बीएफटी प्रशिक्षण केंद्र सरकार

  1. राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है
  2. Bihar Motor Driving Training Institute 2023 मोटर प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए सरकार की तरफ से मिलेगा 20 लाख रुपए, जल्द आवेदन करें
  3. FICSI हिन्दी
  4. Digital India: Ethical hacking के प्रशिक्षण से डिजिटल इंडिया के सपने की उड़ान
  5. शासन में केंद्र के सुधारों से भविष्य के लिए डिजिटल प्रशिक्षण से दक्ष कर्मचारी उपलब्ध होंगे: सिंह – ThePrint Hindi
  6. The secretary of the training center did a surprise inspection
  7. मधुमक्खी पालन की शुरुआत कैसे करें


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राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है

राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस) भारत सरकार द्वारा अधिकांश नागरिकों के लिए रोजगार की संभावनाएं प्रदान करने और राष्ट्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विकसित की गई थी। औपचारिक क्षेत्र में और निजी व्यावसायिक संस्थानों में प्रशिक्षण और नियुक्ति, एमएचआरडीएनएटीएस कार्यक्रम के प्राथमिक लक्ष्य हैं। नाम राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण द्वारा शुरू किया गया भारत सरकार लाभार्थियों छात्र लक्ष्य प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://www.mhrdnats.gov.in/ Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • प्रशिक्षुता की परिभाषा क्या है? एक शिक्षुता एक व्यक्ति (प्रशिक्षु) के बीच एक अनुबंध है जो प्रतिभा हासिल करना चाहता है और एक नियोक्ता जिसे एक कुशल कार्यकर्ता (नियोक्ता) की आवश्यकता होती है। यह भारत की कुछ सबसे प्रतिष्ठित फर्मों से है कि प्रशिक्षु अपने विशेष कार्य में सबसे अद्यतित उपकरण, प्रक्रियाएं और तकनीक सीखते हैं। क्षेत्र। राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना 2022 NATS अप्रेंटिसशिप एक 1 वर्षीय कार्यक्रम है जो तकनीकी रूप से प्रशिक्षित व्यक्तियों को उनके चुने हुए रोजगार के क्षेत्र में सफल होने के लिए आवश्यक व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। संगठन प्रशिक्षुओं को काम पर प्रशिक्षित करते हैं। प्रशिक्षित प्रबंधक और अच्छी तरह से विकसित प्रशिक्षण मॉड्यूल गारंटी देते हैं कि प्रशिक्षु तुरंत और सफलतापूर्वक कार्य कौशल हासिल कर लेते हैं। प्रशिक्षुओं को उनके पूरे शिक्षुता के दौरान वजीफा दिया जाता है, जिसमें से 50% भारत सरकार द्वारा नियोक्ता को प्रतिपूर्ति योग्य है। इच्छुक छात्र राज्य और संघीय सरकारी संस्थानों और भेल, एचएएल, बीईएल, इसरो, ओडीएफ, एनपीसीआईएल, से...

Bihar Motor Driving Training Institute 2023 मोटर प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए सरकार की तरफ से मिलेगा 20 लाख रुपए, जल्द आवेदन करें

