भगत सिंह पर भाषण

  1. भगत सिंह की फांसी के बाद गांधीजी ने क्या कहा था?
  2. 51+ शहीद भगत सिंह पर कविता जो करेगी आपको प्रेरित!
  3. भगत सिंह के 30 महान विचार एवं अनमोल वचन
  4. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिपः भारत का स्कोर 164/3, अब जीतने के लिए 280 रनों की ज़रूरत
  5. Bhagat Singh Poems, Essay, Speech, Quotes: भगत सिंह एक प्रभावशाली क्रांतिकारी समाजवादी थे, उनके जन्मदिन पर यहां से तैयार करें ट्रेंडिंग स्पीच
  6. भगत सिंह पर निबंध और भाषण हिंदी में।


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भगत सिंह की फांसी के बाद गांधीजी ने क्या कहा था?

कांग्रेस के 1931 के कराची अधिवेशन में उदासी छाई हुई थी. जब अधिवेशन का दिन 29 मार्च तय किया गया तो किसी को अंदाज तक नहीं था कि इस दिन से छह दिन पहले ही भगत सिंह को फांसी होगी. साथ ही राजगुरु और सुखदेव को भी. अध्यक्ष चुने गए सरदार वल्लभ भाई पटेल का जुलूस नहीं निकाला गया. गांधीजी जहां गए, उनसे केवल इसी बारे में पूछा गया. देश को अंदाज था कि गांधी- इर्विन समझौते और भारत सरकार और कांग्रेस सरकार के बीच समझौते के बाद भगत सिंह समेत तीनों क्रांतिकारियों की जिंदगियां बख्श दी जाएंगीं. गांधीजी उस समय लोकप्रियता के चरम पर थे. कांग्रेस के उस अधिवेशन में आए हुए युवकों में निराशा फैली हुई थी. ज्यादातर ने काली पट्टियां बांध रखीं थीं. वो जानना चाहते थे कि कांग्रेस ने तीनों शहीदों को बचाने के लिए क्या किया. वो मान रहे थे कि गांधीजी की कोशिशें काफी नहीं थीं. उनका ये भी मानना था कि अगर गांधीजी इर्विन के साथ समझौते को भंग करने की धमकी देते तो अंग्रेज निश्चित तौर पर फांसी को उम्रकैद में बदल देते. सुभाष बोस ने क्या कहा था गांधी से तब सुभाष चंद्र बोस ने गांधीजी से कहा था कि यदि जरूरत पड़े तो भगत सिंह और अन्य साथियों के सवाल पर उन्हें वायसराय से समझौता तोड़ लेना चाहिए, क्योंकि फांसी समझौते की भावना के खिलाफ है. हालांकि ये कहने के साथ बोस ये भी मानते थे कि गांधीजी ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की. गांधीजी ने कहा-मैने भरपूर कोशिश की कुलदीप नैयर की किताब ‘ द मार्टिर भगत सिंह एक्सपेरिमेंट इन रिवोल्यूशन’में लिखा है कि गांधीजी के सचिव महादेव देसाई ने बताया कि गांधीजी ने कहा है, ” मैने अपनी ओर से हरसंभव जोर डालने की कोशिश की. मैने वायसराय को एक निजी पत्र भेजा, जिसमें मैने अपने हृदय और मस्तिष्क को पूरी तरह उड़ेल...

51+ शहीद भगत सिंह पर कविता जो करेगी आपको प्रेरित!

शीर्षक: शहीद भगत सिंह पर कविता जय हिन्द देशभक्तों, आज हम आपके लिए शहीद भगत सिंह पर लिखी कविताएं का संग्रह लेकर आए है। भगत सिंह जी की कविता जो मन और दिल को उत्साह पूर्ण भर देती है और दिलों में देश के प्रति देश भक्ति जगा देती है। शहीद भगत सिंह की कविता, भगत सिंह पर कविता का प्यारा सा संग्रह आपको यहां देखने को मिलेगा। डरे न कुछ भी जहां की चला चली से हम। गिरा के भागे न बम भी असेंबली से हम। उड़ाए फिरता था हमको खयाले-मुस्तकबिल, कि बैठ सकते न थे दिल की बेकली से हम। हम इंकलाब की कुरबानगह पे चढ़ते हैं, कि प्यार करते हैं ऐसे महाबली से हम। जो जी में आए तेरे, शौक से सुनाए जा, कि तैश खाते नहीं हैं कटी-जली से हम। न हो तू चीं-ब-जबीं, तिवरियों पे डाल न बल, चले-चले ओ सितमगर, तेरी गली से हम। Poem on Veer Bhagat Singh in Hindi भारत के लिये तू हुआ बलिदान भगत सिंह । था तुझको मुल्को-कौम का अभिमान भगत सिंह ।। वह दर्द तेरे दिल में वतन का समा गया । जिसके लिये तू हो गया कुर्बान भगत सिंह ।। वह कौल तेरा और दिली आरजू तेरी । है हिन्द के हर कूचे में एलान भगत सिंह ।| फांसी पै चढ़के तूने जहां को दिखा दिया । हम क्यों न बने तेरे कदरदान भगत सिंह ।। प्यारा न हो क्यों मादरे-भारत के दुलारे । था जानो-जिगर और मेरी शान भगत सिंह ।। हरएक ने देखा तुझे हैरत की नजर से । हर दिल में तेरा हो गया स्थान भगत सिंह ।। भूलेगा कयामत में भी हरगिज न ए 'किशोर' । माता को दिया सौंप दिलोजान भगत सिंह ।। [ ब्रिटिश राज के प्रतिबंधित साहित्य से ] शहीद भगत सिंह से संबंधित कविताएं मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन शांति का उन्नति का प्यार का चमन इसके वास्ते सब निछावर है….. मेरा तन… मेरा मन…… ऐ वतन, ऐ वतन, ऐ वतन जाने मन जाने मन जाने मन... Heart...

