अवनी पब्लिकेशन शिक्षा मनोविज्ञान

  1. शिक्षक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता/आवश्यकता/महत्व
  2. Binod Adhikari: शिक्षा मनोवैज्ञानिकको अवधारणा
  3. REET TEST SERIES : शिक्षा मनोविज्ञान टॉपिकवार टेस्ट सीरीज
  4. शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता तथा महत्त्व का विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  5. शिक्षा मनोविज्ञान Book PDF Download
  6. शिक्षाशास्त्र
  7. Pratiyogita Today


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शिक्षक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता/आवश्यकता/महत्व

शिक्षक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता अथवा आवश्यकता या महत्व shikshak ke liye shiksha manovigyan ki upyogita;एक शिक्षक के लिए मनोविज्ञान का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी, उपयोगी और महत्वपूर्ण है। कक्षा-शिक्षण और बालकों के दैनिक संपर्क में मनोविज्ञान का प्रयोग किये बिना वह अपने कार्य को कुशलता से संपन्न नही कर सकता है। अपने शिक्षण-कार्य को सफल बनाने तथा छात्रों के सीखने को लाभप्रद बनाने के लिये उसे मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का अनिवार्य रूप से प्रयोग करना चाहिये। इसी तथ्य को ध्यान मे रखते हुये, एलिस क्रो ने यह विचार व्यक्त किया कि," शिक्षकों को अपने शिक्षण मे उन मनौवैज्ञानिक सिद्धांतों का प्रयोग करने के लिये तैयार रहना चाहिए जो सफल शिक्षण और प्रभावशील अधिगम के लिए अनिवार्य हैं। शिक्षक के लिए मनोविज्ञान की उनयोगिता अथवा आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से हैं-- 1. स्वयं को समझना एक शिक्षक के लिए यह जानने जरूरी है कि उसमे अपने दायित्व के अनुकूल योग्यताएं है या नही। स्वभाव, बुद्धि, स्तर, जीवन दर्शन, स्वयं के निर्धारित मूल्य, शिक्षकों एवं अभिभावकों से संबंध, शिक्षक एवं छात्रों से संबंध, व्यवहार, चारित्रिक गुण, शिक्षक योग्यता की समाज में क्या प्रक्रिया हैं? शिक्षक का क्या दायित्व हैं? शिक्षक की क्या आवश्यकता हैं? आदि सभी बातों की जानकारी शिक्षक को शिक्षा-मनोविज्ञान की सहायता से मिल जाती हैं। यह भी पढ़े; यह भी पढ़े; यह भी पढ़े; यह भी पढ़े; यह भी पढ़े; यह भी पढ़े; 2. विद्यार्थी को जानना एक शिक्षक को छात्र की समस्त शक्तियों एवं योग्यताओं की जानकारी होना जरूरी है। इसी के आधार पर वह अपने कार्य का संचालन करता है। 3. शिक्षण पद्धित शिक्षा-मनोविज्ञान मे सीखने के लिए ऐसे अनेक सिद्धांत है जिनकी मद...

