भैया दूज कितनी तारीख की है

  1. Bhai Dooj: When Will The Festival Of Bhai Dooj Be Celebrated This Time, Apply Tilak To Brother On This Auspici
  2. भैया दूज की कहानी , अर्थ और महत्व
  3. दूज कितनी तारीख की है 2022? – Expert
  4. WHY BHAI DOOJ IS CELEBRATED IN HINDI
  5. Bhai Dooj 2019: 29 अक्‍टूबर को है भैया दूज, जानें भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त
  6. Bhaiya Dooj Kab Hai 2023
  7. Bhadwa mela 2022
  8. भाई दूज कब है 2022 holi? – Expert


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Bhai Dooj: When Will The Festival Of Bhai Dooj Be Celebrated This Time, Apply Tilak To Brother On This Auspici

Bhai Dooj : कब मनाया जाएगा इस बार भाई दूज का त्योहार इस शुभ मुहूर्त पर भैया को लगाएं तिलक कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भैया दूज का पर्व मनाया जाता है. भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व रक्षाबंधन की तरह मनाया जाता है. इसमें बहनें भाई की सलामती के लिए तिलक करती हैं और उनके सुख-समृद्धि की कामना करती हैं. इस साल भाई दूज की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कोई 26 अक्टूबर को भाई दूज मनाने की बात कर रहा है तो कोई 27 अक्टूबर को मनाने की बात कह रहा है. मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों भैया दूज शुभ पूजा समय इस वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 26 और 27 अक्टूबर दोनों को पड़ रही है. यही वजह है कि लोग भ्रमित हो रहे हैं. द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 02:43 बजे से शुरू होकर 27 अक्टूबर को दोपहर 12:45 बजे तक चलेगी. ऐसे में 26 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व शास्त्रों के अनुसार मनाना होगा. इस दिन भाई के लिए तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 12:14 बजे से दोपहर 12:47 बजे तक रहेगा. 27 अक्टूबर को पूजा का यह है शुभ मुहूर्त भी होगा क्योंकि कई जगहों पर भाई दूज का पर्व उदय तिथि के अनुसार मनाया जाता है. ऐसे में 27 अक्टूबर को भाई दूज भी मनाया जा सकता है. इस दिन तिलक का शुभ मुहूर्त सुबह 11:07 बजे से दोपहर 12:46 बजे तक रहेगा. भैया दूज की पूजा सामग्री में कुमकुम, पान, सुपारी, फूल, कलावा, मिठाई, सूखा नारियल और अक्षत आदि वस्तुओं को रखा जाता है. भैया को तिलक करते समय इन चीजों को पूजा की थाली में रखना अत्यंत शुभदायक होता है. भाई दूज कथा महत्व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और उनकी पत्नी संज्ञा के दो ब...

भैया दूज की कहानी , अर्थ और महत्व

आज की चर्चा का विषय Bhaiya Dooj Ki Kahani है एक भाई और एक बहन के बीच एक अनोखी समझ होती है। वे एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं, एक-दूसरे के रक्षक हैं, एक-दूसरे के प्रशंसक हैं, एक-दूसरे के हिस्सेदार हैं और एक-दूसरे से बिना शर्त के प्यार करते हैं। और आज के समय में यह त्यौहार बहुत ही ज्यादा अच्छे तरिके से मनाया जाता है और यह प्यार भरा और भाई दूज क्या है (Bhaiya Dooj Ki Kahani) भाई-बहनों के बीच की भावनाओं और प्यार को समझना मुश्किल है। हालाँकि, ऐसे विशेष दिन या अवसर होते हैं जो भाई और बहन के बीच प्यार को मजबूत करने के लिए समर्पित होते हैं। भैया दूज एक ऐसा अवसर है जो विभिन्न भाई-बहनों (भाई और बहन) के बीच प्रेम को परिभाषित कर सकता है। यह अद्भुत त्योहार एक महत्वपूर्ण अवसर है जहां बहनें अपने प्यारे भाई की लंबी उम्र, कल्याण और समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं। यह अवसर दिवाली त्योहार के दो दिनों के बाद होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह अवसर कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन होता है जो अक्टूबर और नवंबर के बीच पड़ता है। भैया दूज का त्योहार वर्ष 2021 के लिए 6 नवंबर, शनिवार को पड़ता है भैया दूज की उत्पत्ति, अर्थ और महत्व(Origin, meaning and significance of Bhaiya Dooj) हिंदू धर्म में किंवदंतियों के अनुसार, भैया दूज हिंदू धर्म में बहुत महत्व और मूल्यों माना जाता है। हिंदू धर्म में लगभग सभी त्योहार और रीति-रिवाज विशेष पात्रों और आदर्शों से संबंधित हैं जो इसके उत्सव को सही ठहराते हैं और आबादी को इसके महत्व को समझने में मदद करते हैं। उत्पत्ति- भैया दूज/भाई दूज, भाऊ-बीज/भाई एक त्योहार है जो भारत, नेपाल और अन्य देशों के हिंदुओं के बीच विक्रम संवत हिंदू के कार्तिक महीने...

