बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 2022

  1. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर संस्कृत निबंध (Beti Bachao Beti Padhao Essay in Sanskrit)
  2. Beti Bachao Beti Padhao In Hindi Essay
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बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर संस्कृत निबंध (Beti Bachao Beti Padhao Essay in Sanskrit)

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर संस्कृत निबंध (Beti Bachao Beti Padhao Essay in Sanskrit) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर संस्कृत निबंध: पुत्री रक्ष्यतां, पुत्री पाठ्यतां योजना (बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ,) भारतसर्वकारेण भारतीयबालाभ्यः उद्घोषिता। २२ जनवरी २०१५ दिनाङ्के एतस्याः योजनायाः उद्घाटनं स्वयं प्रधानमन्त्री नरेन्द्रमोदी अकरोत्।प्रधानमन्त्री नरेन्द्रमोदी एतस्याः "पुत्री रक्ष्यतां, पुत्री पाठ्यतां"-योजनायाः उद्घाटनं हरियाणा-राज्यस्य पानीपत-नगरे अकरोत्। एतस्य पृष्ठे किञ्चन विशेषं कारणम् अपि आसीत्। आभारतं हरियाणा-राज्ये एव कन्यालिङ्गानुपातः सर्वाधिकः न्यूनः अस्ति। तत्र १००० बालकेषु बालिकानां सङ्ख्या ८७४ एव अस्ति। अतः सम्पूर्णस्य भारतस्य येषां शतस्य मण्डलानां चयनम् अभवत्, तेषु द्वादशानि मण्डलानि तु हरियाणा-राज्यस्य एव सन्ति। तेषां नामानि– रेवाडीमण्डलम्, महेन्द्रगढमण्डलम्, भिवानीमण्डलम्, झज्जरमण्डलम्, अम्बालामण्डलम्, कुरुक्षेत्रमण्डलम्, सोनीपतमण्डलम्, रोहतकमण्डलम्, करनालमण्डलम्, कैथलमण्डलम्, पानीपतमण्डलम्, यमुनानगरमण्डलम्। बालिकानाम् अस्तित्वसंरक्षणाय, सशक्तिकरणस्य सुनिश्चयार्थं च समन्विताः, सम्मिलिताः च प्रयासाः अपेक्ष्यन्ते। अत एव सर्वकारः "पुत्री रक्ष्यतां, पुत्री पाठ्यताम्" (“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”) इत्येतां योजानाम् अघोषयत्। राष्ट्रियाभियानत्वेन एतस्याः योजनायाः कार्यान्वयं स्यादिति सर्वकारस्य परियोजना अस्ति। अतः सर्वेषु राज्येषु, केन्द्रशासितप्रदेशेषु च तेषां शतस्य मण्डलानां चयनं भविष्यति, येषु कन्यालिङ्गानुपातः अतीव न्यूनः अस्ति। तेषां शतस्य मण्डलानाम् उपरि ध्यानं केन्द्रितं कृत्वा विभिन्नानां जागरूकताभियानानां माध्यमेन परिस्थितिपरिवर्तनाय प्रयासाः भविष्यन्ति। एतस्मिन् अभियाने केन्द्रस...

Beti Bachao Beti Padhao In Hindi Essay

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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

विषय सूची बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 200 शब्दों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओएकराष्ट्रव्यापी योजना है। इस योजना का उद्देश्यछोटी बच्चियों को सशक्त करने तथासमाज में लड़कियों की गिरती संख्या (लिंगानुपात)को नियंत्रित करना है।हरियाणा के पानीपत में 22 जनवरी 2015 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा " बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान का आरंभ हुआ। लड़कियों के प्रति लोगों की विचारधारा में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ ही ये योजना भारतीय समाज में लड़कियों की महत्ता की ओर भी इंगित करता है। भारतीय समाज में लड़कियों के प्रति लोगों की विचारधारा भेदभावपूर्ण रही है। जिस देश में बेटियों को देवी माना जाता था आज उसी देश मेंलड़कियाँ परिवार के लिये बोझ समझी जातीहै। बचपन में वह पिता परऔर फिर पति पर निर्भर रहती है परन्तु आत्मनिर्भरनहीं। हालाँकि वास्तविकता , दुनिया की आधी जनसंख्या लगभग महिलाओं की है इसलिये वो धरती पर जीवन के अस्तित्व के लिये आधी जिम्मेदार होती है। लड़कियों या स्त्रियोंको कम महत्ता देने से हमारा मानव समाज संकट में पड़ सकता है क्योंकि अगर महिलाएँ नहीं होंगी तो जन्म कौन देगा ?लगातार प्रति लड़कों पर गिरते लड़कियों का अनुपात इस मुद्दे की चिंता को साफतौर पर दिखाता है। इसलिये, उन्हें गुणवत्तापूर्णं शिक्षा प्रदान कराने के साथ, छोटी बच्चियों कीसुरक्षा को सुनिश्चितकरना ,लड़कियों आत्मनिर्भर बनाना, कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिये इस योजना की शुरुआत की गयी है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (300 शब्द) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एक राष्ट्रीय जागरूकता अभियान है।इस अभियान को शुरू करने का मुख्य कारण हैकन्या भ्रूण हत्या के कारण देश में तेजी से घटता लिंगानुपात।जिस देश में महिलाओं को देवी माना जाता हैवहां ब...

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध

Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi हमारी पृथ्वी के प्रकृति को संतुलित करने में बहुत से घटको की जरूरत होती है, जिसमें आदमी और औरत के अस्तित्व का होना भी अतिआवश्यक माना जाता है | लेकिन हमारे समाज से कुछ लोगो के कारण आज हमारे समाज से बेटियों के भ्रूण हत्या और शोषण का मामला प्रकाश में आते रहता है | समाज से लड़कियों के इस मुद्दे को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने यह योजना शुरू की है | Contents • • • • • • • • Best Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध PDF बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुवात 22 जानवरी 2015 को हरयाणा के पानीपत से की गयी| लोगों को जागरूक होने की जरुरत है उन्हें समझना होगा की औरतों के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं रहेगा | आज जहां विज्ञान इतनी तरक्की कर रही है वहीं कन्या भ्रूण हत्या, औरतों पर शोषण जैसी घटनायें बढ़ती चली जा रही है | जिस कारणवश समाज में लड़कियों की घटती आबादी एक चिंता का विषय है | आज के दौर में जहाँ लड़कियां देश में तरक्की कर रही है, वही अभी भी कई जगह अभी भी लड़कियों को घर से निकलने की पाबंदी है | वो बहार से निकलना तो दूर की बात वो शिक्षा से भी दूर हैं | सरकार भी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है जिसके तहत सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुवात की है | जिसमे सरकार बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी के लिए भी सरकार पैसे मुहैया करवाती है | इसलिए( Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi )लिखा है सरकार के इस पहल से शायद बेटियां उन्हें बोझ ना लगें जो बेटियों के जन्म से पूर्ण ही उनकी हत्या कर देते हैं | लोगों की इस हीन भावना को बदलना अत्यंत आवश्यक है | बेटियों को भी समाज में लड़कों की ही भांति सामान अधिकार मिलना चाहिए...