बाल गोविंद भगत के प्रश्न उत्तर

  1. बालगोबिन भगत पाठ
  2. हिंदी बोध Hindi Bodha: class 10 hindi lesson 11, पाठ का नाम
  3. Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 4 बालगोबिन भगत
  4. बाल गोविंद के चरित्र की प्रमुख विशेषताएँ क्या थी?
  5. Balgobin bhagat MCQ ( बालगोबिन भगत प्रश्न उत्तर )
  6. बाल गोविंद भगत की उम्र कितनी थी?
  7. बाल गोविंद भगत आत्मा और परमात्मा के बीच कौन सा संबंध मानते हैं?
  8. बाल गोविंद भगत पाठ के लेखक का नाम क्या है?
  9. Balgobin Bhakt Class 10/बालगोबिन भगत


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बालगोबिन भगत पाठ

बालगोबिन भगत पाठ-11 महत्वपूर्ण प्रश्न, NCERT solutions for class 10th के इस ब्लॉग पोस्ट पर क्लास 10th के सभी विद्यार्थियों का इस ब्लॉग पर स्वागत है , इस ब्लॉग में आप सभी विद्यार्थियों को पाठ 11 बालगोविंद भगत से सबंधित सभी परीक्षा उपयोगी सवालों का हल इस ब्लॉग पर कवर किया गया है , इन सभी प्रश्नों के एक बार आप जरूर अध्ययन करे , आपको अपनी परीक्षा की तयारी करने काफी हेल्प मिलेगी , क्योकि इस ब्लॉग पोस्ट पर केवल परीक्षा उपयोगी सवालों का ही उत्तर दिए गए है l (1) पाठ तथा उसके लेखक का नाम लिखें ? उत्तर- पाठ का नाम बालगोबिन भगत तथा लेखक का नाम रामवृक्ष बेनीपुरी (2.) बालगोबिन की कद- काठी कैसी थी ? उत्तर-बालगोबिन का कद मंझोला था| वह गोरे चिट्ठे थे उनकी आयु साठ से अधिक होगी| (3.) उनका चेहरा कैसा लगता था? उत्तर-बालगोबिन के बाल आ गए थे| उनका चेहरा सफेद बालों से जगमगाता रहता था| (4.) वे कैसे कपड़े पहनते थे? उत्तर-NCE RT solutions for class10th हिंदी के पाठ11-बालगोबिन भगत नामक पाठ में बताया गया है की बालगोबिन बहुत कम कपड़े पहनते थे| वह कमर में केवल लंगोटी बांधते थे| उनके सिर पर कबीरपंथीयो की- सी कनपटी होती थी| जाड़े में वे अपने ऊपर काला कंबल ओढ़ लेते थे| (5.) वह किस प्रकार का टीका लगाते और माला पहनते थे? उत्तर- वे मस्तक पर रामानंदी चंदन लगाते थे| और औरतों की तरह टीका लगाते थे| वह गले में तुलसी की जड़ों की एक बेडौल माला बांधे रहते थे| (6.)बालगोबिन कैसे व्यक्ति थे? उत्तर-बालगबिन अपनी वेशभूषा रूप आकार एवं स्वस्थ के साधु प्रतीत होते थे| पर वे एक गृहस्थ भी थे| उनका एक बेटा और पुत्रवधू भी थी| (7)बालगोबिन क्या करते थे? उत्तर बालगोबिन खेती-बाड़ी का काम करते थे वह एक साफ-सुथरे मकान में रहते थे| (8)ब...

