Bacho ki immunity kaise badhaye in hindi

  1. Bache Ki Immunity Kaise Badhaye, जाने छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए कारगर उपाय
  2. Immunity Kaise Badhaye
  3. इम्युनिटी बढ़ाने के जबरदस्त घरेलू उपाय और तरीके
  4. Immunity kaise badhaye? इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं? Best information 2021
  5. कोरोनावायरस से बचाने के लिए बच्चों की इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं: टिप्स और हेल्दी रेसिपी
  6. अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करें (Immunity Kaise Badhaye, Strong Immune System Paye)
  7. रेड ब्लड सेल्स काउंट कैसे बढ़ाएं
  8. बच्चों की लंबाई (हाइट) कैसे बढ़ाएं?


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Bache Ki Immunity Kaise Badhaye, जाने छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए कारगर उपाय

दोस्तों आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए ( Bache Ki Immunity Kaise Badhaye), बच्चों को वायरल बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी है कि उनका इम्यून सिस्टम मजबूत हो। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में काफी कमजोर होती है। बच्चे आसानी से वायरस और फ्लू आदि की चपेट में आ जाते हैं क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) कमजोर होती है। यहां नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनके आधार पर आप अपने छोटे बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उनका इम्यून सिस्टम पहले से ही बहुत कमजोर स्थिति में होता है और इसलिए उन्हें किसी भी तरह के संक्रमण और फ्लू होने का खतरा अधिक होता है, जिसके कारण आपको बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत होती है। जानकारों की मानें तो हल्दी मिले दूध से बच्चे को कई फायदे होते हैं। यह बच्चों को सर्दी-खांसी से दूर रखता है। हल्दी वाले दूध में मौजूद एंटीबायोटिक्स बच्चे के शरीर में फ्री रेडिकल्स सेल्स से लड़ते हैं। यही कारण है कि बदलते मौसम में दूध में हल्दी मिलाकर पीने से सर्दी, खांसी, गले में खराश और मौसमी बुखार से छुटकारा मिलता है। हल्दी में मौजूद एंटीबायोटिक्स और दूध में मौजूद कैल्शियम दोनों ही छोटे बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इसलिए किसी भी तरह का फ्रैक्चर होने पर भी हल्दी-दूध पीने की विशेष सलाह दी जाती है। वहीं हल्दी में 6 प्रतिशत करक्यूमिन होता है, जो बच्चों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को (Immunity) बढ़ाता है और बैक्टीरिया को मारता है और प्रभावी रूप से इसके प्रसार को रोकता है। अंत में, हल्दी का उपयोग आयुर्वेद में इसके जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुणों के क...

Immunity Kaise Badhaye

इस लेख में हम आपको बताएँगे की अपनी Immunity Kaise Badhaye. Health के विषय में रुचि रखने वाले लोग ये जरूर जानना चाहते होंगे की Immunity Kya Hai व् अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये. ऐसा सोचना सबके लिए लाजिमी भी है, इसीलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं Immunity बढ़ाने के उपाय, तरीके व् घरेलू नुस्खे. हालिया समय में हम देख रहे हैं की लोग काफी कमजोर हो चुके हैं, लोगों का Immune System इतना Weak हो चुका है की जरा सा मौसम क्या बदला और वो बीमार हो गए. मतलब बाहर से चाहे वो मोटे-ताज़ा दिखाई देते हैं लेकिन अन्दर से बहुत ही कमजोर हो चुके हैं, उनकी Immunity बहुत कम हो चुकी है. यही कारण है आज हर शख्श इसी चिंता में डूबा हुआ है की अपनी Immunity Power को कैसे बढ़ाये? असल में ये सब लोगों की जीवनशैली का दोष है, उनके खान-पान का दोष है, जिस तरीके से वो रहते हैं उसका दोष है. कुछ लोग बार बार बीमार होते हैं और Doctors की तरफ भागते हैं, वो सब ये सोचते ही नहीं हैं की ऐसा मेरे साथ क्यों हो रहा है, इसका कारण क्या है. उन्हें पता ही नहीं होता की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है और अपनी Immunity बढ़ाने के लिए क्या करे. उन्हें इन चीज़ों का कोई अंदाज़ा नहीं होता. लेकिन आप बिलकुल फ़िक्र ना करें आज हम आपको इसके बारे में पूरा Detail से बताएँगे. पोस्ट को पूरा पढने के बाद आपके सारे Doubts Clear हो जायेंगे. तो चलिए सबसे पहले जानते हैं की Immunity क्या होती है. What Is Immunity In Hindi – Immunity Kya Hai हम सब लोगों के शरीर में हमे रोगों से बचाने के लिए एक Resistence System यानी प्रतिरोधक तंत्र होता होता है. जो हमें रोगों से लड़ने की और उनसे बचने की शक्ति प्रदान करता है. इस रोग प्रतिरोधक तंत्र को ही Immune System कहत...

