बिग बैंग सिद्धांत का विस्तार से वर्णन करें

  1. बिग बैंग सिद्धान्त का विस्तार से वर्णन करें।
  2. स्थायी अवस्था सिद्धान्त
  3. बिग बैंग से पहले क्या था? » Big Bang Se Pehle Kya Tha
  4. महाविस्फोट सिद्धान्त
  5. बिग बैंग सिद्धांत क्या है ? (Big Bang Theory, in Hindi)
  6. Big Bang Theory For UPSC In Hindi
  7. Big Bang Theory in Hindi


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बिग बैंग सिद्धान्त का विस्तार से वर्णन करें।

बिग बैंग सिद्धान्त ब्रह्माण्ड और सौरमण्डल की उत्पत्ति के सम्बन्ध में आधुनिक समय में सर्वमान्य सिद्धान्त बिग बैंग है। इसे विस्तृत ब्रह्माण्ड परिकल्पना भी कहा जाता है। इस सिद्धान्त की पृष्ठभूमि 1920 में एडविन हब्बल द्वारा तैयार की गई थी। एडविन हब्बल ने प्रमाण दिए थे कि ब्रह्माण्ड का विस्तार हो रहा है। कालान्तर में आकाशगंगाएँ एक-दूसरे से अलग ही नहीं हो रही हैं बल्कि इनकी दूरी में भी वृद्धि हो रही है। इसी के परिणामस्वरूप ब्रह्माण्ड का विस्तार हो रहा है। वैज्ञानिक मानते हैं कि आकाशगंगाओं के बीच की दूरी में वृद्धि हो रही है। परन्तु प्रेक्षण आकाशगंगाओं के विस्तार को सिद्ध नहीं करते हैं। बिग बैंग सिद्धान्त के अनुसार ब्रह्माण्ड का विस्तार निम्नलिखित अवस्थाओं में हुआ है– 1. प्रारम्भ में वे सभी पदार्थ जिनसे ब्राह्मण्ड की उत्पत्ति हुई अतिलघु गोलकों के रूप में एक ही स्थान पर स्थित थे। इन लघु गोलकों (एकाकी परमाणु) का आयतन अत्यन्त सूक्ष्म एवं तापमान और घनत्व अनन्त था। 2. बिग बैंग प्रक्रिया में इन लघु गोलकों में भीषण विस्फोट हुआ। विस्फोट की प्रक्रिया से वृहत् विस्तार हुआ। ब्रह्माण्ड का विस्तार आज भी जारी है। प्रारम्भिक विस्फोट (Bang) के बाद एक सेकण्ड के अल्पांश के अन्तर्गत ही वृहत् विस्तार हुआ। इसके बाद विस्तार की गति धीमी पड़ गई। 3. ब्रह्माण्ड में इसी प्रक्रिया से आकाशगंगाओं का निर्माण हुआ। प्रारम्भ में ब्रह्माण्ड का आकार छोटा था। फैलाव एवं आन्तरिक गति के कारण इसका आकार विशाल होता गया। आकाशगंगा अनन्त तारों के समूह से निर्मित है और अनन्त आकाशगंगाओं के समूह से ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ है। प्रारम्भ में आकाशगंगा पास-पास थी। बाद में विस्तार के कारण इनकी दूरी बढ़ गई। आकाशगंगा के तारों को शीतल...

