बायोगैस क्या है

  1. बायोगैस किससे बनाई जाती है
  2. बायोगैस क्या है इसके क्या लाभ है
  3. बायोगैस क्या है?
  4. बायोगैस का निर्माण कैसे होता है? – ElegantAnswer.com
  5. बायोगैस का मुख्य घटक है
  6. बायोगैस किसे कहते हैं इसके उपयोग, लाभ और हानि
  7. बायोगैस


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बायोगैस किससे बनाई जाती है

बायोगैस बायोगैस ऊर्जा का एक ऐसा स्रोत है, जिसका बारंबार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उपयोग घरेलू तथा कृषि कार्यों के लिए भी किया जा सकता है। बायोगैस क्या है? इसका मुख्य घटक हाइड्रो-कार्बन है, जो ज्वलनशील है और जिसे जलाने पर ताप और ऊर्जा मिलती है। बायोगैस का उत्पादन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया द्वारा होता है, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया जैविक कचरे को उपयोगी बायोगैस में बदला जाता है। चूंकि इस उपयोगी गैस का उत्पादन जैविक प्रक्रिया (बायोलॉजिकल प्रॉसेस) द्वारा होता है, इसलिए इसे जैविक गैस (बायोगैस) कहते हैं। मिथेन गैस बायोगैस का मुख्य घटक है। बायोगैस उत्पादन की प्रक्रिया बायोगैस निर्माण की प्रक्रिया उल्टी होती है और यह दो चरणों में पूरी होती है। इन दो चरणों को क्रमश: अम्ल निर्माण स्तर और मिथेन निर्माण स्तर कहा जाता है। प्रथम स्तर में गोबर में मौजूद अम्ल निर्माण करनेवाले बैक्टीरिया के समूह द्वारा कचरे में मौजूद बायो डिग्रेडेबल कॉम्प्लेक्स ऑर्गेनिक कंपाउंड को सक्रिय किया जाता है। चूंकि ऑर्गेनिक एसिड इस स्तर पर मुख्य उत्पाद होते हैं, इसलिए इसे एसिड फॉर्मिंग स्तर कहा जाता है। दूसरे स्तर में मिथेनोजेनिक बैक्टीरिया को मिथेन गैस बनाने के लिए ऑर्गेनिक एसिड के ऊपर सक्रिय किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ हालांकि जानवरों के गोबर को बायो गैस प्लांट के लिए मुख्य कच्चा पदार्थ माना जाता है, लेकिन इसके अलावा मल,मुर्गियों की बीट और कृषि जन्य कचरे का भी इस्तेमाल किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के फायदे • इससे प्रदूषण नहीं होता है यानी यह पर्यावरण प्रिय है। • बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ गांवों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। • इनसे सिर्फ बायोगैस ...

बायोगैस क्या है इसके क्या लाभ है

बायोगैस क्या है इसके क्या लाभ है बायोगैस – यह मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन तथा हाइड्रोजन सल्फाइड का मिश्रण है। इसका मुख्य अवयव मीथेन है जोकि एक उत्तम ईंधन है। बायोगैस के उपयोग – (i) यह खाना पकाने के लिए ईंधन के रूप में प्रयुक्त होती है। (ii) यह इंजन चलाने के लिए ईंधन के रूप में प्रयोग की जाती है। (iii) यह सड़क पर रोशनी के लिए भी प्रयोग की जाती है। रसायन विज्ञान के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न रसायन विज्ञान ,विज्ञान की एक महत्वपूर्ण शाखा है.किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सामान्य विज्ञान से सम्बन्धित प्रश्न जरुर पूछे जाते हैं और जिनमें रसायन विज्ञान के प्रश्न भी होते हैं. इसलिए जो उम्मीदवार प्रतियोगी परीक्षाएं की तैयारी कर रहे है ,उन्हें नीचे रसायन विज्ञान से रिलेटिड और भी काफी महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए जो अक्सर exam में आते रहते है .जहाँ से आप अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकते है . पेट्रोलियम के हाइड्रोकार्बन इस पोस्ट में आपको बायोगैस क्या है इसके क्या लाभ है बायोगैस का मुख्य घटक कौन सा है बायोगैस में कौन कौन सी गैस होती है बायोगैस के उपयोग प्रथम बायोगैस संयंत्र बायोगैस प्लांट हिंदी बायोगैस बैक्टीरिया बायोगैस में कौन कौन गैस होता है बायोगैस का उपयोग बायोगैस के लाभ रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न रसायन विज्ञान जीके से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.