इम्युनिटी बढ़ाने के जबरदस्त घरेलू उपाय और तरीके

Immunity Kaise Badhaye Hindi : आजकल एक शब्द हर जगह सुनने को मिल रहा हैं और वह हैं immunity, कोरोना वायरस के बाद हर कोई इम्युनिटी कैसे बढ़ाये (immunity kaise badhaye) के विषय में बात कर रहा हैं। कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स में ‘immunity’ शब्द जोड़कर लाखों रुपए कमा रही हैं साथ ही टीवी पर प्रशारित लगभग सभी विज्ञापनों में हमें इम्युनिटी शब्द जरूर सुनाई देता हैं। आखिर इम्युनिटी क्या हैं और इम्युनिटी पावर कैसे बढ़ाये (How to increase immunity in hindi), इस बारे में हम आज डिटेल में जानेंगे। इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी होता हैं खान-पान, आपके आस-पास और किचेन में बहुत सी ऐसी चीजें जरूर होंगी जिनके इस्तेमाल से आप अपनी इम्युनिटी पॉवर बढ़ा सकते हैं और रोगों से दूर रह सकते हैं। आगे जानते हैं, इम्युनिटी क्या होती हैं (what is immunity power in hindi) और यह शरीर के लिए क्या काम करती हैं। इम्युनिटी क्या हैं | इम्युनिटी पावर क्या हैं immunity जिसे “रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा” भी कहा जाता हैं, हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाने का कार्य करती हैं। यह हमारे शरीर के लिए एक सील्ड का कार्य करती हैं जो वायरस और बैक्टीरिया को शरीर में प्रवेश नहीं होने देती। इम्युनिटी एक तरह से हमारे शरीर की रक्षक हैं, जो शरीर को रोगों से बचाती हैं। अगर शरीर की इम्युनिटी पॉवर कमजोर पड़ जाए, तो फिर शरीर रोगों का घर बन सकता हैं और वायरस शरीर में आसानी से प्रवेश करने लगते हैं, इसलिए इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाना बहुत आवश्यक हो जाता हैं खासकर तब जब पूरे विश्व के लोग एक खास वायरस (Covid-19) से लड़ रहे हो। कमजोर इम्युनिटी वाले लोग अक्सर जल्दी बीमार पढ़ जाते हैं, अपने आसपास आप ऐसे लोग देखते होंगे जो...

Immunity kaise badhaye? इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं? Best information 2021

Immunity kaise badhaye? आज के इस वक्त में जब Coronavirus (COVID 19 ; Sars-Cov2) ने दुनियाभर में अपने पैर फ़सार लिए हैं तो हर तरफ लोग इसकी चपेट में आ रहें हैं, जिसमें कई हालत बिड़गने के चलते मारे जाते है तो कई जानकारी की कमी के चलते सही वक्त पर सही इलाज नहीं ले पाता जिसके चलते उनकि हालत बद से बदतर होती चली जाती हैं। अगर आप भी सोच रहे हैं कि आप अपनी immunity kaise badhaye तो इस आर्टिकल में बने रहिए। यहां पर हम हम विस्तार से जानेंगे कि immunity kaise badhaye अनुक्रम • • • • • • • • • इम्यूनिटी क्या होती हैं? (what is immunity?} Immunity kaise badhaye, आपके इस सवाल का जवाब जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि वास्तव में इम्यूनिटी पॉवर या रोगप्रतिरोधक क्षमता क्या होती हैं? अगर एक लाइन में बोलें तो – immunity ही इंसांनी शरीर की वो शक्ति होती हैं जो Viruses, Bacterias और Peracites के attacks से शरीर की रक्षा करती है और बीमारियों को मात देती हैं, आईए इसे और भी विस्तृत रूप में जानते है। दरअसल इंसांनी शरीर की संरचना कुछ यूं कि गई है कि कई आम bacterial infection और Virus attacks की स्थिति में हमारा शरीर उससे लड़ने या फिर कहें कि उसे हमारे शरीर पर नियंत्रण पाने से रोकने का स्वम्-प्रयास करता है, और इस काम को अंजाम देने के लिए हमारी शरीर में एक रोगप्रतिरोधक प्रणाली ( कई बार बदलते मौसम या मानसून के मौसम के आगाज के दिनों में आपने पाया होगा कि अचानक कुछ दिनों के लिए आपको बुखार या हरारत सी महसूस होती है और तो और कई बार ये बुखार मामूली ज्वार से अधिक होकर thermometer पर 102°F से लेकर 104°F तक भी पहुँच जाता हैं। तो क्या कभी इस विषय पर आपने विचार किया है, की वास्तव में उन दिनों आपके शरीर में होता क्...

