बाघ की किस प्रजाति की संख्या सबसे अधिक है

  1. 29 जुलाई: अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस, भारत में बाघों की स्थिति पर मुख्य तथ्य
  2. लुप्तप्राय प्रजातियां
  3. बाघ के बारे में जानकारी
  4. बाघ (टाइगर) के बारे मे । About Tiger in Hindi


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29 जुलाई: अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस, भारत में बाघों की स्थिति पर मुख्य तथ्य

प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) मनाया जाता है. यह दिवस बाघ और उनके प्राकृतिक परिवास के सरंक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक सम्मेलन में प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को बाघ दिवस मनाने का फैसला लिया गया था. इस सम्मेलन में बाघों को लुप्तप्राय प्रजाति करार दिया था. उस समय 2022 तक बाघ की आबादी को दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा गया था. भारत ने इस टारगेट को 2018 में ही हासिल कर लिया था. 2018 में भारत में बाघों की संख्या 2967 से ज्यादा हो चुकी थी. World Wildlife Fund के अनुसार पिछले 150 सालों में बाघों की आबादी में लगभग 95 प्रतिशत की गिरावट आई है. मौजूदा समय में जिन गिने-चुने देशों में बाघ अभी बाकी हैं, उनमें भारत सबसे ऊपर है. इसके बाद रूस है जहां पर 433 बाघ हैं. इसके बाद का इंडोनेशिया जहां 371, मलेशिया में 250, नेपाल में 198 बाघ ही जिंदा हैं. भारत में बाघों की स्थिति: मुख्य तथ्य • भारत सरकार ने देश में बाघों को विलुप्त होने से बचाने के लिए 1973 में प्रॉजेक्ट टाइगर शुरू किया था. • 1973-74 में देश में केवल 9 बाघ अभयारण्‍य थे और अब इनकी संख्‍या बढकर 51 हो गई है. दुनिया में बाघों की कुल संख्‍या के मामले में भारत पहले स्थान पर है. • पर्यवारण मंत्रालय ने 2005 में नैशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) का गठन किया था. प्रॉजेक्ट टाइगर के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी NTCA सौंपी गई थी. • दुनिया में बाघों की कुल संख्‍या में से करीब 70 प्रतिशत भारत में हैं. भारत में बाघों की जनसंख्या का 80 प्रतिशत रॉयल बंगाल टाइगर है. • बाघ, भारत और बांग्लादेश दोनों का राष्ट्रीय पशु है. अखिल भारतीय बाघ आकल...

लुप्तप्राय प्रजातियां

अनुक्रम • 1 संरक्षण स्थिति • 1.1 लुप्तप्राय प्रजातियों की IUCN लाल सूची • 1.2 संयुक्त राज्य अमेरिका • 2 नैतिकता का प्रश्न • 3 जैव विविधता और लुप्तप्राय प्रजातियों पर प्रभाव • 4 प्रजातियों के अनुरक्षण का महत्व • 5 लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा में मदद • 6 बंदी प्रजनन कार्यक्रम • 7 लाभ के लिए वैध निजी उत्पादन • 8 गैलरी • 9 इन्हें भी देखें • 10 नोट • 11 संदर्भ • 12 बाहरी कड़ियाँ संरक्षण स्थिति [ ] लुप्तप्राय प्रजातियां शब्द का प्रयोग किया जाता है। IUCN वर्ग और मानदंडों के अधीन लुप्तप्राय प्रजाति, गंभीर रूप से संकटग्रस्त और असुरक्षित के बीच में है। इसके अलावा, गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति को लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में भी गिन सकते हैं और सभी मानदंडों को भर सकते हैं। विलोपन की जोख़िम वाली प्रजातियों के लिए IUCN द्वारा प्रयुक्त अधिक सामान्य शब्द है • लुप्त: प्रजातियों का अंतिम शेष सदस्य मर चुका है, या यथोचित संदेह से परे यह माना जाता है कि मर चुका हैं। उदाहरण: • जंगल में लुप्त: बंदी प्राणी जीवित रह सकते हैं, लेकिन कोई मुक्त, प्राकृतिक आबादी मौजूद नहीं है। उदाहरण: • गंभीरतः संकटग्रस्त: निकट भविष्य में • लुप्तप्राय :निकट भविष्य में विलुप्त होने की बहुत ही उच्च जोखिम का सामना कर रहे हैं। उदाहरण: • असुरक्षित: मध्यम दर्जे के विलोपन के उच्च जोखिम का सामना कर रहे हैं। उदाहरण: • • संकट के निकट: निकट भविष्य में इनके लिए ख़तरा हो सकता है। उदाहरण: • बहुत ही कम चिंताजनक: इन प्रजातियों के अस्तित्व के लिए कोई तात्कालिक ख़तरा नहीं है। उदाहरण: संयुक्त राज्य अमेरिका [ ] (सिसिनडेला नेवाडिका लिकोलनियाना) ESA के तहत संरक्षित उप-प्रजाति का एक उदाहरण है। अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में, "विलुप्...

