Bhagat singh in hindi

  1. भगत सिंह पर निंबध और भाषण 2023 (Essay on Bhagat Singh in Hindi)
  2. Why I Am an Atheist
  3. शहीद भगत सिंह जीवनी
  4. शहीदे आज़म भगत सिंह की जीवनी ~ Biography of Shaheed Bhagat Singh in Hindi


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भगत सिंह पर निंबध और भाषण 2023 (Essay on Bhagat Singh in Hindi)

भगतसिंहकाजन्म 28 सितंबर 1907 कोपंजाबमेंहुआ।भारतीयस्वतंत्रतासेनानियोंमेंभगतसिंहकानामबड़ेसम्मानकेसाथलियाहै।मात्र 23 सालकीउम्रमेंभगतसिंहदेशकेलिएशहीदहोगए।शहीदभगतसिंहबचपनसेहीदेशभक्तिमेंओत-प्रोतथे।ब्रिटिशशासनकेखिलाफभगतसिंहनेयुवाओंकोस्वतंत्रतासंग्राममेंशामिलहोनेकेलिएप्रेरितकिया।भारतसिंहनेवर्ष 1926 मेंनौजवानभारतसभाकीस्थापनाकीऔरदेशको 'इंकलाबजिंदाबाद' कानारादिया।लेकिनएकब्रिटिशआधिकारिककीहत्याकेबाद 23 मार्च 1931 कोउनकेसाथियोंराजगुरुऔरसुखदेवकेसाथभगतसिंहकोफांसीकीसजादीगई। यहांउपस्थितसभीलोगोंकोमेराप्रणाम। 'वेमुझेमारसकतेहैंलेकिनमेरेविचारोंकोनहींमारसकते।वेमेरेशरीरकोकुचलसकतेहैं, लेकिनवेमेरीआत्माकोकुचलनहींपाएंगे।' जबभीयह 'कोट' बोलाजाताहै, तबभारतीयइतिहासकेसबसेमहानस्वतंत्रतासेनानियोंमेंसेएकभगतसिंहकीयाददिलादेताहै।अमरशहीदोंमेंसरदारभगतसिंहकानामसबसेप्रमुखतासेलियाजाताहै।भगतसिंहकाजन्म 28 सितंबर 1907 कोपंजाबकेलैलपुरजिलेकेबंगागाँव (अबपाकिस्तानमें) केएकदेशभक्तसिखपरिवारमेंहुआथा, जिसकाउनपरअनुकूलप्रभावपड़ा।उनकेपिताकानामसरदारकिशनसिंहऔरमाताकानामविद्यावतीकौरथा। यहएकसिखपरिवारथाजिसनेआर्यसमाजकेविचारकोअपनायाथा।आर्यसमाजऔरमहर्षिदयानंदकीविचारधाराकाउनकेपरिवारपरगहराप्रभावथा।भगतसिंहकेजन्मकेसमय, उनकेपिता 'सरदारकिशनसिंह' औरउनकेदोचाचा 'अजीतसिंह' और 'स्वर्णसिंह' अंग्रेजोंकेखिलाफहोनेकेकारणजेलमेंथे।जिसदिनभगतसिंहकाजन्महुआ, उनकेपिताऔरचाचाजेलसेरिहाहुएथे।इसशुभमुहूर्तकेमौकेपरभगतसिंहकेघरमेंखुशीऔरभीबढ़गई।भगतसिंहकेजन्मकेबादउनकीदादीनेउनकानाम 'भागोवाला' रखा।जिसकाअर्थहै 'शुभकामनाएं'।बादमेंउन्हें 'भगतसिंह' कहाजानेलगा। 14 सालकीउम्रसेहीउन्होंनेपंजाबकीक्रांतिकारीसंस्थाओंमेंकामकरनाशुरूकरदियाथा।डी.ए.वी. स्कूलसेउन्होंनेनौवींकीपरीक्षापासकी। 192...

Why I Am an Atheist

Later still I came across a book entitled Common Sense by He mentions He also questions theists about the existence of God: If, as you believe, there is an almighty, omnipresent, omniscient and omnipotent God, who created the earth or world, please let me know why did he create it? This world of woes and miseries, a veritable, eternal combination of numberless tragedies: Not a single soul being perfectly satisfied. Continuing on the above question, he also asks, "I ask why your omnipotent God does not stop every man when he is committing any sin or offence? He can do it quite easily. Why did he not kill warlords or kill the fury of war in them and thus avoid the catastrophe hurled down on the head of humanity by the Great War? Why does he not just produce a certain sentiment in the mind of the British people to liberate India? Why does he not infuse the altruistic enthusiasm in the hearts of all capitalists to forego their rights of personal possessions of means of production and thus redeem the whole labouring community —nay, the whole human society, from the bondage of capitalism? You want to reason out the practicability of socialist theory; I leave it for your almighty to enforce it. People recognise the merits of socialism in as much as the general welfare is concerned. They oppose it under the pretext of its being impracticable. Let the Almighty step in and arrange everything in an orderly fashion." In the end, he also comments on the origin of God and thinks it is d...

शहीद भगत सिंह जीवनी

5 मृत्यु भगत सिंह जी की जीवनी शहीद भगत सिंह जीवनी जन्म भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1960 को लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था जो पाकिस्तान में स्थित है। उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह सिंधु था और माता का नाम श्रीमती विद्यावती जी था। यह 10 भाई बहन थे। भगत सिंह का नाम अमर शहीदों में लिया जाता है। उनका पैतृक गांव खटकड़ कलां है जो पंजाब में है। शहीद भगत सिंह भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक है जिन्होंने हमें अपने देश के लिए मर मिटने की ताकत दी और यह बताया कि देश प्रेम क्या है। भगत सिंह का जन्म सिख परिवार में हुआ था। जब भगत सिंह का जन्म हुआ तो उनके पिता सरदार किशन सिंह जी जेल में थे। उनके चाचा श्री अजीत सिंह जी स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्होंने भारतीय देशभक्ति एसोसिएशन भी बनाई थी। शिक्षा भगत सिंह जी का दाखिला दयानंद एंग्लो वैदिक हाई स्कूल में कराया था बाद में नेशनल कॉलेज BA की पढ़ाई छोड़कर भगत सिंह ने 1920 में महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए असहयोगआंदोलन में भाग लेने लगे गांधीजी विदेशी चीजों का बहिष्कार करते थे। 14 वर्ष की आयु में भगत सिंह ने सरकारी स्कूलों की किताबें और कपड़े जला दिए। आंदोलन सन 1926 में नौजवान भारत सभा में भगत सिंह को सेक्रेट्री बना दिया गया और इसके बाद सन 1928 में उन्होंने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन को ज्वाइन किया इसे चंद्रशेखर आजाद ने बनाया था और पूरे पार्टी को एकजुट कर व्वे 30 अक्टूबर 1928 को भारत में आ गए उन्होंने साइमन कमीशन का विरोध किया उनके साथ लाला लाजपत राय थे। वे “ भगत सिंह को पकड़ने के लिए अंग्रेजी पुलिस ने चारों तरफ जाल बिछा दिए । इसके चलते भगत सिंह ने अपने आप को बचाने के लिए अपनी दाढ़ी और बाल कटवा लिए ताकि उन्हें कोई पहचान ना सके...

शहीदे आज़म भगत सिंह की जीवनी ~ Biography of Shaheed Bhagat Singh in Hindi

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