कोरोनावायरस से बचाने के लिए बच्चों की इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं: टिप्स और हेल्दी रेसिपी

अपने बच्चे को परेशान देखना किसी भी पैरेंट को मंजूर नहीं होता है, लेकिन जब बच्चे का इम्यून ही न स्ट्रांग हो तो आप उन्हें बीमार न होने से कैसे रोकेंगी? अक्सर माओं का यह सवाल होता है कि बच्चों को बिमारियों से कैसे दूर रखें, लेकिन आखिर आपका बच्चा बीमार क्यों पड़ रहा है इस बात पर क्या आपने गौर किया है? हाँ ये आपके बच्चे की हेल्थ से जुड़ा बहुत अहम सवाल है। आपकी लाख एफर्ट और केयर के बावजूद भी बच्चा बिमारियों से लड़ने के लिए तैयार क्यों नहीं है! तो इसका जवाब एक ही है और वह कि उनका इम्यून सिस्टम का स्ट्रांग न होना। भले ही आप कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन अगर बच्चे की इम्युनिटी ही स्ट्रांग नहीं होती तो वो बार-बार बीमार पड़ेगा और उसे रिकवर होने में भी समय लेगा। बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत करने का तरीका यहाँ आपको कुछ टिप्स दी गई हैं जिसके आधार पर आप बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकती हैं। बच्चे जब छोटे होते हैं तो उनका इम्यून सिस्टम पहले से ही बहुत कमजोर होता है और इसलिए उन्हें कोई भी इन्फेक्शन और फ्लू होने का खतरा ज्यादा जल्दी होता है, इस वजह से आपको बच्चों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है और खासकर कोविड-19 महामारी के इस दौर में अब आपको उन्हें कहीं ज्यादा प्रोटेक्ट करने की आवश्यकता है। 1. खाने का एक टाइम फिक्स करें यह बहुत ही जरूरी है कि आप बच्चे को एक फिक्स्ड टाइम पर खाना खिलाएं, क्योंकि कोरोना के दौरान आपको हर चीज सही तरीके से फॉलो करनी होगी। खाने को लेकर एक डिसिप्लिन बनाना बहुत जरूरी है। बच्चे के लिए पूरे दिन का एक शेड्यूल बनाएं, जिसमें उन्हें किस समय पर क्या देना है ये भी ऐड करें। आप जानना चाहती होंगी कि ऐसा करना क्यों जरूरी है? तो आपको बता दें कि ऐसा करने से बच्चे को समय-समय ...

अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करें (Immunity Kaise Badhaye, Strong Immune System Paye)

इंसान में व्हाइट ब्लड सेल्स या श्वेत रक्त कोशिकाएं हर प्रकार के संक्रमण से मुक़ाबला करने वाली शरीर की नेचुरल रक्षा कवच हैं, और इम्यून सिस्टम या प्रतिरक्षा प्रणाली के अहम कार्यों का हिस्सा हैं। इन्हें ल्युकोसाइट्स के नाम से भी जाना जाता है। शरीर के बाहरी हमलावरों, बैक्टीरिया और दूसरे जीवों को ये खा जाती हैं। इस तरह ये इम्युनिटी यानी प्रतिरक्षा (संक्रमण से लड़ने वाली देह की क्षमता) के लिए जिम्मेदार हैं। कुछ लोगों का यह प्रतिरक्षा तंत्र अर्थात इम्यून सिस्टम कई बार जेनेटिक कारणों से भी कमज़ोर हो सकता है; तो दूसरे लोगों में वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण इसे क्षीण कर सकते हैं। पर्याप्त प्रोटीन लें: संतुलित आहार यह निश्चित कर देता है कि अस्थि मज्जा (bone marrow) में, जहां श्वेत रक्त कोशिकाएं या व्हाइट ब्लड सेल्स बनती हैं, पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पहुँचें। तो इम्युनिटी बढ़ाने की शुरुआत पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन खाने से कीजिये। यह व्हाइट ब्लड सेल्स को बनाने वाला अहम तत्व है। X PubMed Central आहार में इम्युनिटी बढ़ाने वाले दूसरे खाद्यों को भी जोड़ लीजिये: ऐसे ढेर सारे खाद्य हैं जो इस मामले में बेहद फायदेमंद हैं। इनमें कुछ इस प्रकार हैं; • लहसुन X रिसर्च सोर्स • बादाम (Almonds) X रिसर्च सोर्स • गोभी (Kale) X रिसर्च सोर्स • नेवी बीन(Navy beans) X रिसर्च सोर्स • रेशी मशरूम (Reishi mushrooms) X रिसर्च सोर्स • नीलबदरी (Blueberry) और रसभरी (raspberry) X रिसर्च सोर्स • दही X रिसर्च सोर्स • ग्रीन, X PubMed Central X रिसर्च सोर्स X PubMed Central एंटीऑक्सीडेंट खाएं: एंटीऑक्सीडेंट ऐसे विटामिन, मिनरल और दूसरे पोषक तत्व हैं, जो देह की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को दुरुस्त करने में मददगार होते है...

