बिजली हमारे घर तक कैसे पहुंचती है

  1. बिजली घर
  2. बिजली कैसे उत्पन्न होती है
  3. बिजली हमारे घरों तक कैसे पहुँचती है? तथा भूसम्पर्कन: मुख्य स्विच और फ्यूज
  4. बिजली हमारे घर तक कैसे पहुंचती है
  5. बिजली कैसे बनती है और बिजली बनाने के तरीके क्या है?, पूरी जानकारी
  6. हमारे घरों तक विद्युत कैसे पहुंचती है? » Hamare Gharon Tak Vidyut Kaise Pahunchati Hai
  7. बिजली घर तक कैसे पहुंचती है? – ElegantAnswer.com


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बिजली घर

बिजली घर या विद्युत केन्द्र (पॉवर स्टेशन) कहते हैं। इसे 'पावर स्टेशन', 'पावर प्लान्ट' या 'पावर हाउस' या 'जनन केन्द्र' भी कहते हैं। अधिकांश बिजलीघरों में एक या अधिक सन्दर्भ [ ] इन्हेंभीदेखें [ ] • • Afrikaans • العربية • Azərbaycanca • تۆرکجه • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • Български • বাংলা • Bosanski • Català • Čeština • Dansk • Deutsch • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • فارسی • Suomi • Français • Gàidhlig • עברית • Hrvatski • Magyar • Հայերեն • Bahasa Indonesia • Íslenska • Italiano • 日本語 • ქართული • Қазақша • 한국어 • Кыргызча • Latina • Limburgs • Lietuvių • Latviešu • Македонски • മലയാളം • Bahasa Melayu • မြန်မာဘာသာ • Nederlands • Norsk nynorsk • Norsk bokmål • Nouormand • ਪੰਜਾਬੀ • Polski • پنجابی • پښتو • Português • Română • Русский • Sicilianu • Scots • سنڌي • Srpskohrvatski / српскохрватски • සිංහල • Simple English • Slovenčina • Slovenščina • Shqip • Српски / srpski • Svenska • Kiswahili • Ślůnski • தமிழ் • తెలుగు • Тоҷикӣ • Türkçe • Татарча / tatarça • Українська • اردو • Oʻzbekcha / ўзбекча • Tiếng Việt • Wolof • 吴语 • 中文 • 粵語

बिजली कैसे उत्पन्न होती है

विषय - सूची • • • • स्वाभाविक रूप से बिजली हमारे बीच हमेशा मौजूद रही है। इतना कि आदिम मनुष्य बिजली को बिजली में भेद कर सके। बिजली ऊर्जा का एक रूप है जो मनुष्य की अधिकांश गतिविधियों में मौजूद होती है। एक तेजी से विकसित समाज में, हम इस पर अधिक से अधिक निर्भर करते हैं। यहां तक ​​कि उन रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए भी, जैसे कि इलेक्ट्रिक टूथब्रश से अपने दांतों को ब्रश करना, हमें बिजली प्रदान करने की आवश्यकता है। इसके प्रयोग से ही अन्ततः आवश्यक क्रियाओं की उत्पत्ति होती है। यदि आप के बारे में अधिक जानकारी जानना चाहते हैं बिजली कैसे उत्पन्न होती है, ग्रीन इकोलॉजिस्ट के इस दिलचस्प लेख को अवश्य पढ़ें। बिजली क्या है विद्युत ऊर्जा है विभिन्न विद्युत आवेशों वाले दो या दो से अधिक बिंदुओं के बीच संभावित परिणाम. इस प्रकार, एक विद्युत कंडक्टर के माध्यम से समान बिंदुओं के बीच एक विद्युत प्रवाह स्थापित किया जाता है। अकादमिक रूप से, बिजली का अध्ययन सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी तक शुरू नहीं हुआ था, और यह उन्नीसवीं शताब्दी तक नहीं था कि ऊर्जा के इस स्रोत का उपयोग औद्योगिक और घरेलू गतिविधियों के लिए किया जाने लगा। बिजली को मापने के लिए हम इसे विद्युत शक्ति की इकाइयों के साथ करते हैं। आज हम जिन मापों का सबसे अधिक उपयोग करते हैं, वे हैं किलोवाट घंटा (kWh), मेगावाट (mW), मिलीवाट (mW) या माइक्रोवाट (ΜW)। उदाहरण के लिए, बिजली और गैस के बिल जो घर की खपत का संकेत देते हैं, प्रति घंटे खर्च किए गए किलोवाट के अनुसार ऐसा करते हैं। एक और तथ्य यह है कि बिजली जमा हैदूसरे शब्दों में, इसकी रासायनिक सामग्री को बाद में उपयोग के लिए संग्रहीत किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, सेल या बैटरियां यही करती हैं। नीचे आप ब...