हिंदी बोध Hindi Bodha: class 10 hindi lesson 11, पाठ का नाम

प्रश्न अभ्यास प्रश्न 1. खेतीबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारित्रिक विशेषताओं के कारण साधु कहलाते थे ? उत्तर - बालगोबिन भगत बेटा-पतोहू से युक्त परिवार , खेतीबारी और साफ़-सुथरा मकान रखने वाले गृहस्थ थे , फिर भी उनका आचरण साधुओं जैसा था। वह सदैव खरी-खरी बातें कहते थे। वे झूठ नहीं बोलते थे। वे किसी की वस्तु को बिना पूछे प्रयोग नहीं करते थे। वे किसी से झगड़ा नहीं करते थे। वे अत्यंत साधारण वेशभूषा में रहते थे। वे अपनी उपज को कबीर पंथी मठ पर चढ़ावा के रूप में दे देते थे। वहाँ से जो कुछ प्रसाद रूप में मिलता था उसी में परिवार का निर्वाह करते थे। प्रश्न 2. भगत की पुत्रवधू उन्हें अकेले क्यों नहीं छोड़ना चाहती थी ? उत्तर - भगत की पुत्रवधू उन्हें इसलिए अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी, क्योंकि भगत के इकलौते पुत्र और उसके पति की मृत्यु के बाद भगत अकेले पड़ गए थे। स्वयं भगत वृद्ध हैं। नियम-धर्म का पालन करने वाले भगत अपने स्वास्थ्य की चिंता नहीं करते हैं। उसके अलावा भगत को रोटियाँ बनाकर देने वाला भी कोई नहीं था और वह उनकी सेवा करके अपना जीवन बिताना चाहती है | प्रश्न 3. भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ किस तरह व्यक्त कीं ? उत्तर - भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर सामान्य लोगों की तरह शोक और दुख प्रकट नहीं कर रहे हैं। वे मृत बेटे के सामने बैठकर मस्ती और तल्लीनता में कबीर के पद गाते रहे। वे मृत्यु को आत्मा-परमात्मा का मिलन बताकर इससे दुखी होने के बजाय खुश होने की बात कहते हैं। वे अपनी पुत्रवधू को भी रोने के स्थान पर उत्सव मनाने के लिए कहते जा रहे थे। प्रश्न 4. भगत के व्यक्तित्व और उनकी वेशभूषा को अपने शब्दों में चित्र प्रस्तुत कीजिए। उत्तर- बालगोबिन भगत मँझोले कद के गोरे-चिट्ट...

Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 4 बालगोबिन भगत

Chapter 4 बालगोबिन भगत – Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 4 बालगोबिन भगत बालगोबिन भगत के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 प्रश्न 1. बालगोबिन भगत गृहस्थ थे। फिर भी उन्हें साधु क्यों कहा जाता था? उत्तर: बालगोबिन बेटा-पतोहु वाले. गृहस्थ थे लेकिन उनका आचरण साधु जैसा था । साधु आडम्बरों या अनुष्ठानों के पालन के निर्वाह से नहीं होता । यदि कोई जटाजुटे बढ़ा लें तो साधु नहीं हो सकता । वस्तुतः साधु वह है जो आचरण में शुद्धता रखता है। बालगोबिन भगत की दिनचर्या कर्त्तव्यनिष्ठता और आत्म ज्ञान उन्हें साधु.बना दिया था। बालगोबिन भगत पाठ के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 प्रश्न 2. भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ किस तरह व्यक्त की? उत्तर: भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर विलाप नहीं करते दिखे। बल्कि मग्न हो गीत गा रहे थे उनकी भावना का वह चरम-उत्कर्ष था । वो अपने पतोह से कहते थे–आनन्द मनाओ। एक आत्मा परमात्मा से मिल गया। उनकी भावना थी कि मृत्यु के बाद आत्मा-परमात्मा से मिल जाता है जो आनन्ददायक बात है। इस भावना को वे संगीत से तथा पतोह को यथार्थता का ज्ञान देकर भावना को व्यक्त कर रहे थे। Balgobin Bhagat Class 8 Bihar Board प्रश्न 3. पुत्र-वधु द्वारा पुत्र की मुखाग्नि दिलवाना भगत के व्यक्तित्व की किस विशेषता को दर्शाता है ? उत्तर: विवाह के बाद पति पर पत्नी का सबसे अधिक अधिकार है। पत्नी का भी कर्त्तव्य सबसे अधिक पति के प्रति ही होता है। गृहस्थ आश्रम में दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। अत: पतोहु को सबसे बड़ा अधिकारी मान उसी से मुखाग्नि दिलवाया। यह कार्य भगत के व्यक्तित्व की सच्चाई और महानता को दर्शाता है। पाठ से आगे बाल गोविंद भगत के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 प्रश्न 1. “धर्म का...

बाल गोविंद के चरित्र की प्रमुख विशेषताएँ क्या थी?

