भारत के चार धाम कौन कौन से हैं

  1. भारत के चार धाम के नाम (Name Of Char Dham) जाने हिन्दू धर्म के चार धाम के बारे में
  2. भारत के चार धाम
  3. किन स्थलों को कहा जाता है चार धाम मिलेगी पूरी जानकारी
  4. चार धाम की यात्रा में कौन
  5. Char Dham Yatra: चार धाम की यात्रा में कौन
  6. भारत के चार धाम यात्रा का नाम क्या है
  7. भारत का दूसरा धाम कौन सा है? – Expert


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भारत के चार धाम के नाम (Name Of Char Dham) जाने हिन्दू धर्म के चार धाम के बारे में

आज के इस लेख में हम बात करेंगे भारत में स्थित हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र स्थान माने जाने वाले चार धाम (char dham name) के बारे में। भारतीय हिन्दू धर्म ग्रंथो में कुल चार धाम बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम की चर्चा की गयी है। जो की भारत के चारो दिशाओं क्रमशः उत्तर, पूर्व, पश्चिम, और दक्षिण में स्थित है। ऐसा कहा जाता है की चार धाम की यात्रा करने मात्रा से ही से सारे पाप ख़त्म हो जाते है एवं मोक्ष के मार्ग प्रशस्त होती है। Table of Contents • • • • • • • भारत के चार धाम कौन कौन है? (Name of Char Dham) • बद्रीनाथ, उत्तराखंड • द्वारका, गुजरात • जगन्नाथ पूरी, ओडिसा • रामेश्वरम, तमिलनाडु 1. बद्रीनाथ (Badrinath) भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में हिमालय के शीर्ष पर स्थित बद्रीनाथ मंदिर चार धामों में से एक है। और ये मंदिर हिन्दू धर्म का बहुत बड़ा आस्था का केंद्र है। प्रत्येक साल यहाँ पर लाखों लोग आते है। यह तीर्थस्थान भगवान विष्णु को समर्पित है। इस धाम के बारे में ऐसे मान्यता है की इसकी स्थापना सतयुग में स्वयं भगवान राम ने की थी। इस मंदिर का उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों जैसे की विष्णु पुराण, महाभारत, स्कन्द पुराण में मिलते है। यहाँ पर रखी हुई मूर्ति बैठी हुई अवस्था में है। जिसके बारे में ऐसी मान्यता है की इस मूर्ति को नारदकुंड से निकालकर महान संत आदि शंकराचार्य के द्वारा 8 वीं शताब्दी में एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थान के रूप में की गयी थी। यहाँ पर हिन्दू धर्म के देवता विष्णु के रूप में बद्रीनारायण की पूजा होती है। बद्रीनाथ धाम अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। हिमालय पर्वत की शिखर पर स्थित होने के कारण यहाँ बर्फ़बारी होती रहती है। जिसके वजह से यह सिर्फ 6 महीने अप्रैल से अक्टूब...

