भाई दूज कब है

  1. Holi Bhai Dooj 2023 कब है होली भाई दूज जानिए तिथि शुभ मुहूर्त और महत्व
  2. Bhai Dooj 2022 Date and Timing: 26 या 27 अक्टूबर, जानिए इस बार कब मनेगी भाई दूज? नोट कर लें सही तारीख
  3. Bhai Dooj 2022: कब मनाया जाएगा इस बार भाई दूज का त्योहार? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि
  4. Bhai Dooj 2022: कब है भाई दूज... आज या कल? जानें सही तारीख और भाई को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त
  5. Bhai Dooj 2023
  6. जानिए क्या है भाई दूज, कब मनाया जाता है? क्यों मनाया जाता है?


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Holi Bhai Dooj 2023 कब है होली भाई दूज जानिए तिथि शुभ मुहूर्त और महत्व

Holi Bhai Dooj 2023: कब है होली भाई दूज? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व Holi Bhai Dooj 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार भाई दूज के दिन स्नान आदि करने के बाद बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। इसके साथ ही भाई अपने बहनों को उपहार देते हैं। जानिए भ्रात द्वितीया की तिथि शुभ मुहूर्त और महत्व। नई दिल्ली, Holi Bhai Dooj 2023 Date Shubh Muhurat: हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक भाई दूज भी माना जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल में दो बार भाई दूज का पर्व मनाया जाता है , जो होली और दीपावली के बाद पड़ता है। इस दिन बहनें भाई की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधती हैं। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाते हैं। इसे भ्रातृ द्वितीया नाम से भी जानते हैं। जानिए होली भाई दूज की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व। अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक हस्त नक्षत्र- 9 मार्च को सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 10 मार्च को सुबह 5 बजकर 57 मिनट तक होली भाई दूज 2023 महत्व भाई दूज हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दिवाली में होने वाली भाई दूज का अधिक महत्व है। लेकिन होली के अगले दिन पड़ने वाले भाई दूज का विशेष महत्व है। ये पर्ल भाई-बहन को एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट करने का अवसर देता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के लिए सुख, स्वस्थ और समृद्ध जीवन की कामना करती हैं। इसके साथ ही भाई अपनी बहनों को प्यार सा उपहार देते हैं। Pic Credit- Freepik डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता य...

Bhai Dooj 2022 Date and Timing: 26 या 27 अक्टूबर, जानिए इस बार कब मनेगी भाई दूज? नोट कर लें सही तारीख

• • Faith Hindi • Bhai Dooj 2022 Date and Timing: 26 या 27 अक्टूबर, जानिए इस बार कब मनेगी भाई दूज? नोट कर लें सही तारीख Bhai Dooj 2022 Date and Timing: 26 या 27 अक्टूबर, जानिए इस बार कब मनेगी भाई दूज? नोट कर लें सही तारीख Bhai Dooj 2022 Date and Timing: दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है और इसकी वजह से गोवर्धन से लेकर भाई दूज तक की डेट में बदलाव हो गया है. आइए जानते हैं कब मनेगी भाई दूज? Bhai Dooj 2022 Date and Timing: सूर्य ग्रहण की वजह से इस बार गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर की बजाय 26 अक्टूबर के दिन की जा रही है. आमतौर पर दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा और​ फिर भाई दूज का त्योहार आता है. ( Bhai Dooj 2022 Shubh Muhurat) इस बार भाई दूज की डेट को लेकर भी लोगों के बीच काफी कंफ्यूजन बनी हुई है. क्योंकि गोवर्धन के बाद भाई दूज मनाया जाता है ​लेकिन सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा की डेट बदल गई है. ऐसे में लोग इस बात को काफी असमंजस में हैं कि भाई दूज का त्योहार 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा या 27 अक्टूबर को. आइए जानते हैं भाई दूज की सही तारीख और शुभ मुहूर्त के बारे में सबकुछ. Also Read: • • • भाई दूज 2022 की डेट हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगी. भाई दूज का त्योहार दोपहर को मनाया जाता है और ऐसे में 26 अक्टूबर को भाई दूज मनाया जा सकता है. हालांकि, जो लोग उदयातिथि के अनुसार त्योहार मनाना चाहते हैं वह 27 अक्टूबर को भी भाई दूज का पर्व मना सकते हैं. ऐसे में इस बार भाई दूज 26 और 27 अक्टूबर द...