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Balgobin bhagat MCQ ( बालगोबिन भगत प्रश्न उत्तर )

बालगोबिन भगत कक्षा दसवीं पाठ के आधार पर इस लेख में हमने बहु विकल्प mcq वाले प्रश्नों का संकलन तैयार किया है। जिसे पढ़कर आप पूरे पाठ का सार आसानी से समझ जाएंगे तथा ओएमआर OMR शीट पर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब भी दे सकेंगे। इतना ही नहीं आप होने वाली लिखित परीक्षाओं का भी विस्तृत रूप से उत्तर दे पाने में सक्षम होंगे। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए यह लेख आरंभ करते हैं। Balgobin Bhagat mcq Class 10 1 प्रश्न – बालगोबिन भगत पाठ का लेखक कौन है? • बालगोबिन भगत • जयशंकर प्रसाद • सूर्यकांत त्रिपाठी निराला • रामवृक्ष बेनीपुरी उत्तर – रामवृक्ष बेनीपुरी 2 प्रश्न – यह पाठ किस शैली में लिखा गया है? • रेखा चित्र शैली • कहानी • संस्मरण • उपन्यास उत्तर- रेखा चित्र शैली 3 प्रश्न बाल गोविंद की उम्र पाठ में क्या बताई गई है? • 40 साल • 50 साल • 70 साल • 60 साल से ऊपर उत्तर 60 साल से ऊपर 4 बाल गोविंद कमर में क्या बांधे रहते? • धोती • लंगोटी • शर्ट • कंबल उत्तर – लंगोटी 5 प्रश्न – पाठ के आधार पर बताइए भगत जी सिर पर क्या पहना करते थे? • कनपटी टोपी • धार्मिक गमछा • मफलर • पगड़ी उत्तर – कनपटी टोपी 6 सर्दी के मौसम में भगत जी क्या ओढ़ा रहा करते थे? • सफेद कंबल • काला कंबल • रजाई • चादर उत्तर काला कंबल 7 प्रश्न मस्तक पर भगत जी किस चीज का लेप लगाया करते थे? • हल्दी का लेप • चंदन का लेप • रोली का लेप • आटे का लेप उत्तर चंदन का लेप 8 प्रश्न- पाठ के आधार पर बताइए भगत जी गले में किस चीज की माला पहना करते थे? • रुद्राक्ष की माला • फूलों की माला • तुलसी की जड़ों की माला • मोतियों की माला उत्तर- तुलसी की जड़ों की माला 9 प्रश्न भगत जी किसको मानते थे? • कबीर को • गुरु नानक देव को • रामानंद को • पीर औलिया को...

बाल गोविंद भगत की उम्र कितनी थी?

वे भक्तिकाल में निर्गुण शाखा के रचनाकार थे। वे आदर्श पूर्ण और सादा जीवन में विश्वास करते थे, वे मूर्तिपूजा के विरोधी रहे और समाज में व्याप्त बुराइयों का सदैव विरोध किया कबीर का मानना था कि कुछ भी प्राप्त करना हो तो अपने पुरुषार्थ से करो ना कि किसी से मांग कर। इसीलिए भगत जी का उनके प्रति अगाध आस्था, प्रेम और समर्पण था। बाल गोविंद भगत कैसे गाते थे? बाल गोविंद भगत जी प्रभु-भक्ति के गाने गाया करते थे। ३. उनके यह गाने इतने मस्ती भरे होते थे कि गांव के सभी लोग उनके पास इकट्ठा हो जाते और उनके पीछे पीछे गाना दोहराने लगते, सब लोग उनके साथ मस्ती में झूमने व नाचने लगते थे और खेतों में काम करने वाले लोग– किसानों व मजदूरों के हाथ-पैर एक अलग प्रकार से लहराने-नाचने लगते थे।

बाल गोविंद भगत आत्मा और परमात्मा के बीच कौन सा संबंध मानते हैं?

कक्षा 10 में कई महत्वपूर्ण कहानियां और पाठ हैं। इन्हीं महत्वपूर्ण कहानियों में से एग्जाम में प्रश्न आते हैं। उनमें से ही एक महत्वपूर्ण पाठ है, बालगोबिन भगत। बालगोबिन भगत के इस पाठ में लेखक परिचय, पाठ का सार, कठिन शब्दार्थ आदि पाठन सामग्री मौजूद है। आइए Balgobin Bhagat Class 10 को और विस्तार से जानते हैं। Source – Eduhelpdesk Guru रामवृक्ष बेनीपुरी का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुर गाँव में सन् 1889 में हुआ था। बचपन में ही माता-पिता का निधन हो जाने के कारण, आरम्भिक वर्ष अभावों-कठिनाइयों और संघर्षों में बीते। दसवीं तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे सन 1920 में राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन में सक्रीय रूप से जुड़ गए। कई बार जेल भी गए।इनकी मृत्यु सन 1968 में हुई। प्रमुख कार्य • उपन्यास – पतितों के देश में • कहानी – चिता के फूल • नाटक – अंबपाली • रेखाचित्र – माटी की मूरतें • यात्रा-वृत्तांत – पैरों में पंख बांधकर • संस्मरण– जंजीरें और दीवारें । Source – Edu Chain – Padhai With RK • कहानी की शुरुआत में लेखक ने बालगोबिन भगत की शारीरिक बनावट को बताया है जो कद काठी से मझोला है चेहरा गोरा चिट्टा तथा साठ से ऊपर की उम्र लगती है। उसके बाल पके हुए हैं, चेहरा सफेद बालों से जगमग है वह कमर पर लंगोटी बांधे तथा कबीरपंथीयों की टोपी सिर पर पहने रहते है। सर्दियों में एक कंबल ले लेता है, बाकी समय उसे कंबल की आवश्यकता या किसी अन्य अतिरिक्त वस्त्र की आवश्यकता नहीं होती। • मस्तक पर चंदन का लेप, गले में तुलसी की माला पहने उसके वेशभूषा का वर्णन किया है। वह कोई साधु या महात्मा नहीं किंतु सत्संग के माध्यम से जो उसे ज्ञान प्राप्त होता है उसे अपने जीवन में अपनाता है तथा उसको निर्वाह करता है। घर, मक...

