बाल समय रवि लिरिक्स

  1. Bal Samay Ravi Bhaksha Liyo/संकटमोचन हनुमान अष्टक:
  2. तुम राम के पुजारी हो बाल ब्रम्हचारी भजन लिरिक्स
  3. Sankat Mochan Hanuman Ashtak Benefits & Lyrics in Hindi, Eng
  4. Sankat Mochan Hanuman Ashtak
  5. Hanuman Ashtak Lyrics ( Download pdf. )
  6. संकट मोचन हनुमानाष्टक
  7. Hanuman Ashtak in Hindi [Lyrics and PDF] हनुमान अष्टक का पाठ


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Bal Samay Ravi Bhaksha Liyo/संकटमोचन हनुमान अष्टक:

Bal Samay Ravi Bhaksha Liyo Lyrics – in English. Baal samai ravi bhakshi liyo tab, Teenahu loka bhayo andhiyaro. Taahi so traas bhayo jag ko, Yah sankat kaahu so jaat na taaro. Dewan aani kari bintee tab, Chaadhi diyo ravi kasht niwaaro. Ko nahin jaanat hai jag mein kapi, sankat mochan naam tihaaro ॥ संकटमोचन हनुमान अष्टक हे प्रभु आपने अपने बाल्यकाल में सूर्य को एक फल समझकर निगल लिया था और इस कारण तीनों लोकों में अंधेरा फैल गया था और सारी सृष्टि ही भयावह हो गई थी। इस बड़े से संकट का समाधान किसी के पास में नहीं था और तब सारे देवता मिलकर आपके पास गए और आपसे प्रार्थना और विनती करने लगे। आप ने भी उस निवेदन को स्वीकार किया प्रभु, और सूर्य को मुक्त कर दिया। इस संसार में ऐसा कौन है प्रभु जो आपके संकट मोचन नाम को नहीं जानता हो। हे प्रभु बाली के भय से सुग्रीव श्री ऋष्यमुख पर्वत पर वास करते थे। एक दिन जब सुग्रीव जी ने प्रभु श्री राम और लक्ष्मण जी को देखा तो उन्होंने उन्हें बाली के द्वारा भेजा हुआ योद्धा समझा और उनसे भयभीत हो गए। उस समय प्रभु (हनुमान जी) आपने एक ब्राह्मण का वेश बनाकर प्रभु श्रीराम से उनका सत्य जाना और आपने ही सुग्रीव जी से श्री राम जी की मित्रता करवाई। इस संसार में ऐसा कौन है, प्रभु जो आपके संकट मोचन नाम को नहीं जानता हो। हे प्रभु जब सुग्रीव जी ने आपको प्रभु, हनुमान, अंगद, जामवंत इत्यादि लोगों के साथ माता सीता जी की खोज में भेजा। तब सुग्रीव जी ने कहा कि कोई भी यदि माता सीता का पता लगाए बिना यहां आ गया तो मैं उसे प्राण दंड दे दूंगा। सारी वानर सेना माता सीता को ढूंढ ढूंढ कर थक हार कर समुद्र के तट जाकर बैठ गए थे। तब भी समुद्र को पार कर आप लंका की ओर गए और आपने माता सीता...

तुम राम के पुजारी हो बाल ब्रम्हचारी भजन लिरिक्स

तुम राम के पुजारी, हो बाल ब्रम्हचारी, विनती सुनो हमारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी।bd। tum ram ke pujari ho bal brahmachari तर्ज – दिल में तुझे बिठा के। बाल समय रवि को मुख रखा, जग में हुआ अँधियारा, राम दास को ग्रसित किया है, इंद्र ने वज्र से मारा, हो गए पवन दुखारी, हो बाल ब्रम्हचारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी।bd। आप अगर ना होते सहायक, राम ना नायक होते, आप कृपा ना करते हे स्वामी, हम भी ना गायक होते, पूजे ये दुनिया सारी, Bhajan Diary Lyrics, हो बाल ब्रम्हचारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी।bd। तुम राम के पुजारी, हो बाल ब्रम्हचारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी, विनती सुनो हमारी, बजरंग गदाधारी।bd।

