भरणी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति

  1. भरणी नक्षत्र
  2. भरणी नक्षत्र क्या है, कैसा होता है इस नक्षत्र में जन्मा जातक, जानें खास बातें...। Bharani Nakshatra
  3. मेष राशि और भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं गृह मंत्री अमित शाह, अपनी धुन के पक्के होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग
  4. भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं तो ऐसा होगा व्यक्तित्व और भविष्यफल
  5. Shravan Nakshatra People skilled speakers completing work shravana nakshatra me janme log
  6. भरणी नक्षत्र में हुआ है जन्म तो आपमें होंगे यह विशेष गुण
  7. Know The Characteristics Of Bharani Nakshatra People
  8. bharani nakshatra People creative articulate and determined not like flattery aries


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भरणी नक्षत्र

मेष राशि के १३ अंश २० कला से २६ अंश ४० कला तक जो नक्षत्र होता है उसे भरणी कहते हैं। वैदिक खगोल विज्ञान में यह दूसरा नक्षत्र है। आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार भरणी नक्षत्र में ३५, ३९ और ४१ एरियेटिस शामिल हैं। भरणी को वेदों में अपभरणी भी कहा गया है। Click below to listen to Bharani Nakshatra Mantra व्यक्तित्व और विशेषताएं भरणी नक्षत्र में जन्म लेने वालों की विशेषताएं - • आकर्षक व्यक्तित्व • सौम्य व्यवहार • सत्यनिष्ठ• कार्यकुशलता • साहस • जीवन का आनन्द लेने वाला • धनवान • अपवाद सुनने वाला • लक्ष्य बोध से काम करना • कठोर हृदय • कला में अभिरुचि • सर्वदा बुराई ही देखता है • स्वस्थ • दृढ शरीर • अधिक कामवासना • प्रयास के अन...

भरणी नक्षत्र क्या है, कैसा होता है इस नक्षत्र में जन्मा जातक, जानें खास बातें...। Bharani Nakshatra

ज्योतिष में सारे नक्षत्रों का नामकरण 0 डिग्री से लेकर 360 डिग्री तक इस प्रकार किया गया है- अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती। 28वां नक्षत्र अभिजीत है। आइए जानते हैं, भरणी नक्षत्र में जन्मे जातक कैसे होते हैं? * भरणी नक्षत्र : यदि आपका जन्म भरणी नक्षत्र में हुआ है तो आपकी राशि मेष है जिसका स्वामी मंगल है, लेकिन नक्षत्र का स्वामी शुक्र है। इस तरह आप पर मंगल और शुक्र का प्रभाव जीवनभर रहेगा। मंगल जहां ऊर्जा, साहस व महत्वाकांक्षा देगा वहीं शुक्र कला, सौंदर्य, धन व सेक्स का कारण बनेगा है। अवकहड़ा चक्र के अनुसार वर्ण क्षत्रिय, वश्य चतुष्पद, योनि गज, महावैर योनि सिंह, गण मानव तथा नाड़ी मध्य हैं। भरणी नक्षत्र का नकारात्मक पक्ष : यदि मंगल और शुक्र की जन्म कुंडली में स्थिति खराब है तो ऐसा व्यक्ति क्रूर, सदा अपयश का भागी, दूसरे की स्त्री में अनुरक्त, विनोद में समय व्यतीत करने वाला, जल से डरने वाला, चपल, निंदित तथा बुरे स्वभाव वाला होता है। ऐसा जातक बुद्धिमान होने के बावजूद निम्न स्तर के लोगों के मध्य रहने वाला, विरोधियों को नीचा दिखाने वाला, मदिरा अथवा रसीले पदार्थों का शौकीन, रोग बाधा से अधिकतर मुक्त रहने वाला, चतुर, प्रसन्नचित तथा उन्नति का आकांक्षी होता है। उसके इस स्वभाव से स्त्री और धन का सुख मिलने की कोई गारंटी नहीं। भरणी नक्षत्र का सकारात्मक पक्ष : भरणी नक्षत्र में जन्म होने से जातक सत्य वक्ता, उत्तम विचार, वचनबद्ध, रोगरहित, धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि रखन...

