बिहार में विधानसभा सीट कितनी है

  1. Mokama Assembly Seat: मोकामा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे ।। Bihar Election 2020
  2. भारत के विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा, विधानपरिषद सीटों की पूरी लिस्ट
  3. Bihar district in Hindi
  4. बिहार में क्‍या है राज्‍यसभा चुनाव का गणित? BJP
  5. हम साथ
  6. Bihar Election Result 2020 Constituency
  7. How many Rajya Sabha seats will come under whose share in Bihar know here
  8. हम साथ
  9. बिहार में क्‍या है राज्‍यसभा चुनाव का गणित? BJP
  10. Mokama Assembly Seat: मोकामा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे ।। Bihar Election 2020


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Mokama Assembly Seat: मोकामा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे ।। Bihar Election 2020

• 11 hours ago • 15 hours ago • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 3 days ago • 7 days ago • 12 days ago • 12 days ago • 16 days ago • 16 days ago • 16 days ago • 17 days ago • 18 days ago • 19 days ago • 21 days ago • 21 days ago • 1 months ago • 1 months ago • 1 months ago • 1 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 3 months ago • 39.9°C Edited By Nitika, Updated: 06 Oct, 2020 12:40 PM • • • • बिहार का मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Assembly Seat) मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। मोकामा विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में मोकामा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट जगदीश नारायण सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की... मुंगेरः बिहार का मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Assembly Seat) मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Vidhan Sabha Seat) 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में मोकामा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट जगदीश नारायण सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav)में मोकामा सीट से कांग्रेस की टिकट पर जगदीश नारायण सिंह ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मोकामा सीट (Mokama Seat) से निर्दलीय कैंडिडेट सूर्य नंदन प्रसाद सिंह ने जनता का भरोसा जीत लिया था, तो 1967 में यहां से रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट बी लाल ने जीत हासिल की थी। वहीं 1969 के चुनाव में एक बार फिर मोकामा सीट से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। का...

भारत के विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा, विधानपरिषद सीटों की पूरी लिस्ट

भारत के विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा और विधानपरिषद की सीट क्र. राज्य / केंद्र शासित प्रदेश विधानसभा लोकसभा राज्यसभा विधानपरिषद 1 अरुणाचल प्रदेश 176 2 1 58 2 असम 126 14 7 – 3 आंध्रप्रदेश 294 25 11 – 4 ओडिशा 147 21 10 – 5 उत्तरप्रदेश 403 80 31 99 6 उत्तराखंड 70 5 3 – 7 कर्नाटक 224 28 12 75 8 केरल 140 20 9 – 9 गुजरात 182 26 11 – 10 गोवा 40 2 1 – 11 छत्तीसगढ़ 90 11 5 – 12 झारखंड 81 14 6 – 13 तमिलनाडु 234 39 18 – 14 नागालैंड 60 1 1 – 15 पंजाब 117 13 7 – 16 पश्चिम बंगाल 294 42 16 – 17 बिहार 243 40 16 75 18 मणिपुर 60 2 1 – 19 मध्यप्रदेश 230 29 11 – 20 महाराष्ट्र 288 48 19 78 21 मिजोरम 40 1 1 – 22 मेघालय 60 2 1 – 23 राजस्थान 200 25 10 – 24 सिक्किम 32 1 1 – 25 हरियाणा 90 10 5 – 26 हिमाचल प्रदेश 68 4 3 – 27 त्रिपुरा 60 2 1 – 28 तेलंगाना 119 17 7 40 29 दिल्ली 70 7 3 – 30 पुडुचेरी 30 1 1 – 31 जम्मू-कश्मीर – – – – 32 लद्दाख – – – – 33 अंडमान व निकोबार – 1 – – 34 दादर व नागर हवेली – 1 – – 35 दमन व दीव – 1 – – 36 लक्षद्वीप – 1 – – 37 चंडीगढ़ – 1 – – Total – 4268 537 229 425 नोट – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सीटों का अभी पुनर्गठन किया जाएगा। धारा 370 हटाने के बाद यंहा की विधानसभा को भंग कर दिया गया लेकिन अभी सीटों का पुर्नगठन नही हुआ है। इसलिए इस लिस्ट में यंहा की सीटो को नही दिखा रहे है। जैसे ही सीटों का पुनर्गठन होगा इस लिस्ट को अपडेट कर दिया जाएगा। भारत के विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा, विधानपरिषद की पूरी जानकारी लोकसभा – संविधान के अंतर्गत पहली लोकसभा का गठन 1952 में हुए आम चुनावों के बाद किया गया था। राज्यों में प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों से और बीस सदस्य संघ राज्य क्षेत्रों से प्रत्यक्ष रूप...