Sankat Mochan Hanuman Ashtak Benefits & Lyrics in Hindi, Eng

If you’re bounded by difficulties, then you should preferably visit a Hanuman Temple on a Saturday and recite Hanuman Ashtak with full faith. It is believed that Lord Hanuman blesses devotees who chant Hanuman Ashtak and fulfills all their wishes. As per the Hindu scholars, you should visit a Hanuman Temple in the morning as well as in the evening on a Saturday to do Hanuman Ashtak Path. You should light a “Deepak” made of Cow’s ghee. Now, you should sit in front of Lord Hanuman’s idol on a “Kush” Asan and recite the Hanuman Ashtak and pray to him to remove your sorrows, worries, and difficulties. It is said that by the grace of Lord Hanuman, all your sorrows, worries, and difficulties will vanish. It is also recommended that you should recite Hanuman Chalisa once you have finished chanting the Hanuman Ashtak. Lastly, you should praise Lord Hanuman by singing Hanuman Aarti. It will be a matter of few days when you will start witnessing the grace of Lord Hanuman in your life. It is also said that if you regularly do Hanuman Ashtak Path, then by the grace of Lord Hanuman, even your worst difficulties will vanish. As per Hindu beliefs, Tuesdays are also dedicated to the worship of Lord Hanuman. If you are not able to recite Hanuman Ashtak daily. In that case, you can recite it on Tuesdays and Saturdays to get the blessings of Lord Hanuman. You may also like: • • • • Table of Contents • • • • Benefits of Chanting Hanuman Ashtak • The regular recitation of Hanuman Ashtak on Tue...

Sankat Mochan Hanuman Ashtak

Sankat Mochan Hanuman Ashtak Hindi/Sanskrit Lyrics बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों I ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो I देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो I को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो I बालि की त्रास कपीस बसैं गिरि, जात महाप्रभु पंथ निहारो I चौंकि महामुनि साप दियो तब , चाहिए कौन बिचार बिचारो I कैद्विज रूप लिवाय महाप्रभु, सो तुम दास के सोक निवारो I को अंगद के संग लेन गए सिय, खोज कपीस यह बैन उचारो I जीवत ना बचिहौ हम सो जु , बिना सुधि लाये इहाँ पगु धारो I हेरी थके तट सिन्धु सबे तब , लाए सिया-सुधि प्राण उबारो I को रावण त्रास दई सिय को सब , राक्षसी सों कही सोक निवारो I ताहि समय हनुमान महाप्रभु , जाए महा रजनीचर मरो I चाहत सीय असोक सों आगि सु , दै प्रभुमुद्रिका सोक निवारो I को बान लाग्यो उर लछिमन के तब , प्राण तजे सूत रावन मारो I लै गृह बैद्य सुषेन समेत , तबै गिरि द्रोण सु बीर उपारो I आनि सजीवन हाथ दिए तब , लछिमन के तुम प्रान उबारो I को रावन जुध अजान कियो तब , नाग कि फाँस सबै सिर डारो I श्रीरघुनाथ समेत सबै दल , मोह भयो यह संकट भारो I आनि खगेस तबै हनुमान जु , बंधन काटि सुत्रास निवारो I को बंधू समेत जबै अहिरावन, लै रघुनाथ पताल सिधारो I देबिन्हीं पूजि भलि विधि सों बलि , देउ सबै मिलि मन्त्र विचारो I जाये सहाए भयो तब ही , अहिरावन सैन्य समेत संहारो I को काज किये बड़ देवन के तुम , बीर महाप्रभु देखि बिचारो I कौन सो संकट मोर गरीब को , जो तुमसे नहिं जात है टारो I बेगि हरो हनुमान महाप्रभु , जो कछु संकट होए हमारो I को दोहा लाल देह लाली लसे , अरु धरि लाल लंगूर I वज्र देह दानव दलन , जय जय जय कपि सूर II Sankat Mochan H...

Hanuman Ashtak Lyrics ( Download pdf. )

__CONFIG_colors_palette____CONFIG_colors_palette__ Hanuman Ashtakalso called the Sankat Mochan Hanuman Ashtakis a song. It has been written to praise Sri Hanuman. This devotional song was written by Tulsidaswho was considered to be a great devoteeof Sri Hanuman. Hanuman Ashtak means 8 versesthat praise Sri Hanuman. This devotional song is sung after the completion of Hanuman Chalisa in most temples. Baal Samai Rabi Bhakshi Liyo Tabh teenahu Loka Bhayo Andhiyaro Taahi So Traas Bhayo Jaga Ko Yaha Sankat Kaahu So Jaat Na Taaro Dewan Aani Kari Binatee Tabh Shaadh Diyo Rabi Kashta Niwaaro Ko Nahin Jaanat Hai Jaga May Kapi Sankat Mochan Naam Tiharo Sankat Mochan Naam Tiharo... Baali Ki Traas Kapees Basai Giri Jaat Mahaa Prabhu Pantha Nihaaro Chownkee Maha Muni Saap Diyo Tab Chahiyay Kown Bichaar Bichaaro Kai Dwija Roop Liwaaya Mahaa Prabhu So Tuma Daas Kay Soka Niwaaro Ko Nahin Jaanat Hai Jaga May Kapi Sankat Mochan Naam Tiharo Sankat Mochan Naam Tiharo... Angad Kay Sanga Layna Gayay Siya Koja Kapees Yaha Baina Uchaaro Jeevat Na Bachihow Hum So Ju Bina Sudhi Laaya Ehaan Pagu Dhaaro Hayri Thakay Tatta Sindhu Sabai Taba Laaya Siya Sudhi Praan Ubaaro Ko Nahin Jaanat Hai Jaga May Kapi Sankat Mochan Naam Tiharo Sankat Mochan Naam Tiharo... Raavana Traas Dayee Siya So Saba Raakshashi So Kahi Soka Nivaaro Taahi Samaya Hanuman Mahaprabhu Jaaya Mahaa Rajnee Charamaaro Chaahat Siya Asoka So Aagi Su Dai Prabhu Mudrika Soka Nivaaro Ko Nahin Jaanat Hai Jaga May Kapi Sankat Mochan Naam Tihaar...

