भीम राव आंबेडकर फोटो hd

  1. डॉ. अम्बेडकर जयंती विशेष:एक अपराजेय नायक, जिसने न्याय के लिए किया संघर्ष
  2. Ambedkar Jayanti 2023:बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के जीवन से जुड़े खास किस्से, हर किसी के लिए हैं प्रेरणा
  3. Ambedkar Jayanti Messages 2021: आंबेडकर जयंती पर ये HD Images, WhatsApp Stickers, GIF के जरिए भेजकर दें शुभकामनाएं
  4. डॉ भीम राव अम्बेडकर के जीवन पर प्रश्नोतरी प्रतियोगिता ।। » समर्पण एजुकेशन


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डॉ. अम्बेडकर जयंती विशेष:एक अपराजेय नायक, जिसने न्याय के लिए किया संघर्ष

डॉ. अम्बेडकर जयंती विशेष: एक अपराजेय नायक, जिसने न्याय के लिए किया संघर्ष भारत रत्न से सम्मानित डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल,1891 में महू (जिसका नाम अब डॉ. अम्बेडकर नगर कर दिया है) म.प्र., भारत में हुआ था। 14 अप्रैल को उनका जन्मदिवस अम्बेडकर जयंती के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जाता है। बचपन में वे भिवा, भीम, भीमराव के नाम से जाने जाते थे लेकिन आज हम सब उन्हें बड़े आदर के साथ बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम से पुकारते हैं। वे बचपन से ही प्रतिभाशाली छात्र थे और उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय तथा लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टोरेट की उपाधियां हासिल की। अर्थशास्त्र के साथ विधि एवं राजनीति विज्ञान में भी शोध कार्य किया। प्रारंभ में वे अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे, वकालात भी की, लेकिन बाद में वे राजनैतिक गतिविधियों में सम्मिलित होकर भारत की वास्तविक स्वतंत्रता, सामाजिक स्वतंत्रता तथा आर्थिक स्वतंत्रता के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उस समय हिंदू पंथ में अनेक कुरीतियां, छुआछूत और ऊंच-नीच की प्रथायें प्रचलन में थीं। जिसके लिए उन्होंने अथक संघर्ष किया। वे स्वयं दलित वर्ग से सम्बन्धित थे। छुआछूत के दंश को, समाज में व्याप्त सामाजिक असमानता, जाति-व्यवस्था, शूद्रों के साथ होने वाले अमानवीय व्यवहार को उन्होंने अपने बाल्यकाल से देखा-जाना और भोगा था। उस भोगे हुए जीवन-यथार्थ से उन्हें प्रत्येक प्रकार की सामाजिक असमानता के लिए आवाज उठाने की प्रेरणा मिली। उनका मानना था कि “छुआछूत गुलामी से भी बदतर है।” सन 1927 तक डॉ. अंबेडकर ने छुआछूत के विरूद्ध एक सक्रिय आंदोलन प्रारंभ किया और सार्वजनिक आंदोलन, सत्याग्रह और जुलूसों के माध्यम से पेयजल...

Ambedkar Jayanti 2023:बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के जीवन से जुड़े खास किस्से, हर किसी के लिए हैं प्रेरणा