Bhai Dooj 2022: कब मनाया जाएगा इस बार भाई दूज का त्योहार? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि

भाई दूज 27 अक्टूबर को इस बार मनाया जाएगा. भाई दूज का पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है. हिंदू धर्म में भाई दूज के त्योहार का बेहद महत्व है. यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते, स्नेह, लगाव को दर्शाता है. भाई दूज का पर्व दीपावली के बाद मनाया जाता है. इस पर्व को भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया भी कहा जाता है. बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है और उसकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती है. मान्यता है कि इस दिन यदि विधि-विधान से पूजा की जाए, तो यमराज प्रसन्न होकर पूजा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. आइए जानते हैं इस वर्ष कब मनाया जाएगा भाई दूज का त्योहार और इसे मनाने के नियम क्या हैं. भाई दूज 2022 कब है? ज्योतिष आचार्य पंडित विनोद सोनी पौद्दार कहते हैं कि इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी और उसके अगले दिन यानी 25 तारीख को सूर्य ग्रहण है, इसलिए 27 अक्टूबर को भाई दूज होगा. यह कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है. इसे भी पढ़ें: भाई दूज का शुभ मुहूर्त पंडित विनोद सोनी पौद्दार कहते हैं कि 26 अक्टूबर को दिन में 3 बजे तक एकम है. सूर्य उदयकालीन की स्थिति सूर्योदय से पूरे दिन माना जाता है. 26 तारीख को सुबह एकम है, वो दिन भर मानी जा रही है, तो दूज 27 तारीख को सूर्योदय में दिन में 1 : 45 बजे तक रहेगी. चूंकि, दूज सूर्योदय के समय से पड़ रहा है, इसलिए इसे पूरे दिन माना जाएगा. सूर्य उदयकालीन की स्थिति के कारण भाई दूज 27 अक्टूबर को ही इस बार मनाया जाएगा. 27 तारीख को दिन गुरुवार है. इस दिन के हिसाब से चौघड़िया देखकर इसका शुभ मुहूर्त होगा. सुबह साढ़े दस बजे से लेकर दिन में 3 बजे तक शुभ मुहूर्त रहेगा. यदि कोई भाई इस मुहूर्त पर अपनी बहन से तिलक नही...

Bhai Dooj 2022: कब है भाई दूज... आज या कल? जानें सही तारीख और भाई को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। इस त्योहार को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस साल सूर्य ग्रहण के कारण तिथियों को लेकर थोड़ा संशय की स्थिति बनी हुई है। इस साल कुछ लोग भाई दूज 26 अक्टूबर यानी आज और कुछ 27 अक्टूबर यानी कल मना रहे हैं। भाई दूज शुभ मुहूर्त द्वितीया तिथि आरंभ: 26 अक्टूबर 2022, दोपहर 02:42 मिनट से द्वितीया तिथि समाप्त: 27 अक्टूबर 2022, दोपहर 12:45 मिनट पर 26 अक्टूबर तिलक और पूजा शुभ मुहूर्त: दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक विजय मुहूर्त: दोपहर 01:57 से लेकर दोपहर 02:42 तक गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:41 से लेकर शाम 06:07 तक 27 अक्टूबर तिलक शुभ मुहूर्त: सुबह 11:07 से लेकर दोपहर 12:45 तक अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:42 से लेकर दोपहर 12:27 तक भाई दूज पूजा विधि • स्नान आदि से निवृत्त होकर घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित कर भगवान का ध्यान करें। • श्री गणेश और श्री हरी विष्णु की पूजा करें। • भाई के लिए पिसे हुए चावल से चौक बनाएं। • इसके बाद भाई के हाथों पर चावल का घोल लगाएं। • फिर भाई को तिलक लगाएं। • तिलक लगाने के बाद भाई की आरती उतारें। • अब भाई के हाथ में कलावा बांधें और उसे मिठाई खिलाएं। • अब भाई को हाथ में नारियल दें और फिर भोजन कराएं। • बहन को उपहार में भाई को कुछ न कुछ जरूर देना चाहिए। भाई दूज पर तिलक का विशेष महत्व तिलक लगाना विजय, वीरता और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार तिलक लगाने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति बढ़ती है। चावल को तिलक पर रखने से मन को शांति मिलती है। अक्षत चंद्रमा का प्रतीक है। इस दिन जो भाई अपनी बहन के घर जाते हैं। उन्हें कलह, ...