जाने इस पोस्ट में क्या क्या है • • • • • • • • • • • • • • • Bihar Motor Driving Training Institute 2023 Bihar Motor Driving Training Institute 2023 20 लाख रुपए का अनुदान प्राप्त कर सकते हैं | यह योजना बिहार सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है | जिसका आवेदन बिहार के सभी उम्मीदवार कर सकते हैं और इसका लाभ ले सकते हैं | इस योजना के तहत नौसिखिया वाह Bihar Motor Driving Training Institute 2023 से जुड़ी पल-पल की खबर प्राप्त करने के लिए आप हमारे वेबसाइट बिहार में निकलने वाली सारी एडमिशन, रिजल्ट और नौकरी की जानकारी इस वेबसाइट पर प्रदान की जाएगी | इसलिए इस वेबसाइट पर आने के लिए हमें गूगल में Onlineprosess.com टाइप करे | आपसे अनुरोध है की आप हमारे Read Also :- Bihar Motor Driving Training Institute 2023 – Overview 🔥 Article Nam ✅ Bihar Motor Driving Training Institute 2023 🔥 Article Type ✅Lat 🔥 Subject? ✅ Motor Driving School Near me 🔥 Application Apply Mode ✅ Offline 🔥 Apply Charge ✅ Nil 🔥 Benefits Under the Scheme ✅ 50% सब्सिडी या फिर 20 लाख रूपये 🔥 Official Websit मोटर प्रशिक्षण केंद्र क्या है – Bihar Motor Driving Training Institute 2023 क्या आप अभी बिहार सरकार की तरफ से मिलने वाले सभी लाभों की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें जिससे आपको यह जानकारी प्राप्त होगी कि आप किस प्रकार बिहार सरकार योजना मोटर वाहन प्रशिक्षण संस्थान के लिए अपना एक केंद्र खोल पाएंगे | जिसका आप आवेदन करें इससे मिलने वाले सभी लाभों की जानकारी प्राप्त कर पाएंगे | यदि आप अभी इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आप इसका आवेदन ऑफलाइ इस योजना के क्या-क्या लाभ हैं Bihar...

FICSI हिन्दी

FICSI के बारे में खाद्य उद्योग क्षमता एवं कौशल उपक्रम(FICSI) जिसे आमतौर पर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र कौशल परिषद के नाम से जाना जाता है और यह एक गैर-लाभकारी संगठन है। यह सामाजिक पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है| यह संगठन कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तत्वाधान में काम कर रहा है। इस संगठन को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) से वित्तीय सहायता के साथ-साथ फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) द्वारा भी प्रचारित किया जाता है। FICSI को NCVET द्वारा पुरस्कृत निकाय का दर्जा दिया गया है और इसे एक स्वायत्त उद्योग के नेतृत्व वाली संस्था के रूप में भी स्थापित किया गया है। यह व्यावसायिक मानव और योग्यता पैक बनाने के साथ-साथ प्रशिक्षण सामग्री और उपकरण भी विकसित करता है। इसके अतिरिक्त यह संगठन नेशनल स्किल्स क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF) से जुड़े पाठ्यक्रम पर प्रशिक्षक कार्यक्रमों को ट्रैनिंग प्रदान करता है, स्किल गैप के बारे में अध्ययन करके ट्रेनियों का आकलन भी करता है| एक स्किल काउंसिल के रूप में हम अपने क्वालिफिकेशन पैक पर ट्रेनिंग के प्रसार के लिए हमारे दिशा निर्देशों के अनुसार बुनियादी ढांचे वाले संभावित ट्रेनिंग प्रदाताओं को मान्यता देते हैं। हम केंद्र/राज्य सरकार और मंत्रालयों.... "एफएसएससी 22000 संस्करण 5 से 5.1" पर एक परिचयात्मक ऑनलाइन सत्र विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022 के अवसर पर FICSI ने 07 जून 2022 को दोपहर 03 बजे FSSC 22000 संस्करण 5 से 5.1 पर एक परिचयात्मक ऑनलाइन सत्र का आयोजन किया। खाद्य सुरक्षा भोजन के लिए अनिवार्य है जो जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 7 जून को, इस वर्ष इसके चौथे संस्करण के बाद, थीम- सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास...