भारत के चार धाम

Read in English आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा परिभाषित चार वैष्णव तीर्थ हैं। जहाँ हर हिंदू को अपने जीवन काल मे अवश्य जाना चाहिए, जो हिंदुओं को मोक्ष प्राप्त करने में मदद करेंगे। इसमें उत्तर दिशा मे बद्रीनाथ, पश्चिम की ओर द्वारका, पूर्व दिशा मे जगन्नाथ पुरी और दक्षिण मे रामेश्वरम धाम है। हिंदू पुराणों में हरि यानी विष्णु और हर या शिव को शाश्वत मित्र कहा जाता है। ऐसा माना गया है कि जहाँ भगवान विष्णु का निवास करते हैं वहीं भगवान शिव भी पास में रहते हैं। ये चार धाम भी इसके अपवाद नहीं माने गये हैं। अतः केदारनाथ को बद्रीनाथ की जोड़ी, रंगनाथ स्वामी को रामेश्वरम की, सोमनाथ को द्वारका, लिंगराज को पुरी की जोड़ी के रूप में माना जाता है। हालांकि यहां एक बात भी है.. ध्यान देने वाला तथ्य यह है कि, भारत के चार धाम और उत्तराखंड राज्य के चार धाम अलग-अलग है। उत्तराखंड के चार धाम छोटा चार धाम के नाम से भी जाना जाता है। चार धाम कहाँ कहाँ स्थित है? द्वारका धाम @द्वारका, गुजरात मठ: शारदा मठ | महावाक्य: वेद: सामवेद | सन्यासी नाम: सरस्वती, तीर्थ, आश्रम | प्रथम मठाधीश: हस्तामलक (पृथ्वीधर) | दिशा: पश्चिम | सहायक शिव मंदिर: कुंभ: उज्जैन जगन्नाथ धाम, @पुरी, ओडिशा मठ: गोवर्धन मठ | महावाक्य: वेद: ऋग्वेद | सन्यासी नाम: आरण्य | प्रथम मठाधीश: पद्मपाद | दिशा: पूर्व | सहायक शिव मंदिर: कुंभ: रामेश्वरम धाम @रामेश्वरम, तमिलनाडु मठ: वेदान्त ज्ञानमठ | महावाक्य: वेद: यजुर्वेद | सन्यासी नाम: भारती, पुरी | प्रथम मठाधीश: आचार्य सुरेश्वरजी | दिशा: दक्षिण | सहायक शिव मंदिर: रंगनाथ स्वामी मंदिर | कुंभ: नाशिक बद्रीनाथ धाम @उत्तराखण्ड मठ: ज्योतिर्मठ | महावाक्य: वेद: अथर्ववेद | सन्यासी नाम: गिरि,पर्वत, सागर | प्रथम मठाधीश: आ...

किन स्थलों को कहा जाता है चार धाम मिलेगी पूरी जानकारी

ज्यादातर लोगों नहीं पता होता है कि चारधामों में कौन से स्थल आते हैं और छोटा चारधाम की यात्रा किसे कहते हैं, इनका महत्व क्या है। कुछ लोग यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा को चारो धाम की यात्रा मानते हैं, लेकिन यह यात्रा एक ही धाम की होती है। इन धामों की यात्रा को छोटा चार धाम कहा जाता है। लेकिन इनका भी बहुत महत्व है तो जानते है क्या है छोटे चार धाम का महत्व और कौन से स्थान चार धाम के अंतर्गत आते हैं। छोटे चार धाम का महत्व बदरीनाथ भगवान विष्णु का धाम है तो वहीं केदारनाथ शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में आता है। इस स्थान को शंकर जी के विश्राम का स्थल माना गया है। जबकि युमनोत्री यमुना का उद्गम स्थल है और गंगोत्री गंगा का उद्गम स्थल है, इसके कारण इन स्थानों के दर्शन का विशेष महत्व माना गया है। उत्तर भारत में हिमालय की गोद में बसे होने के कारण इन स्थानों का और भी महत्व माना गया है। इन स्थानों को बहुत ही पवित्र माना गया है। आगे चार धामों के बारे में जानें... बदरीनाथ हिमालय पर्वत के शिखर पर बसा है हिंदू धर्म के लोगों के लिए यह आस्था का केंद्र बिंदु है। बद्रीनाथ में चतुर्भुज रूप में शालग्रामशिला से बनी हुई मूर्ति हैं जिसमें भगवान बद्री ध्यान मुद्रा में हैं। माना जाता है कि यहां पर भगवान विष्णु छः माह निद्रा में और छः माह जाग्रत रहते हैं। बदरीनाथ को आंठवा बैकुंठ भी कहा जाता है। यहां पर विष्णु जी को नर-नारायण के विग्रह रूप में पूजा जाता है। यहां पर अखंड ज्योति प्रजव्लित रहती है। यही पर पवित्र अलकनंदा नदी भी बहती है। माना जाता है कि इस धाम को भगवान श्री राम ने स्थापित किया था। बद्रीनाथ से पहले केदारनाथ के दर्शन करने का बहुत महत्व माना गया है। कहते हैं कि यहां के दर्शन करन...

