बागेश्वर धाम का मंदिर दिखाइए

  1. Baba Bageshwar Dhirendra Krishna Shastri Divya Darbar How To Apply In Bageshwar Dham
  2. Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम पर तीन रंग के कपड़ों में लपेटकर क्यों चढ़ाया जाता है नारियल, जानिए क्या है इसके पीछे का रहस्य
  3. Bageshwar Dham
  4. क्यों चर्चा में हैं बागेश्वर धाम के युवा संत, कौन है पंडित धीरेंद्र शास्त्री, कैसे जान लेते हैं मन की बात
  5. Bageshwar Dham : बागेश्वर धाम कहां है? यहां कैसे पहुँचें? घर बैठे अर्ज़ी कैसे लगाएं ?
  6. Dhirendra Krishna Shastri Visit Sri Mahavir Mandir In Patna Bageshwar Dham In Bihar News Ann


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Baba Bageshwar Dhirendra Krishna Shastri Divya Darbar How To Apply In Bageshwar Dham

Bageshwar Dham: बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर में बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने दरबार को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. जानकारी के अनुसार 17 मई तक यहां बाबा का दरबार लगाने वाले हैं. बाबा बागेश्वर से जुड़े कुछ ऐसे प्रश्न हैं जो अक्सर पूछे तथा इंटरनेट पर सर्च किए जाते हैं. ये प्रश्न कौन से हैं और इनके उत्तर, आइए जानते हैं- बागेश्वर धाम की पेशी कैसे होती है? यहां अर्जी लगाने लोग दूर दूर से आते हैं. अर्जी लगने पर धीरेन्द्र शास्त्री उनका पर्चा पढ़कर उनकी समस्याओं का निवारण करते हैं. यहां अर्जी लगाने की एक प्रक्रिया है. लेकिन इतना ही पर्याप्त नहीं है, अर्जी लगने के बाद बागेश्वर धाम में पेशी लगाना भी आवश्यक माना जाता है. बताया जाता है कि जब दरबार में किसी की अर्जी लगती है तो बागेश्वर धाम दरबार में धीरेन्द्र शास्त्री खुद बता देते हैं कि उस श्रदालु को कितनी पेशी करने की जरुरत है. बागेश्वर धाम की इंटरनेट वेबसाइट की सूचना के हिसाब से कम से कम 5 मंगलवार की पेशी हर भक्त को करने का कहा जाता है. बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगती है ? दूसरा महत्वपूर्ण प्रश्न आता है कि बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने की प्रक्रिया क्या है? जानकारी के मुताबिक जिस किसी को भी बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगवानी होती है वो धाम पर जाकर रंगीन कपड़े में एक नारियल बांधकर बागेश्वर धाम परिसर में रख दे. यहां पर लाल, पीले और काले कपड़े में नारियल को बांधते है. यदि अर्जी सामान्य है तो लाल कपड़ा, अगर शादी-विवाह से जुड़ी अर्जी है तो पीला कपड़ा और अगर प्रेत बाधा से जुड़ी अर्जी है तो नारियल को काले कपड़े में बांध कर रखते हैं. बागेश्वर धाम के सन्यासी बाबा कौन थे? बागेश्वर धाम से जुड़े लोगों की म...

Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम पर तीन रंग के कपड़ों में लपेटकर क्यों चढ़ाया जाता है नारियल, जानिए क्या है इसके पीछे का रहस्य

डीएनए हिंदीःपिछले कुछ दिनों से बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) चर्चा में है. यह मंदिर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित है (Madhya Pradesh, Chhatarpur)जहां पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरबार लगाते है. कहा जाता है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री प्रसिद्ध कथावाचक रामभद्राचार्य (katha Vachak Rambhadracharya)के प्रिय शिष्यों में से एक है. मान्यता है कि बागेश्वर धाम में जो भी श्रद्धालु अपनी अर्जी लगाते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्‍हें हर कष्‍ट से मुक्ति मिलती है. आचार्य धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) यहां पर भगवान बालाजी का दरबार लगाते हैं और अनजान लोगों को उनके नाम से बुलाकर एक पर्ची में लोगों की समस्‍या भी लिख देते हैं. तो आइए जानते हैं बागेश्वर धाम Balaji Bageshwar Dham) से जुड़ी कुछ खास बातें. क्या है बागेश्वर धाम मंदिर का इतिहास (History Of Bageshwar Dham In Hindi) बागेश्वर धाम मंदिर बालाजी का पुराना चमत्‍कारिक मंदिर है. यहां पर हनुमान जी के सामने भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा मौजूद है. कहा जाता है कि 20 से 30 साल पहले करीब 1986 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया था. जिसके बाद वर्ष 1987 में यहां संत सेतु लालजी महाराज का आगमन हुआ, जो आचार्य धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री के दादा जी थे. साल 2012 में श्रद्धालुओं की समस्‍या का निराकरण करने के लिए दरबार लगाया जाने लगा. जिसके बाद वर्ष 2016 में बागेश्वर धाम में भूमि पूजन हुआ और फिर भगवान बालाजी का यह धाम समस्‍याओं के निराकरण के लिए प्रसिद्ध हो गया. यह भी पढ़ें - ऐसे लगाई जाती है अर्जी (Bageshwar Dham Me Arji Kaise Lagaye) इस मंदिर में मंगलवार को भक्‍तों की भीड़ उमड़ती है और लोग ...