Digital India: Ethical hacking के प्रशिक्षण से डिजिटल इंडिया के सपने की उड़ान

दक्षिण दिल्ली में मुनिरका की तंग गलियों में मौजूद साइबर कैफे के आकार का एक छोटा प्रशिक्षण संस्थान डिजिटल इंडिया के सपने बेच रहा है। महज 5,000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पैसे खर्च कर आप केंद्र सरकार के साइबर सुरक्षा कार्यबल में एथिकल हैकर (मदद करने के मकसद से हैकिंग का काम) की नौकरी कर सकते हैं। संस्थान कुछ ऐसा ही वादा करता है। इस केंद्र का नाम इसके मुख्य दरवाजे के ऊपर एक छोटे बोर्ड पर लिखा गया है जिसके मुताबिक यह ‘दिल्ली कॉलेज फॉर ब्राइट फ्यूचर इन टेक’ है। इस सेंटर के भीतर जाने पर एक छोटा कमरा नजर आता है जहां आठ डेस्कटॉप कंप्यूटरों पर 14 छात्रों और एक प्रशिक्षक ने कब्जा कर लिया गया है। यहां सीईएच या प्रमाणित एथिकल हैकिंग पर एक कक्षा चल रही है। यह केंद्र दिल्ली के बेर सराय, कटवरिया सराय और मुनिरका इलाकों में फैले कई निजी संस्थानों में से एक है जो साइबर सुरक्षा, वेब 3 सेवाओं और उभरती प्रौद्योगिकियों आदि के विभिन्न पहलुओं से जुड़े पाठ्यक्रम संचालित करते हैं। इन संस्थानों का कहना है कि उनके पाठ्यक्रमों में गेमिंग और मेटावर्स में मास्टर्स से लेकर ब्लॉकचेन डेवलपमेंट में पीजी डिप्लोमा और कंप्यूटिंग तथा साइबर सिक्योरिटी में बैचलर ऑफ कंप्यूटर ऐप्लिकेशन (बीसीए) तक के पाठ्यक्रम शामिल हैं। प्रत्येक संस्थान अपनी तरफ से खास वादे करते हैं। कुछ का दावा है कि उनके उद्योग के नेताओं के साथ संबंध हैं जबकि अन्य केंद्र इस बात पर जोर देते हैं कि वे केंद्र सरकार के साइबर सुरक्षा सेल के साथ सीधा संबंध रखने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं। अधिकांश आकर्षक प्लेसमेंट पैकेज का वादा करते हैं। ऐसे ही एक संस्थान ब्राइटेक के डीन और संस्थापक बताने वाले अंशु रहाणे का कहना है कि उनके पाठ्यक्रमों को गूगल ने प्रमाणित ...

शासन में केंद्र के सुधारों से भविष्य के लिए डिजिटल प्रशिक्षण से दक्ष कर्मचारी उपलब्ध होंगे: सिंह – ThePrint Hindi

यहां प्रगति मैदान में क्षमता निर्माण आयोग द्वारा आयोजित पहले राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मिशन कर्मयोगी’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निरंतर क्षमता निर्माण के दृष्टिकोण से प्रेरित है। कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘मिशन कर्मयोगी को एक व्यापक कार्यक्रम के रूप में तैयार किया गया है जो लोक सेवकों और अन्य सरकारी कर्मचारियों को तेजी से विकसित हो रही दुनिया में उच्च गुणवत्ता वाली सार्वजनिक सेवा प्रदान करने के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और क्षमता हासिल करने में सक्षम बनायेगा।’’ सिंह ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के बीच इसके सफल इस्तेमाल से प्रोत्साहित होकर अब इसे ‘मिशन कर्मयोगी प्रारंभ’ के रूप में रोजगार मेले में नई नियुक्तियों के लिए भी पेश किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में कई जटिल मुद्दे हैं लेकिन यह लोक सेवकों को सीखने और उनकी क्षमता तथा विशेषज्ञता में सुधार करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि शासन में केंद्र के सुधारों के जरिये भविष्य के लिए ऐसे कर्मचारी तैयार होंगे जो डिजिटल प्रशिक्षण से दक्ष होंगे। राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन में देशभर के 700 से अधिक लोक सेवा प्रशिक्षण संस्थानों ने भाग लिया। अपने संबोधन में, सिंह ने ‘‘न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन’’ के वादे को पूरा करने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा की गई विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए अब तक के पहले क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) की स्थापना की गई है। सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2016 से समूह-बी (अराजपत्रित) और समूह सी पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार लेने की प्रक्रिया को समाप्त कर दिय...