चार धाम की यात्रा में कौन

अंबाती रायडू का बड़ा खुलासा, पूर्व सेलेक्टर ने अपने बेटे के कारण मेरा करियर बर्बाद कर दिया © News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त "चार धाम की यात्रा में कौन-कौन से स्थान होते हैं शामिल, जानें इनका महत्व" Char Dham Yatra: हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा को बड़ा ही पवित्र माना गया है. कहते हैं कि चार धाम यात्रा से पाप मुक्त होकर व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग चार धाम की तीर्थ यात्रा पर निकलते हैं. चार धाम यात्रा में भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शामिल होते हैं. लेकिन, बहुत लोगों को नहीं पता कि चार धाम यात्रा में कौन कौनसे स्थान को शामिल किया गया है. आइये पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं चार धाम की यात्रा में कौन कौन देव स्थल शामिल होते हैं. बद्रीनाथ उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता है और चार धाम की यात्रा में बद्रीनाथ एक धाम है. मान्यता है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ को भगवान श्री राम ने स्थापित किया था. बद्रीनाथ के कपाट दिवाली के अगले दिन बंद होते हैं और ग्रीष्म ऋतु में खुलते हैं. हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और धार्मिक यात्रा में शामिल होते हैं. बद्रीनाथ के साथ केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा का भी बड़ा महत्व है. कहते हैं इस यात्रा से व्यक्ति जन्म और मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है. यह भी पढ़ें – द्वारकाद्वारका धाम चार धाम की यात्रा में शामिल है. गुजरात में स्थित द्वारका को मोक्ष का द्वार माना जाता है. यह श्रीकृष्ण की नगरी मानी जाती है, जहां भगवान श्रीकृष्ण चांदी स्वरूप में स्थापित हैं. इस मंदिर में दो द्वार हैं, पहले द्वार को मोक्ष द्वार कहते हैं तो दूसरे को स्वर्ग द्वार कहा जाता है. कहते हैं कि...

Char Dham Yatra: चार धाम की यात्रा में कौन

हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का बड़ा महत्व है. चार धाम यात्रा में प्रसिद्ध तीर्थ स्थल शामिल होते हैं. चार धाम यात्रा से मोक्ष की प्राप्ति होती है. Char Dham Yatra: हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा को बड़ा ही पवित्र माना गया है. कहते हैं कि चार धाम यात्रा से पाप मुक्त होकर व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग चार धाम की तीर्थ यात्रा पर निकलते हैं. चार धाम यात्रा में भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शामिल होते हैं. लेकिन, बहुत लोगों को नहीं पता कि चार धाम यात्रा में कौन कौनसे स्थान को शामिल किया गया है. आइये पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं चार धाम की यात्रा में कौन कौन देव स्थल शामिल होते हैं. बद्रीनाथ उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता है और चार धाम की यात्रा में बद्रीनाथ एक धाम है. मान्यता है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ को भगवान श्री राम ने स्थापित किया था. बद्रीनाथ के कपाट दिवाली के अगले दिन बंद होते हैं और ग्रीष्म ऋतु में खुलते हैं. हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और धार्मिक यात्रा में शामिल होते हैं. बद्रीनाथ के साथ केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा का भी बड़ा महत्व है. कहते हैं इस यात्रा से व्यक्ति जन्म और मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है. यह भी पढ़ें – द्वारका द्वारका धाम चार धाम की यात्रा में शामिल है. गुजरात में स्थित द्वारका को मोक्ष का द्वार माना जाता है. यह श्रीकृष्ण की नगरी मानी जाती है, जहां भगवान श्रीकृष्ण चांदी स्वरूप में स्थापित हैं. इस मंदिर में दो द्वार हैं, पहले द्वार को मोक्ष द्वार कहते हैं तो दूसरे को स्वर्ग द्वार कहा जाता है. कहते हैं कि जीवन में पापों से मुक्ति पाने और मोक्ष की प्र...