बायोगैस क्या है?

बायोगैस ऊर्जा का एक ऐसा स्रोत है, जिसका बारंबार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उपयोग घरेलू तथा कृषि कार्यों के लिए भी किया जा सकता है। बायोगैस क्या है? इसका मुख्य घटक हाइड्रो-कार्बन है, जो ज्वलनशील है और जिसे जलाने पर ताप और ऊर्जा मिलती है। बायोगैस का उत्पादन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया द्वारा होता है, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया जैविक कचरे को उपयोगी बायोगैस में बदला जाता है। चूंकि इस उपयोगी गैस का उत्पादन जैविक प्रक्रिया (बायोलॉजिकल प्रॉसेस) द्वारा होता है, इसलिए इसे जैविक गैस (बायोगैस) कहते हैं। मिथेन गैस बायोगैस का मुख्य घटक है। बायोगैस उत्पादन की प्रक्रिया बायोगैस निर्माण की प्रक्रिया उल्टी होती है और यह दो चरणों में पूरी होती है। इन दो चरणों को क्रमश: अम्ल निर्माण स्तर और मिथेन निर्माण स्तर कहा जाता है। प्रथम स्तर में गोबर में मौजूद अम्ल निर्माण करनेवाले बैक्टीरिया के समूह द्वारा कचरे में मौजूद बायो डिग्रेडेबल कॉम्प्लेक्स ऑर्गेनिक कंपाउंड को सक्रिय किया जाता है। चूंकि ऑर्गेनिक एसिड इस स्तर पर मुख्य उत्पाद होते हैं, इसलिए इसे एसिड फॉर्मिंग स्तर कहा जाता है। दूसरे स्तर में मिथेनोजेनिक बैक्टीरिया को मिथेन गैस बनाने के लिए ऑर्गेनिक एसिड के ऊपर सक्रिय किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ हालांकि जानवरों के गोबर को बायो गैस प्लांट के लिए मुख्य कच्चा पदार्थ माना जाता है, लेकिन इसके अलावा मल,मुर्गियों की बीट और कृषि जन्य कचरे का भी इस्तेमाल किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के फायदे •इससे प्रदूषण नहीं होता है यानी यह पर्यावरण प्रिय है। •बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ गांवों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। •इनसे सिर्फ बायोगैस का उत्पादन ...

बायोगैस का निर्माण कैसे होता है? – ElegantAnswer.com

बायोगैस का निर्माण कैसे होता है? इसे सुनेंरोकेंबायोगैस का उत्पादन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया द्वारा होता है, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया जैविक कचरे को उपयोगी बायोगैस में बदला जाता है। चूंकि इस उपयोगी गैस का उत्पादन जैविक प्रक्रिया (बायोलॉजिकल प्रॉसेस) द्वारा होता है, इसलिए इसे जैविक गैस (बायोगैस) कहते हैं। मिथेन गैस बायोगैस का मुख्य घटक है। बायोगैस के उत्पादन में सहायक जीवाणु कौन सा होता है? इसे सुनेंरोकेंदूसरे स्तर में मिथेनोजेनिक बैक्टीरिया को मिथेन गैस बनाने के लिए ऑर्गेनिक एसिड के ऊपर सक्रिय किया जाता है. हालांकि जानवरों के गोबर को बायोगैस प्लांट के लिए मुख्य कच्चा पदार्थ माना जाता है, लेकिन इसके अलावा मल,मुर्गियों की बीट और कृषि जन्य कचरे का भी इस्तेमाल किया जाता है गोबर गैस से बिजली कैसे बनती है? इसे सुनेंरोकेंबैट्री सेल का कवर उतार कर उसमें पाजिटिव निगेटिव तार जोड़ देते हैं और फिर इन्हें अलग-अलग तीन कुल्हड़ में भरे गोबर के घोल में डाल देते हैं. इस घोल में थोड़ा सा नमक, कपड़ा धोने का साबुन या पाउडर मिला देते हैं. इस तरह घर बैठे रोशनी पैदा करने का प्रयोग सफल देख पूरेझाम में घर-घर लोग बिजली बनाने लगे गोबर गैस क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंगोबर में ऊर्जा बहुत बड़ी मात्रा में होती है जिसको गोबर गैस प्लांट में किण्वन (फर्मंटेशन) करके निकाला जा सकता है। इस ऊर्जा का उपयोग र्इंधन, प्रकाश व कम हॉर्स पावर के डीजल ईंजन चलाने के लिए किया जा सकता है। प्लांट से निकलने वाले गोबर का खाद के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं बायोगैस क्या है इसका उपयोग? इसे सुनेंरोकेंबायो गैस के क्या – क्या उपयोग है? बायोगैस संयंत्र से प्राप्त गैस का उपयोग भोजन पकाने व रोशनी करने के लिए किया जाता...