बाल गोविंद भगत पाठ के लेखक का नाम क्या है?

बाल गोविंद भगत जी प्रभु-भक्ति के गाने गाया करते थे। ३. उनके यह गाने इतने मस्ती भरे होते थे कि गांव के सभी लोग उनके पास इकट्ठा हो जाते और उनके पीछे पीछे गाना दोहराने लगते, सब लोग उनके साथ मस्ती में झूमने व नाचने लगते थे और खेतों में काम करने वाले लोग– किसानों व मजदूरों के हाथ-पैर एक अलग प्रकार से लहराने-नाचने लगते थे। बाल गोविन्द भगत पाठ हिंदी साहित्य की कौन सी विधा है?

Balgobin Bhakt Class 10/बालगोबिन भगत

Balgobin Bhakt Class 10/बालगोबिन भगत-रामवृक्ष बेनीपुरी NCERT Solutions/बालगोविंद भक्त का जीवन परिचय बालगोविंद भक्त/बालगोविंद भक्त पाठ का सार/Ramvriksh Benipuri Balgobin Bhakt Class 10/बालगोबिन भगत-रामवृक्ष बेनीपुरी NCERT Solutions/बालगोविंद भक्त का जीवन परिचय बालगोविंद भक्त/बालगोविंद भक्त पाठ का सार/Ramvriksh Benipuri बालगोबिन भगत पाठ का सार : बालगोविंद भगत रेखा चित्र के माध्यम से रामवृक्ष बेनीपुरी ने एक ऐसे विलक्षण चरित्र का उद्घाटन किया है जो मनुष्यता, लोक संस्कृति और सामूहिक चेतना का प्रतीक है। सन्यास का आधार जीवन के मानवीय सरोकार होते हैं। बालगोबिन भगत इसी आधार पर लेखक को सन्यासी कहते हैं। इस पाठ के माध्यम से सामाजिक रूढ़ियों पर भी प्रहार किया गया है। साथ ही हमें ग्रामीण जीवन की झांकी भी दिखाई गई है। बालगोविंद भक्त एक कबीरपंथी गृहस्थ संत थे। उनकी उम्र 60 से ऊपर ही होगी। उनके बाल पके हुए थे।कपड़ों के नाम पर सिर्फ एक लंगोटी, सर्दी के मौसम में एक काली कमली, रामनामी चंदन और गले में तुलसी की माला पहनते थे। उनके घर में एक बेटा और बहू थे। वह खेतिहर थे।झूठ, छल, प्रपंच से दूर रहते थे। वे दो टूक बातें करते थे। कबीर को अपना आदर्श मानते थे। उन्हीं के गीतों को गाते थे। अनाज पैदा कर कबीरपंथी मठ में ले जाकर दे देते तथा वहां से जो कुछ मिलता उसे अपना गुजर-बसर करते थे। उनका गायन सुनने के लिए गाँव वाले एकत्र हो जाते थे। धान की रोपनी के समय उनके गीत सुनकर बच्चे झूमने लगते, मेढ पर खड़ी औरतों के होंठ कांप उठते थे, रोपनी करने वालों की उंगलियां एक अजीब से क्रम में चलने लगती थी। कार्तिक, भादो, सर्दी-गर्मी हर मौसम में बालगोविंद भक्त सभी को अपने गायन से शीतल करते थे। बालगोविंद भक्त संत आदमी थे। ...