भारत में पूर्ण सूर्य ग्रहण कब हुआ था

  1. Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा
  2. इस तारीख को लगेगा साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण, जानें भारत पर असर और सही समय
  3. Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries
  4. भारत के 6 शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा; न्यूयॉर्क और सिडनी में दिखा ब्लड मून
  5. इस तारीख को लगेगा साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण, जानें भारत पर असर और सही समय
  6. Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries
  7. भारत के 6 शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा; न्यूयॉर्क और सिडनी में दिखा ब्लड मून
  8. Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा
  9. Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा
  10. Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries


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Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा

डीएनए हिंदी:आज सूर्य ग्रहण है. पूरे भारत में आज आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. पिछले एक दशक में ऐसे पहली बार होगा कि पूरे देश में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. आज के बाद अगले दस सालों तक भारत में ऐसा नजारा नहीं दिखाई देगा. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. 30 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था. कब होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी बिल्कुल सीधी लाइन में नहीं होते हैं और सूर्य की सतह के एक छोटे से हिस्से पर एक काली छाया दिखाई देती है. आंशिक सूर्य ग्रहण के तीन चरण होते हैं. पहला आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआत, फिर इसका अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा और फिर अंत. पढ़ें- कब होगा अगला सूर्य ग्रहण? इस साल पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को दिखाई दिया था. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. वैसे तो साल 2023 को छोड़कर हर साल सूर्य ग्रहण पड़ेगा लेकिन अब भारत से दिखाई देने वाला अगला बड़ा सूर्य ग्रहण करीब एक दशक बाद 21 मई, 2031 को एक वलयाकार ग्रहण (annular eclipse) होगा. इसके तीन साल बाद 20 मार्च 2034 को अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत से दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि सूर्य ग्रहण नग्न आंखों को दिखाई दे सकता है लेकिन सूर्य की किरणें आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं और गंभीर हो सकती हैं. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल परपज वाले सोलर फिल्टर ग्लासेज का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह ग्रहण के दौरान आपकी आंखों को नुकसान होने से बचाता है. ग्रहण के दौरान सड़क पर वाहन चलाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे ग्रहण के दौरान हमेशा हेडलाइट जलाकर...

इस तारीख को लगेगा साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण, जानें भारत पर असर और सही समय

Next Surya Grahan 2023 date time in India: सूर्य ग्रहण एक अहम खगोलीय घटना है. साथ ही सूर्य ग्रहण को धर्म और ज्‍योतिष में भी बहुत महत्‍वपूर्ण लेकिन अशुभ माना गया है. माना जाता है कि सूर्य और चंद्रमा पर लगने वाला ग्रहण नकारात्‍मक ऊर्जा पैदा करता है, इस कारण ग्रहण और इससे पहले लगे सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. साल 2023 में 4 ग्रहण लगने हैं. इनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं. 1 सूर्य ग्रहण और 1 चंद्र ग्रहण लग चुका है. अब 1 सूर्य ग्रहण और 1 चंद्र ग्रहण लगना बाकी है. साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को लगेगा. यह साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. यह सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. वलयाकार सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है, इस कारण सूर्य आग के रिंग की तरह दिखाई देता है. इसलिए इसे रिंग ऑफ फायर कहते हैं. यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लिहाजा इसका सूतक काल मान्‍य नहीं होगा. 14 अक्‍टूबर 2023 का सूर्य ग्रहण अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, प्रशांत महासागर और आर्कटिक में दिखाई देगा. भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 14 अक्‍टूबर 2023 की रात 08:34 बजे से शुरू होगा और मध्‍यरात्रि 02:25 बजे खत्‍म होगा. सूर्य ग्रहण का इन राशियों पर होगा नकारात्‍मक असर भले ही साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. लेकिन इस सूर्य ग्रहण का नकारात्‍मक प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ सकता है. लिहाजा इन राशि वालों को सूर्य ग्रहण के दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए. मेष राशि - मेष राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण नकारात्मक नतीजे दे सकता है. इन लोगों को करीबियो...

Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries

Solar Eclipse: इन जगहों पर दिखाई देगा सूर्य ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ये ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत सागर, और न्यूजीलैंड में देखा जा सकेगा. कैसा होगा सूर्य ग्रहण? सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है. आज साल का पहला सूर्य ग्रहण और वैशाख की अमावस्या है. सूर्य ग्रहण के तीन रूप होते हैं. एक होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण जिसे खग्रास सूर्यग्रहण भी कहते हैं. दूसरा आंशिक सूर्यग्रहण जिसे खंडग्रास सूर्यग्रहण कहते हैं और तीसरा होता है कंकणाकृति सूर्यग्रहण. इसे वलयाकार ग्रहण भी कहते हैं. आज लगने वाला सूर्य ग्रहण एक संकरित सूर्य ग्रहण है. विज्ञान की भाषा में इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण भी कहा जाता है. यह सूर्य ग्रहण विश्व की अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रूपों में दिखाई देने वाला है. आज का हाइब्रिड सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ सूर्य ग्रहण है क्योंकि यह बहुत कम देखने को मिलता है. इस दिन कुछ जगहों पर यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा तो कुछ जगह पर यह पूर्ण रूप से दिखाई देगा. वहीं कुछ जगहों पर यह 0कुंडलाकार सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा. इसलिए इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहा जाता है. ये भी पढ़ें Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. Published at : 20 Apr 2023 07:3...

भारत के 6 शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा; न्यूयॉर्क और सिडनी में दिखा ब्लड मून

भारत में अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में पूर्ण ग्रहण के साथ चंद्रोदय सबसे पहले देखा गया। दिल्ली में 5.28 बजे से और मुंबई में 6.01 बजे से आंशिक चंद्र ग्रहण शुरू हुआ। यह 6.19 बजे खत्म हो गया। इसके अलावा देश के छह शहरों- कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची और ईटानगर में पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा गया जबकि शेष भारत में इसका आंशिक असर रहा। 2023 में होंगे 4 ग्रहण, 2025 में अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 2023 में कुल चार ग्रहण होंगे। इनमें दो सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल और 14 अक्टूबर को और दो चंद्र ग्रहण 5 मई और 28 अक्टूबर को पड़ेंगे। हालांकि अगले साल देश में सिर्फ एक आंशिक चंद्र ग्रहण ही दिखेगा जो 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन होगा। 5 मई 2023 को पड़ने वाले चंद्र ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं होगी। अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को होगा, जो भारत में दिखेगा। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के बाद घर में शुद्धिकरण कैसे करें... बेंगलुरु में शहर की रोशनी के बीच शाम को चंद्र ग्रहण का नजारा कुछ ऐसा था। अब जान लें विदेशों में कैसा दिखा चंद्र ग्रहण दुनिया के बाकी देशों की बात करें तो चंद्र ग्रहण सबसे पहले दोपहर 2.39 बजे प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखा। इसके बाद यह अमेरिका होते हुए ऑस्ट्रेलिया और फिर जापान में देखा गया। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में यह आधा दिख रहा था। कुछ देर बाद ही दोनों देशों में ब्लड मून दिखने लगा। हालांकि जापान में चंद्र ग्रहण आंशिक तौर पर ही देखा गया। ग्वाटेमाला में चंद्र ग्रहण आधा दिखा। पांच तस्वीरों में देखें विदेशों में ब्लड मून का नजारा... अमेरिका से... मेक्सिको सिटी में भी पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा। यहां भी चांद लाल तो था मगर धुंधला। भारत के लिए यह चंद्र ग्रहण विशेष, 2040 ...

इस तारीख को लगेगा साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण, जानें भारत पर असर और सही समय

Next Surya Grahan 2023 date time in India: सूर्य ग्रहण एक अहम खगोलीय घटना है. साथ ही सूर्य ग्रहण को धर्म और ज्‍योतिष में भी बहुत महत्‍वपूर्ण लेकिन अशुभ माना गया है. माना जाता है कि सूर्य और चंद्रमा पर लगने वाला ग्रहण नकारात्‍मक ऊर्जा पैदा करता है, इस कारण ग्रहण और इससे पहले लगे सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. साल 2023 में 4 ग्रहण लगने हैं. इनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं. 1 सूर्य ग्रहण और 1 चंद्र ग्रहण लग चुका है. अब 1 सूर्य ग्रहण और 1 चंद्र ग्रहण लगना बाकी है. साल 2023 का अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को लगेगा. यह साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. यह सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. वलयाकार सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है, इस कारण सूर्य आग के रिंग की तरह दिखाई देता है. इसलिए इसे रिंग ऑफ फायर कहते हैं. यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लिहाजा इसका सूतक काल मान्‍य नहीं होगा. 14 अक्‍टूबर 2023 का सूर्य ग्रहण अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, प्रशांत महासागर और आर्कटिक में दिखाई देगा. भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 14 अक्‍टूबर 2023 की रात 08:34 बजे से शुरू होगा और मध्‍यरात्रि 02:25 बजे खत्‍म होगा. सूर्य ग्रहण का इन राशियों पर होगा नकारात्‍मक असर भले ही साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. लेकिन इस सूर्य ग्रहण का नकारात्‍मक प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ सकता है. लिहाजा इन राशि वालों को सूर्य ग्रहण के दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए. मेष राशि - मेष राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण नकारात्मक नतीजे दे सकता है. इन लोगों को करीबियो...

Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries

Solar Eclipse: इन जगहों पर दिखाई देगा सूर्य ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ये ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत सागर, और न्यूजीलैंड में देखा जा सकेगा. कैसा होगा सूर्य ग्रहण? सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है. आज साल का पहला सूर्य ग्रहण और वैशाख की अमावस्या है. सूर्य ग्रहण के तीन रूप होते हैं. एक होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण जिसे खग्रास सूर्यग्रहण भी कहते हैं. दूसरा आंशिक सूर्यग्रहण जिसे खंडग्रास सूर्यग्रहण कहते हैं और तीसरा होता है कंकणाकृति सूर्यग्रहण. इसे वलयाकार ग्रहण भी कहते हैं. आज लगने वाला सूर्य ग्रहण एक संकरित सूर्य ग्रहण है. विज्ञान की भाषा में इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण भी कहा जाता है. यह सूर्य ग्रहण विश्व की अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रूपों में दिखाई देने वाला है. आज का हाइब्रिड सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ सूर्य ग्रहण है क्योंकि यह बहुत कम देखने को मिलता है. इस दिन कुछ जगहों पर यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा तो कुछ जगह पर यह पूर्ण रूप से दिखाई देगा. वहीं कुछ जगहों पर यह 0कुंडलाकार सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा. इसलिए इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहा जाता है. ये भी पढ़ें Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. Published at : 20 Apr 2023 07:3...

भारत के 6 शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा; न्यूयॉर्क और सिडनी में दिखा ब्लड मून

भारत में अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में पूर्ण ग्रहण के साथ चंद्रोदय सबसे पहले देखा गया। दिल्ली में 5.28 बजे से और मुंबई में 6.01 बजे से आंशिक चंद्र ग्रहण शुरू हुआ। यह 6.19 बजे खत्म हो गया। इसके अलावा देश के छह शहरों- कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची और ईटानगर में पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा गया जबकि शेष भारत में इसका आंशिक असर रहा। 2023 में होंगे 4 ग्रहण, 2025 में अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 2023 में कुल चार ग्रहण होंगे। इनमें दो सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल और 14 अक्टूबर को और दो चंद्र ग्रहण 5 मई और 28 अक्टूबर को पड़ेंगे। हालांकि अगले साल देश में सिर्फ एक आंशिक चंद्र ग्रहण ही दिखेगा जो 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन होगा। 5 मई 2023 को पड़ने वाले चंद्र ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं होगी। अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को होगा, जो भारत में दिखेगा। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के बाद घर में शुद्धिकरण कैसे करें... बेंगलुरु में शहर की रोशनी के बीच शाम को चंद्र ग्रहण का नजारा कुछ ऐसा था। अब जान लें विदेशों में कैसा दिखा चंद्र ग्रहण दुनिया के बाकी देशों की बात करें तो चंद्र ग्रहण सबसे पहले दोपहर 2.39 बजे प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखा। इसके बाद यह अमेरिका होते हुए ऑस्ट्रेलिया और फिर जापान में देखा गया। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में यह आधा दिख रहा था। कुछ देर बाद ही दोनों देशों में ब्लड मून दिखने लगा। हालांकि जापान में चंद्र ग्रहण आंशिक तौर पर ही देखा गया। ग्वाटेमाला में चंद्र ग्रहण आधा दिखा। पांच तस्वीरों में देखें विदेशों में ब्लड मून का नजारा... अमेरिका से... मेक्सिको सिटी में भी पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहा। यहां भी चांद लाल तो था मगर धुंधला। भारत के लिए यह चंद्र ग्रहण विशेष, 2040 ...

Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा

डीएनए हिंदी:आज सूर्य ग्रहण है. पूरे भारत में आज आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. पिछले एक दशक में ऐसे पहली बार होगा कि पूरे देश में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. आज के बाद अगले दस सालों तक भारत में ऐसा नजारा नहीं दिखाई देगा. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. 30 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था. कब होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी बिल्कुल सीधी लाइन में नहीं होते हैं और सूर्य की सतह के एक छोटे से हिस्से पर एक काली छाया दिखाई देती है. आंशिक सूर्य ग्रहण के तीन चरण होते हैं. पहला आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआत, फिर इसका अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा और फिर अंत. पढ़ें- कब होगा अगला सूर्य ग्रहण? इस साल पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को दिखाई दिया था. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. वैसे तो साल 2023 को छोड़कर हर साल सूर्य ग्रहण पड़ेगा लेकिन अब भारत से दिखाई देने वाला अगला बड़ा सूर्य ग्रहण करीब एक दशक बाद 21 मई, 2031 को एक वलयाकार ग्रहण (annular eclipse) होगा. इसके तीन साल बाद 20 मार्च 2034 को अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत से दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि सूर्य ग्रहण नग्न आंखों को दिखाई दे सकता है लेकिन सूर्य की किरणें आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं और गंभीर हो सकती हैं. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल परपज वाले सोलर फिल्टर ग्लासेज का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह ग्रहण के दौरान आपकी आंखों को नुकसान होने से बचाता है. ग्रहण के दौरान सड़क पर वाहन चलाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे ग्रहण के दौरान हमेशा हेडलाइट जलाकर...

Solar Eclipse Today: क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? अब 10 साल बाद दिखाई देगा ऐसा नजारा

डीएनए हिंदी:आज सूर्य ग्रहण है. पूरे भारत में आज आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. पिछले एक दशक में ऐसे पहली बार होगा कि पूरे देश में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. आज के बाद अगले दस सालों तक भारत में ऐसा नजारा नहीं दिखाई देगा. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. 30 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था. कब होता है आंशिक सूर्य ग्रहण? आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी बिल्कुल सीधी लाइन में नहीं होते हैं और सूर्य की सतह के एक छोटे से हिस्से पर एक काली छाया दिखाई देती है. आंशिक सूर्य ग्रहण के तीन चरण होते हैं. पहला आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआत, फिर इसका अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा और फिर अंत. पढ़ें- कब होगा अगला सूर्य ग्रहण? इस साल पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को दिखाई दिया था. आज दिखाई देना वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. वैसे तो साल 2023 को छोड़कर हर साल सूर्य ग्रहण पड़ेगा लेकिन अब भारत से दिखाई देने वाला अगला बड़ा सूर्य ग्रहण करीब एक दशक बाद 21 मई, 2031 को एक वलयाकार ग्रहण (annular eclipse) होगा. इसके तीन साल बाद 20 मार्च 2034 को अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत से दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि सूर्य ग्रहण नग्न आंखों को दिखाई दे सकता है लेकिन सूर्य की किरणें आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं और गंभीर हो सकती हैं. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल परपज वाले सोलर फिल्टर ग्लासेज का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह ग्रहण के दौरान आपकी आंखों को नुकसान होने से बचाता है. ग्रहण के दौरान सड़क पर वाहन चलाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे ग्रहण के दौरान हमेशा हेडलाइट जलाकर...

Surya Grahan 2023 Time In India Solar Eclipse Will Be Visible In These Countries

Solar Eclipse: इन जगहों पर दिखाई देगा सूर्य ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ये ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत सागर, और न्यूजीलैंड में देखा जा सकेगा. कैसा होगा सूर्य ग्रहण? सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है. आज साल का पहला सूर्य ग्रहण और वैशाख की अमावस्या है. सूर्य ग्रहण के तीन रूप होते हैं. एक होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण जिसे खग्रास सूर्यग्रहण भी कहते हैं. दूसरा आंशिक सूर्यग्रहण जिसे खंडग्रास सूर्यग्रहण कहते हैं और तीसरा होता है कंकणाकृति सूर्यग्रहण. इसे वलयाकार ग्रहण भी कहते हैं. आज लगने वाला सूर्य ग्रहण एक संकरित सूर्य ग्रहण है. विज्ञान की भाषा में इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण भी कहा जाता है. यह सूर्य ग्रहण विश्व की अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रूपों में दिखाई देने वाला है. आज का हाइब्रिड सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ सूर्य ग्रहण है क्योंकि यह बहुत कम देखने को मिलता है. इस दिन कुछ जगहों पर यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा तो कुछ जगह पर यह पूर्ण रूप से दिखाई देगा. वहीं कुछ जगहों पर यह 0कुंडलाकार सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा. इसलिए इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहा जाता है. ये भी पढ़ें Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. Published at : 20 Apr 2023 07:3...