रेड ब्लड सेल्स काउंट कैसे बढ़ाएं

व्यक्ति के स्वास्थ्य में रक्त की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारा रक्त प्लाज्मा, लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स से मिलकर बनता है। रक्त हीऑक्सीजन और रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिकाएं कम या ज्यादा होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याएं होने लगती है। आमतौर पर लोगों को लाल रक्त कोशिकाओं मेंकमी की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन कुछ उपायों से आप इस समस्या से बच सकते हैं। (और पढ़ें - इस लेख में आपको लाल रक्त कोशिकाएं क्या है और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने के बारे में बताया गया है। साथ ही आपको लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के लक्षण, लाल रक्त कोशिकाओं की अधिकता के लक्षण, लाल रक्त कोशिकाओं की गिनती और लाल रक्त कोशिकाओं को कैसे बढ़ाएं आदि विषयों को भी विस्तार से बताने का प्रयास किया गया है। (और पढ़ें - • • • • • • • • • • रक्त में मौजूद विशेष तरह की कोशिकाओं को लाल रक्त कोशिकाकहा जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं आपकी हड्डी के अंदर अस्थि मज्जा (bone marrow) में बनती है। यह कोशिकाएं गोलाकार होती है, लेकिन इनके बीच का हिस्सा थोड़ा दबा हुआ होता है। रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या व्यक्ति की आयु के अनुसार कम या ज्यादा हो सकती हैं। व्यक्ति की आयु के अनुसार इन कोशिकाओं का सामान्य संख्या से कम या ज्यादा होना, दोनों ही स्थितियांसमस्या का कारण बन सकती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं शरीर में ऑक्सीजन को ले जाने और कार्बन डाई ऑक्साइड को बाहर करने के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य करती हैं। ये कोशिकाएं समान्यतः करीब 120 दिनों तक जीवित रहती है, जिसके बाद वेनष्ट हो जाती हैं। (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उप...

बच्चों की लंबाई (हाइट) कैसे बढ़ाएं?

Image: Shutterstock खूबसूरती तन से नहीं मन से होती है, लेकिन अच्छी हाइट की चाहत हर किसी की होती है। आखिर यह अच्छे व्यक्तित्व के लिए निर्धारित पैमानों से एक जो है। बेशक, हाइट कुछ हद तक आनुवंशिक भी होती है, लेकिन अगर बचपन से ही ध्यान दिया जाए, तो किसी भी बच्चे की हाइट अच्छी हो सकती है। इसके लिए बच्चों के खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बताएंगे कि क्या कुछ बातों का ख्याल रखकर हाइट बढ़ाई जा सकती है? अगर हां, तो क्या हैं वो बातें जिन पर ध्यान देना चाहिए? इन सभी बातों को विस्तार से हम लेख में आगे बताएंगे। • आनुवंशिक (Genetic): अलग-अलग प्रकार के कई जीन्स होते हैं, जो हाइट निर्धारित करते हैं। इन्हें पॉलीजेनिक इनहेरिटेंस कहा जाता है। यही वजह है कि बच्चे की लंबाई कितनी होगी, इसका अनुमान लगाना मुश्किल होता है। विरासत में मिले जीन्स से बस यह स्पष्ट होता है कि बच्चे लगभग अपने माता-पिता जितने ही लंबे होंगे, लेकिन अलग-अलग जीन्स के कारण भाई-बहन की हाइट अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा, हार्मोन की वजह से भी हाइट प्रभावित होती है, जिसे आनुवंशिक कारण भी निर्धारित कर सकते हैं। • पर्यावरणीय कारक : बच्चों की लम्बाई पर्यावरणीय कारकों से भी प्रभावित हो सकती है। इन पर्यावरणीय कारक में गर्भावस्था के दौरान मां को मिलने वाला पोषण, उसके द्वारा किया जाने वाला धूम्रपान और हानिकारक पदार्थों से संपर्क शामिल है। इसके अलावा, सामाजिक-आर्थिक कारक जैसे आय, शिक्षा और व्यवसाय भी बच्चों की लम्बाई को प्रभावित कर सकते हैं। खासकर, ऐसे मामलों में जब परिवार अच्छे अवसरों को पाने के लिए दूसरी जगह जाता है। दरअसल, बेहतर रोजगार से परिवार के खान-पान और रहन-सहन में बदलाव होता है, जिससे अगली पीढ़ी के ...