मेष राशि और भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं गृह मंत्री अमित शाह, अपनी धुन के पक्के होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को नए सहकारिता मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। जिस वजह से ये चर्चा में बने हुए हैं। इस फैसले को 2024 में होने वाले आम चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। आपको बता दें कि अमित शाह मेष राशि और भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं। ज्योतिष अनुसार इस राशि और नक्षत्र में जन्मे लोग बेहद ही साहसी, स्वाभिमानी और दृढ़ निश्चयी माने जाते हैं और इन्हें जो भी काम दिया जाता है उसे पूरा करने की ये हर संभव कोशिश करते हैं। गृह मंत्री अमित शाह के व्यक्तित्व में भी इसकी झलक देखने को मिलती है कि इन्हें जब भी कोई कार्यभार सौंपा गया है तो उसके लिए ये पूरी ईमानदारी और निष्ठा से जुड़े रहे हैं। भरणी नक्षत्र के लोग अपनी धुन के पक्के होते हैं और हाथ में लिए काम को पूरा करने की हर संभव कोशिश करते हैं। इन लोगों पर मंगल और शुक्र दोनों ही ग्रहों का प्रभाव देखने को मिलता है। ये लोग अपनी बात के पक्के होते हैं। अपने सभी कार्यों को बेहद ही लगन के साथ पूरा करते हैं। ये अपनी बातों को सीधे तरीके से कहने में विश्वास करते हैं। काम को समय से पहले पूरा करने का इनमें विशेष गुण होता है। ये लोग आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। इनकी प्रवृति में सफलता पाने की तीव्र इच्छा होती है। ये लोग काफी व्यवहारिक होते हैं। अपने व्यवहार से अपने शत्रुओं को भी अपना बना लेते हैं। दूसरों से काम निकलवाने में ये माहिर होते हैं। ये लोग सच बोलने वाले, धार्मिक कार्यों में रूचि रखने वाले होते हैं। ये लोग पैसों को काफी सोच समझकर खर्च करते हैं। ये अवसरों का इंतजार करना पसंद नहीं करते बल्कि ये अवसर खुद ही खोज लेते हैं। यह भी पढ़ें- • मुखपृष्ठ • चुनाव 2023 • भारत न्यूज़ • ब्रेकिंग न्यूज़ • वीडियो • अंतरराष्ट्रीय...

भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं तो ऐसा होगा व्यक्तित्व और भविष्यफल

2.भरणी नक्षत्र आकाश मंडल में दूसरा नक्षत्र है। 'भरणी' का अर्थ 'धारक' होता है। दक्ष प्रजापति की एक पुत्री का नाम भरणी है जिसका विवाह चन्द्रमा से हुआ था। उसी के नाम पर इन नक्षत्र का नामकरण किया गया है। भरणी नक्षत्र में यम का व्रत और पूजन किया जाता है। इसका प्रतीक चिन्ह त्रिकोण, रंग लाल और वृक्ष युग्म है। 2.यदि आपका जन्म भरणी नक्षत्र में हुआ है तो आपकी राशि मेष है जिसका स्वामी मंगल है, लेकिन नक्षत्र का स्वामी शुक्र है। इस तरह आप पर मंगल और शुक्र का प्रभाव जीवनभर रहेगा। मंगल जहां ऊर्जा, साहस व महत्वाकांक्षा देगा। वहीं, शुक्र कला, सौंदर्य, धन व सेक्स का कारण बनेगा। अवकहड़ा चक्र के अनुसार वर्ण क्षत्रिय, वश्य चतुष्पद, योनि गज, महावैर योनि सिंह, गण मानव तथा नाड़ी मध्य हैं। 5.यदि मंगल और शुक्र की जन्म कुंडली में स्थिति खराब है तो ऐसा व्यक्ति क्रूर, सदा अपयश का भागी, दूसरे की स्त्री में अनुरक्त, विनोद में समय व्यतीत करने वाला, जल से डरने वाला, चपल, निंदित तथा बुरे स्वभाव वाला होता है। ऐसा जातक बुद्धिमान होने के बावजूद निम्न स्तर के लोगों के मध्य रहने वाला, विरोधियों को नीचा दिखाने वाला, मदिरा अथवा रसीले पदार्थों का शौकीन, रोग बाधा से अधिकतर मुक्त रहने वाला, चतुर, प्रसन्नचित तथा उन्नति का आकांक्षी होता है। उसके इस स्वभाव से स्त्री और धन का सुख मिलने की कोई गारंटी नहीं।

Shravan Nakshatra People skilled speakers completing work shravana nakshatra me janme log