स्थायी अवस्था सिद्धान्त

• दे • वा • सं स्थायी अवस्था सिद्धान्त (Steady State theory) जबकि स्थिर-राज्य मॉडल ने 20 वीं शताब्दी के मध्य तक वैज्ञानिक मुख्यधारा में कुछ अल्पसंख्यक समर्थन का आनंद लिया था, अब इसे कॉस्मोलॉजिस्ट, खगोलविदों और खगोलविदों के विशाल बहुमत द्वारा खारिज कर दिया गया है, क्योंकि पर्यवेक्षणीय सबूत एक गर्म छोटे बैंग कॉस्मोलॉजी के साथ एक परिमित के साथ इशारा करते हैं ब्रह्मांड की उम्र, जो स्थिर-राज्य मॉडल की भविष्यवाणी नहीं करता है। इतिहास 13 वीं शताब्दी में, ब्रेबेंट के सिगर ने थीसिस द इटरनिटी ऑफ द वर्ल्ड को लिखा, जिसमें तर्क दिया गया था कि कोई पहला आदमी नहीं था, और किसी विशेष का कोई पहला नमूना नहीं है: भौतिक ब्रह्मांड इस प्रकार पहली शुरुआत के बिना है, और इसलिए अनन्त है। 1277 में पोप द्वारा सिगर के विचारों की निंदा की गई थी। कॉस्मोलॉजिकल विस्तार को मूल रूप से स्थिर-राज्य मॉडल का दावा है कि यद्यपि ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, फिर भी यह समय के साथ अपनी उपस्थिति को नहीं बदलता है (सही ब्रह्मांड सिद्धांत); ब्रह्मांड की न कोई शुरुआत है और न ही कोई अंत। इसके लिए आवश्यक था कि ब्रह्मांड के घनत्व को कम होने से बचाने के लिए इस मामले को लगातार बनाया जाए। स्थिर राज्य ब्रह्मांड विज्ञान पर प्रभावशाली अब यह ज्ञात है कि • العربية • Български • Català • Čeština • Dansk • Deutsch • Ελληνικά • English • Español • Euskara • فارسی • Suomi • Français • עברית • Hrvatski • Kreyòl ayisyen • Bahasa Indonesia • Italiano • 日本語 • Қазақша • 한국어 • മലയാളം • मराठी • Nederlands • Norsk nynorsk • Norsk bokmål • Polski • پنجابی • Português • Română • Русский • Simple English • Slovenčina • Slovenščina • Svenska • Tür...

बिग बैंग से पहले क्या था? » Big Bang Se Pehle Kya Tha

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। लगभग 3.71 साल पहले जब पूरे ब्रांड एक विलक्षण के रूप में अस्तित्व में एक समय की कल्पना करना बहुत मुश्किल है बड़े धमाकों सिद्धांतों के अनुसार ब्रह्मांड कैसे आया था यह बताने के लिए एक मुख्य दावेदार जीतने वाले ब्रह्मांड से सभी चीजें सभी अंतरिक्ष में एक समीकरण से छोटे रूप से मौजूद थे एक बार जब आप इसके बारे में सोचिए तो एक और भी मुश्किल सवाल उठता है बड़े धमाकों से पहले क्या अस्तित्व में था करके रहे lagbhag 3 71 saal pehle jab poore brand ek vilakshan ke roop mein astitva mein ek samay ki kalpana karna bahut mushkil hai bade dhamaakon siddhanto ke anusaar brahmaand kaise aaya tha yah batane ke liye ek mukhya davedaar jitne waale brahmaand se sabhi cheezen sabhi antariksh mein ek samikaran se chote roop se maujud the ek baar jab aap iske bare mein sochiye toh ek aur bhi mushkil sawaal uthata hai bade dhamaakon se pehle kya astitva mein tha karke rahe लगभग 3.71 साल पहले जब पूरे ब्रांड एक विलक्षण के रूप में अस्तित्व में एक समय की कल्पना करन

महाविस्फोट सिद्धान्त

• • कोमात्सू, ई; एत अल. (२००९). "फ़ाइव इयर विल्किन्सन माइक्रोवेव ऐनिस्ट्रॉपी प्रोब ऑब्ज़र्वेशंस: कॉस्मोलॉजिकल इन्टर्प्रेटेशंस". १८०: ३३०. • ↑ (हिन्दी)। श्य़ामरत्न पाठक, तारा भौतिकविद • ↑ (हिन्दी)। • . अभिगमन तिथि 6 नवंबर 2017. • (हिन्दी)। बीबीसी संवाददाता, लंदन:ममता गुप्ता और महबूब ख़ान • . अभिगमन तिथि 15 जून 2020. • [ (हिन्दी)। बाहरी कड़ियाँ [ ] • • • • • Afrikaans • Alemannisch • አማርኛ • Aragonés • अंगिका • العربية • الدارجة • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • Azərbaycanca • تۆرکجه • Башҡортса • Boarisch • Žemaitėška • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • Български • भोजपुरी • বাংলা • བོད་ཡིག • বিষ্ণুপ্রিয়া মণিপুরী • Brezhoneg • Bosanski • Буряад • Català • Нохчийн • Cebuano • کوردی • Čeština • Чӑвашла • Cymraeg • Dansk • Deutsch • Ελληνικά • Emiliàn e rumagnòl • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • Estremeñu • فارسی • Suomi • Võro • Français • Nordfriisk • Frysk • Gaeilge • Kriyòl gwiyannen • Gàidhlig • Galego • گیلکی • Avañe'ẽ • ગુજરાતી • עברית • Fiji Hindi • Hrvatski • Kreyòl ayisyen • Magyar • Հայերեն • Interlingua • Bahasa Indonesia • Ilokano • Íslenska • Italiano • 日本語 • Patois • Jawa • ქართული • Qaraqalpaqsha • Kabɩyɛ • Қазақша • ಕನ್ನಡ • 한국어 • Къарачай-малкъар • Kurdî • Kernowek • Кыргызча • Latina • Lëtzebuergesch • Лезги • Lingua Franca Nova • Limburgs • Ladin • Lombard • ລາວ • Lietuvių • Latviešu • Македонски • മലയാളം • Монгол • मराठी • Bahasa Melayu • Mirandés • မြန်မာဘာသာ • مازِرونی • Plattdüütsch • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • Norsk nynorsk ...