बायोगैस का मुख्य घटक है

बायोगैस ऊर्जा का एक ऐसा स्रोत है, जिसका बारंबार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उपयोग घरेलू तथा कृषि कार्यों के लिए भी किया जा सकता है। बायोगैस क्या है? इसका मुख्य घटक हाइड्रो-कार्बन है, जो ज्वलनशील है और जिसे जलाने पर ताप और ऊर्जा मिलती है। बायोगैस का उत्पादन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया द्वारा होता है, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया जैविक कचरे को उपयोगी बायोगैस में बदला जाता है। चूंकि इस उपयोगी गैस का उत्पादन जैविक प्रक्रिया (बायोलॉजिकल प्रॉसेस) द्वारा होता है, इसलिए इसे जैविक गैस (बायोगैस) कहते हैं। मिथेन गैस बायोगैस का मुख्य घटक है। बायोगैस उत्पादन की प्रक्रिया बायोगैस निर्माण की प्रक्रिया उल्टी होती है और यह दो चरणों में पूरी होती है। इन दो चरणों को क्रमश: अम्ल निर्माण स्तर और मिथेन निर्माण स्तर कहा जाता है। प्रथम स्तर में गोबर में मौजूद अम्ल निर्माण करनेवाले बैक्टीरिया के समूह द्वारा कचरे में मौजूद बायो डिग्रेडेबल कॉम्प्लेक्स ऑर्गेनिक कंपाउंड को सक्रिय किया जाता है। चूंकि ऑर्गेनिक एसिड इस स्तर पर मुख्य उत्पाद होते हैं, इसलिए इसे एसिड फॉर्मिंग स्तर कहा जाता है। दूसरे स्तर में मिथेनोजेनिक बैक्टीरिया को मिथेन गैस बनाने के लिए ऑर्गेनिक एसिड के ऊपर सक्रिय किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ हालांकि जानवरों के गोबर को बायो गैस प्लांट के लिए मुख्य कच्चा पदार्थ माना जाता है, लेकिन इसके अलावा मल,मुर्गियों की बीट और कृषि जन्य कचरे का भी इस्तेमाल किया जाता है। बायोगैस उत्पादन के फायदे • इससे प्रदूषण नहीं होता है यानी यह पर्यावरण प्रिय है। • बायोगैस उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ गांवों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। • इनसे सिर्फ बायोगैस का उत्पा...