Bhai Dooj 2023

Bhai Dooj 2023- आज आपको इस पोस्ट में बताने जा रहे है की भाई दूज कब है और भाई दूज के बारे में अन्य जानकारी भी आपको इस पोस्ट में बतायेगे तो हमारे साथ अंत तक साथ बने रहे, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को पूरे देश में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती हैं। भाई दूज कब है? Bhai Dooj 2023 हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष भाई दूज का पावन पर्व शनिवार 6 नवंबर 2023 को है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस वर्ष भाई के लिए तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:10 बजे से 3:21 बजे तक है। यानी शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 2 घंटे 11 मिनट है। भाई दूज पर पूजा विधि कैसे करे? तिलक और आरती के बाद भाई को अपनी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए और उसे उपहार देना चाहिए। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब बहनें भाई दूज के अवसर पर अपने भाई को तिलक करती हैं तो भाई के जीवन पर आने वाले सभी संकट नष्ट हो जाते हैं और उसके जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। और इस दिन बहन के घर भोजन करने से विशेष फल मिलता है। भाई दूज का महत्व इस त्योहार को भाऊ बीज, टिक्का, यम द्वितीय और भात्री द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज के दिन भाई-बहन का एक साथ यमुना में स्नान करना शुभ माना जाता है। इस दिन बहनें भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए घर के बाहर यम के नाम पर दीया जलाती हैं। इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। इस दिन यम की पूजा करते हुए, बहनें प्रार्थना करती हैं कि हे यम, श्री मार्कंडेय, हनुमान, राजा बलि, परशुराम, व्यास, विभीषण, कृपाचार्य और अश्वत्थामा, इन आठ चिरंजीवी की तरह, मेरे भाई को चिरंजीवी होने का वरदान दें। इस साल 6 नवंब...

जानिए क्या है भाई दूज, कब मनाया जाता है? क्यों मनाया जाता है?

भाई दूज एक त्योहार है जो भाइयों और बहनों के बीच बंधन का सम्मान करता है। यह प्यार का एक शानदार उत्सव है और एक भाई और बहन का एक दूसरे के लिए सम्मान का प्रतीक है । इस दिन, बहनें अपने भाइयों के स्वस्थ, खुश और सुरक्षित जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं, जो बदले में भाई अपनी बहनों पर अपने प्यार और देखभाल के प्रतीक के रूप में उपहार देते हैं। भाइयों और बहनों के इस त्योहार पर पूरा परिवार एक साथ आता है और इस उत्सव के दिन मिठाई और अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेता है। भाई दूज की उत्पत्ति से जुडी हुई कई किवदंतियां और कहानियां हैं। आमतौर पर यह माना जाता है कि इस दिन, मृत्यु के देवता भगवान यम अपनी बहन यामी या यमुना के पास आए। यामी ने उनका 'आरती' और माला के साथ स्वागत किया, माथे पर 'तिलक' लगाया और उन्हें मिठाई और विशेष व्यंजन पेश किए। बदले में, यमराज ने उन्हें एक अनोखा उपहार दिया और घोषणा की कि इस दिन भाइयों को उनकी बहन द्वारा आरती और तिलक मिलेगा और लंबे जीवन का वरदान मिलेगा। यही कारण है कि इस दिन को 'यम द्वितीय' या 'यामादविथिया' भी कहा जाता है। एक और किंवदंती बताती है कि राक्षस राजा नारकसुर के वध के पश्चात भगवान कृष्ण अपनी बहन सुभद्रा के पास गए, जिन्होंने मिठाई, माला, आरती और तिलक के साथ स्नेही रूप से भगवान कृष्ण का स्वागत किया। भाई दूज एक हिंदू त्योहार है और यह 5 दिवसीय दिवाली त्योहार का एक अभिन्न हिस्सा है। यह पूरे भारत में हिंदुओं द्वारा मुख्य रूप से मनाया जाता है। उत्तर-भारत में, इस उत्सव को बहुत सम्मान और उत्साह के साथ मनाया जाता है। महाराष्ट्र में, इस त्योहार को भाऊ-बीज और पश्चिम बंगाल में इसे भाई फोंटा के रूप में मनाया जाता है| भाई दूज के अवसर पर, बहनें अपने भाइयों को एक सुन्दर द...