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  1. बीएसएफ ने भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक ड्रोन को मार गिराया – ThePrint Hindi
  2. भारत पाकिस्तान युद्ध


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बीएसएफ ने भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक ड्रोन को मार गिराया – ThePrint Hindi

जयपुर, 12 जून (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर रहे एक ड्रोन को मार गिराया। करनपुर थाना प्रभारी बलवंत राम ने बताया कि रविवार देर रात अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव 23 ओ में ड्रोन के घुसने की आवाज सुनकर बीएसएफ के जवानों ने अंधाधुंध फायरिंग कर उसे मार गिराया। उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के संदेह में सोमवार को तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन दुर्घटनाग्रस्त ड्रोन के पास कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बीएसएफ मामले की जांच कर रही है। भाषा कुंज संतोष संतोष यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

भारत पाकिस्तान युद्ध

मुख्य लेख: १९४७ का भारत-पाक युद्ध, जिसे प्रथम कश्मीर युद्ध भी कहा जाता है, अक्टूबर १९४७ में शुरू हुआ। पाकिस्तान की सेना के समर्थन के साथ हज़ारों की संख्या में जनजातीय लड़ाकुओं ने कश्मीर में प्रवेश कर राज्य के कुछ हिस्सों पर हमला कर उन पर कब्जा कर लिया, जिसके फलस्वरूप भारत से सैन्य सहायता प्राप्त करने के लिए कश्मीर के महाराजा को इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ अक्सेशन पर हस्ताक्षर करने पड़े। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 22 अप्रैल 1948 को रेसोलुशन 47 पारित किया। इसके बाद तत्कालीन मोर्चों को ही धीरे धीरे ठोस बना दिया गया, जिसे अब नियंत्रण रेखा कहा जाता है। 1 जनवरी 1949 की रात को 23:59 बजे एक औपचारिक संघर्ष-विराम घोषित किया गया था। इस युद्ध में भारत को कश्मीर के कुल भौगोलिक क्षेत्र के लगभग दो तिहाई हिस्से (कश्मीर घाटी, जम्मू और लद्दाख) पर नियंत्रण प्राप्त हुआ, जबकि पाकिस्तान को लगभग एक तिहाई हिस्से पर (पाकिस्तानी गुलाम कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान)। 1965 [ ] मुख्य लेख: भारत पाकिस्तान के बीच यह तीसरा युद्ध हुआ। इस युद्ध में 94000 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया गया औऱ इस युद्ध में पाक कि हार देखते हुए सयुक्त राज्य अमेरिका औऱ कई मित्र देशो को साथ लेकर जिसमें ब्रिटेन, चीन, पाक, फ्रांस मुख्य थे औऱ भी देस भारत की ओर बढ़ चले इसकी सूचना सोवियत संघ रूस को मिली औऱ 1948 में रूस और भारत के एक दूसरे की मदद करने के लिए समझौता हुआ था और रूस बिना कुछ सोचे समझे अपनी पूरी ताकत भारत की मदद के लिये भेज दी औऱ आधे देसो को तो रूस ने सीधे चेतावनी देदी कि अगर आप लोगों की तरफ से भारत पे कोई आक्रमण हुआ तो भुगतने के लिए तैयार रहना आधे से ज्यादा देश तो उल्टे पाव वापस चले गए लेकिन अमेरिका, और, ब्रिटेन भार...