Baccho ki khasi ki dawa

  1. बच्चों की खांसी का इलाज और घरेलू उपचार
  2. बुखार के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, टैबलेट, उपचार
  3. बच्चों के लिए खांसी के 10 उपचार
  4. आँख से कीचड़ आना के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  5. खांसी से परेशान है बच्चा तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे


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बच्चों की खांसी का इलाज और घरेलू उपचार

Image: Shutterstock अक्सर छोटे बच्चों को खांसी-जुकाम जैसी समस्याओं से जूझते पाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि बच्चों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिस कारण उन्हें सर्दी जल्दी पकड़ लेती है और खांसी होने लगती है। इसके लिए कुछ लोग घरेलू उपचार अपनाते हैं, तो कुछ डॉक्टर से परामर्श कर बच्चों को दवा देते हैं। बच्चों को खांसी क्यों होती है? जब किसी अवरोध के कारण वायुमार्ग बंद होने लगता है, तो खांसने से यह अवरोध हटता है और गले को राहत पहुंचती है। खांसी किसी भी हानिकारक पदार्थ जैसे धूल या खाद्य कणों को साफ करने में मदद करती है, जो किसी वजह से सांस के साथ अंदर चले जाते हैं। यह श्वसन तंत्र के अतिरिक्त स्राव जैसे बलगम को भी दूर करने में मदद करता है। जब स्राव होता है, तो इसे गीली खांसी के रूप में जाना जाता है, वर्ना इसे सूखी खांसी कहा जाता है। बच्चों को खांसी होने का कारण क्या है? बच्चों को खांसी होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। नीचे हम नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली खांसी के 10 कारण बता रहे हैं : 1. सामान्य खांसी : यह आम खांसी होती है और जब ठीक होने लगती है, तो सूखी खांसी रूप लेकर खत्म हो जाती है। सामान्य खांसी के लिए कई वायरस जिम्मेदार होते हैं, जिनमें राइनोवायरस सबसे आम है। 2. काली खांसी : इसमें खांसी के साथ बलगम भी निकलता है। इसी के साथ लंबी सांस लेते समय आवाज भी आती है। बोर्डेटेला पर्टुसिस बैक्टीरिया के कारण काली खांसी होती है, जो कभी कुछ दिन, तो कभी महीनों तक बनी रहती है 3. क्रूप: यह वायुमार्ग में सूजन आने के कारण होने वाली खांसी है। इस वजह से बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होती है। 4. लंग या साइनस संक्रमण : फेफड़ों के संक्रमण से फेफड़ों में कफ बनने लगता है, जिससे ग...

बुखार के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, टैबलेट, उपचार

हमारे शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री F (37 डिग्री C)होता है। जब शरीर का तापमान सामान्य अवस्था से अधिक बढ़ना शुरू हो जाता है तो उस स्थिति को बुखार यापयरेक्सिया (pyrexia) कहते हैं। बुखार शरीर का बीमारी से लड़ने का एक तरीका है। इसलिएबुखार संक्रमण का एक लक्षण है।संक्रमण के दौरान हमारा रक्त और लसीका प्रणाली सफेद रक्त कोशिकाओं (डब्ल्यूबीसी- WBC) का उत्पादन करता है,जो संक्रमण (रोगाणुओं) से लड़ती हैं। इस स्थितिमें हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसके कारण हमारी मांसपेशियों परदबाव पड़ता है और कंपकपीहोने लगती है। आमतौर पर हमारे शरीर का तापमान 41 से 42 डिग्री सेल्सियस (105.8 से 107.6 डिग्री फारेनहाइट) से ऊपर नहीं जाता है। हम सभी को बुखार के कारण शरीर में उठने वाली ठंडी लहरों और थकावट का सामना करना पड़ा है। बुखार कई अन्य परिस्थितियों के कारण भी हो सकता है, जो कभी सामान्य रहता है तो कभी गंभीर स्थिति तक भी पहुँच सकता है। इसके अंतर्गतवायरल (viral), बैक्टीरियल (bacterial) और परजीवी संक्रमण (parasitic infections) शामिल हैं, जैसे कि साधारण यह हाइपरथर्मिया (hyperthermia) से भिन्न होता है। हाइपरथर्मिया में शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जो एक सेट पॉइंट तापमान से ज्यादा होता है।ऐसाया तो बहुत गर्मी के उत्पन्न होने सेया फिर पर्याप्त मात्रा में गर्मी के बाहर न निकलने सेहोता है। (और पढ़ें - किस तापमान को बुखार कहा जाता है? • निम्न स्तर के बुखारकी सीमा लगभग 100 डिग्रीF - 101 डिग्रीF तक होती है। • 102 डिग्रीF वयस्कों के लिए मध्यवर्ती स्तर है पर इतना ही तापमान अगर शिशुओं (0-6 महीने) का है तो उन्हें फ़ौरन ही चिकित्सा देखभाल के लिए ले जाना चाहिए। • उच्च स्तर केबुखार की सीमा 103 डिग्री F-104 डिग्री F तक हो...