भारत के चार धाम यात्रा का नाम क्या है

1. भारत के चार धाम यात्रा का नाम क्या है | Name Of Char Dham In Hindi भारत के चार धाम यात्रा का नाम क्या है | Name Of Char Dham In Hindi भारत के चार धाम यात्रा: देव भूमी के नाम से भारत पूरी दुनिया में विख्यात है। भारत में विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां पर रहने वाले लोगों को अपने-अपने धर्म को महत्वता देने का अधिकार है। यहां पर जितने भी धर्म के लोग रहते हैं उन सभी धर्मो को भारत सरकार द्वारा मान्यताए दी गई है। भारत में हिन्दुओं के दर्जनों तीर्थ स्थान हैं जिनका सम्मान शासन द्वारा किया जाता है। हिन्दुओं में बहुत सी यात्राएं भी होती है जिनमे से सबसे प्रमुख चार धाम यात्रा को माना गया है। पौराणिक मान्यता है कि, जो भी व्यक्ति चार धाम यात्रा सफलता पूर्वक पूरा कर लेता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते है और उस व्यक्ति को मनुष्य जन्म से मुक्ति मिल जाती है। मृत्यु पश्चात ऐसे व्यक्ति को बैकुंठ धाम प्राप्त होता है। क्या आप जानते है की भारत के चार धाम कौन कौन से हैं। यदि नहीं जानते तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं हैं क्योंकि आज हम आपको भारत के चार धाम यात्रा के बारे में सभी संपूर्ण जानकारी संक्षिप्त रूप में देने वाले है। जैसे- भारत के चार धाम में कौन कौन से तीर्थ स्थान होते हैं और उनका नाम क्या है। दोस्तों यदि आप भी इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो उसके लिए आपको हमारे इस लेख के साथ शुरू से लेकर अंत तब बने रहना होगा, तभी जाकर आप चार धाम के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जैसा की हम सभी को विधित है, भारत के चार धामों की पौराणिक मान्यता प्राप्त है। वृद्धजन इन तीर्थ स्थानों पर जाना बहुत ही पसंद करते हैं। हिंदू धर्म में प...

भारत का दूसरा धाम कौन सा है? – Expert

Table of Contents • • • • • • • भारत का दूसरा धाम कौन सा है? उज्जैन. ये चार धाम चार दिशाओं में स्थित है यानी उत्तर में बद्रीनाथ, दक्षिण रामेश्वर, पूर्व में पुरी और पश्चिम में द्वारिका पुरी। प्राचीन समय से ही ये चार धाम तीर्थ के रूप मे मान्य थे, लेकिन इनके महत्व का प्रचार जगत गुरु शंकराचार्य जी ने किया था। चार धाम की यात्रा कहाँ से शुरू होती है? जब कोई तीर्थयात्री चार धाम यात्रा करता है, तो वह वास्तव में चार पवित्र स्थलों की परिक्रमा कर रहा होता है। यह यात्रा उत्तराखंड के सबसे पश्चिमी मंदिर यमुनोत्री से शुरू होती है और फिर गंगोत्री बढ़ती है। उसके बाद केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ मंदिर जाती है। चार धाम में पहला धाम कौन सा है? 1. बद्रीनाथ धाम : हिमालय के शिखर पर स्थित बद्रीनाथ मंदिर हिन्दुओं की आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है। यह चार धामों में से एक है। बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य में अलकनंदा नदी के किनारे बसा है। भारत के मुख्य चार धाम कौन कौन से हैं? भारत के चार धाम • बद्रीनाथ (उत्तराखंड) • द्वारका (गुजरात) • जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा) • रामेश्वरम (तमिलनाडू ) READ: वैट और जीएसटी में क्या अंतर है? तीर्थ कितने होते हैं? तीर्थ कितने प्रकार के होते है? वैसे तो हिंदू संस्कृति में कही प्रकार के तीर्थ बताये गए है ,पर इनमे से मुख्य १२ तीर्थ हे, जो मुख्य बताये गए है। अधिकांश लोगो को वहा जाने की इच्छा ज्यादा होती है। धाम और तीर्थ में क्या अंतर है? तीर्थ मानव के द्वारा नहीं बनाएं हुए होते हैं यह प्राकृतिक होते हैं। जैसे कैलाश पर्वत, पवित्र नदियां और इन नदियों का संगम। जहां पर पवित्र प्राकृतिक भूमि हो और उस स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया हो उसे धाम कहा जाता है। चार धाम यात्रा में कितने द...