Bihar district in Hindi

Bihar district in Hindi : बिहार भारत का एक राज्य है। बिहार भारत के इतिहास के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। यदि क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो बिहार राज्य पूरे भारत में 12वें नंबर पर आता है वहीं दूसरी ओर यदि जनसंख्या की दृष्टि से देखा जाए तो बिहार राज्य संपूर्ण भारत में तीसरे नंबर पर आता है। पुराने समय में बिहार राज्य को मगध के नाम से जाना जाता था। जिसकी राजधानी पाटलिपुत्र हुआ करती थी। स्वामी महावीर जैन की जन्म भूमि और कर्म भूमि बिहार में ही बसती है। 22 मार्च 1912 बिहार का स्थापना दिवस है जिसे बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी सन 1950 में बिहार को राज्य का दर्जा दे दिया गया, जिसके बाद बिहार राज्य में श्री कृष्ण सिन्हा प्रथम मुख्यमंत्री बने थे। बिहार राज्य का इतिहास इतिहासकारों की मानें तो सातवीं और आठवीं शताब्दी में लिच्छवी शासकों ने बिहार में राज किया था। सत्ता संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में बिहार कई शताब्दियों तक महत्वपूर्ण स्थान बना रहा। खास तौर पर गुप्त के शासनकाल में बिहार समृद्धि कि अटल ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा था और स्वर्ण युग का आनंद ले रहा था। इतिहासकारों की माने तो एक बार मुहम्मद बिन बख्तर खिलजी ने बिहार पर हमला कर दिया था और कई सारे बुद्ध धर्म के लोगो की बड़े पैमाने पर हत्या कर दी थी। उसी हमले के दौरान नालंदा और विक्रमशिला जैसे प्रसिद्ध विद्यापीठ नष्ट कर दिए गए थे। इसके बाद बिहार में शेरशाह सूरी का शासन काल आया और इसी समय टूटी फूटी इमारतों की दोबारा मरम्मत की गई। शेरशाह सूरी के कारण ही बिहार राज्य एक बार फिर समृद्ध होने लगा। शेरशाह सूरी के बाद अकबर ने भी बिहार के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रसिद्ध हिंदी महाकाव्य रामाय...

बिहार में क्‍या है राज्‍यसभा चुनाव का गणित? BJP

पटना. देश के 15 राज्‍यों में राज्‍यसभा की 57 सीटें खाली हो रही हैं. बिहार में ऐसी 5 सीटें हैं, जिनके लिए चुनाव होना है. ऐसे में सबके मन में यही सवाल है कि बिहार में भाजपा, राजद और जदयू में से कौन बाजी मारेगा? विधानसभा में तीनों प्रमुख पार्टियों के संख्‍याबल पर भी निगाहें हैं. विधानपरिषद चुनाव के बाद बिहार में एनडीए और विपक्षी दलों के बीच राज्‍यसभा चुनाव में राजनीतिक रसूख के लिए मुकाबला होगा . राज्‍यसभा चुनाव के लिए 24 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 31 मई तक पर्चा भरा जा सकेगा. 3 जून तक नाम वापस लिया जा सकेगा, जबकि 10 जून को सुबह 9 से 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे. मेहंदी का रंग छूटते ही टूट गई सांसों की डोर, लव मैरिज करने वाले पति ने की पत्‍नी की हत्‍या किनके कोटे की कितनी सीटें हो रही हैं खाली? JDU कोटे से आरसीपी सिंह के साथ ही BJP कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दूबे का कार्यकाल समाप्‍त हो रहा है. वहीं, RJD कोटे से मीसा भारती का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है. शरद यादव का राज्‍यसभा कार्यकाल भी समाप्‍त हो रहा है. इस तरह से JDU और BJP कोटे से 2-2 और RJD से 1 सीट खाली हो रही है. इन्हीं पांच सीटों पर चुनाव होने हैं. इस तरह हो सकता है निर्विरोध निर्वाचन बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है. ऐसे में अगर 5 कैंडिडेट ही नामांकन दाखिल करते हैं तो वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी. सभी प्रत्‍याशियों का निर्विरोध निर्वाचन होना तय है. पांच से ज्‍यादा कैंडिडेट ने नामांकन दाखिल किया तब उस स्थिति में मतदान की जरूरत पड़ेगी. वैसे बिहार विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ा दल है. BJP के पास 77 विधायक हैं, वहीं RJD के खाते में 76 और JDU के पास 45 विधायक हैं. जदयू को 1 निर्दलीय विधायक...