दूज कितनी तारीख की है 2022? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • दूज कितनी तारीख की है 2022? हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की द्वितीया तिथि को होली भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, इस बार होली भाई दूज 20 मार्च 2022, रविवार को है। द्वितीया तिथि 19 मार्च को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 20 मार्च को सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी। फुलेरा दूज कब पड़ता है? दरअसल, हर साल फाल्गुन शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज मनाई जाती है। इस बार फूलेरा दूज का पर्व आज 4 मार्च 2022 को मनाया जाएगा। फुलेरा दूज का क्या महत्व है? फुलेरा/ फुलैरा दूज का महत्व – वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों को अच्छा बनाने के लिए इसे मनाया जाता है। – फुलेरा/ फुलैरा दूज वर्ष का अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है, इस दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। – फुलेरा/ फुलैरा दूज में मुख्य रूप से श्री राधा-कृष्ण की पूजा की जाती है। मार्च 2022 में भाई दूज कब है? 20 मार्च 2022, रविवार को है होली भाई दूज का पर्व। दूज 2022 कब है April? फुलेरा दूज 2022 शुभ मुहूर्त- फुलेरा दूज को उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए 04 मार्च को मनाया जाएगा। दोज कब की है 2022 June? July माह में कृष्ण पक्ष की दूज 15 जुलाई 2022 को है. फुलेरा दूज में क्या करना चाहिए? फुलेरा या फुलैरा दूज पर भगवान श्री कृष्ण और राधा जी की पूजा की जाती है। इस दिन दोनों पर गुलाल जरूर अर्पित करें क्योंकि इस दिन से होली शुरू होती है। 2. फुलैरा दूज पर राधा-कृष्ण को जो गुलाल अर्पित किया जाता है, इस गुलाल को अपने पैरों में न आने दें। फुलेरा दूज की पूजा कैसे करें? फुलेरा दूज पूजा विधि फूल, अक्षत, फल, चंदन, रोली, कुमकुम, धूप, दीप, गंध आदि से श्री कृष्ण...

WHY BHAI DOOJ IS CELEBRATED IN HINDI

WHY BHAI DOOJ IS CELEBRATED IN HINDI – भाई दूज क्यों मनाते है? भैया दूज ( Bhai dooj )का उत्सव राखी की त्योहार की तरह, भाई और बहन के अगाध प्रेम को समर्पित हैं। भैया दूज का त्योहार भाई, बहन के अट्टू बंधन और स्नेह का प्रतीक है। भैया दूज के दिन, बहनें अपने भाइयों के माथे पर रोली, चंदन और अक्षत से तिलक लगाती है। तत्पश्चात वे अपने भाई के सुख-समृद्धि और लंबी उम्र की कामना करती हैं। भैया दूज के दिन मृत्यु के देवता यमराज तथा उनके बहन यमुना जी के पूजन का विशेष महत्व है भारत में कुछ त्योहार ऐसे हैं जो अपने करीबी और प्रियजनों के बीच घनिष्ठ संबंधों की भावना को दर्शाता है। ऐसे ही त्योहारों में से एक है ‘भैया दूज’. पूरे भारत में भाई दूज का त्योहार पूर्ण श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। भारत के हिन्दू धर्म मे भाई-बहन के अट्टू पवित्र बंधन का प्रतीक दो उत्सव मनाया जाता है। पहला उत्सव रक्षा बंधन का त्योहार है जो श्रावण महीने के पूर्णमासी को मनाया जाता है। दूसरा उत्सव भाई दूज है, जिसे कार्तिक मास के द्वितीया को मनाया जाता है. WHY BHAI DOOJ IS CELEBRATED IN HINDI – भैया दूज की कहानी रक्षा बंधन में जैसे भाई अपनी बहन के रक्षा का वचन देता है। ठीक वैसे ही कहते हैं की भैया दूज के दिन भाई द्वारा बहन के द्वारा ललाट पर टीका लगवाने तथा बहन के घर भोजन करने से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। भैया दूज का त्योहार क्यों मनायी जाती है? कहते हैं की एक दिन यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने उनके घर गये। लौटते समय यमुना ने भाई यमदेव से वरदान मांगा। जो भाई कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अपनी बहन के घर जाएगा।अपनी बहन के घर भोजन ग्रहण करेगा। आप उसकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करेंगे। यमराज को अपनी बहन यमुना से बहु...