भगत सिंह के 30 महान विचार एवं अनमोल वचन

शहीद भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार, अनमोल वचन, स्लोगन एवं शायरी Bhagat Singh Thoughts in Hindi “मेरी माता, तेरी प्रातः स्मरणीया, तेरी परम वंदनीया, श्री जगदंबा, श्री अन्नपूर्णा, तेरी त्रिशूलधारिणी, तेरी सिंह वाहिनी, तेरी शस्य-श्यामलांचला आज फूट – फूटकर रो रही है। क्या उसकी विकलता तुझे तनिक भी चंचल नहीं करती ? ऐ भारतीय युवक ! तू क्यों गफलत की नींद में पड़ा बेखबर सो रहा है। आंखें खोल, देख ! प्राची दिशा का ललाट सिंदूर रंजीत हो उठा। अब अधिक मत सो । उठकर माता के दूध की लाज रख, उसके उद्धार का बीड़ा उठा । उसके आंसुओं की एक एक बूंद की सौगंध ले, उसका बेड़ा पार कर और बोल मुक्त कंठ से – वंदे मातरम। ” *** “देशभक्तों को अक्सर लोग पागल कहते हैं। ” *** “प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज से बने होते हैं।” *** “मेरा धर्म देश की सेवा करना है। ” *** “मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है। ” *** “निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं। ” *** “क्रांति मानव जाती का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक कभी न ख़त्म होने वाला जन्म-सिद्ध अधिकार है। श्रम समाज का वास्तविक निर्वाहक है। ” *** “व्यक्तियो को कुचल कर, वे विचारों को नहीं मार सकते। ” *** “आम तौर पर लोग जैसी चीजें हैं उसके आदी हो जाते हैं और बदलाव के विचार से ही कांपने लगते हैं। हमें इसी निष्क्रियता की भावना को क्रांतिकारी भावना से बदलने की जरूरत है। ” *** “जो व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा तथा उसे चुनौती देनी होगी । ” *** Loading... “राख के हर छोटे अणु मेरी गर्मी के साथ गति में है। मैं इस तरह पागल हूँ,...

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिपः भारत का स्कोर 164/3, अब जीतने के लिए 280 रनों की ज़रूरत

सारांश • वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 270/8 के स्कोर पर घोषित की, भारत के आगे जीत के लिए 444 रनों का लक्ष्य. • एनसीपी चीफ़ शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया. • मणिपुर में जातीय हिंसा रोकने के लिए केंद्र सरकार ने शांति समिति का गठन किया है. इस समिति की अध्यक्षता मणिपुर के राज्यपाल करेंगे. • ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें संसद से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया. • गिरिराज सिंह ने नाथूराम गोडसे को बताया 'भारत माता का सपूत', टीएमसी नेता सौगत रॉय ने निंदा की. • ओडिशा में बालासोर के रुपसा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी की बोगी में आग लगी, फ़ायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया. • अगले 24 घंटे में तट से टकराएगा बिपरजोय तूफ़ान. केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा के तटीय इलाकों पर पड़ेगा असर. • फ्रेंच ओपन के फ़ाइनल में पहुंचे नोवाक जोकोविच, कैस्पर रुड से होगा मुकाबला. Getty Images Copyright: Getty Images लंदन के ओवल मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल मैच में भारत ने चौथे दिन, दूसरी पारी में तीन विकेट खो कर 164 रन बना लिए हैं. विराट कोहली और अंजिक्य रहाणे अभी भी मैदन पर बने हुए हैं. भारतीय टीम के सामने जीत के लिए अब 280 रन और बनाने होंगे. अभी उसके पास पूरा एक दिन का समय और हाथ में सात विकेट हैं. फ़ाइनल मैच शुरू से ही रोमांचक रहा. पहले दिन टॉस जीत कर रोहित शर्मा ने गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. लेकिन भारत की उम्मीदों से उलट ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया. तब कुछ विश...