बच्चों के लिए खांसी के 10 उपचार

बच्चों में खांसी एक आम समस्या है जिससे वे अक्सर परेशान रहते हैं। यह समस्या रात के समय में और भी ज्यादा प्रभावी इसलिए लगती है क्योंकि एक तरफ खांसी के कारण आपका बच्चा परेशान होता है और दूसरी तरफ उसकी नींद भी पूरी नहीं हो पाती है जिस कारण से बच्चा अधिक बीमार भी हो सकता है। वास्तव में खांसी विशेषकर शिशुओं और बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली कम होने के कारण होती है इसलिए अक्सर मांए अपने बच्चे की इस जटिल समस्या को खत्म करने के लिए घरेलू उपचारों की खोज करती हैं।यदि खांसी के कारण आपके बच्चे की भी नींद खराब होती है तो यहाँ आपके लिए खास आजमाए हुए प्रभावी घरेलू उपचारों की सूची दी हुई है। किंतु आइए पहले खांसी होने के कुछ कारणों को जानते हैं । बच्चों को रात में खांसी होने के कुछ उपचार सर्दी-जुकाम से लेकर फेफड़ों के संक्रमण तक बच्चों में खांसी का कोई भी कारण हो, यह समस्या उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान कर ही देती है।बच्चों को खांसी विशेषकर रात में अधिक तीव्रता से प्रभावित करती है जिससे उनकी नींद पर काफी असर पड़ता है या नींद खराब हो सकती है और इसके परिणाम-स्वरुप बच्चे दिन-भर थका हुआ महसूस करते हैं।यदि आपके बच्चे को भी रात में अत्यधिक खांसी होती है तो निम्नलिखित उपचार आपकी मदद कर सकते हैं। १. नीलगिरी के तेल का चमत्कार नीलगिरी का तेल बच्चों की खांसी, साइनस, ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं को ठीक करने में सक्षम है।यदि आपका बच्चा 2 वर्ष से कम उम्र का है, तो उसके तलिए और बिस्तर पर नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डाल दें। यह आपके बच्चे की बंद नाक को खोलता है और उन्हें जुकाम से मुक्त रखता है।दिन के समय में आप अपने बच्चे के कपड़ों पर भी नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डाल सकती हैं। हमेशा याद रखें यदि आपका ...