हम साथ

पटना में 23 जून को देशभर के प्रमुख विपक्षी दलों का महाजुटान है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस मीटिंग के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं. पहले यह बैठक 12 जून को होने वाली थी, जिसे बाद में बढ़ा दिया गया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के इरादे से यह मीटिंग की जाएगी. हालांकि मीटिंग से कुछ दलों दूरी बना ली है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद जा रही है. कई नेता इस दिशा में काम कर रहे हैं. इनमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार का नाम भी शामिल है. उन्हीं की पहल की वजह से पटना में 23 जून को विपक्षी एकता बैठक होने वाली है. इसके जरिए देश के सामने एक मजबूत और एकजुट विपक्ष की तस्वीर पेश की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में 18 दल शामिल होंगे. नीतीश कुमार विपक्षी दलों को जोड़ने के साथ इस पर भी मेहनत कर रहे हैं कि कैसे उन छोटे और क्षेत्रीय दलों को भी एकजुट किया जा सके, जो कांग्रेस के साथ जाने से कतरा रही हैं. हालांकि बड़ी बात यह है कि इस बैठक में शामिल होने वाले कई दल ऐसे हैं, जो अपने-अपने राज्य में विरोधियों की भूमिका में रहते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पटना में होने वाली एकता बैठक में एक मजबूत विपक्ष का चेहरा आकार ले पाएगा? यह जानने से पहले कि किस राज्य में कौन सी पार्टियां एक-दूसरेकी विरोधी हैं, उससे पहले यह जान लेते हैं कि पटना में होने वाली एकता बैठक में कौन-कौन से दल शामिल हो रहे हैं और कौन नहीं. ये दल बैठक में होंगे शामिल जानकारी के मुताबिक इस बैठक में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, टीएमसी, सपा, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी, झामुमो, AAP, भाकपा, भाकपा (माले), माकपा, नेशनल कॉन्फ्रे...

Bihar Election Result 2020 Constituency

Bihar Election Result 2020 Constituency-wise, seat-wise HIGHLIGHTS: बिहार में एनडीए ने 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल कर लिया है। गठबंधन में शामिल जदयू की पिछली बार के मुकाबले 28 सीटें घट गईं और वह 43 सीटों पर आ गई। वहीं, भाजपा 21 सीटों के फायदे के साथ 74 सीटों पर पहुंच गई। राजद सबसे बड़ा दल बनकर उभरा, जिसे 75 सीटें मिलीं। उसके नेतृत्व वाले महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं। हालांकि, दोनों ही दलों की तरफ से इस दौरान बड़े नेताओं की हार हुई है। इस बीच चुनाव आयोग ने राजद के उन आरोपों को नकार दिया, जिसमें कहा गया था कि ईसी राज्य की सत्तासीन पार्टी के दबाव में काम कर रहा है। महागठबंधन में कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा अपना पहला चुनाव हार गए। वहीं, विदेश में पढ़ाई कर बिहार लौट प्लूरल्स पार्टी का गठन करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी खुद अपनी सीट बचाए नहीं रख पाई हैं। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश सरकार में मंत्री रहे तीन नेता विधानसभा चुनाव हार गए हैं। सुरेश शर्मा, रामसेवक सिंह और कृष्णनंदन वर्मा हारने वालों में शामिल हैं। छपरा की परसा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय के बेटे और लालू यादव के समधी चंद्रिका राय भी चुनाव हार गए। दूसरी तरफ दरभंगा ग्रामीण से आरजेडी उम्मीदवार ललित यादव और सुपौल से जेडीयू उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं। केवटी सीट से आरजेडी उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी को हार का समना करना पड़ा है। बीजेपी के मुरारी मोहन झा ने उन्हें चुनावी मैदान में मात दी है। कौन किस सीट से जीता? यह पूरी लिस्ट आपको जनसत्ता डॉट कॉम पर मिलेगी। देखें, सूचीः Agiaon: CPI-ML के मनोज मंजिल विजयी, जदयू के प्रभुनाथ प्रसाद हारे। Alauli: राजद के रामवृक्ष सदा जीते, जदयू ...

