Bhumandalikaran yah vaishvikaran se kya taatparya hai

  1. भूमंडलीकरण या वैश्वीकरण से क्या तात्पर्य है? Bhumandalikaran ya vaishvikaran se kya tatparya hai
  2. प्रयोजनमूलक हिन्दी क्या है
  3. भूमंडलीकरण का अर्थ क्या है
  4. भूमंडलीकरण (BhuMandalikaran) Meaning In English BhuMandalikaran in English इंग्लिश
  5. भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव
  6. वैश्वीकरण की विशेषताएं क्या है? » Vaishvikaran Ki Visheshtayen Kya Hai


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भूमंडलीकरण या वैश्वीकरण से क्या तात्पर्य है? Bhumandalikaran ya vaishvikaran se kya tatparya hai

सवाल: भूमंडलीकरण या वैश्वीकरण से क्या तात्पर्य है? वैश्वीकरण या वैश्वीकरण एक सतत प्रक्रिया है जिससे आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रणालियाँ राष्ट्रों के बीच की रेखाओं को धुंधला कर देती हैं। इसमें दुनिया भर में लोगों, व्यवसायों और सरकारों के बीच वस्तुओं और सेवाओं, पूंजी, प्रौद्योगिकियों, सूचना, श्रम और विचारों का मुक्त वैश्विक आदान-प्रदान शामिल है। वैश्वीकरण में धन को बढ़ाने, गरीबी को कम करने और दुनिया भर में जीवन स्तर में सुधार करने की क्षमता है।

प्रयोजनमूलक हिन्दी क्या है

यह हिंदी साहित्य तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रशासन, कार्यालय, मीडिया, बैंक, विधि, कृषि, वाणिज्य, तकनीकी, विज्ञापन, विज्ञान, शैक्षिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग में ली जा रही है। विभिन्न व्यवसायों से संबंधित व्यक्तियों जैसे- डाॅक्टर, वकील, पत्रकार, मीडियाकर्मी, व्यापारी, किसान, वैज्ञानिक आदि के कार्य-क्षेत्रों में प्रयुक्त भाषा ही ’प्रयोजनमूलक’ भाषा कहलाती है। ’प्रयोजनमूलक हिंदी(Prayojanmulak hindi) का तात्पर्य है- ’’वह हिंदी जिसका अपना विशेष लक्ष्य, हेतु या प्रयोजन है।’’ प्रयोजनमूलक हिंदी का व्यक्तिगत अर्थ है- वह हिंदी जिसका प्रयोग प्रयोजन विशेष के लिए किया जाए। साथ ही इस हिंदी के माध्यम से ज्ञान विशेष की प्राप्ति और विशिष्ट सेवात्मक क्षेत्रों में कौशल, निपुणता एवं प्राणिण्य प्राप्त करने के लिए किया जाता है। प्रयोजनमूलक भाषा का क्षेत्र सीमित होते हुए भी यह कमी भी साधन से साध्य नहीं बनती है। इसका लक्ष्य सेवा-माध्यम होता है, जो जीविकोपार्जन का साधन बनता है। प्रयोजनमूलक हिंदी के विभिन्न उद्देश्य- डाॅ. अर्जुन चव्हाण ने प्रयोजनमूलक हिंदी के निम्नलिखित उद्देश्य बताए है- • हिंदी की व्यावहारिक उपयोगिता से परिचित कराना। • स्वयं रोजगार उपलब्ध कराने में युवकों की मदद करना। • विविध सेवा-क्षेत्रों में युवक-युवतियों को सेवा के अवसर उपलब्ध करा देना। • रोजी-रोटी की समस्या हल करने में छात्र सक्षम हो, इस दृष्टि से उसका पाठ्यक्रम तैयार करना। • अनुवाद कार्य को बढ़ावा देना तथा इसके जरिए सफल अनुवादक तैयार करना। • कार्यालयों में प्रयुक्त होने वाली हिंदी भाषा का समग्र ज्ञान प्रदान करना। हिंदी साहित्य के प्रश्नोत्तर के लिए यहाँ क्लिक करें • भारतेन्दु जीवन परिचय देखें • दफ्तरी भाषा की पारिभाषिक श...