Binod Adhikari: शिक्षा मनोवैज्ञानिकको अवधारणा

शिक्षा मनोविज्ञान दुई शब्द, शिक्षा र मनोविज्ञान बाट बनेको छ। मनोविज्ञानलाई मानसिक प्रक्रियाहरू, अनुभवहरू र व्यवहारको वैज्ञानिक अध्ययनको रूपमा परिभाषित गर्न सकिन्छ। एकै साथ शिक्षालाई व्यक्तिको व्यक्तित्वको आलराउन्ड (शारीरिक, संज्ञानात्मक, भावनात्मक र सामाजिक विकास) को रूपमा परिभाषित गर्न सकिन्छ। यस अर्थमा, शिक्षा मनोविज्ञानले शिक्षाको सन्दर्भमा बालबालिका र वयस्कहरूको मनोविज्ञानको व्यावहारिक प्रयोगको सैद्धांतिक आधार प्रदान गर्दछ, जसको आधारमा शिक्षा, प्रेरणा, व्यक्तित्व विकास र बाल मनोविज्ञानका विभिन्न विषयहरूमा समग्र समझ निर्माण गर्न यहि शिक्षाको मनोवैज्ञानिक अवधारणा हो।शब्द शिक्षा संस्कृत मूल धातुबाट आएको हो जसको अर्थ सिक्नु वा सिकाउनु हो। यस अर्थमा, शिक्षा सिक्ने र सिकाउने प्रक्रिया हो। विद्या भन्ने शब्द शिक्षाको लागि पनि प्रयोग भएको छ जसको अर्थ थाहा हुनुपर्दछ। शब्द शिक्षा चार ल्याटिन शब्दहरू मिलेर बनेको छ जसको अर्थ प्रशिक्षित, भित्री ड्राइभ, पोषण र आन्तरिकबाट बाह्यमा सर्नु हो। तसर्थ, यो छोटकरीमा भन्न सकिन्छ कि शिक्षाको अर्थ मानिसका आन्तरिक शक्तिहरूलाई बाहिर आउन प्रेरित गर्नु हो। जोन एडम्सका अनुसार शिक्षा पुरानो समयमा शिक्षक केन्द्रित थियो। जसको दुई टुप्पो थियो, शिक्षक र सिकारु। जोन डिभीले पछि शिक्षालाई शिक्षाका तीन केन्द्रहरू भनेर सम्बोधन गर्‍यो। जो क्रमशः शिक्षक, विद्यार्थी र पाठ्यक्रम हुन्। शिक्षाको विभिन्न परिभाषाहरू गीताका अनुसार "Sa vidya vimukte"। त्यो हो, शिक्षा भनेको हामीलाई बाँधबाट मुक्त गर्दछ। ट्यागोरका अनुसार “हाम्रो शिक्षा, स्वार्थको आधारमा, परीक्षा उत्तीर्ण गर्ने संकुचित उद्देश्यले चाँडो नै रोजगारीको स्रोत भएको छ, जुन गाह्रो र विदेशी भाषामा साझा गरिएको छ। यसक...

REET TEST SERIES : शिक्षा मनोविज्ञान टॉपिकवार टेस्ट सीरीज

शिक्षा मनोविज्ञानमहत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न का टेस्ट सीरीज अभ्यास के लिए यहाँ उपलब्ध करवाय जा रहे है जो रीट परीक्षा 2021 के सेलेबस के अनुसार तैयार किय गए है। रीट बाल विकास शिक्षा शास्त्र टेस्ट सीरीज में ज्यादातर प्रश्न अवनी पब्लिकेशन की बुक तथा फर्स्ट रैंक बुक से लिए गए है। साथ ही विभिन्न परीक्षाओ में पूछे गय प्रश्नो की टेस्ट सीरीज अलग से उपलब्ध करवाई जा रही है। 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. व्यक्तित्व भिन्नताय टेस्ट सीरीज 9. विकास तथा शिक्षा में अनुप्रयोग टेस्ट सीरीज 10. 11. 12. 13. विभिन्न परीक्षाओ में आये प्रश्नो का टेस्ट सीरीज 14. शिक्षा मनोविज्ञान नोट्स डाउनलोड 15. 16. विज्ञानटेस्ट सीरीज

शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता तथा महत्त्व का विवरण प्रस्तुत कीजिए।

शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता तथा महत्त्व का विवरण प्रस्तुत कीजिए। या कक्षा-शिक्षण में शिक्षा मनोविज्ञान की क्या उपयोगिता है? या “शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षा को नवीन दृष्टिकोण प्रदान करता है।” इसको ध्यान में रखते हुए। शिक्षा मनोविज्ञान के महत्त्व पर प्रकाश डालिए। या शिक्षा मनोविज्ञान से शिक्षा जगत में क्रान्ति आई है, कैसे? या शिक्षा मनोविज्ञान के महत्त्व का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए। या शिक्षा मनोविज्ञान के महत्त्व पर प्रकाश डालिए। या “शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षक एवं छात्र के लिए महत्त्वपूर्ण है।” स्पष्ट कीजिए। या एक अध्यापक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान की सम्यक् जानकारी की क्या उपयोगिता है? या एक शिक्षक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान का ज्ञान क्यों उपयोगी है? या “शिक्षा मनोविज्ञान द्वारा शिक्षक को समुचित निर्णय लेने में मदद मिलती है।” इस कथन के सन्दर्भ में शिक्षक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता स्पष्ट कीजिए। आधुनिक शिक्षा का प्रमुख आधार मनोविज्ञान या शिक्षा मनोविज्ञान है। शिक्षण में सफलता प्राप्त करने के लिए अध्यापक के लिए शिक्षा मनोविज्ञान का ज्ञान परम आवश्यक है। शिक्षा मनोविज्ञान ही अध्यापक को बताता है कि सीखने की सर्वश्रेष्ठ विधि कौन-सी है? बालक को चारित्रिक और मानसिक विकास किस प्रकार हो सकता है तथा बालक को किस अवस्था में किस प्रकार की शिक्षा मिलनी चाहिए? शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता तथा महत्त्व (Utility and Importance of Educational Psychology) शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता और महत्त्व को निम्नांकित शीर्षकों के अन्तर्गत समझा जा सकता है| 1. अध्यापक को स्वयं का ज्ञान-शिक्षा मनोविज्ञान अध्यापक को अपने स्वभाव, बुद्धि-स्तर, व्यवहारकुशलता आदि को ज्ञान कराने में सहायक होता है। जब अध...

शिक्षा मनोविज्ञान Book PDF Download

शिक्षा मनोविज्ञान Education Psychology Book PDF Download-P.D. Pathak Educational Psychology Books in Hindi Free Download – दैनिक प्रयोग की चलती हुई भाषा स्पष्टता के लिए दुर्बोध हिंदी शब्दों के साथ अंग्रेजी के पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग, प्रमुख अनुवादित अवतरणों की मौलिक अग्रेजी उल्लिखित लेखकों या पुस्तकों के आगे पृष्ठ सल्या का सकेत और विभिन्न विश्वविद्यालयो के एम.ए. तथा बी.एस. के पाठ्यक्रमो के अनुसार विषय सामग्री का संकलन। eBook Source : शिक्षा मनोविज्ञान book pdf download, साइकोलॉजी बुक्स इन हिंदी pdf reet, education psychology in hindi pdf, p.d. pathak psychology book pdf in hindi download, p.d. pathak psychology book for reet pdf download, education book pdf in hindi, psychology in hindi pdf download, शिक्षा मनोविज्ञान पी. डी पाठक pdf download

