बहुला चौथ कब है 2022

  1. भोला चौथ कब की है 2022? – Expert
  2. Bahula Chaturthi 2022: कब है बहुला चतुर्थी व्रत? जानें गौ पूजन का शुभ समय और महत्व
  3. Bahula Chaturthi 2022: बहुला चतुर्थी आज, संतान प्राप्ति को रखें व्रत, जानें मुहूर्त, पूजा विधि और कथा
  4. Top 8 भादवा की चौथ कब है 2022 august 2022
  5. Bahula Chaturthi 2022 Date Tithi Puja Muhurat And Importance Of Bhadrapad Krishna Chauth


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भोला चौथ कब की है 2022? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • भोला चौथ कब की है 2022? बहुला चतुर्थी व्रत 2022 तिथि पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मा​ह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 14 अगस्त दिन रविवार को रात 10 बजकर 35 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन 15 अगस्त सोमवार को रात 09 बजकर 01 मिनट तक मान्य है. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर बहुला चतुर्थी व्रत 15 अगस्त को रखा जाएगा. बहुला चौथ की पूजा कैसे की जाती है? बहुला चौथ की पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन माताएं कुम्हारों द्वारा मिट्टी से भगवान शिव-पार्वती, कार्तिकेय-श्रीगणेश तथा गाय की प्रतिमा बनवाकर मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान के साथ इसे स्थापित करके पूजा-अर्चना करने पर मनोवांछित फल की प्राप्ति करती हैं। इस दिन श्रीकष्‍ण भगवान का पूजन भी किया जाता है। भोला चौथ कितने तारीख की है? Sakat Chauth 2022 Date: माघ के पवित्र महीने में आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ कहते हैं. इस दिन संतान की लंबी आयु के लिए माताएं निर्जला उपवास कर भगवान गणेश की उपासना करती हैं. मान्यता के अनुसार सकट के दिन ही भगवान गणेश के जीवन पर बहुत बड़ा संकट आया था. इस साल सकट चौथ शुक्रवार के दिन 21 जनवरी को है. बहुला चौथ व्रत में क्या खाना चाहिए? कई स्थानों पर शंख में दूध, सुपारी, गंध तथा अक्षत (चावल) से भगवान श्रीगणेश और चतुर्थी तिथि को भी अर्ध्य दिया जाता है. रात्रि में चन्द्रमा के उदय होने पर भी अर्ध्य दिया जाता है. इस दिन पुखे (कुल्हड़) पर पपड़ी आदि रखकर भोग लगाकर पूजन के बाद ब्राह्मण भोजन कराकर उसी प्रसाद में से स्वयं भी भोजन करना चाहिए. बहुला चौथ कब है २०२१? Bahula Chaturthi 2021: संतान प्राप्ति का व्रत बहुला चतुर्थी या बहुला चौथ आज 25 अ...

Bahula Chaturthi 2022: कब है बहुला चतुर्थी व्रत? जानें गौ पूजन का शुभ समय और महत्व