भूमंडलीकरण का अर्थ क्या है

वस्तुएं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करते हैं। भले ही वे आवश्यकताए हों जैसे भोजन, कपड़े, फर्नीचर, बिजली का सामान या दवाइया अथवा आराम और मनोरंजन की वस्तुए। इनमें से कई भूमंडलीय आकार के नेटवर्क से हम तक पहुचती हैं। कच्चा माल किसी एक देश से निकाला गया हो सकता है। इस कच्चे माल पर प्रक्रिया करने का ज्ञान किसी दूसरे देश के पास हो सकता है और इस पर वास्तविक प्रक्रिया किसी अन्य स्थान पर हो सकती है, और हो सकता है कि उत्पादन के लिए पैसा एक बिल्कुल अलग देश से ध्यान दीजिए कि विश्व के विभिन्न भागों में बसे लोग किस प्रकार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। उनकी परस्पर निर्भरता केवल वस्तुओं के उत्पादन और वितरण तक ही सीमित नहीं है। वे एक दूसरे से शिक्षा, कला और साहित्य के क्षेत्र में भी प्रभावित होते हैं। देशों और लोगों के बीच व्यापार, निवेश, यात्रा, लोक संस्कॄति और अन्य प्रकार के नियमों से अंतर्क्रिया भूमंडलीकरण की दिशा में एक कदम है।भूमंडलीकरण की प्रक्रिया में देश एक दूसरे पर परस्पर निर्भर हो जाते हैं और लोगों के बीच की दूरिया घट जाती हैं। एक देश अपने विकास के लिए दूसरे देशों पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए सूती कपड़े के उद्योग में महत्त्वपूर्ण नामों में से एक, जापान, भारत या अन्य देशों में पैदा हुई कपास पर निर्भर करता है। काजू के अंतर्राष्टरीय बाजार में प्रमुख, भारत, अफ़्रीकी देशों में पैदा हुए कच्चे काजू पर निर्भर करता है। हम सब जानते हैं कि अमरीका का सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग किस सीमा तक भारत और अन्य विकासशील देशों के इंजीनियरों पर निर्भर करता है। भूमंडलीकरण में केवल वस्तुओं और पूजी का ही संचलन नहीं होता अपितु लोगों का भी संचलन होता है।भूमंडलीकरण के प्रारंभिक रूप भूमंडलीकरण कोई नई च...

भूमंडलीकरण (BhuMandalikaran) Meaning In English BhuMandalikaran in English इंग्लिश

भूमंडलीकरण का अन्ग्रेजी में अर्थ भूमंडलीकरण (BhuMandalikaran) = Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या। भूमंडलीकरण से सम्बंधित प्रश्न BhuMandalikaran meaning in Gujarati: વૈશ્વિકરણ Translate વૈશ્વિકરણ BhuMandalikaran meaning in Marathi: जागतिकीकरण Translate जागतिकीकरण BhuMandalikaran meaning in Bengali: বিশ্বায়ন Translate বিশ্বায়ন BhuMandalikaran meaning in Telugu: ప్రపంచీకరణ Translate ప్రపంచీకరణ BhuMandalikaran meaning in Tamil: உலகமயமாக்கல் Translate உலகமயமாக்கல் BhuMandalikaran के पर्यायवाची: Tags: BhuMandalikaran, BhuMandalikaran meaning in English. BhuMandalikaran in english. BhuMandalikaran in english language. What is meaning of BhuMandalikaran in English dictionary? BhuMandalikaran ka matalab english me kya hai (BhuMandalikaran का अंग्रेजी में मतलब ). BhuMandalikaran अंग्रेजी मे मीनिंग. English definition of BhuMandalikaran. English meaning of BhuMandalikaran. BhuMandalikaran का मतलब (मीनिंग) अंग्रेजी में जाने। BhuMandalikaran kaun hai? BhuMandalikaran kahan hai? BhuMandalikaran kya hai? BhuMandalikaran kaa arth. Hindi to english dictionary(शब्दकोश).भूमंडलीकरण को अंग्रेजी में क्या कहते हैं. इस श्रेणी से मिलते जुलते शब्द: ये शब्द भी देखें: synonyms of BhuMandalikaran in Hindi BhuMandalikaran ka Samanarthak kya hai? BhuMandalikaran Samanarthak, BhuMandalikaran synonyms in Hindi, Paryay of BhuMandalikaran, BhuMandalikaran ka Paryay, In “gke...

भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव

वैश्वीकरण की कमजोर प्रक्रिया जिसके द्वारा कारोबार या अन्य संगठनों के अपने अंतरराष्ट्रीय प्रभाव का विस्तार और एक विश्वव्यापी पैमाने पर काम शुरू करते है। यह एक देश के लोगों को प्रभावित करता है? ईमानदार होना करने के लिए, भूमंडलीकरण के प्रभावों के सबसे महत्वपूर्ण अत्यधिक स्थानीयकृत रहे हैं। यह अपनी तरह जीने, संस्कृति, स्वाद, फैशन, वस्तुओं आदि के संबंध में एक व्यक्ति के जीवन के हर बिट प्रभाव डालता है। यह फायदे हैं लेकिन एक ही समय में अपने नुकसान की भी है। वहाँ हम एक देश के रूप में अच्छी तरह से संपूर्ण राष्ट्र के होने के बाद देखो करने के लिए की जरूरत है कि भारत में विभिन्न समूहों के बीच एक आम सहमति है। देश की ताकत कुछ के लिए विशेषाधिकार नहीं होना चाहिए, लेकिन लोगों की आम जनता की समृद्धि होना चाहिए। यह गरीब या अमीर, हो वे समान रूप से और किसी भेदभाव के बिना इलाज किया जाना चाहिए। तो देश मजबूत हो जाता है और उसके गरीब लोगों, यह सुझाव है कि वहाँ कोई निष्पक्ष लोकतंत्र है। हाथ में गरीब लोगों की स्थिति के साथ रखनी यदि, इसी तरह, तो जो सहभागितापूर्ण लोकतंत्र की निशानी है। माइग्रेशन वैश्विक समाज में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रवाह करने के लिए एक विकसित देश किसी विकासशील देश से बाहर जा रहे लोगों के सूखी चला गया है। लेकिन विकासशील देशों और अवसरों के अभाव में गरीबी में वृद्धि के कारण पुन: विकसित देशों के लोगों के पलायन और बढ़ गया है। जो कई बार के रूप में अच्छी तरह से खतरनाक हो जाते हैं विभिन्न अवसर दुनिया द्वारा प्रदान की जाती हैं। यह है क्या हम वैश्वीकरण के रूप में कहते हैं। भारतीय संस्कृति, धर्म, साहित्य, कला, समुदायों और जीने के कई तरीके में अमीर हो गया दब गईं वैश्वीकरण के क्रूर...

वैश्वीकरण की विशेषताएं क्या है? » Vaishvikaran Ki Visheshtayen Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। वैश्वीकरण की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि दुनिया आज की तारीख में एक गांव की तरह हो चुकी है जो दुनिया कभी एक बहुत विशाल हुआ करती थी जिसे अब बहुत बड़ा मना करते थे आज की तारीख में वह इंटरनेट के जरिए या किसी भी तरीके से आप समझ लो आप बैठे हुए घर पर मोबाइल में बात कर रहे हो और विदेश में बात करो ऐसा लगेगा जैसे आप आमने सामने बात कर रहे हो और नेट के जरिए आजकल व्हाट्सएप के जरिए हम एक दूसरे से हर चीज आदान-प्रदान कर सकते हैं फोटोस वगैरह एक दूसरे की भेज सकते हैं वीडियोस भेज सकते हैं सब कुछ दे सकते हैं तो 1 गांव समझ लो वह एक गांव है और रही बात कि वैश्वीकरण की क्या जरूरत थी क्योंकि जो हमारे देश में पैदा होता है वह वहां नहीं होता तो उन्हें उस चीज की जरूरत है जो हमारे यहां नहीं है तो वह चीज हमें भाषा मंगानी पड़ती है तो बगैर एक दूसरे के तो आदमी रह नहीं सकता हम जिस समाज में रह रहे हैं एग्जांपल के तौर पर हम जा रहे हैं तो हमें ओशकोष की भी जरूरत है लोगों की भी जरूरत है अपने माहौल के अपने समाज की जो देखन सामाजिक प्राणी है हमें कभी न कभी किसी न किसी की तो जरूरत पड़ती है क्या हम इस धरती पर अकेले रह सकते थे कभी नहीं रह सकते थे क्योंकि जब कोई होता ही नहीं ना खाना होता ना पीना होता ना बोलती होती ना कुछ होता तो हम रह नहीं सकते तो मोटा एग्जांपल तो यही है और रही बात वशीकरण इसलिए हुआ उदाहरण इस तरीके से इसलिए हो चुका है क्योंकि एक चीज दूसरे देश में जो हर चीज लेवल होती है अगर हाथों में हमारे मोबाइल में ओवैसी कांड की वजह से आज जितनी भी चीजें हमारे हिंदुस्तान में काफी कुछ जो साइंस से संबंधित है...