भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना

  1. जनजाति वर्ग के युवाओं को स्वरोजगार का अवसर 50 लाख तक की वित्तीय सहायता का प्रावधान ! – The Sun Observer
  2. भगवान बिरसा मुंडा स्व
  3. sant ravidas swarojgar yojana 2022
  4. स्वरोजगार के लिए 8वीं पास युवाओं को दिया जाएगा लोन
  5. भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना अंतर्गत शिशुपाल को 1.25 लाख का सौंपा चेक
  6. भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना 2023 की शुरुआत
  7. भगवान बिरसा मुण्डा स्व


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जनजाति वर्ग के युवाओं को स्वरोजगार का अवसर 50 लाख तक की वित्तीय सहायता का प्रावधान ! – The Sun Observer

जनजाति वर्ग के उत्थान और युवाओं को स्व-रोजगार के अवसर देने के लिए 50 लाख तक का ऋण देने का भगवान बिरसा मुंडा और टंटया मामा योजना में प्रावधान किया गया है । इसके लिए विशेष जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है। आदिवासी युवाओं को रोजगार की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भगवान बिरसा मुंडा और टंटया मामा के नाम से दो योजनाएं चलाई है जिसमें युवाओं को एक लाख से 50 लाख तक का ऋण मिलेगा और स्वयं के रोजगार के साथ दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करायेंगे। आदिवासी युवाओं को रोजगार की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भगवान बिरसा मुंडा और टंटया मामा के नाम से दो योजनाएं चलाई है जनजाति कार्य विभाग ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना में आवेदक सेवा अथवा व्यवसाय के लिए एक लाख से 25 लाख तक ऋण ले सकेगा और निर्माण इकाई हेतु राशि एक लाख से 50 लाख तक का ऋण उपलब्ध होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए 45 वर्ष तक के युवा को 8वीं पास होना जरूरी है। टंटया मामा आर्थिक कल्याण योजना का लाभ लेने के लिए 55 वर्ष तक के व्यक्ति को 10 हजार से एक लाख तक ऋण दिया जाएगा। दोनों योजना का लाभ लेने के लिए एम ऑनलाइन के स्मार्ट पोर्टल के माध्यम से आवेदन किए जा सकते है। जिला कार्यालय से इस संबंधी में विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। The Sun Observer News is the leading Hindi News portal in BHOPAL, a digital news platform of "THE SUN OBSERVER", providing news from every segment/category for its readers. Fast and Latest news updates with authenticating content are the main objective that we seek towards creating a milestone for ourselves

भगवान बिरसा मुंडा स्व

प्रश्न-6 सितंबर, 2022 को मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति प्रदत्‍त भगवान बिरसा मुंडा स्व-रोजगार योजनांतर्गत विनिर्माण गतिविधियों के लिए कितनी राशि तक की परियोजनाएं स्वीकृत की जाएंगी? (a) 1 लाख से 20 लाख रुपये तक (b) 1 लाख से 25 लाख रुपये तक (c) 1 लाख से 40 लाख रुपये तक (d) 1 लाख से 50 लाख रुपये तक उत्तर—(d) संबंधित तथ्य • 6 सितंबर, 2022 काे मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा भगवान बिरसा मुंडा स्व-रोजगार योजना (Self-Employment Scheme) को स्वीकृति प्रदान की गई। • योजना अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्व-रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करने से संबंधित है। लेखक-विजय प्रताप सिंह संबंधित लिंक भी देखें…

sant ravidas swarojgar yojana 2022

sant ravidas swarojgar yojana 2022 : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कुछ लोगों के लिए उनकी बातों को ध्यान में रखते हुए शुरू से ही उनमें रुचि रखते थे। आज उन्होंने उन लोगों के लिए स्वरोजगार योजना नाम से इस योजना का शुभारंभ किया। शिवराज सिंह चौहान ने 1000 करोड़ रुपये की यह योजना केवल उन लोगों के लिए शुरू की जो काम में रुचि रखते हैं। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि इस राज्य के सभी लोगों की हर महीने आय हो, ताकि वे एक अच्छा जीवन जी सकें। वह इसका फायदा 2 लाख 4 हजार से ज्यादा लोगों को देना चाहते हैं. यह लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा जो काम करने के इच्छुक हैं। इस योजना के माध्यम से वे ऋण की व्यवस्था करके अपने दिन का प्रबंधन कर सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए आपको हमारा यह लेख ध्यान से पढ़ना चाहिए। हम आपके सभी प्रश्नों का उत्तर स्पष्ट रूप से देने का प्रयास करेंगे ताकि आपके पास कोई और प्रश्न न हो। संत रविदास स्वरोजगार योजना क्या है ? 12 अक्टूबर, 2022 मध्य प्रदेश [भारत] मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को राज्य सरकार द्वारा स्टार्टअप और रोजगार सृजन का समर्थन करने के लिए विभिन्न योजनाओं और पहलों के बारे में बात की। वह संत रबीदास स्वरोजगार योजना शुरू कर रहे हैं। यह निर्णय लिया गया है कि जो युवा अपना व्यवसाय या लघु उद्योग शुरू करना चाहते हैं, उन्हें 1 लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। सरकार हर पांच पर गारंटी देगी। प्रतिशत ब्याज सब्सिडी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव एक्सपो-2022 में कहा। ज्वाइन करे टेलीग्राम ग्रुप चौहान ने यह भी कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स...