शिक्षाशास्त्र

शिक्षण-कार्य की प्रक्रिया का विधिवत अध्ययन शिक्षाशास्त्र या शिक्षणशास्त्र (Pedagogy) कहलाता है। इसमें अध्यापन की शैली या नीतियों का अध्ययन किया जाता है। शिक्षक अध्यापन कार्य करता है तो वह इस बात का ध्यान रखता है कि अधिगमकर्ता को अधिक से अधिक समझ में आवे। शिक्षा एक सजीव गतिशील प्रक्रिया है। इसमें अध्यापक और शिक्षार्थी के मध्य अन्तःक्रिया (interaction) होती रहती है और सम्पूर्ण अन्तःक्रिया किसी लक्ष्य की ओर उन्मुख होती है। शिक्षक और शिक्षार्थी शिक्षाशास्त्र के आधार पर एक दूसरे के व्यक्तित्व से लाभान्वित और प्रभावित होते रहते हैं और यह प्रभाव किसी विशिष्‍ट दिशा की और स्पष्ट रूप से अभिमुख होता है। बदलते समय के साथ सम्पूर्ण शिक्षा-चक्र गतिशील है। उसकी गति किस दिशा में हो रही है? कौन प्रभावित हो रहा है? इस दिशा का लक्ष्य निर्धारण शिक्षाशास्त्र करता है। अनुक्रम • 1 शिक्षण के सिद्धान्त • 2 शिक्षण-सूत्र • 3 शिक्षण कौशल • 3.1 परिभाषा • 3.2 शिक्षण कौशल के प्रकार • 4 इन्हें भी देखें • 5 संदर्भ • 6 बाहरी कड़ियाँ शिक्षण के सिद्धान्त [ ] प्रत्येक अध्यापक की हार्दिक इच्छा होती है कि उसका शिक्षण प्रभावपूर्ण हो। इसके लिये अध्यापक को कई बातों को जानकर उन्हे व्यवहार में लाना पड़ता है, यथा - पाठ्यवस्तु का आरम्भ कहां से किया जाय, किस प्रकार किया जाय, छात्र इसमें रुचि कैसे लेते रहें, अर्जित ज्ञान को बालकों के लिये उपयोगी कैसे बनाया जाय, आदि। शिक्षाशास्त्रियों ने अध्यापकों के लिये इन आवश्यक बातों पर विचार करके अनेक सिद्धान्तों का प्रतिपादन किया है, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं- (१) क्रिया द्वारा सीखने का सिद्धान्त बालक स्वभावतः ही क्रियाशील होते हैं। निष्क्रिय बैठे रहना उनकी प्रकृति के विपरीत ह...

Pratiyogita Today

शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ (Educational Psychology Meaning in Hindi) – शिक्षा मनोविज्ञान एक व्यवहारिक विज्ञान है जो जीवन के वास्तविक आदर्शों की प्राप्ति में सहायक होता है। यह एक विधायक विज्ञान है जिसने मनोविज्ञान के सिद्धांतों को अपनाकर शिक्षा में उनका अनुप्रयोग किया है। क्रो एवं क्रो ने इसके स्वरूप को इस रुप में परिभाषित किया है, “शिक्षा मनोविज्ञान को व्यवहारिक मनोविज्ञान माना जा सकता है क्योंकि यह मानव व्यवहार के संबंध में वैज्ञानिक विधियों से जटिल सिद्धांत और तथ्यों के अनुसार सीखने की व्यवस्था करता है।” शिक्षा मनोविज्ञान का आरंभ अरस्तु के समय हुआ है और इसकी उत्पत्ति यूरोप में पेस्टोलोजी, हरबर्ट और फ्रोबेल के कार्यों से हुई है। आज इसे मनोविज्ञान का व्यवहारिक रूप माना जा रहा है क्योंकि यह शिक्षकों और छात्रों को अच्छे शिक्षण में सहायता प्रदान करता है। शिक्षा मनोविज्ञान को निम्नलिखित परिभाषाओं के आधार पर भली-भांति समझा जा सकता है। शिक्षा मनोविज्ञान की परिभाषा सी.ई. स्किनर (C.E.Sakinner), “शिक्षा मनोविज्ञान उन अनुसंधानों का शैक्षिक परिस्थितियों में प्रयोग करता है जो शैक्षिक परिस्थितियों में मानव तथा प्राणियों से संबंधित है।” कॉलसनिक, “शिक्षा मनोविज्ञान, मनोविज्ञान के सिद्धांतों और उपलब्धियों का शिक्षा में प्रयोग है।” जेम्स ड्रेवर (Jem’s Drever), “व्यावहारिक मनोविज्ञान की वह शाखा जो शिक्षा समस्याओं के मनोवैज्ञानिक अध्ययन के साथ मनोवैज्ञानिक खोजो तथा सिद्धांतों का शिक्षा में प्रयोग करने से संबंधित है – शिक्षा मनोविज्ञान कहलाती है।” स्टाउट, “मनोविज्ञान द्वारा शिक्षा सिद्धांतों को दिया जाने वाला मुख्य सिद्धांत यह है कि नवीन ज्ञान का विकास पूर्व ज्ञान के आधार पर किया जाना चाहिए।” ...