The secretary of the training center did a surprise inspection

बेगूसराय,निज संवाददाता। बुधवार को अचानक गणेशदत्त महाविद्यालय स्थित प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र का बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के क्रम में प्रधान सचिव ने चल रहे वर्ग में छात्रों के बीच बेंच पर बैठकर वर्ग की पढ़ाई को देखा। बाद में उन्होंने छात्र-छात्राओं से फिर बातचीत करनी शुरू की। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आपको नई तकनीक से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसलिए अगले 2 महीने में स्मार्ट क्लास आपको उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने केंद्र निदेशक से छात्रों को कोर्स मैटेरियल उपलब्ध करवाने की बात कही। साथ ही छात्र-छात्राओं को पुस्तकालय से भी जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा की बिहार सरकार की सीधी समझ है कि छात्रों को उचित सुविधाएं मिले। जब हम आपको सुविधाएं प्रदान दे रहें तो आपको परिणाम भी देना होगा। आप अपने को इस रूप में तैयार करें कि कोई भी प्रतियोगी परीक्षाओं को आप आसानी से सुलझा सकें। मौके पर उन्होंने वर्ग शिक्षक और बीपीएससी और एसएससी के शिक्षकों से बात करते हुए प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र बेगूसराय के टीम वर्क की भी सराहना की। मौके पर मुंगेर प्रमंडल के उपनिदेशक विनोद प्रसाद, जिला कल्याण पदाधिकारी राजेश कुमार मधुकर, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी संजय पांडेय, प्रधानाचार्य प्रो. राम अवधेश कुमार, निदेशक डॉ. शशिकांत पांडेय, डॉ. कुन्दन कुमार, डॉ. राजाजीत, प्रो. ओमकार राय, डॉ. कुमारी रंजना, मुरारी कुमार, अजीत कुमार व अन्य उपस्थित थे।

मधुमक्खी पालन की शुरुआत कैसे करें

Table of Contents • • • • • • • • • • मधुमक्खी पालन (Beekeeping Farming) से सम्बंधित जानकारी देश में किसानों की आय में वृद्धि करनें के लिए सरकार द्वारा अनेक प्रकार की योजनायें चलायी जा रही है, जिसका लाभ किसानों को प्रत्यक्ष रूप से मिल रहा है | सरकार द्वारा इन योजनाओं को चलाने का मुख्य उद्देश्य देश के कुल उत्पादन में वृद्धि करनें के साथ ही किसान भाइयों की आमदनी बढ़ाना है |खेती-बाड़ी के अलावा किसानों को अतिरिक्त लाभ अर्जित करनें के लिए सरकार द्वारा एक नई स्कीम मधुमक्खी पालन लोन योजना की शुरुआत की गयी है | मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत 500 करोड़ रुपए देने का प्रावधान किया गया है। दरअसल मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे हर वर्ग के किसान और व्यवसाय करनें वाले व्यक्ति आसानी से कर सकते है | मधुमक्खी पालन की शुरुआत कैसे करें, इसके बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है, इसके साथ ही मधुमक्खी पालन लोन योजना और प्रशिक्षण प्राप्त करनें से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकरी दी जा रही है | सूअर पालन के लिए लोन कैसे प्राप्त करे मधुमक्खी पालन क्या है ( What is Beekeeping ) मधुमक्खी पालन को वैज्ञानिक भाषा (Scientific Language) मे एपीकल्चर (Apiculture) कहा जाता है | वर्तमान समय में लोग कृषि के साथ ही बागवानी फसलों पर अधिक ध्यान दे रहे है, जबकि कृषि योग्य भूमि निरंतर घटती जा रही है | ऐसे में मधुमक्खी पालन किसानों की अतिरिक्त आय का एक अच्छा स्त्रोत बनता जा रहा है | यह एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे किसानों और बेरोजगार लोगो की आमदनी बढ़ाने के साथ ही वातावरण शुद्ध रखनें का कार्य करता है | जिससे कृषि व बागवानी उत्पादन बढ़ाने की क्षमता विकसि...