Bhagat Singh Poems, Essay, Speech, Quotes: भगत सिंह एक प्रभावशाली क्रांतिकारी समाजवादी थे, उनके जन्मदिन पर यहां से तैयार करें ट्रेंडिंग स्पीच

Bhagat Singh Nibandh, Bhashan, Speech, Essay, Kavita, Slogans, Poem, Quotes in Hindi: भगत सिंह को सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारी समाजवादी में से एक के रूप में जाना जाता है। ब्रिटिश सरकार के खिलाफ हिंसा और उसके परिणामी निष्पादन के दो कार्य थे, जिसने उन्हें एक घरेलू नाम बना दिया। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 में किशन सिंह और विद्यावती के पंजाब के बंगा गांव में हुआ था। उनके परिवार के सदस्य स्वतंत्रता आंदोलनों में सक्रिय रूप से शामिल थे और उन्हें तब भी बहुत देर नहीं हुई जब वे स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने। देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए उन्होंने अपनी जान गवां दी थी। लेकिन इसके बावजूद देश की सरकार भगत सिंह को शहीद नहीं मानती है, जबकि आजादी के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले भगत सिंह हर हिन्दुस्तानी के दिल में बसते हैं। इस खास मौके पर आप नीचे दिए गए स्पीच की ले सकते हैं मदद…….. भगत सिंह, जिन्हें बेहतर रूप में जाना जाता है, शहीद भगत सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में सुधार लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक कहा जाता है। उनका जन्म पंजाब में एक सिख परिवार में 28 सितंबर 1907 को हुआ था। उनके परिवार के कई सदस्य जिनमें उनके पिता और चाचा शामिल थे, भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष में सक्रिय रूप से शामिल थे। 23 मार्च वह दिन है जब भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने शहादत प्राप्त की। सरदार भगत सिंह और उनके साथियों की संकल्पशीलता का एक उदाहरण आज भी प्रेरणादायी है। सरदार भगत सिंह और उनके सहयोगियों को अपमानित करने के लिए, तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने उन्हें सूचित किया, ‘यदि आपको लगता है कि आपको ...

भगत सिंह पर निबंध और भाषण हिंदी में।

भगत सिंह पर निबंध और भाषण हिंदी में। – Essay and speech on Bhagat Singh in Hindi. – इस पोस्ट में छात्रों के लिए हिंदी में भगत सिंह पर भाषण, हम भगत सिंह पर एक विस्तृत भाषण देने जा रहे हैं।तो अंत तक पढ़े.. नीचे हमने कक्षा 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 के स्कूली छात्रों के लिए हिंदी में भगत सिंह के भाषण पर एक विस्तृत भाषण दिया है। भगत सिंह पर निबंध भगत एक प्रसिद्ध और साहसी भारतीय क्रांतिकारी थे, जिनका जन्म 28 सितंबर, 1907 को लायलपुर, पंजाब, भारत (अब पाकिस्तान) में एक संधू जाट परिवार में हुआ था। दुर्भाग्य से, 23 वर्ष की आयु में एक शहीद के रूप में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत योगदान दिया है। अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, भारत ने कई बेटियों और बेटों को खो दिया, भगत सिंह उनमें से एक थे जो बहुत कम उम्र में शहीद हो गए थे। यही कारण है कि उन्हें भारत में हर कोई शहीद भगत सिंह के रूप में संदर्भित करता है। उन्हें शहीद-ए-आजम के नाम से भी जाना जाता है। वह एक महान नेता थे जो स्थितियों को पहले से ही भांप लेते थे। भगत सिंह एक भारतीय देशभक्त थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने भारत के विभाजन के लिए भी दिन-रात संघर्ष किया। वह एक समाजवादी थे जो सामाजिक न्याय और शांति में विश्वास करते थे। वह भी असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाले सदस्यों में से एक थे। जब लाला लाजपतजपत राय को एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी ने मार डाला, तो उन्होंने अपनी मौत का बदला लेने का फैसला किया। उसके बाद उस पर आरोप लगाया गया और ब्रिटिश पुलिस अधिकारी की हत्या में पाया गया। दुर्भाग्य से, भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 को लाहौर भारत (अब पाकिस्तान) मे...