बायोगैस किसे कहते हैं इसके उपयोग, लाभ और हानि

बायोगैस गाय का गोबर बायोगैस के उत्पादन का मुख्य स्रोत है क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से कई बैक्टीरिया होते हैं जो कार्बनिक पदार्थों के अपघटन में मदद करते हैं। यही कारण है कि बायोगैस को गोबर गैस कहा जाता हैं। गाय के गोबर में मेथनोबैक्टीरियम होता है जो गाय के बायोगैस की संरचना उपयोग किए गए सब्सट्रेट और सब्सट्रेट के अपघटन के लिए उपलब्ध शर्तों के अनुसार बायोगैस की संरचना भिन्न हो सकती हैं। इसमें मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, हाइड्रोजन सल्फाइड और ऑक्सीजन शामिल हैं। बायोगैस के गैसों के Methane CH₄ 50-70 Carbon Dioxide CO₂ 25-50 Nitrogen N₂ 0-9 Hydrogen H₂ 0-1 Hydrogen Sulfide H₂S 0.1-0.5 Oxygen O₂ 0-0.5 इन गैसों के अलावा हम बायोगैस में जलवाष्प भी पाते हैं। जलवाष्प की मात्रा सब्सट्रेट मिश्रण में मौजूद तापमान नमी पर निर्भर करती हैं। कभी-कभी हमें बायोगैस के मिश्रण में निम्नलिखित प्रदूषक भी मिलते हैं। सल्फर यौगिक :- यदि बायोगैस में सल्फर यौगिक मौजूद हैं तो बायोगैस के जलने से सल्फर डाइऑक्साइड और सल्फ्यूरिक एसिड पैदा होता है जो अमोनिया :- यदि बायोगैस में अमोनिया मौजूद है तो बायोगैस के जलने से नाइट्रोजन ऑक्साइड भी बनते हैं जो पर्यावरण के लिए खतरनाक और जहरीले होते हैं। Siloxanes :- Siloxanes सिलिकॉन के यौगिक हैं। कभी-कभी बायोगैस में सिलोक्सेन मौजूद होते हैं जो जलने पर सिलिकॉन पैदा करते हैं। सिलिकॉन ऑक्सीजन के साथ मिलकर सिलिकॉन के ऑक्साइड पैदा करता है। सिलिकॉन के ऑक्साइड स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते हैं। बायोगैस का उत्पादन बायोगैस का उत्पादन सदियों से होता आ रहा है। यह मुख्य रूप से कृषि अपशिष्ट और गाय के गोबर का उपयोग करके ईंधन और खाद बनाने की बहुत पुरानी विधि हैं। ...

बायोगैस

बायोगैस बायोगैस हालिया मृत ऑर्गेनिज्म से बनता है, इसलिए यह वातावरण में कार्बन स्तर को नहीं बिगाड़ती। बायोगैस जीवाश्म ईंधन के बजाय इसलिए भी बेहतर है क्योंकि यह सस्ता और नवीकृत ऊर्जा है। विकासशील देशों के लिए यह फायदेमंद है क्योंकि इसे छोटे संयंत्रों में बनाया जा सकता है, लेकिन कुछ लोगों का कहना है फसलों से प्राप्त किए जाने वाले ईंधन से खाद्य पदार्थो की कमी हो जाएगी और इससे वन कटाव, जल व मिट्टी में प्रदूषण, या तेल उत्पादक देशों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बायोगैस प्लांट में पशुओं के व्यर्थ पदार्थ या एनर्जी क्रॉप्स के उपयोग से बायोगैस बनाई जाती है। एनर्जी क्रॉप्स को भोजन के बजाय बायोफ्यूल्स के लिए उगाया जाता है। बायोफ्यूल बायोमास कहे जाने वाले मृत ऑर्गेनिक तत्वों से बनाया जाता है और यह तरल, गैसीय या ठोस रूप में हो सकता है। एक बायोगैस प्लांट में एक डाइजेस्टर और गैस होल्डर होता है जो ईंधन निर्माण करता है। प्लांट का डाइजेस्टर एयरटाइट होता है जिसमें व्यर्थ पदार्थ डाला जाता है और गैस होल्डर में गैस का संग्रहण होता है। बायोगैस प्लांट का निर्माण गैस की जरूरत और व्यर्थ पदार्थ की उपलब्धता पर निर्भर करता है। साथ ही डाइजेस्टर के बैच फीडिंग या लगातार फीडिंग पर भी। बायोगैस प्लांट जमीन की सतह या उसके नीचे बनाया जाता है और दोनों मॉडलों के अपने फायदे-नुकसान हैं। सतह पर बना प्लांट रख-रखाव में आसान होता है और उसे सूरज की गर्मी से भी लाभ होता है, लेकिन इसके निर्माण में अधिक ध्यान देना होता है क्योंकि वहां डाइजेस्टर के अंदरूनी दबाव पर ध्यान देना होता है। इसके विपरीत सतह के नीचे स्थित प्लांट निर्माण में आसान लेकिन रख-रखाव में मुश्किल होता है। संरचना [ ] बायोगैस का सामान्य (Typical) संरचना यौगिक आ...