How many Rajya Sabha seats will come under whose share in Bihar know here

15 राज्यों के कुल 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है. जिसमें बिहार से खाली हो रही 5 सीटों पर चुनाव भी शामिल हैं. रिक्त हो रहे राज्यसभा से जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह के आलावा बीजेपी कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे, आरजेडी से मीसा भारती और एक सीट शरद यादव की है, जो जेडीयू कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे लेकिन शरद यादव की सदस्यता खत्म होने से पहले से ही यह सीट खाली है. पटनाः बिहार में राज्यसभा की 5 सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होना है. इसके लिए 24 मई से 31 मई नामांकन की तिथि घोषित है. मौजूदा स्थिति में आरजेडी से दो, बीजेपी से दो और जेडीयू से एक सदस्य राज्यसभा जायेंगे. शुक्रवार को आरजेडी के दोनों उम्मीदवारों ने नामांकन कर दिया. जबकि बीजेपी के दो उम्मीदवार के नाम पर दिल्ली से मुहर लगनी है. वहीं जेडीयू में अब भी उम्मीदवारी को लेकर संसय की स्थिति बरकरार है. बिहार के 5 सीटों में किसका कितना हिस्सा 15 राज्यों के कुल 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है. जिसमें बिहार से खाली हो रही 5 सीटों पर चुनाव भी शामिल हैं. रिक्त हो रहे राज्यसभा से जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह के आलावा बीजेपी कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे, आरजेडी से मीसा भारती और एक सीट शरद यादव की है, जो जेडीयू कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे लेकिन शरद यादव की सदस्यता खत्म होने से पहले से ही यह सीट खाली है. इस तरह से जेडीयू- बीजेपी कोटे से दो-दो और आरजेडी कोटे से एक सीट खाली हो रही है. एक सीट के लिए 41 वोट की जरूरत है. ये भी पढ़ें- अब बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या देखें 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में पांच उम्मीदवार ही नामांकन करते हैं तो मतदान की नौबत नहीं आएगी और सभी निर्विरोध चुन...

हम साथ

पटना में 23 जून को देशभर के प्रमुख विपक्षी दलों का महाजुटान है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस मीटिंग के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं. पहले यह बैठक 12 जून को होने वाली थी, जिसे बाद में बढ़ा दिया गया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के इरादे से यह मीटिंग की जाएगी. हालांकि मीटिंग से कुछ दलों दूरी बना ली है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद जा रही है. कई नेता इस दिशा में काम कर रहे हैं. इनमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार का नाम भी शामिल है. उन्हीं की पहल की वजह से पटना में 23 जून को विपक्षी एकता बैठक होने वाली है. इसके जरिए देश के सामने एक मजबूत और एकजुट विपक्ष की तस्वीर पेश की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में 18 दल शामिल होंगे. नीतीश कुमार विपक्षी दलों को जोड़ने के साथ इस पर भी मेहनत कर रहे हैं कि कैसे उन छोटे और क्षेत्रीय दलों को भी एकजुट किया जा सके, जो कांग्रेस के साथ जाने से कतरा रही हैं. हालांकि बड़ी बात यह है कि इस बैठक में शामिल होने वाले कई दल ऐसे हैं, जो अपने-अपने राज्य में विरोधियों की भूमिका में रहते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पटना में होने वाली एकता बैठक में एक मजबूत विपक्ष का चेहरा आकार ले पाएगा? यह जानने से पहले कि किस राज्य में कौन सी पार्टियां एक-दूसरेकी विरोधी हैं, उससे पहले यह जान लेते हैं कि पटना में होने वाली एकता बैठक में कौन-कौन से दल शामिल हो रहे हैं और कौन नहीं. ये दल बैठक में होंगे शामिल जानकारी के मुताबिक इस बैठक में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, टीएमसी, सपा, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी, झामुमो, AAP, भाकपा, भाकपा (माले), माकपा, नेशनल कॉन्फ्रे...