स्वरोजगार के लिए 8वीं पास युवाओं को दिया जाएगा लोन

मप्र में जनजाति वर्ग के 8वीं पास युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए सरकार 50 लाख रुपए तक लोन देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा योजना में नए प्रावधान किए गए हैं। इस संबंध में जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त अवनीश चतुर्वेदी ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना में आवेदन करने वाले युवाओं को सेवा क्षेत्र या व्यवसाय स्थापित करने के लिए एक लाख से 25 लाख रुपए तक लोन मिलेगा।

भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना अंतर्गत शिशुपाल को 1.25 लाख का सौंपा चेक

आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित हितग्राही मूलक भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना के तहत मंगलवार काे तीन हितग्राहियों को तथा टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना में एक हितग्राही को चेक सौंपकर लाभांवित किया गया। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एमपी पिपरैया, कलेक्टर स्टेनो राकेश शर्मा एवं पंजाब नेशनल बैंक शाखा श्योपुर के प्रतिनिधि द्वारा हितग्राहियों को चैक सौंपे गए। भगवान बिरसा मुंडा योजना अंतर्गत शिशुपाल आदिवासी निवासी भंवरकुआ को ऑनलाइन शॉप स्थापित करने के लिए 1 लाख 25 हजार रुपए, संजय आदिवासी निवासी कुरकुटा को जनरल स्टोर व्यवसाय के लिए 50 हजार रुपए, रोशन आदिवासी निवासी कुरकुटा को किराना दुकान के लिए 50 हजार रुपए तथा टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना अंतर्गत दुधार सिंह आदिवासी निवासी कुरकुटा को किराना दुकान के लिए 50 हजार रुपए की राशि के चैक भेंट किए गए। सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग एमपी पिपरैया ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना अतंर्गत जिले को 11 का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जिसके विरूद्ध 18 प्रकरण स्वीकृत कर अभी तक 15 प्रकरणों का वितरण हितग्राहियों को कर लाभांवित किया जा चुका है।

भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना 2023 की शुरुआत

Bhagwan Birsa Munda Swarojgar Yojana & Tantya Mama Arthik Kalyan Yojana 2023 launched: मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहानकी अध्यक्षता में 6 सितम्बर 2022 कोमंत्रालय में कैबिनेट बैठक हुई। कैबिनेट में अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्व-रोजगार के और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए 3 योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें भगवान बिरसा मुण्डा स्व रोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना शामिल है। प्रिय पाठको, योगी योजना वेबसाइट का किसी भी प्रकार से केंद्र सरकार, राज्य सरकार तथा किसी सरकारी संस्था से कोई लेना देना नहीं है| हमारे द्वारा सभी जानकारी विभिन्न सम्बिन्धित योजना की आधिकारिक वेबसाइड तथा समाचार पत्रो से एकत्रित की जाती है, इन्ही सभी स्त्रोतो के माध्यम से हम आपको सभी राज्य तथा केन्द्र सरकार की योजनाओं के बारे केवल सही सही प्रकार जानकारी/सूचनाएं प्रदान कराने का प्रयास करते हैं और सदैव यही प्रयत्न करते है कि हम आपको अपडेटड खबरे तथा समाचार प्रदान करे| हम आपको अन्तिम निर्णय लेने से पहले संबंधित योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह देते हैं| हमारा सुझाव है कि प्रदान की गई जानकारी को अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सत्यापित कर ले। हम केवल आप तक सही सही सूचनाएं पहुंचाने का प्रयास करते हैं योजना की सत्यता की जांच आपको स्वयं आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके सत्यापित करनी होगी|

भगवान बिरसा मुण्डा स्व

No: -- Dated: Sep, 06 2022 भगवान बिरसा मुण्डा स्व-रोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई बैठक में मंत्रि-परिषद ने अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्व-रोजगार के और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए 3 योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की। इसमें भगवान बिरसा मुण्डा स्व-रोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना शामिल है। भगवान बिरसा मुण्डा स्व-रोजगार योजना में विनिर्माण गतिविधियों के लिए एक लाख से 50 लाख रूपये तक तथा सेवा एवं व्यवसाय गतिविधियों के लिए एक लाख रूपये से 25 लाख रूपये तक की परियोजनाएँ स्वीकृत की जायेंगी। योजना का लाभ लेने वाले परिवार की वार्षिक आय 12 लाख रूपये से अधिक नहीं होना चाहिए। योजना में हितग्राहियों को बैंक द्वारा वितरित एवं शेष ऋण पर 5 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से ब्याज अनुदान तथा बैंक ऋण गारंटी शुल्क प्रचलित दर पर अधिकतम 7 वर्षों तक (मोरेटोरियम अवधि सहित) निगम द्वारा वहन किया जायेगा। आवश्यकतानुसर इच्छुक अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना में ऐसे अनुसूचित जनजाति के सदस्य, जो आयकर दाता नहीं हो, जिनकी उम्र 18 से 55 वर्ष के मध्य हो, उन्हें सभी प्रकार की स्व-रोजगार गतिविधियों के लिए 10 हजार से एक लाख रूपये तक की परियोजनाओं के लिये बैंको से ऋण दिलवा कर हितग्राही को 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान तथा बैंक ऋण गारंटी शुल्क प्रचलित दर पर अधिकतम 5 वर्षों के लिये दिया जायेगा। मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण यो...