Ambedkar Jayanti 2023: आज सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत और समतामूलक समाज के निर्माणकर्ता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती है। डॉ भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता के तौर पर जाना जाता है। उनका जन्म 14 अप्रैल को हुआ था। बाबा साहेब की जयंती को पूरे देश में लोग उत्साह से मनाते हैं। भारत रत्न अम्बेडकर पूरा जीवन संघर्ष करते रहे । भेदभाव का सामना करते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की। आजादी की लडाई में शामिल हुए और स्वतन्त्र भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के लिए संविधान निर्माण में अतुल्य भूमिका निभाई। बाबा साहेब ने पिछड़े और कमजोर वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया। भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक किस्से हैं, जो युवाओं के लिए प्रेरणा भी हैं। बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर जानें उनके जीवन से जुड़ी रोचक बातें। अम्बेडकर की शिक्षा उन दिनों छुआछूत जैसी समस्याएं व्याप्त थीं, इस कारण उन्हें शुरुआती शिक्षा में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन बाबा साहेब बचपन से ही बुद्धिमान और पढ़ाई में अच्छे थे, इसलिए उन्होंने जात-पात की जंजीरों को तोड़ अपनी शिक्षा पूरी की। मुंबई के एल्फिंस्टन रोड पर स्थित सरकारी स्कूल में दाखिला लेने वाले वह पहले अछूत छात्र थे। बाद में 1913 में अंबेडकर ने अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से शिक्षा ली । 1916 में बाबा साहेब को शोध के लिए सम्मानित किया गया था। अंबेडकर का करियर लंदन में पढ़ाई के दौरान जब उनकी स्कॉलरशिप खत्म हो गई तो वह स्वदेश वापस आ गए और मुंबई के कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर नौकरी करना शुरू कर दिया। हालांकि उन्हें यहां पर भी जात पात और समानता का सामना करना पड़ा। इसी कारण अंबेडकर दलित समुदाय को समान अ...

Ambedkar Jayanti Messages 2021: आंबेडकर जयंती पर ये HD Images, WhatsApp Stickers, GIF के जरिए भेजकर दें शुभकामनाएं

Ambedkar Jayanti Messages 2021: आंबेडकर जयंती पर ये HD Images, WhatsApp Stickers, GIF के जरिए भेजकर दें शुभकामनाएं अंबेडकर जयंती हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. डॉ. बी.आर अंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में जाना जाता है. वह हिंदू धर्म की सभी जातियों और महिलाओं के अधिकारों के बीच समानता के प्रबल समर्थक थे. आंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है. भीमराव आंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. डॉ. बी.आर आंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में जाना जाता है. वह हिंदू धर्म की सभी जातियों और महिलाओं के अधिकारों के बीच समानता के प्रबल समर्थक थे. डॉ. बी आर आंबेडकर स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे. वे एक न्यायविद्, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे. साल 2015 से आंबेडकर जयंती को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने दलितों को देश के बाकी नागरिकों की तरह समान अधिकार दिलाने पर जोर दिया. पॉलिटिकल साइंस, कानून और अर्थशास्त्र की डिग्री लेने वाले बाबा साहेब दलित समाज के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने इस तरह की उच्च शिक्षा हासिल की. यद्यपि डॉ. बाबासाहेब का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था, लेकिन उनकी जयंती को महाराष्ट्र में धूम धाम से मनाया जाता है. क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र में रहकर समाज के उत्थान के लिए महान कार्य किए. एक दलित होने के कारण उन्होंने खुद अपने जीवन में बहुत अन्याय का सामना किया. उनकी शिक्षा यात्रा दूसरों की तुलना में आसान नहीं थी. आजादी के बाद, दलितों को "अछूत" माना जाता था. उन्हें हर जगह भेदभाव का सामना करना प...

डॉ भीम राव अम्बेडकर के जीवन पर प्रश्नोतरी प्रतियोगिता ।। » समर्पण एजुकेशन

डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के जीवन पर प्रश्नोतरी प्रतियोगिता हेल्लो दोस्तों , आज हम लेकर आये हैं डॉ भीमराव अम्बेडकर जी जीवन पर प्रश्नोतरी प्रतियोगित | इस प्रतियोगिता का लिंक अपने साथियों के साथ अधिकाधिक शेयर जरुर करें | • इस free mocktest में कुल 40 प्रश्न शामिल किये गए हैं | • प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है | • किसी प्रकार की कोई नेगिटिव मार्किंग नहीं है | • प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 मिनट का समय निर्धारित है अर्थात यह टेस्ट कुल 40 मिनट का है | आप इसे कम समय में भी पूरा कर सकते हैं | • ग्रुप एवं चैनल के लिए आप हमारी इस वेबसाइट के homepage पर जाकर लिंक से जुड़ सकते हैं | • नीचे दिए गए स्टार्ट बटन पर क्लिक करके आप अपना टेस्ट शुरू कर सकते हैं |