बिजली हमारे घरों तक कैसे पहुँचती है? तथा भूसम्पर्कन: मुख्य स्विच और फ्यूज

बिजली घरों में उत्पन्न विद्युत हमारे घरों तक पहुँचने के लिए एक लंबा मार्ग तय करती है। यह बिजली घर से ग्रिड स्टेशन में आती है और फिर मुख्य उप संयंत्र तक यहां से इसकी आपूर्ति मध्यस्थ उप संयंत्र को की जाती है और फिर यहां से ये हमारे घरों के पास मुख्य लाइनों अर्थात् विद्युत खंबों तक पहुंचती है। विद्युत खंभों से ये भूमिगत तारों के द्वारा हमारे घर के विद्युत मेन्स तक पहुंचती है। आपके घर या इमारत में विद्युत मेन्स में प्रत्येक घर के लिए एक मीटर रीडिंग बॉक्स, एक मुख्य स्विच और एक फ्यूज बॉक्स लगा होता है। यहां दिखाई देने वाला लाल तार विद्युतमय तार है और काले तार में उदासीन और भू संपकण तार होते हैं जो इसके अंदर पर प्रिबथ होते हैं। भूसम्पर्कन घर पर हमारे पास एक मुख्य स्विच और एक फ्यूज बॉक्स होता है। मुख्य स्विच मुख्य स्विच को खोलने पर आपको तीन तार दिखाई देंगे। भूरा तार जो कि विद्युत में तार या धनात्मक होता है। नीला तार उदासीन तार होता है और हरे और पीले तार को भूसंपर्क तार या भूमि तार (अर्थिंग तार) कहते हैं। अर्थिंग के लाभ भूसंपर्क तार को सामान्यतः घर के निकट भूमि में धातु की प्लेट से जोड़ा जाता है। इसका सुरक्षा उपाय के लिए उपयोग किया जाता है। विशेष रूप से उन उपकरणों के लिए जिनके आवरण धात्विक होते हैं। उदाहरण के लिए विद्युत इस्त्री, टोस्टर, मेज़ का पंखा और रेफ्रिजरेटर। इस धात्विक आवरण को भूसंपर्क तार से संयोजित किया जाता है जो धारा के लिए निम्न प्रतिरोध का चालन पद प्रदान करता है। ये सुनिश्चित करता है कि धात्विक आवरण में विद्युत धारा का कोई क्षरण होने पर उसका वैभव भूमि के विभव के बराबर हो जाता है और उपकरण का उपयोग करने वाले व्यक्ति को विद्युत आघात नहीं लगता है। और जहां भूसम्पर्कन नहीं ...

