भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का परीक्षण कब किया गया

  1. [Solved] भारत द्वारा 1975 में प्रक्षेपित प्रथम कृत्रिम उ�
  2. आर्यभट्ट (उपग्रह)
  3. भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह
  4. [Solved] प्रथम भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट को कब प्रक्षेपि
  5. भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का प्रक्षेपण कब किया गया?
  6. भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का परीक्षण कब किया?


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[Solved] भारत द्वारा 1975 में प्रक्षेपित प्रथम कृत्रिम उ�

सही उत्तर आर्यभट्ट है। • भारत द्वारा 1975 में प्रक्षेपित प्रथम कृत्रिम उपग्रह का नामआ र्यभट्ट है। Key Points • आर्यभट्ट अंतरिक्ष यान, प्रसिद्ध भारतीय खगोलशास्त्री के नाम पर, भारत का पहला उपग्रह था, इसे पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया था और 19 अप्रैल, 1975 को कपुस्टिन यार से सोवियत कॉसमॉस -3M रॉकेट द्वारा प्रक्षेपितकिया गया था। • उपग्रह प्रक्षेपण भारत और सोवियत संघ के बीच UR राव द्वारा निर्देशित और 1972 में हस्ताक्षरित एक समझौते से हुआ। • आर्यभट्ट को X-रे खगोल विज्ञान, कृषि विज्ञान और सौर भौतिकी के साथ प्रयोग करने के उद्देश्य से बनाया गया था। • आर्यभट्ट उपग्रह की छवि 1976 और 1997 के बीच भारतीय दो रुपये के बैंकनोटों के पीछे दिखाई दी। • भारतीय उपग्रह कार्यक्रम 1970 के दशक में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की 1980 के दशक में रोहिणी रॉकेट कार्यक्रम की सफलता के बाद शुरू हुआ। Additional Information • ISRO: • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भारत की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। • यह अंतरिक्ष विभाग (DOS) के अंतर्गत संचालित होता है, जिसकी देखरेख सीधे भारत के प्रधानमंत्री करते हैं, जबकि ISRO के अध्यक्ष DOS के कार्यकारी के रूप में भी कार्य करते हैं। • ISRO की स्थापना 15 अगस्त 1969 को हुई थी और ISRO के संस्थापक विक्रम साराभाई हैं। • जनवरी 2022सेISRO के अध्यक्ष एस. सोमनाथहैं।

आर्यभट्ट (उपग्रह)

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भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह

सही उत्तर : आर्यभट्ट व्याख्या : इसका वजन 360 किलोग्राम था। यह भारत का पहला वैज्ञानिक उपग्रह था। जानकारी रहे की आर्यभट्ट उपग्रह को इंडियन स्‍पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन (ISRO) ने सोवियत यूनियन की मदद से बनाया था। और 19 अप्रैल 1975 को लॉन्च किया गया था। भारत के इस कृत्रिम उपग्रह का नाम पाँचवीं शताब्दी के भारतीय खगोलशास्त्री एवं गणितज्ञ आर्यभट के नाम पर 'आर्यभट' रखा गया था। अपने प्रक्षेपण काल से लगभग छ: महीने तक अंतरिक्ष में कतिपय वैज्ञानिक प्रयोग एवं शोध करना इसका लक्ष्य था: किंतु कुछ खराबी आ जाने के कारण इसका प्रयोग अधिक समय तक नहीं किया जा सका। आपको बता दे की कृत्रिम उपग्रह अंतरिक्ष में कुछ प्रमुख उद्देश्यों के लिए प्रक्षेपित किए जाते हैं, जिनमें दूरसंचार, मौसम विज्ञान संबंधी अध्ययन और अंतरराष्ट्रीय जासूसी प्रमुख हैं। ऐसे ही अधिक प्रश्न पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

[Solved] प्रथम भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट को कब प्रक्षेपि