बहुला चतुर्थी व्रत को बहुला चौथ भी कहते हैं. इस दिन गाय और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने और व्रत रखने से संतान की प्राप्ति होती है. हिंन्दू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुला चतुर्थी (Bahula Chaturthi) व्रत रखते हैं. इसे बहुला चौथ भी कहते हैं. इस दिन भाद्रपद की संकष्टी चतुर्थी भी होती है. इस साल बहुला चतुर्थी व्रत 15 अगस्त दिन सोमवार को है. इस दिन गाय और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने और व्रत रखने से संतान की प्राप्ति होती है. जो महिलाएं संतान वाली हैं, वे अपनी संतान की मंगल कामना के लिए यह व्रत रखती हैं. इस दिन संकष्टी चतुर्थी व्रत भी है, इसलिए इस दिन गणेश जी की भी पूजा करते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं बहुला चतुर्थी व्रत की पूजा का मुहूर्त, तिथि आदि के बारे में. बहुला चतुर्थी व्रत 2022 तिथि पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मा​ह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 14 अगस्त दिन रविवार को रात 10 बजकर 35 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन 15 अगस्त सोमवार को रात 09 बजकर 01 मिनट तक मान्य है. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर बहुला चतुर्थी व्रत 15 अगस्त को रखा जाएगा. इस दिन स्वतंत्रता दिवस भी है. यह भी पढ़ें: पीपल के पेड़ से जुड़े ये 5 ज्योतिषी उपाय चमका देंगे आपकी किस्मत बहुला चतुर्थी 2022 पूजा मुहूर्त इस दिन का शुभ समय या अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है. इस दिन राहुकाल प्रात: 07 बजकर 29 मिनट से सुबह 09 बजकर 08 मिनट तक है. राहुकाल में पूजा वर्जित है, इसलिए राहुकाल के बाद या उससे पूर्व ही बहुला चतुर्थी की पूजा करें. बहुला चतुर्थी की पूजा बहुला चतुर्थी व्रत के दिन माताएं व्रत रखती हैं और मिट्ट...

Bahula Chaturthi 2022: बहुला चतुर्थी आज, संतान प्राप्ति को रखें व्रत, जानें मुहूर्त, पूजा विधि और कथा

भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष के चौथे दिन यानि चतुर्थी तिथि को बहुला चतुर्थी (Bahula Chaturthi) मनाई जाती है. इसे बहुला चौथ के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाती है. इस साल बहुला चतुर्थी आज 15 अगस्त सोमवार को मनाई जा रही है. आज के दिन संतान प्राप्ति के लिए व्रत रखा जाता है. काशी के पंडित शिवम शुक्ला बता रहे हैं बहुला चतुर्थी व्रत के पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा (Bahula Chaturthi Katha). बहुला चतुर्थी व्रत का महत्व बहुला चौथ व्रत भगवान श्रीकृष्ण का व्रत है. इस दिन श्रीकृष्ण और गाय की पूजा की जाती है. मान्यता है कि यह व्रत रखने से इंसान की हर मनोकामना पूरी होती है. इस व्रत को करने से निःसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है, जबकि जिन महिलाओं को संतान हैं, वे अपनी संतान के कल्याण के लिए बहुला चौथ व्रत रखती हैं. इसी दिन संकष्टी चतुर्थी का व्रत होता है. ऐसे में श्री कृष्ण के साथ गणेश जी की पूजा से पुण्य बढ़ जाता है. बहुला चौथ मुहूर्त 2022 भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी की शुरुआत कल 14 अगस्त रविवार को रात 10.35 बजे हुआ है, जो आज 15 अगस्त सोमवार की रात 9.01 बजे तक है. आज अभिजीत मुहुर्त सुबह 11.59 से दोपहर 12.52 तक है. राहुकाल सुबह 7.29 से 9.08 मिनट तक रहेगा. राहुकाल में पूजा या शुभ कार्य वर्जित है, इसलिए बहुला चौथ की पूजा राहुकाल के पहले या बाद में करना उचित रहेगा. यह भी जानें: बहुला चतुर्थी की कथा पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण अवतार लिया तो देवी देवताओं की उनकी सेवा की इच्छा हुई. इससे श्रीकृष्ण लीला में शामिल होने के लिए देवी देवताओं ने गोप-गोपिकाओं का अवतार ले लिया. इधर कामधेनु गाय अपने अंश से बहुला नाम की गाय को उत्पन्न कर नंदजी क...