बिजली हमारे घर तक कैसे पहुंचती है

हैलो दोस्तो आज के पोस्ट में हम पढेगे की बिजली (electricity) हमारे घर तक कैसे पहुंचती है तो आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े। • बिजली हमारे घर तक कैसे पहुंचती है ( How does electricity reach our homes ) • बिजली (electricity) का आविष्कार किसने किया और कब हुआ • बिजली कैसे बनती है (Power Generation in hindi) • बिजली बनाने के तरीके • Power grid क्या है बिजली हमारे घर तक कैसे पहुंचती है ( How does electricity reach our homes ) बिजली को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए या किसी चीज को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए सबसे जरूरी जो चीज है वह है स्पीड। तो करंट की स्पीड को हम लोग वोल्टेज कहते हैं या पोटेंशियल कहते हैं। और इसी को टेक्निकल भाषा में टेंशन कहते हैं। जब वोल्टेज हाई रहता है तब उसे हाई टेंशन कहते हैं। इसके लिए बड़े बड़े टावर होते हैं उस टावर से हम हाई वोल्टेज करेंट ले जाते हैं। वोल्टेज पोटेंशियल किसी करेंट के स्पीड को दिखाता है जब 66 केवी से अधिक वोल्टेज का करेंट ले जाना होता है तो इसी टावर से ले जाते हैं। ट्रांसमिशन टावर जो होता है उसको कभी कभी जमीन पर ही फिट करके हेलीकॉप्टर के द्वारा उठाकर पहाड़ियों पर ले जाकर लगा दिया जाता है। ट्रांसमिशन टावर को ऐसे फिट करना आसान होता है मगर इसमें खर्च ज्यादा आता है, और ज्यादातर हमारे भारत में ट्रांसमिशन टावर को एक के बाद एक करके सेट किया जाता है। बिजली का आविष्कार किसने किया और कब हुआ इसके बाद ब्रिटेन के माइकल फैराडे ने सन्‌ 1831 में विद्युत चुम्बकीय प्रेरणा का आविष्कार करके बिजली उत्पन्न करने वाले एक जेनरेटर का निर्माण किया। विद्युत का वास्तविक रूप में उपयोग माइकल फैराडे के इसी आविष्कार के बाद से होना आरम्भ हुआ। जेनरेटर चुम्बक और तार की ...

बिजली कैसे बनती है और बिजली बनाने के तरीके क्या है?, पूरी जानकारी

आज के समय में बिजली हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है, क्योंकि बिजली की मदद से ही हमारे घर में लाइट, मोबाइल, ए.सी. कूलर, पंखे, मिक्सर इत्यादि सभी तरह के उपकरण बिजली पर ही चलते हैं। अगर एक दिन भी बिजली कट कर दी जाए, तो लोगों का जीवन मुश्किल हो जाता है। क्योंकि बड़े-बड़े शहरों में बिजली के बिना लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। वर्तमान समय में लगभग सभी कार्य बिजली पर ही चलते हैं। आज के समय में देश और दुनिया में मौजूद लाखों और करोड़ों की संख्या में कंपनियां, फैक्ट्रियां, कल-कारखाने, उद्योग इत्यादि सब कुछ विद्युत पर निर्भर है। अगर बिजली समाप्त हो जाए, तो देश और दुनिया में अंधेरा छा जाएगा। सभी तरह के व्यापार और व्यवसाय ठप हो जाएंगे और भुखमरी भी फैल सकती है। इसीलिए बिजली के महत्व को जानते हुए हम आपको “बिजली कैसे बनती है” इस बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। बिजली बनाने के अनेक तरीके हैं, जिनमें प्राकृतिक स्वरूप भी शामिल है। जैसे हवा, पानी एवं सूर्य। लेकिन इनसे बिजली का भारी मात्रा में उत्पादन नहीं होता है। इसलिए मानव निर्मित तरीकों से बिजली बनाई जाती है। देश और दुनिया में हर रोज नई-नई तकनीकी जारी होती है। लेकिन यह सभी प्रकार की तकनीकी और अविष्कार विद्युत से संबंधित ही होते हैं। किसी भी तरह का कोई उपकरण या वस्तु विद्युत पर ही चलती है। तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से बताते हैं कि “बिजली कैसे बनती है?” बिजली कैसे बनती है और बिजली बनाने के तरीके क्या है?, पूरी जानकारी विषय सूची • • • • • • • • • • • बिजली कैसे बनती है? बिजली बनाने के लिए एक जनरेटर की आवश्यकता होती है, उसे इलेक्ट्रॉनिक जनरेटर कहते हैं। इलेक्ट्रॉनिक जनरेटर कई तरह के हो...