Shravan Nakshatra People skilled speakers completing work shravana nakshatra me janme log| Nakshatra: कुशल वक्ता होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग, शुरू काम को पूरा करके ही लेते हैं दम | Hindi News, ऐस्ट्रो Nakshatra: कुशल वक्ता होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग, शुरू काम को पूरा करके ही लेते हैं दम Shravana Nakshatra Zodiac Sign: श्रावण मास की पूर्णिमा अर्थात रक्षाबंधन वाले दिन चंद्रमा श्रवण नक्षत्र पर होता है. कहा जाता है कि वामन अवतार में भगवान विष्णु ने जब तीन पग भूमि मांगी थी तो उनका पांव आकाश में श्रवण नक्षत्र पर ही पड़ा था. विद्वानों ने श्रवण नक्षत्र के तीन तारों को भगवान विष्णु के तीन चरण माना है. उनका विचार है कि राजा बलि का यज्ञ भंग कर देवताओं का स्वर्ग पर अधिकार बनाए रखने के लिए भगवान विष्णु ने ऐसा किया था. वह वामन बनकर यज्ञ भूमि में पधारे व तीन पग भूमि की याचना की. एक पग में समूची धरती, दूसरे में आकाश नापकर, तीसरा पग स्वयं राजा बलि के शीश पर रखकर उसे पाताल का राज्य प्रदान किया. श्रवण शब्द का अर्थ है सुनना, अध्ययन, ख्याति और कीर्ति. श्रवण से ही श्रुति व स्मृति बना, जो कि पुराण साहित्य का मूल आधार है. कुछ विद्वान तीन तारों में त्रिलोक, त्रिकाल व त्रिगुण देखते हैं. कहीं-कहीं श्रवण नक्षत्र के तीन तारों को भगवान शिव का त्रिशूल माना गया है. कभी-कभी श्रवण नक्षत्र की तुलना मनुष्य के कान से भी की जाती है, क्योंकि श्रवण का अर्थ सुनना है. श्रवण नक्षत्र का देवता भगवान विष्णु को माना गया है. संसार का भरण-पोषण, प्रबंधन व्यवस्था व विभिन्न शक्तियों का संतुलन बनाए रखना ही भगवान विष्णु का कार्य है, इसलिए भगवान विष्णु सृष्टि के पालनकर्ता हैं. यह नक्षत्र मकर राशि में पड़ता है, इसल...

भरणी नक्षत्र में हुआ है जन्म तो आपमें होंगे यह विशेष गुण

भरणी नक्षत्र (Bharni Nakshatra) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां आपको हमारे इस लेख में मिलेंगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह और नक्षत्र का इंसान के जीवन पर कुछ न कुछ असर होता है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और उनके गुण के अनुसार ही व्यक्ति के व्यक्तित्व पर भी प्रभाव देखने को मिलता है। ज्योतिष में 27 नक्षत्र बताए गए हैं और इनमें से एक है भरणी नक्षत्र आज अपने इस लेख में हम भरणी नक्षत्र के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे कि इस नक्षत्र में जन्मे लोग कैसे होते हैं। भरणी नक्षत्र क्या है? भरणी अकाश मंडल में स्थित एक नक्षत्र है जिसका आकार त्रिकोण की तरह होता है, इस नक्षत्र का रंग लाल और प्रतीक चिन्ह त्रिकोण ही है। इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह शुक्र है और यम इसके देवता हैं। इस नक्षत्र को स्त्री लिंगी माना जाता है। अकाश मंडल में स्थित इस नक्षत्र का स्थान सभी 27 नक्षत्रों में दूसरा है। आइए इस नक्षत्र में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व कैसा होता है। भरणी नक्षत्र के लोगों का व्यक्तित्व • शुक्र के स्वामित्व वाले भरणी नक्षत्र के लोगों का स्वभाव जिंदादिल होता है। यह लोग हर पल को जीना पसंद करते हैं। • चूंकि यह नक्षत्र शुक्र का है इसलिए देखने में भी इस नक्षत्र में जन्मे लोग आकर्षक होते हैं। • इन लोगों की आंखें बोलती हैं, यह लोग अपनी आंखों से लोगों को आकर्षित करने वाले होते हैं। • ऐसे लोगों को किसी की भी बातों का भी बुरा नहीं लगता इसलिए सामाजिक स्तर पर भी इस नक्षत्र के लोग काफी अच्छे होते हैं। • इन लोगों के हावभावों से आप इनके दिल में चल रहे तुफान को नहीं जान सकते। • यह लोग सीधे-साधे होते हैं और कभी भी किसी भी तरह की चालकी नहीं करते हैं। • यह लोग स्वाभीमानी और ईमानदार भी होते हैं। • पारिवारिक जीवन मे...