आँख से कीचड़ आना के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

आंख से कीचड़ आना क्या होता है? आंख से कीचड़ आने का मतलब है आंख से एक पीले, चिपचिपे और पपड़ी वाले पदार्थ का रिसाव होना, जिससे ऐसा लगता है जैसे आपकी आंख को गोंद से चिपकादिया गया है। आमतौर पर, आंख से रिसाव होना हानिकारक नहीं होता, लेकिन कुछ मामले गंभीर भी हो सकते हैं। यह समस्या बड़ों, छोटों और महिलाओं एवं पुरुषों को सामान्य रूप से प्रभावित करती है। आंख से कीचड आना कुछ समय के लिए भी हो सकता है, जैसे सो कर उठने पर और यह लम्बे समय के लिए भी आपको प्रभावित कर सकता है, जिसके लिए आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। आंख से कीचड़ आने का कारण " (और पढ़ें - इसके साथ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे (और पढ़ें - सोकर उठने पर आंख से थोड़ा रिसाव होना आम बात है, लेकिन अधिक रिसाव होना या पीले/हरे रंग का रिसाव होना एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। अगर आपकी आंख से असामान्य रिसाव हो रहा है, तो अपने डॉक्टर के पास जाएं। अगर आपकी आंख सेरिसाव किसी (और पढ़ें - आंख से कीचड़ आने के कितने प्रकार होते हैं? आंख से कीचड़ आने के निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं - • पानी वाला रिसाव - आंख से पानी वाला रिसाव "कंजंक्टिवाइटिस" (आंख आना), "एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस" (Allergic conjunctivitis), आंखों के संक्रमण, आंखों का सूखापन, आंख में चोट और "टीयर डक्ट इन्फेक्शन"(Tear duct infection: आंखों की अश्रु नलिका का इन्फेक्शन) में होता है। • पपड़ी वाला रिसाव - आंख से पपड़ी वाला रिसाव "ब्लेफेराइटिस" (Blepharitis: पलकों की सूजन), "बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस" (Bacterial conjunctivitis), गुहेरी और अन्य आंखों के संक्रमण के कारण होता है। • चिपचिपा और लसीला रिसाव - इस प्रकार का रिसाव गुहेरी, "बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस" (Bacterial conjunctivitis), "कॉ...

खांसी से परेशान है बच्चा तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

खांसी का इलाज (cough in hindi ): बदलते मौसम में बच्चों को सर्दी जुकाम (sardi jukam) और खांसी( khansi)होना आम बात है। गले में खराश( gale me kharash) या गला बैठ जाने की समस्या को अक्सर पेरेंट्स सिरप या मेडिसन से दूर करने की कोशिश करते हैं लेकिन इससे भी कोई फर्क नजर नहीं आता। ऐसे में आज हम आपको खांसी केघरेलू नुस्खे Khansi Ka Gharelu Ilajबताएंगे, जिससे बच्चों की खांसी मिनटों में छूमतंर हो जाएगी। खांसी का घरेलू इलाज (khansi ke gharelu nuskhe) तुलसी की चाय सर्दी खांसी होने पर बच्चे को तुलसी का रस पीने के लिए दें। इसके अलावा आप उन्हें काढ़ा बनाकर भी दे सकते हैं। इसके लिए 1/2 इंच अदरक, 1 ग्राम तेजपत्‍ते को 1 कप पानी में भिगो दें। इसके बाद इसमें 1 चम्मच मिश्री मिलाकर दिन में तीन बार बच्चों को पिलाएं। सरसों का तेल और लहसुन की मालिश खांसी को दूर करने के लिए 2 चम्मच सरसों के तेल को थोड़ा गर्म करें। इसके बाद इसमें लहसुन की कलियां डालकर भून लें। इसके बाद इस तेल से बच्चे की छाती और गले की मालिश करें। शहद और काली मिर्च बच्चों की खांसी का यह सबसे अच्छा इलाज है। एक कटोरी में 2 चम्मच शहद और 2 चुटकी काली मिर्च पाउडर को मिक्स करके हर दो घंटे में बच्चे को पीलाएं। इससे खांसी कुछ समय में ही दूर हो जाएगी। सेब का सिरका सेब के सिरके में जीवाणुरोधी तत्व होते हैं, जो गले में बैक्टीरिया पैदा करने और कफ को खत्म करने में मदद करते हैं। एक कटोरी में 1 टेबलस्पून सेब का सिरका, 1 टीस्पून अदरक और 1 टीस्पून शहद मिक्स करें। रात में सोने से आधे घंटे पहले इस मिश्रण को अपने बच्चे को खिलाएं। सुबह तक खांसी गायब हो जाएगी। एलोवेरा और शहद एलोवेरा खांसी को कम करने और बलगम को खत्म करने के लिए अचूक नुस्खा है। 1 टेबलस्पून ए...