बाघ के बारे में जानकारी

सूची • • • • • • • • • • • • बाघ एक अद्भुत जीव !! बाघ एक ऐसा जीव है जो देखने में सुंदर तो होता है मगर बहुत ही खतरनाक होता है। इसकी एक वार से किसी की भी जान जा सकती है, प्रकृति ने तो इन्हीं कई गुण दी है मगर यह कई गुणो से वंचित भी हैं। लगतार शिकार होने की वजह की वजह से उनकी जनसंख्या में भारी मात्रा में कमी आ गई है। आज यह हाल है कि ने बचाने के लिए कई प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं और इन्हें सुरक्षा दी जा रही है। इनके खाल का उपयोग होने के कारण ही मार दिया जाता था और सकॆस का सॉन्ग में उपयोग किया जाता था पर इन सभी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और बहुत ही कडा कानून बनाया गया है। भारत एक ऐसा देश है जो बाघो के लिए प्रचलित है यहां पर कई तरह के बाघ पाए जाते हैं खासकर बंगाल के बाघों के लिए। कहां पाए जाते हैं बाघ / सबसे ज्यादा बाघ किस राज्य में है !! वैसे तो यह दुनिया के हर कोने में पाए जाने वाले जानवर है मगर एशिया की हम बात करें तो यह भारत नेपाल भूटान चाइना और म्यांमार में पाए जाते हैं। भारत में कई सारे नेशनल पार्क है जहां यह मौजूद हैं और यह उन्हीं के लिए बनाए गए हैं जहां इनकी बड़ी जनसंख्या मौजूद है। इससे उनकी सुरक्षा भी हो जाती है यह खास्कर मध्यप्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र उत्तराखंड पश्चिम बंगाल कर्नाटका और केरला में मौजूद है।। बाघ संरक्षण के उपाय !! बाघ एक ऐसा जीव है जिसे बचाने की हमें सख्त जरूरत है, अगर हम कुछ उपाय करें तो हम इन्हें आसानी से बचा सकते हैं। यह कुछ उपाय हैं जिनसे हम उन्हें बचा सकते हैं | इनके एरिया में इंसानों पर प्रतिबंध लगाना, इनके प्रजाति को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना, इनके ऊपर हमेशा नजर बनाए रखना और उनका खयाल रखना, यह बोल तो नहीं सकते इसीलिए इनके लिए आवाज उठाना और उनकी जरूरतों क...

बाघ (टाइगर) के बारे मे । About Tiger in Hindi

बाघ की अद्भुद जानकारी जाने-Info About Tiger in Hindi बाघ जंगल में रहने वाला एक मांसाहारी जानवर है। यह ज्यादातर भारत, नेपाल, भूटान, व इंडोनेशिया के देशों मे अधिक पाया जाता है, यह जंगल का सबसे ताकतवर व तंदुरुस्त जानवर होता है, इसकी लम्बाई 13 फ़ीट से अधिक और वजन 300 किलोग्राम से अधिक हो सकता है। ज्यादातर ये दलदली मैदानों व घने घास के क्षेत्रों मे रहना पसंद करते है। ये शेरो की तरह झुण्ड मे रहने के बजाय, अकेला रहना अधिक पसंद करते है। बाघ को भारत का राष्ट्रिया पशु का दर्जा दिया गया है। About Tiger in Hindi Source: Pixabay बाघ की पहचान:बाघ बिल्ली के प्रजाति से सम्बंध रखता है, इसलिये ये देखने मे बिल्ली जैसा होता है लेकिन आकार मे बहुत बडा होता है, एक बाघ की लम्बाई 13 फीट और वजन 300 Kg से अधिक हो सकता है, बाघ का शरीर काला व हल्का पीले रंग का होता है, इसके शरीर पर काले रंग की धारदार पट्टिया पायी जाती है और मुह पर बिल्लीयो के जैसा मूछ होती है, इनके जबडो मे अन्य दांतो के अलावा 4 बडे व नुकीले दांत पाये जाते है। About Tiger in Hindi बाघ का के रहने का स्थान: वैसे तो बाघ श्रीलंका, तिब्बत, अंडमान-निकोबार को छोडकर एशिया के सभी भागो मे पाये जाते है, बाघ घने जंगलो के साथ-साथ दलदली व घने घासो के मैदानो मे रहना पसंद करते है, ये अच्छे तैराक भी होते है, इसलिये इन्हे पानी मे भी रहना पसंद रहता है, ज्यादातर ये पानी के समीप वाले स्थानो पर रहना पसंद करते है। बाघो की संख्या: बाघ की प्रजाति धीरे-धीरे तुप्त होती जा रही है, इसलिये सरकार द्वारा किये गये प्रयासो से बहुत अच्छा प्रभाव पडा है। वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड (World Wildlife Fund) और ग्लोबल टाइगर फोरम (Global Tiger Forum) के मुताबिक पूरे विश्व मे 70% बाघ...