Bhai Dooj 2019: 29 अक्‍टूबर को है भैया दूज, जानें भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त

भाई दूज (Bhai Dooj) या भैया दूज का त्‍योहार भाई-बहन के प्रेम और समर्पण का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर भोजन कराती हैं. मान्‍यता है कि भाई दूज के दिन अगर भाई-बहन यमुना किनारे बैठकर साथ में भोजन करें तो यह अत्‍यंत मंगलकारी और कल्‍याणकारी होता है. दिवाली के दो दिन बाद आने वाले इस त्‍योहार को यम द्वितीया (Yam Dwitiya) भी कहा जाता है. इस दिन मृत्‍यु के देवता यम की पूजा का भी विधान है. हिन्‍दू पंचांग के अनुसार कार्तिक शुक्‍ल पक्ष की द्वितीया को भैया दूज का त्‍योहार मनाया जाता है. दीपावली के दो दिन बाद भैया दूज आता है. इस बार भाई दूज या यम द्व‍ितीया 29 अक्‍टूबर को है. इसे भी पढ़ेंः भैया दूज की तिथि और शुभ मुहूर्त भैयादूज / यम द्वितीया की तिथि: 29 अक्‍टूबर 2019 द्वितीया तिथि प्रारंभ: 29 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 06 बजकर 13 मिनट से द्व‍ितीया तिथि समाप्‍त: 30 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 03 बजकर 48 मिनट तक भाई दूज अपराह्न समय: दोपहर 01 बजकर 11 मिनट से दोपहर 03 बजकर 23 मिनट तक कुल अवधि: 02 घंटे 12 मिनट इसे भी पढ़ेंः भैया दूज का महत्‍व हिन्‍दू धर्म में भैया दूज का विशेष महत्‍व है. इस पर्व को 'यम द्वितीया' और 'भ्रातृ द्वितीया' भी कहा जाता है. रक्षाबंधन के बाद भैया दूज दूसरा ऐसा त्‍योहार है जिसे भाई-बहन बेहद उत्‍साह के साथ मनाते हैं. जहां, रक्षाबंधन में भाई अपनी बहन को सदैव उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं वहीं भाई दूज के मौके पर बहन अपने भाई की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती हैं. कई जगहों पर इस दिन बहनें अपने भाइयों को तेल लगाकर उन्‍हें स्‍नान भी कराती हैं. यमुना नदी में स्‍नान कराना अत्‍यंत शुभ माना जाता है. अगर यमुना में स्‍नान संभव न हो तो भैया दूज के दिन भाई को अपनी बहन के...

Bhaiya Dooj Kab Hai 2023

Rate this post Bhaiya Dooj Kab Hai In Hindi 2023, Kab Hai, Shubh Muhurat, Time And Date (भाई दूज कब है, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि, कहानी, तारीख और समय, हार्दिक शुभकामनाएं) Bhaiya Dooj Kab Hai 2023– भाई दूज हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है और रोशनी का त्योहार दीवाली के दो दिन बाद और गोवर्धन पूजा के एक दिन बाद भाई दूज का पर्व आता है. यह पर्व भाई और बहन के बीच प्यार और पवित्र बंधन को दर्शाता है. इस भैया दूज के दिन सभी बहनें अपने भाइयों के लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, उनके ललाट पर तिलक लगाकर पूजा करती है और उनके लिए स्वादिष्ट खाना बनाती हैं. भाई दूज के दिन सभी बहनें भाइयों को अपने घरों में बुलाती हैं और उनके लिए पसंदीदा फ़ूड बनाती है. जबकि भाई उनके लिए गिफ्ट लाते हैं और उनकी जीवन भर रक्षा करने का वादा करते हैं. इस त्योहार को भैया दूज, भात्रा द्वितीया, भाऊबीज, यम द्वितीया और भाई द्वितीया के नाम से भी जानते है. आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि भाई दूज कब है ( Bhaiya Dooj Kab Hai 2023) शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारें में. Table of Contents • • • • भाई दूज की सही तारीख (Bhaiya Dooj 2023 Date) हिन्दू पंचांग की माने तो भाई दूज का टिक्का करने का शुभ समय 15 नवम्बर बुधवार की दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट के बीच रहेगा. यह शुभ मुहूर्त सिर्फ 2 घंटे 32 मिनट तक रहेगा. हालांकि कुछ लोग 26 अक्टूबर को भी भाई दूज का पर्व मना रहे हैं. सूर्य ग्रहण होने की वजह से गोवर्धन पूजा 14 नवम्बर और भाई दूज 15 नवम्बर हो रही है. • Latest Mehndi Designs 2023 (मेहंदी डिजाइन) • • • • भाई दूज का शुभ मुहूर्त (Bhaiya Dooj 2023 Shubh Muhurat) हर साल भा...