बिहार में क्‍या है राज्‍यसभा चुनाव का गणित? BJP

पटना. देश के 15 राज्‍यों में राज्‍यसभा की 57 सीटें खाली हो रही हैं. बिहार में ऐसी 5 सीटें हैं, जिनके लिए चुनाव होना है. ऐसे में सबके मन में यही सवाल है कि बिहार में भाजपा, राजद और जदयू में से कौन बाजी मारेगा? विधानसभा में तीनों प्रमुख पार्टियों के संख्‍याबल पर भी निगाहें हैं. विधानपरिषद चुनाव के बाद बिहार में एनडीए और विपक्षी दलों के बीच राज्‍यसभा चुनाव में राजनीतिक रसूख के लिए मुकाबला होगा . राज्‍यसभा चुनाव के लिए 24 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 31 मई तक पर्चा भरा जा सकेगा. 3 जून तक नाम वापस लिया जा सकेगा, जबकि 10 जून को सुबह 9 से 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे. मेहंदी का रंग छूटते ही टूट गई सांसों की डोर, लव मैरिज करने वाले पति ने की पत्‍नी की हत्‍या किनके कोटे की कितनी सीटें हो रही हैं खाली? JDU कोटे से आरसीपी सिंह के साथ ही BJP कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दूबे का कार्यकाल समाप्‍त हो रहा है. वहीं, RJD कोटे से मीसा भारती का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है. शरद यादव का राज्‍यसभा कार्यकाल भी समाप्‍त हो रहा है. इस तरह से JDU और BJP कोटे से 2-2 और RJD से 1 सीट खाली हो रही है. इन्हीं पांच सीटों पर चुनाव होने हैं. इस तरह हो सकता है निर्विरोध निर्वाचन बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है. ऐसे में अगर 5 कैंडिडेट ही नामांकन दाखिल करते हैं तो वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी. सभी प्रत्‍याशियों का निर्विरोध निर्वाचन होना तय है. पांच से ज्‍यादा कैंडिडेट ने नामांकन दाखिल किया तब उस स्थिति में मतदान की जरूरत पड़ेगी. वैसे बिहार विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ा दल है. BJP के पास 77 विधायक हैं, वहीं RJD के खाते में 76 और JDU के पास 45 विधायक हैं. जदयू को 1 निर्दलीय विधायक...

Mokama Assembly Seat: मोकामा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे ।। Bihar Election 2020

• 14 hours ago • 19 hours ago • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 3 days ago • 7 days ago • 12 days ago • 12 days ago • 16 days ago • 16 days ago • 16 days ago • 17 days ago • 18 days ago • 19 days ago • 21 days ago • 21 days ago • 1 months ago • 1 months ago • 1 months ago • 1 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 2 months ago • 3 months ago • 40.5°C Edited By Nitika, Updated: 06 Oct, 2020 12:40 PM • • • • बिहार का मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Assembly Seat) मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। मोकामा विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में मोकामा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट जगदीश नारायण सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की... मुंगेरः बिहार का मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Assembly Seat) मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Vidhan Sabha Seat) 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में मोकामा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट जगदीश नारायण सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav)में मोकामा सीट से कांग्रेस की टिकट पर जगदीश नारायण सिंह ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मोकामा सीट (Mokama Seat) से निर्दलीय कैंडिडेट सूर्य नंदन प्रसाद सिंह ने जनता का भरोसा जीत लिया था, तो 1967 में यहां से रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट बी लाल ने जीत हासिल की थी। वहीं 1969 के चुनाव में एक बार फिर मोकामा सीट से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। का...