सही उत्तर "C" है। स्पष्टीकरण: Important Points • आर्यभट्ट भारत का पहला उपग्रह था, जिसका नाम प्रसिद्ध भारतीय खगोलविद के नाम पर रखा गया था। • यह 19 अप्रैल 1975 को कोस्टोस -3 एम प्रक्षेपण यानका उपयोग करके एस्ट्राखन ओब्लास्ट में एक रूसी रॉकेट लॉन्च और विकास स्थल कापस्टीन यार से लॉन्च किया गया था। • इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा बनाया गया था। • यह प्रक्षेपण भारत और सोवियत संघ के बीच एक समझौते से आया जो यूआर राव द्वारा निर्देशित था और 1972 में हस्ताक्षरित किया गया था। • इसने यूएसएसआर को विभिन्न अलग-अलग भारतीय उपग्रहों को लॉन्च करने के बदले में जहाजों पर नज़र रखने और जहाजों को लॉन्च करने के लिए भारतीय बंदरगाहों का उपयोग करने की अनुमति दी। • इसकानामभारत के 5 वीं शताब्दी के खगोलशास्त्री और गणितज्ञ के नाम पर रखा गया था। • उपग्रह की छवि 1976 और 1997 के बीच भारतीय दो रुपये के बैंकनोट्स के पिछले तरफ दिखाई गयी थी। Additional Information • भारतीय उपग्रह कार्यक्रम 1970 के दशक की शुरुआत में आकार लेना शुरू कर दिया था, हालांकि स्थानीय वैज्ञानिकों ने स्पुतनिक के समय से एक स्वदेशी भारतीय कार्यक्रम का सपना देखा था। • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन स्वदेशी उपग्रहों के निर्माण पर केंद्रित है। • इसरो के संस्थापक और एक प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी विक्रम साराभाई, जिनकी भारत के परमाणु उद्योग के विकास में भी भूमिका थी, ने अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला में 25 इंजीनियरों और शोधकर्ताओं की एक टीम नियुक्त की थी।

भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का प्रक्षेपण कब किया गया?

सवाल: भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का प्रक्षेपण कब किया गया? आर्यभट्ट भारत के द्वारा बनाया गया पहला कृत्रिम उपग्रह था जिसका वजन 360 किलोग्राम था। यह भारत का पहला वैज्ञानिक सेटेलाइट था। आर्यभट्ट उपग्रह को भारत सरकार के इसरो ने सोवियत संघ की मदद से बनाया था। 19 अप्रैल सन 1975 को भारत के द्वारा प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट को प्रक्षेपित किया गया

भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का परीक्षण कब किया?

प्रथम भारतीय उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ किस वर्ष छोड़ा गया भारत का प्रथम उपग्रह कब छोड़ा गया भारत का प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक कब छोड़ा गया भारत का पहला संचार उपग्रह विश्व का प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट उपग्रह मराठी माहिती भारत के कृत्रिम उपग्रह के नाम रोहिणी उपग्रह भारत का पहला उपग्रह आर्यभट्ट कौन था Table of Contents Show • • • • • • • 1 Answers आर्यभट्ट भारत का पहला उपग्रह है, जिसे इसी नाम से महान भारतीय खगोलशास्त्री के नाम पर नामित किया गया। यह सोवियत संघ द्वारा 19 अप्रैल, 1975 को कॉसमॉस- 3एम प्रक्षेपण वाहन द्वारा कास्पुतिन यान से प्रक्षेपित किया गया था। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा निर्माण और अंतरिक्ष में उपग्रह संचालन में अनुभव प्राप्त करने हेतु बनाया गया था। आर्यभट्ट उपग्रह आर्यभट्ट उपग्रह भारत द्वारा निर्मित 'प्रथम मानव रहित' उपग्रह है। इस उपग्रह का नामकरण पांचवी शताब्‍दी के प्रसिद्ध 'भारतीय खगोलविद् और गणितज्ञ' आर्यभट्ट के नाम पर किया गया था। इस उपग्रह को बंगलोर के निकट पीन्‍या में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा तैयार किया गया था, किंतु इसे सोवियत संघ में लॉन्चिंग स्टेशन कॉसमॉस-3एम प्रक्षेपण वाहन द्वारा कास्पुतिन नामक एक प्रक्षेपण यान द्वारा 19 अप्रैल 1975 को प्रक्षेपित किया गया। आर्यभट्ट उपग्रह का भार 360 कि.ग्रा था। और उसे पृथ्‍वी के आयन मंडल में दशाओं का परीक्षण करने, सूर्य से आने वाली न्‍यूट्रॉन और गामा किरणों की गणना करने और एक्‍स-रे खगोलशास्‍त्र में अनुसंधान हेतु तैयार किया गया था। इसके वैज्ञानिक उपकरणों को कक्ष में उस के पहुंचने के पांचवे दिन उपग्रह के विद्युत ऊर्जा तंत्र में ख़राबी के कारण बंद करना पड़ा। फिर भी इसके स...