Top 8 भादवा की चौथ कब है 2022 august 2022

वर्ष 2022 में 15 अगस्त, दिन सोमवार को बहुला चतुर्थी (Bahula Chaturthi 2022) व्रत मनाया जाएगा। बहुला चतुर्थी व्रत में गौ पूजन. (Cow Worship Festival) को बहुत महत्व दिया गया है। यह दिन भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पड़ता है। इस दिन श्री कृष्‍ण भगवान का पूजन भी किया जाता है। इसी दिन संकष्टी गणेश Description: वर्ष 2022 में 15 अगस्त, दिन सोमवार को बहुला चतुर्थी (Bahula Chaturthi 2022) व्रत मनाया जाएगा। बहुला चतुर्थी व्रत में गौ पूजन. (Cow Worship Festival) को बहुत महत्व दिया गया है। यह दिन भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पड़ता है। इस दिन श्री कृष्‍ण भगवान का पूजन भी किया जाता है। इसी दिन संकष्टी गणेश Description: इस साल. भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) 15 अगस्त को है. इसे हेरंब संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. जानते हैं भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी की तिथि, पूजा मुहूर्त के बारे में इस साल भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी 15 अगस्त को है. (Photo: Pixabay). संकष्टी चतुर्थी का अर्थ ही है संकटों को ​हरने वाली. चतुर्थी.. संकष्टी चतुर्थी को व्रत रखने और भगवान गणेश की पूजा करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है.. Description: Bhadrapada Sankashti Chaturthi 2022 Puja Vidhi: हिंदी कैलेंडर के अनुसार रक्षाबंधंन का त्योहार सावन माह के अंतिम दिन यानी सावन पूर्णिमा को मनाया जाता है. इसके बाद भाद्रपद का महीना शुरू होता है. भाद्रपद मास को भादो के नाम से भी जानते हैं. भाद्रपद का माह श्री कृष्ण के साथ भगवान श्री गणेश जी की पूजा के Matching search results: 12 अग॰ 2022 · Bhadrapada Sankashti Chaturthi 2022: भाद्रपद मास के कृष्ण ... By: ABP Live Updated at: Fri, August 12,2022, 2:14 pm (IST)...

Bahula Chaturthi 2022 Date Tithi Puja Muhurat And Importance Of Bhadrapad Krishna Chauth

Bahula Chaturthi 2022 Shubh Muhurat: भाद्रपद महीने (Bhadrapad Month) के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुला चतुर्थी (Bahula Chaturthi 2022) व बहुला चौथ (Bahula chauth 2022) कहते हैं. इसी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत (Sankashti Chaturthi Vrat) भी रखा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल बहुला चतुर्थी व्रत (Bahula Chaturthi 2022 Vrat) 15 अगस्त दिन सोमवार को रखा जाएगा. बहुला चतुर्थी व्रत भगवान श्री कृष्ण को समर्पित होता है. इसलिए इस व्रत में भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) और गाय की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि बहुला चतुर्थी का व्रत रखते हुए इस दिन भगवान श्री कृष्ण की विधि पूर्वक पूजा करने पर हर मनोकामना पूरी होती है. निः संतान दम्पत्ति को संतान की प्राप्ति होती है. जो महिलाएं संतान वाली हैं, वे अपनी संतान की मंगल कामना के लिए भी यह व्रत रखती हैं. बहुला चतुर्थी के दिन ही संकष्टी चतुर्थी भी है. संकष्टी चतुर्थी व्रत में भगवान श्री गणेश जी की पूजा की जाती हैं. ऐसे में इस दिन भगवान श्री कृष्ण के साथ-साथ भगवान गणेश जी की पूजा करने से पुण्य लाभ कई गुना बढ़ जाएगा. बहुला चतुर्थी व्रत 2022 तिथि ( Bahula Chaturthi 2022 Vrat Tithi) • भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी तिथि का प्रारंभ : 14 अगस्त दिन रविवार को 10:35 PM • भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी तिथि का समापन : 15 अगस्त सोमवार को 09:01 PM • बहुला चतुर्थी व्रत : उदयातिथि के आधार पर बहुला चतुर्थी व्रत 15 अगस्त को रखा जाएगा. बहुला चतुर्थी 2022 पूजा मुहूर्त ( Bahula Chaturthi 2022 Shubh Muhurat)