Bhadwa mela 2022

Today's Topic • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Bhadwa mela 2022-बाबा रामदेव जी की बीज कब है? Bhadwa mela 2022 पश्चिमी राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव जी का मेला पूरे भारत में प्रसिद्ध है लेकिन कुछ सालों से यह मेला नहीं भर पा रहा है | बाबा रामदेव जी की असीम कृपा से इस वर्ष भादवा मेला 2022 हर्षोल्लास के साथ आयोजित होगा जिसमें भक्त और भगवान दोनों एक साथ होंगे इसी मेले से जुड़ी कुछ जानकारी हम आपके साथ साझा कर रहे हैं | भादवा मेला बाबा रामदेव जी के जन्म के दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसमें लाखों श्रद्धालु इकट्ठा होकर बाबा रामदेव जी की पूजा अर्चना करते हैं | जिसमें मुख्य रुप से बाबा की बीज या बाबा रामदेव जी की दूज सबसे अधिक लोकप्रिय है प्रत्येक बाबा रामदेव जी का भक्त अपनी इच्छा पूर्ति के लिए बाबा की दूज को व्रत रखता है और चांद देखकर अपना व्रत पूरा करता है| इसी बाबा की दूज को रामदेवरा में भव्य मेला लगता है साथ ही में बाबा रामदेव जी का स्वर्ण मुकुट उन्हें पहनाया जाता है तथा पूरे वर्ष की सबसे बड़ी पूजा व आरती के साथ बाबा रामदेव जी का अभिषेक किया जाता है | आप हमारी वेबसाइट पर यह जानेंगे कि 2022 में बाबा रामदेव जी की बीज कब आएगी, साथ ही में कौन सा वार होगा, कौन से दिनांक होगी, और कौन सा महीना होगा, आपके साथ हम शेयर करेंगे | तथा 2023 जो इससे अधिक भव्य मेला भरेगा उसकी भी जानकारी आपको इसी पोस्ट में मिलेगी | बाबा रामदेव जी का संक्षिप्त जीवन परिचय बाबा रामदेव जी का संक्षिप्त जीवन परिचय नाम रामदेव जी (रामसा पीर) जन्म चैत्र सुदी पंचमी, विक्रम संवत 1409, रामदेवरा निधन (जीवित समाधी) भादवा सुदी एकादशी, विक्रम संवत 1442 (33 वर्ष), रामदेवरा पिता का नाम अजमल जी तंवर माता...

भाई दूज कब है 2022 holi? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • भाई दूज कब है 2022 holi? 20 मार्च 2022, रविवार को है होली भाई दूज का पर्व। दूज कितनी तारीख की है2022? इस वर्ष भाई दूज 26 अक्टूबर, बुधवार को मनाया जा रहा है। इस बार भैया दूज कब है? हिंदु पंचांग के अनुसार भाई दूज का त्योहार इस साल 06 नवंबर के दिन यानी शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक कर उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करेंगी। भैया दूज का मुहूर्त कितने बजे का है? भाई दूज 2021 शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj 2021 Shubh Muhurat) भाई दूज की द्वितिया तिथि 5 नवंबर को रात्रि 11 बजकर 14 मिनट से लगी है. ये तिथि 6 नवंबर को शाम 7 बजकर 44 मिनट तक बनी रहेगी. इस दिन भाइयों को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 बजे से लेकर 3 बजकर 21 बजे तक रहेगा. READ: वैश्वीकरण क्या है हिंदी में? दूज 2022 कब है April? फुलेरा दूज 2022 शुभ मुहूर्त- फुलेरा दूज को उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए 04 मार्च को मनाया जाएगा। दूज 2022 कब है June? हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फूलेरा दूज का त्योहार मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस साल 2022 में फूलेरा दूज 04 मार्च यानी कि दिन शुक्रवार को पड़ रही है। दोज कब की है 2022 June? July माह में कृष्ण पक्ष की दूज 15 जुलाई 2022 को है. दूज कब है 2022 February? Phulera Dooj 2022: इस वर्ष फूलेरा दूज 04 मार्च, शुक्रवार को है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फूलेरा दूज का त्योहार मनाया जाता है। आज दूज है क्या 2022? Holi Bhai Dooj 2022 Date, कब है होली भाई दूज 2022 हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की द्वितीया तिथि को होली भाई दूज का पर्व...