Know The Characteristics Of Bharani Nakshatra People

पंडित शशिशेखर त्रिपाठी अश्विनी नक्षत्र के बाद अब बात भरणी नक्षत्र की। नक्षत्र तारों का एक समूह है। भरणी नक्षत्र में तीन तारे हैं। भरणी का अर्थ भरण से है। भरण को वृहद रूप से समझना होगा। जहां पर बीज संरक्षित होकर पोषित हो। भरणी कलश, गर्भ के रूप में भी समझा जाता है। यह नक्षत्र बहुत ही गूढ़ नक्षत्र है। इस के नक्षत्र के देवता यम होते हैं। यम दिवंगत आत्माओं का शासक है यानी दूसरे लोक का प्रमुख है। अष्टांग योग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि में सर्वप्रथम यम ही आता है इसलिए भरणी नक्षत्र अतिमहत्वपूर्ण हो जाता है। चूंकि भरणी यम का नक्षत्र है और यम पितरों के देवता हैं, इसलिए इस नक्षत्र में शुभ कार्यों को करना वर्जित बताया गया है। इस नक्षत्र का स्वामी शुक्र ग्रह होता है, जिसकी वजह से ये लोग काफी आकर्षक और सुंदर होते हैं। गुण यह नक्षत्र भी मेष राशि में पड़ता है इसलिए जिन लोगों की मेष राशि है उनका यह नक्षत्र हो सकता है। भरणी नक्षत्र वाले लोगों के अंदर क्रिएटिविटी जन्मजात होती है। भरणी नक्षत्र वाले व्यक्ति को कोई गलत सूचना दे तो यह बहुत नाराज हो जाते हैं। इनके अफवाह फैलाना बिल्कुल पसंद नहीं होता है। इन लोगों को चापलूसी पसंद नहीं होती है या दूसरे शब्दों में कहें कि स्पष्टवादी होते हैं। यदि आपका बॉस या सबॉर्डिनेट भरणी नक्षत्र का है तो उसको केवल काम से ही प्रभावित किया जा सकता है। यहां बटरिंग से दाल नहीं गलेगी। यह लोग दृढ़निश्चयी और किसी का पक्षपात नहीं करते हैं। नियम कायदे कानून का पालन करने वाले होते हैं। ऐश्वर्य भोगने की इच्छा रखने वाले होते हैं। इनके मित्रों की संख्या काफी होती है और सामाजित दायरा बड़ा होता है। लोगों के साथ घुलने मिलने में थोड़ा सा समय लगता है ...

bharani nakshatra People creative articulate and determined not like flattery aries

bharani nakshatra People creative articulate and determined not like flattery aries| Nakshatra: क्रिएटिव-स्पष्टवादी और दृढ़ निश्चयी होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग, चापलूसी नहीं होती पसंद | Hindi News, ऐस्ट्रो Nakshatra: क्रिएटिव-स्पष्टवादी और दृढ़ निश्चयी होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग, चापलूसी नहीं होती पसंद Name of 27 Nakshatra: तारामंडल में दूसरा नक्षत्र होता है भरणी. भरणी नक्षत्र में तीन तारे हैं. भरणी का अर्थ भरण से है. इस शब्द को वृहद रूप में समझना आवश्यक है. वह स्थान जहां पर बीज संरक्षित होकर पोषित हो. भरणी कलश, गर्भ के रूप में भी समझा जाता है. यह बहुत ही गूढ़ नक्षत्र है. इस नक्षत्र के देवता यम होते हैं, जो यम दिवंगत आत्माओं के शासक हैं, यानी दूसरे लोक के प्रमुख हैं. अष्टांग योग अर्थात यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि में सर्वप्रथम यम ही आते हैं. रचनात्मकता भरणी नक्षत्र वाले लोगों के अंदर क्रिएटिविटी जन्मजात होती है. इस नक्षत्र वाले व्यक्ति को कोई गलत सूचना दे तो यह बहुत नाराज हो जाते हैं. इन्हें अफवाह फैलाना बिल्कुल पसंद नहीं होता है. इन लोगों को चापलूसी पसंद नहीं होती है या दूसरे शब्दों में कहें कि स्पष्टवादी होते हैं. यदि इनका बॉस या सबऑर्डिनेट भरणी नक्षत्र का है तो उसको केवल काम से ही प्रभावित किया जा सकता है, यहां बटरिंग से दाल नहीं गलेगी. यह लोग दृढ़ निश्चयी और किसी का अनड्यू फेवर यानी पक्षपात नहीं करते हैं. नियम, कायदे, कानून का पालन करने वाले होते हैं. यह ऐश्वर्य भोगने की इच्छा रखने वाले और काफी टेक्नो सेवी भी होते हैं. इनके मित्रों की संख्या काफी अधिक होती है तथा सामाजिक दायरा भी बड़ा होता है. लोगों के साथ घुलने-मिलने में थोड़...