Bageshwar Dham

बागेश्वर धाम श्री यंत्रम् | Bageshwar Dham yantra क्या आप खूब मेहनत करते हैं लेकिन आपकी गरीबी दूर नहीं हो रही है। दरिद्रता ने आपकी कमर तोड़ रखी है। आपकी दरिद्रता दूर होगी श्री बागेश्वर सरकार के महाप्रसाद से… एक ऐसा श्री श्री यंत्रम् जिसमें मां लक्ष्मी की कृपा और दिव्यता का अलौकिक वरदान समाहित है लेकिन ये मौका पूरे भारतवर्ष के केवल 5 हजार लोगों को ही मिलेगा। 5 हजार भाग्यशाली भक्तों के घर में अभिमंत्रित, वैदिक ब्राह्मणों द्वारा विधिपूर्वक पूजन करवाकर सिद्ध किया हुआ श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम् स्थापित करवाया जाएगा। अगर आप भी अभिमंत्रित श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम् सिर्फ बागेश्वर धाम से ही मिलेगा। इसकी कहीं और कोई शाखा नहीं है। इस संबंध में किसी अन्य संस्था या व्यक्ति के दावों से सावधान रहें। गलत लोगों की बातों में आकर कोई श्रद्धालु ठगा न जाए इसलिए इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। अधिक जानकारी के लिए आज ही सम्पर्क करेः- 8120592371, 9630313211 पूरी जानकारी के लिए बागेश्वर धाम धाम या फिर धाम में लगने वाले पूज्य गुरुदेव के दिव्य दरबार के बारे में जानकारी या फिर बागेश्वर धाम सरकार के आगामी कार्यक्रम की जानकारी हासिल करने के लिए धाम के कॉन्टेक्ट नंबर पर बात करके भी हासिल कर सकते हैं। बागेश्वर धाम का कॉन्टेक्ट नंबर है – 8982862921 / 8120592371 जय बालाजी महाराज…जय बागेश्वर धाम…. सरस राष्ट्रीय कथा व्यास श्री बालाजी महाराज के अनन्य भक्त एवं संन्यासी बाबा के कृपा पात्र और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर परम पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के श्रीमुख से होने वाली कथा का मुख्य उद्देश्य है, दुनियाभर में सनातन परं...

क्यों चर्चा में हैं बागेश्वर धाम के युवा संत, कौन है पंडित धीरेंद्र शास्त्री, कैसे जान लेते हैं मन की बात

Bageshwar dham sarkarPandit dhirendra krishna shastri biography : पंडित धीरेंद्र शास्त्री आजकल अपनी रामकथा और दिव्य दरबार को लेकर बहुत चर्चित हो रहे हैं। कुछ-एक विवादित बयानों को लेकर भी उनकी चर्चा हो रही है। कहते हैं कि वे उनके दादाजी की तरह छतरपुर के एक गांव गड़ा में बालाजी हनुमान मंदिर के पास 'दिव्य दरबार' लगाने लगे। उनके लोग इस दरबार के ‍वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते थे। धीरे-धीरे वे सोशल मीडिया के माध्यम से वे लोकप्रिय हो गए। दिव्य दरबार (divya darbar) : बताया जा रहा है कि उनके दरबार में पहले सैंकड़ों लोग अपनी समस्या लेकर आते थे। उन सैंकड़ों लोगों में से पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी किसी का भी नाम लेकर उन्हें बुलाते थे और वह व्यक्ति जब तक उनके पास पहुंचता तब तक शास्त्रीजी एक पर्चे पर उस व्यक्ति के नाम पते सहित उसकी समस्या लिख लेते और उसी में उसका समाधान भी लिख लेते। लोग आश्‍चर्य करने लगे की यह व्यक्ति किस तरह दूर दूर से आए अनजान लोगों को उनके नाम से बुला लेते है और कहता है कि आओ तुम्हारी अर्जी लग गई। धीरेंद्र शास्त्री यही नहीं लोगों को यह भी बता देते हैं कि उनकी समस्या क्या है, कितनी है और कब से है। उनके पिता का नाम क्या है और बेटे का नाम क्या है। कई मीडिया चैनल वालों ने इस बात की पड़ताल की लेकिन वह यह रहस्य नहीं जान पाए कि आखिर यह व्यक्ति कैसे लोगों के मन की बात जान लेता है। छोटे से गांव गड़ा में जब सैंकड़ों से हजारों और हजारों से लाखों लोग आने लगे तो धीरेंद्र शास्त्री जी ने दूसरे शहरों में जाकर 'दिव्य दरबार' लगाना प्रारंभ कर दिया। इस पर उनका कहना है कि लाखों लोगों का पर्चा बनाना संभव नहीं इसीलिए अब हम खुद ही लोगों के पास जाकर उनके शहर में दरबार लगा लेते हैं ताकि...