संकट मोचन हनुमानाष्टक

Read in English श्री हनुमंत लाल की पूजा आराधना में संकट मोचन हनुमान अष्टक का नियमित पाठ करने से भक्तों पर आये गंभीर संकट का भी निवारण हो जाता है। ॥ हनुमानाष्टक ॥ बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों । ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो । देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ॥ १ ॥ बालि की त्रास कपीस बसैं गिरि, जात महाप्रभु पंथ निहारो । चौंकि महामुनि साप दियो तब, चाहिए कौन बिचार बिचारो । कैद्विज रूप लिवाय महाप्रभु, सो तुम दास के सोक निवारो ॥ २ ॥ अंगद के संग लेन गए सिय, खोज कपीस यह बैन उचारो । जीवत ना बचिहौ हम सो जु, बिना सुधि लाये इहाँ पगु धारो । हेरी थके तट सिन्धु सबै तब, लाए सिया-सुधि प्राण उबारो ॥ ३ ॥ रावण त्रास दई सिय को सब, राक्षसी सों कही सोक निवारो । ताहि समय हनुमान महाप्रभु, जाए महा रजनीचर मारो । चाहत सीय असोक सों आगि सु, दै प्रभुमुद्रिका सोक निवारो ॥ ४ ॥ बान लग्यो उर लछिमन के तब, प्राण तजे सुत रावन मारो । लै गृह बैद्य सुषेन समेत, तबै गिरि द्रोण सु बीर उपारो । आनि सजीवन हाथ दई तब, लछिमन के तुम प्रान उबारो ॥ ५ ॥ रावन युद्ध अजान कियो तब, नाग कि फाँस सबै सिर डारो । श्रीरघुनाथ समेत सबै दल, मोह भयो यह संकट भारो I आनि खगेस तबै हनुमान जु, बंधन काटि सुत्रास निवारो ॥ ६ ॥ बंधु समेत जबै अहिरावन, लै रघुनाथ पताल सिधारो । देबिहिं पूजि भलि विधि सों बलि, देउ सबै मिलि मन्त्र विचारो । जाय सहाय भयो तब ही, अहिरावन सैन्य समेत संहारो ॥ ७ ॥ काज किये बड़ देवन के तुम, बीर महाप्रभु देखि बिचारो । कौन सो संकट मोर गरीब को, जो तुमसे नहिं जात है टारो । बेगि हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होय हमारो ॥ ...

Hanuman Ashtak in Hindi [Lyrics and PDF] हनुमान अष्टक का पाठ

Hanuman Ashtak in Hindi: सनातन धर्म में संकट मोचन हनुमान जी को भगवान शिव का अंश माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति मंगलवार के दिन हनुमान अष्टक श्लोक का विधिपूर्वक पाठ करता है, उसके सारे संकट, दुःख दर्द और शारीरिक बीमारियों को हनुमान जी हर लेते हैं। वैसे देखा जाए तो इस पाठ का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम नहीं है। क्योंकि आप इसका पाठ कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं। लेकिन मंगलवार के दिन इस का पाठ करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। तो चलिए दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं की हनुमान अष्टक का पाठ करने की विधि क्या है और इससे कौन से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं? क्योंकि जब सारे वानर दल सीता मां को ढूंढते- ढूंढते थक जाते हैं, तब हनुमान जी ने लंका में प्रवेश करके मां सीता को ढूंढा था। इन सभी के अलावा जब रावण के भाई अहिरावण ने छल करके राम और लक्ष्मण का हरण कर लिया था, तब हनुमानजी ही पताल लोक जाकर अहिरावण का वध करके राम और लक्ष्मण को छुड़ाया था। इन सभी बातों का हनुमान अष्टक पाठ में वर्णन किया गया है। जिसका मंगलवार के दिन शुद्ध मन से पाठ करने पर हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। हनुमान अष्टक के श्लोकों में संकट मोचन हनुमान जी के वीरता का बखान किया गया है। इसमें हनुमान जी द्वारा सूर्य देव को निगल लिए जाने से लेकर ब्राह्मण भेष में राजा सुग्रीव से प्रभु श्री राम की मित्रता कराने और श्री राम जी की आज्ञा पर सीता माता का पता लगाने जैसे कार्यों का वर्णन किया गया है। Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों I ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो I देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो I को नहीं जानत है ज...