बिग बैंग सिद्धांत क्या है ? (Big Bang Theory, in Hindi)

बिग बैंग थ्योरी हमारे ब्रह्मांड की उत्पत्ति की व्याख्या करने वाले सिद्धांतों में से एक है। आज तक जितने भी सिद्धांत सामने रखे गए हैं, उनमें से यह सिद्धांत हमारी दुनिया का सबसे अच्छा व्याख्यान करता दिखता है। क्यूंकि यह कई पर्यवेक्षणों (observations) द्वारा समर्थित है, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह ब्रह्मांड की उत्पत्ति का सबसे स्वीकृत सिद्धांत है। हालांकि, अब भी कई संशय शेष हैं। यह सब कुछ समझा नहीं सकता है, और इसलिए यह सिद्धांत अभी भी विकसित हो रहा है - यह कार्य प्रगति पर है। इस लेख में हम बिग बैंग सिद्धांत के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे| Table of Contents • बिग बैंग थ्योरी के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति • बिग बैंग थ्योरी के अनुसार ब्रह्मांड के निर्माण के चरण • बिग बैंग थ्योरी की कमियाँ बिग बैंग थ्योरी के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति बिग बैंग थ्योरी के अनुसार, ब्रह्मांड की उत्पत्ति शून्य से हुई है। प्रारंभ में ब्रह्मांड का सारा द्रव्यमान सिंगुलैरिटी (singularity) के एक बिंदु पर केंद्रित था, जो बहुत घना और बहुत गर्म था। फिर किसी कारण से एक विस्फोट हुआ (लगभग 13.7 अरब साल पहले), जिसे “बिग बैंग” कहा जाता है। इसने स्थान, समय, पदार्थ और ऊर्जा का निर्माण किया। अर्थात् इस सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड अनंत या युगहीन नहीं है। इसकी एक शुरुआत है और इसलिए एक सीमा और एक निश्चित उम्र भी है। पहले कई सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी (theoretical physicists) स्थिर ब्रह्मांड (Static Universe) के सिद्धांत में विश्वास करते थे - जिसके अनुसार ब्रह्मांड स्थिर है, इसका विस्तार नहीं हो रहा है और इसका कोई प्रारंभ या अंत भी नहीं है। बिग बैंग थ्योरी ने स्थिर ब्रह्मांड के इस सिद्धांत को चुनौती द...

