुर, कंबोडिया, म्यांमार, थाइलैंड, ब्रुनेई एवं लाओस) का क्षेत्रीय संगठन है। इसके पांच संस्थापक सदस्य थे–इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस एवं थाइलैंड। वर्ष 1984 में ब्रुनेई दारूस्सलाम, 1995 में वियतनाम, 1997 में म्यांमार एवं लाओस तथा 1999 में कंबोडिया के सदस्य बनने पर आसियान के सदस्य राष्ट्रों की संख्या बढ़कर 10 हो गई। असियान का मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है। आसियान प्लस थ्री (APT) में 3 राष्ट्र हैं–चीन, जापान और दक्षिण कोरिया। आसियान के 11 वार्ताकार राष्ट्र एवं संगठन हैं–ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड, रूस, अमेरिका एवं संयुक्त राष्ट्र (UNDP)। 'आसियान रीजनल फोरम' (ARF) की स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी। इसके सदस्य हैं–10 आसियान राष्ट्र + 11 वार्ताकार राष्ट्र। संगठन + बांग्लादेश, उत्तर कोरिया, मंगोलिया, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी तथा तिमोर लेस्ते। रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) आसियान के सदस्य देशों तथा आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौता सम्पन्न करने वाले छ: देशों–ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड के मध्य मुक्त व्यापार समझौता है। Tags : वियतनाम के नए राष्ट्रपति वो वान थुओंग (Vo Van Thuong) है। फरवरी 2023 में एक व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बीच तत्कालीन राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक के अचानक इस्तीफा देने के बाद थुओंग को चुना गया। 13 दिसम्बर 1970 को जन्में वो वान थुओंग पा...

जानिये आखिर कैसे हुई उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति? – Buy Spiritual Products

उज्जैन में स्थापित महाकाल मंदिर की स्थापना द्वापर युग में नंद जी की आठ पीढ़ी पहले हुई थी। बता दें मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल में हमेशा ही भक्तों की भीड़ उमड़ी रहती है क्योंकि उज्जैन में मौजूद महकाल का संबंध भगवान शिव से है और यह Ujjain Mahakal Mandir 12 ज्योतिर्लिंगों में भी शामिल है। इसे पृथ्वी का नाभिस्थल भी कहा जाता है क्योंकि इस मंदिर के शिखर से कर्क रेखा होकर गुजरती है। Ujjain ke Mahakal ki kahani से ही महाकालेश्वर मंदिर का पौराणिक इतिहास जुड़ा हुआ है। सभी के मन में यह सवाल जरूर उठा होगा कि महाकालेश्वर मंदिर की इतनी मान्यता है तो उसके पीछे प्रमुख वजह क्या है आज हम महाकालेश्वर मंदिर के पौराणिक कहानी के बारे में बता जा रहे हैं। आइये जानते हैं आखिर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्तिके पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है। महाभारत, शिवपुराण और स्कन्दपुराण में महाकाल के बारे में खूब वर्णन किया गया है। Mahakaleshwar Mandir से जुड़ी कथा में भगवान शिव के परमभक्त राजा चन्द्रसेन और गोप बालक का जिक्र मिलता है। एक बार राजा चन्द्रसेन भगवान शिव की पूजा में अत्यधिक लीन थे उस वक़्त श्रीकर नामक गोप बालक वहां से गुजर रहा था। गोप बालक हो उठा ललायित राजा का शिवपूजन देख गोप बालक लालायित हो उठा और पूजा करने की इच्छा उसके मन में जाग उठी। रास्ते में जाते हुए वह बालक पूजा सामग्री जुटाने में जुट गया पर वह पूजा का सारा सामान नहीं जुटा सका। पर उसके मन में जागृत हुई वह इच्छा कम न हुई और उसने एक सामान्य पत्थर लेकर ही भगवान शिव की पूजा करना आरम्भ कर दिया। उसने पत्थर पर पुष्प, चन्दन आदि अर्पित किये और राजा की ही भांति उपासना में डूबता चला गया। ...

Mahaveer Swami

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • आज के आर्टिकल में हम महावीर स्वामी (Mahaveer Swami) की पूरी जानकारी पढ़ेंगे। इसमें हम महावीर स्वामी का जीवन परिचय (Mahaveer Swami Ka Jivan Parichay), महावीर स्वामी को ज्ञान की प्राप्ति (Mahaveer Swami Ko Gyan Ki Prapti), जैन धर्म (jain dharm), जैन धर्म का प्रचार (Jain Dharm Ka Prachar), महावीर स्वामी के उपदेश (Bhagwan Mahaveer Ke Updesh) के बारे में जानेंगे। महावीर स्वामी के बारे में पूरी जानकारी पढ़ें – Mahaveer Swami महावीर स्वामी का जीवन परिचय – Mahaveer Swami Ka Jivan Parichay जन्म – 540 ई. पू., चैत्र शुक्ल त्रयोदशी जन्मस्थान – वैशाली के निकट कुण्डग्राम मृत्यु – 468 ई. पू. (72 वर्ष), कार्तिक अमावस्या मृत्युस्थान – पावापुरी (बिहार) बचपन का नाम – वर्धमान अन्य नाम – वीर, अतिवीर, सन्मति, निकंठनाथपुत्त (भगवान बुद्ध), विदेह, वैशालियें जाति – ज्ञातृक क्षत्रिय वंश – इक्ष्वाकु वंश राशि – कश्यप पिता – सिद्धार्थ माता – त्रिशला/विदेहदत्ता भाई – नंदीवर्धन बहन – सुदर्शना पत्नी – यशोदा (कुण्डिय गोत्र की कन्या) पुत्री – अणोज्जा/प्रियदर्शना दामाद – जामालि (प्रथम शिष्य – प्रथम विद्रोही) गृहत्याग – 30 वर्ष की आयु में ज्ञान प्राप्ति की अवस्था – 42 वर्ष (12 वर्ष बाद) ज्ञान प्राप्ति – जृम्भिकग्राम के समीप ऋजुपालिका नदी के किनारे साल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्ति के बाद इनके नाम – जिन, अर्हत, महावीर, निर्गन्थ, केवलिन। प्रथम उपदेश – राजगृह के समीप विपुलांचल पर्वत में बराकर नदी के किनारे प्रथम वर्षावास – अस्तिका ग्राम में अन्तिम वर्षावास – पावापुरी प्रतीक चिह्न – सिंह महावीर स्वामी का जन्म कब हुआ – Mahaveer Swami Ka Janm Kab Hua Tha महावीर...