Bageshwar Dham : बागेश्वर धाम कहां है? यहां कैसे पहुँचें? घर बैठे अर्ज़ी कैसे लगाएं ?

बागेश्वर धाम का व्हाट्सएप्प नंबर क्या है? बागेश्वर धाम सरकार मंदिर बागेश्वर धाम स्वयंभू श्री हनुमान जी बाला जी का मंदिर है। आज इस मंदिर की दिव्यता पुरे विश्वभर में फ़ैल रही है। बागेश्वर धाम की दिव्य भूमि तपस्वियों की भूमि है। यह मंदिर मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बालाजी के दर्शन मात्र से ही लोगों को बाला जी की कृपा प्राप्त हो जाती है। इस मंदिर में सभी लोग अर्ज़ी के माध्यम से अपना हर कष्ट बाला जी के सामने रखते हैं। इस मंदिर के पीठाधीश्वर पूज्य महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के माध्यम से और बाला जी की कृपा से लोगों के कष्टों का निवारण होता है। यहाँ हर मंगलवार और शनिवार को बाला जी का दरबार लगता है। जिसके माध्यम से लोगों की अर्ज़ी स्वीकार होती है। लाखों लोगों की भीड़ इन दिनों बागेश्वर धाम में होती है। आइये जानते हैं यहाँ के पीठधीश्वर पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के बारे में। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी धीरेन्द्र कृष्ण जी 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में ब्रह्मण परिवार में जन्मे थे। धीरेन्द्र जी के पिता श्री रामकृपाल जी महाराज और माता सरोज जी एक सरयुपारीय ब्राम्हण परिवार से हैं। तीन भाई बहन के परिवार में महाराज जी सबसे बड़े हैं। बचपन काफी गरीबी में गुज़रा। गुरु जी का परिवार कर्मकांडी ब्राम्हण होने के कारण पूजा पाठ में विश्वास रखता था। भिक्षा में जो मिल जाता था उसे पांच लोगों का परिवार मिल के खा लेता था। इसी प्रकार उनका परिवार चलता था। इन्हीं परिस्थितियों के चलते गुरु महाराज जी को अपनी शिक्षा बीच में ही त्यागनी पड़ी। अपने परिवार में सबसे बड़े होने के कारण महाराज जी का बचपन परिवार के भरण पोषण की व्यवस्थाओं मे...

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पटना: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मंगलवार को पटना के महावीर मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने हनुमान जी की पूजा-अर्चना की. उसके बाद बागेश्वर धाम ने मंदिर के संरक्षक को हनुमंत कथा में आने का निमंत्रण दिया. महावीर मंदिर के संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने बागेश्वर धाम के मंदिर आने और दर्शन करने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम मंदिर आएं उनका स्वागत है. पटना के महावीर मंदिर के संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि उनका स्वागत है वो हर वक्त आएं. उन्होंने कहा कि वे इतने बड़े धर्म आचार्य हैं. हम उनके प्रति आभार प्रकट करते हैं. उन्होंने बहुत अच्छी-अच्छी बातें भी की इसके लिए भी हम उनका आभार प्रकट करते हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मंदिर आने पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री से बातचीत हुई है. संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने उन्हें कथा में आने के लिए कहा है. इस पर संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि अभी स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ सकता. उन्होंने कहा कि 11 तारीख तक दिल्ली अस्पताल में थे. दिल्ली में संरक्षक आचार्य किशोर कुणाल ने ऑपरेशन कराया था. उन्होंने कहा कि मैं इलाज कराकर लौटा हूं. महावीर मंदिर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मंगलवार को सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक बहुत भीड़ लगती है. उन्होंने मंदिर की व्यवस्था पर काम करने की बात करते हुए कहा कि इस पर भी काम किया जाएगा. इसके लिए तीन-चार दिन में जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि महाराज जी चले जाएंगे तब इस बारे में बात की जाएगी. इसके लिए भी काम किए जाएंगे. बता दें कि बिहार के नौबतपुर में धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा चल रही है. यह कथा 17 मई ...