हमारे घरों तक विद्युत कैसे पहुंचती है? » Hamare Gharon Tak Vidyut Kaise Pahunchati Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। हमारे घरों तक विद्युत कैसे पहुंचती है हमारे घर पर विद्युत जो है वह विद्युत के तार झुके अल्मुनियम के आपने देखे होंगे खंभों पर लगे होते हैं उसके माध्यम से पहुंचती है जहां पर विद्युत बनता है वहां पर विद्युत विभव को स्टेप अप कर दिया जाता है ऐसी चल छोड़ और वह बहुत दूर कैसी भी हो से चलकर आती है फिर पावर ग्रिड पॉवर स्टेशन होते हैं वहां पर कोई 12000 के जाता है फिर इससे गांवों में शहरों में बिजली जाती है और वहां पर एक और ट्रांसफार्मर लगाते हैं जो उसको 230 होल्ट में बदल देता है और वहां से वायर खींचकर अलमुनियम का फोन लगा कर आता है आपके घर के पास तक और आप केवल लगाकर उस बिजली को अपने घरों तक पहुंचा देते हैं hamare gharon tak vidhyut kaise pohchti hai hamare ghar par vidhyut jo hai vaah vidhyut ke taar jhuke aluminium ke aapne dekhe honge khambhon par lage hote hain uske madhyam se pohchti hai jaha par vidhyut baata hai wahan par vidhyut vibhav ko step up kar diya jata hai aisi chal chod aur vaah bahut dur kaisi bhi ho se chalkar aati hai phir power grid power station hote hain wahan par koi 12000 ke jata hai phir isse gaon me shaharon me bijli jaati hai aur wahan par ek aur transformer lagate hain jo usko 230 holt me badal deta hai aur wahan se wire khichkar aluminium ka phone laga kar aata hai aapke ghar ke paas tak aur aap keval lagakar us bijli ko apne gharon tak pohcha dete hain हमारे घरों तक विद्युत कैसे पहुंचती है हमारे घर पर विद्युत जो है वह विद्युत के तार झुके अल

बिजली घर तक कैसे पहुंचती है? – ElegantAnswer.com

बिजली घर तक कैसे पहुंचती है? • बिजली हमारे घरों में पहुँचने से पहले तीन चरणों से होकर आती है । • पहला production यानी उत्पादन। • दूसरा transmission यानी पारेषण। • तीसरा distribution यानी वितरण। • 1: उत्पादन • भारत में बिजली का उत्पादन ज्यादातर तापीय प्लांट , जलविद्युतीय और नाभिकीय प्लांट में होता है , थोड़ा बहुत सौर ऊर्जा और हाइडल से। हमारे घर में बिजली कैसे आती है? इसे सुनेंरोकेंजब वोल्टेज हाई रहता है तब उसे हाई टेंशन कहते हैं। इसके लिए बड़े बड़े टावर होते हैं उस टावर से हम हाई वोल्टेज करेंट ले जाते हैं। वोल्टेज पोटेंशियल किसी करेंट के स्पीड को दिखाता है। जब 66 केवी से अधिक वोल्टेज का करेंट ले जाना होता है तो इसी टावर से ले जाते हैं। टरबाइन से बिजली कैसे बनती है? इसे सुनेंरोकेंबिजली कैसे बनती है फैराडे नामक वैज्ञानिक के सिद्धांत के अनुसार जब दो बड़े शक्तिशाली चुंबको के मध्य किसी कुंडली पर तांबे के तार को लपेटकर घुमाया जाता है तो तांबे के तार में बिजली पैदा हो जाती है। यह कुंडली साफ्ट के द्वारा टरबाइन से जुड़ी होती है बिजली बनाने के लिए इसी टरबाइन को घुमाना पड़ता है। हवा से बिजली कैसे बनती है? बिजली हमारे घरों में पहुँचने से पहले तीन चरणों से होकर आती है ।• पहला production यानी उत्पादन। • दूसरा transmission यानी पारेषण। • तीसरा distribution यानी वितरण। • 1: उत्पादन • भारत में बिजली का उत्पादन ज्यादातर तापीय प्लांट , जलविद्युतीय और नाभिकीय प्लांट में होता है , थोड़ा बहुत सौर ऊर्जा और हाइडल से। बिजली हमारे घरों में पहुँचने से पहले तीन चरणों से होकर आती है ।• पहला production यानी उत्पादन। • दूसरा transmission यानी पारेषण। • तीसरा distribution यानी वितरण। • 1: उत्पादन • भारत म...