Big Bang Theory For UPSC In Hindi

इसीप्रकार, आकाशगंगाओंकेबीचकीदूरीभीबढ़तीहुईपाईजातीहैऔरइसप्रकार, ब्रह्मांडकाविस्तारमानाजाताहै।लेकिनमैंचाहताहूंकिआपइसपरभीध्यानदें, गुब्बारेपरबिंदुओंकेबीचकीदूरीमेंवृद्धिकेअलावा, बिंदुस्वयंविस्तारितहोरहेहैं।लेकिनवास्तवमेंवैज्ञानिकोंकेपासआकाशगंगाओंकेविस्तारकेबारेमेंकोईवास्तविकप्रमाणनहींथा, लेकिनउनकामानना​​हैकिआकाशगंगाओंकेबीचदूरियांबढ़रहीहैं।इसलिएहमकहसकतेहैंकिगुब्बारेकाउदाहरणकेवलआंशिकरूपसेसहीहै। बिगबैंगथ्योरीब्रह्मांडकेविकासमेंनिम्नलिखितचरणोंपरविचारकरतीहै।शुरुआतमें, ब्रह्मांडकानिर्माणकरनेवालेसभीपदार्थएक“छोटीगेंद”केरूपमेंएकहीस्थानपरमौजूदथेजोएकअकल्पनीयरूपसेछोटीमात्रा, अनंततापमानऔरअनंतघनत्ववालाएकवचनपरमाणुहै।ईमानदारीसेकहूंतोयहकहांसेआया? हमनहींजानते। यहक्योंदिखाईदिया? हमनहींजानते।ऐसामानाजाताहैकियह“ब्लैकहोल”केमूलमेंमौजूदहै।ब्लैकहोलतीव्रगुरुत्वाकर्षणदबावकेक्षेत्रहैं।दबावइतनातीव्रमानाजाताहैकिपरिमितपदार्थवास्तवमेंअनंतघनत्वमेंबदलजाताहै (यहएकगणितीयअवधारणाहैजोवास्तवमेंदिमागकोचकरादेतीहै)। बिगबैंगथ्योरीस्केच–अमितसेनगुप्ताउसकेबाद, यह“छोटीगेंद”हिंसकरूपसेफटगई।इससेएकबड़ाविस्तारहुआ।जिसब्रह्मांडकोहमजानतेहैंउसकाजन्महुआथा।समय, स्थानऔरपदार्थसभीकीशुरुआतबिगबैंगसेहुई।एकसेकंडकेएकअंशमें, ब्रह्मांडएकपरमाणुसेछोटेसेआकाशगंगासेभीबड़ाहोगया।औरयहशानदारदरसेबढ़तारहा।आजभीइसकाविस्तारहोरहाहै।

Big Bang Theory in Hindi

• WhatsApp • Facebook Messenger • Facebook • Telegram • Twitter • Pinterest • LinkedIn • Print what is Big Bang Theory in Hindi लगभग 100 वर्षा से हम जानते हैं कि ब्रह्मांड फैल रहा है बिग बैंग से पहले ब्रह्मांड एक बिंदु के रूप में था यह 13 अरब साल पहले था जब समय 0 के बराबर था यानी समय का अस्तित्व था ही नहीं इस शुरुआती बिंदु से यह सब कुछ अस्तित्व में आया जो आज हम देख सकते हैं. जैसे कि प्रोटोन न्यूट्रॉन तारे आकाशगंगा और खुद हमारी पृथ्वी भी यहां तक कि अंतरिक्ष और समय भी यहां से ही हुई थी. समय 0 के दौरान अचानक ही इस बिंदु का कभी ना रुकने वाला विस्तार होने लगा तब अचानक ही समय और अंतरिक्ष की शुरुआत होने लगी, इस घटना को बिग बैंग कहां जाता है. Big Bang Theory in Hindi वर्तमान समय में बिग बैंग ही हमारे ब्रह्मांड की शुरुआत के लिए सबसे स्वीकार्य सिद्धांत है. यह ब्रह्मांड के विस्तार होने की खोज से प्रेरित है. यह एक असामान्य और हमारी समझ से परे की घटना थी. यह विस्फोट नहीं था और ना ही यह किसी चीज के अंदर हो रहा था. उस वक्त ऊपर नीचे दाएं बाएं जैसी कोई चीज ही नहीं थी जिससे हम सब वाकिफ हैं. यह छोटे से बिंदु से बड़ा ही होता जा रहा था, तो फिर यह हुआ कहां था और उससे पहले क्या था. हम इंसानों को हमारे आसपास की चीजों को देखकर हमें यह जिज्ञासा होती रहती है, हम जानना चाहते हैं कि सब चीजें वैसी ही क्यों है जैसी वह है. समय और अंतरिक्ष दोनों ब्रह्मांड के भीतर निहित रूप से समाए हुए थे और बिगबैंग होने के साथ ही अचानक अस्तित्व में आए लेकिन इसका कोई कारण नहीं था. यदि इसका कोई कारण होता भी तो वह हमारे लिए उपलब्ध नहीं है. यह सारे हमारे अनुभव के बाहर से आई हुई चीज है. इस दायरे में समाधान कोई भी हो लेकिन हमार...