बजाज चीनी मिल गन्ना भुगतान

  1. किसानों ने तपती धूप में बैठकर किया धरना
  2. पीलीभीत: किसानों की चीनी मिलों से गन्ना भुगतान की मांग
  3. बजाज चीनी मिल ने नये सत्र का मात्र 6 दिन का भेजा भुगतान, 15 मई से आन्दोलन
  4. मांगों को लेकर सात दिनों से धरने पर थे किसान, आश्वासन मिलने के बाद माने
  5. CM Yogi Adityanath Says Sugarcane Payment Is Done In A Week And UP Is Number One In Ethanol And Sugar Production
  6. बकाया गन्ना भुगतान: राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का धरना प्रदर्शन
  7. [ UP Ganna Payment 2023 ] गन्ने का पेमेंट कब तक आ गया
  8. Sugarcane dues will be paid to farmers soon
  9. UP Election 2022: यूपी चुनाव से पहले गन्ना किसानों को बड़ी राहत, आज होगा 500 करोड़ का भुगतान
  10. CM Yogi Adityanath Says Sugarcane Payment Is Done In A Week And UP Is Number One In Ethanol And Sugar Production


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किसानों ने तपती धूप में बैठकर किया धरना

लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ में एक किसान के बेटे का विवाह सम्पन्न होना है और उसका अभी तक गन्ने का भुगतान नहीं हो पाया । बकाया गन्ना भुगतान के लिए उसने मई में ही जिलाधिकारी से भुगतान के लिए गुहार लगाई थी लेकिन, सोमवार को जब उसने गन्ना सचिव से गन्ना भुगतान के लिए गुहार लगाई तो उन्होंने भविष्य के लिए कहकर टाल दिया। हताश किसान अपनी बेज्जती महसूस करते हुए आत्महत्या करने जा रहा था कि उसको कुछ किसान नेताओं ने बचा लिया। जिसके बाद सभी किसान गन्ना विकास समिति गोला के गेट पर 41 डिग्री सेल्सियस तापमान होने के बावजूद किसान तपती धूप व गर्म सड़क पर बैठ गये और गन्ना भुगतान के लिए मोर्चा खोल दिया । गन्ना समिति के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर रहे किसान के.के. यादव ने बताया कि दुजई लाल के घर में 15 जून को बेटे का विवाह होना है और जिसके लिए इन्होंने 26 मई को जिलाधिकारी के पास आवेदन किया था। उसके बाद हम सभी 2 जून को एसडीएम को भी गन्ना भुगतान के लिए प्रार्थना-पत्र दिया था लेकिन, आज 12 जून तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जब आज मैं और कार्यकारिणी अध्यक्ष श्यामकुमार प्रजापति, विजय लाल गौतम व संजय लाला यहां पर आये तो गन्ना सचिव ने सीधे शब्दों में गन्ना भुगतान न करने की बात कह दी। इसलिए दुजई लाल हाथ में रस्सी लेकर आत्महत्या करने जा रहा था, जिसको हम सभी ने बचाया उसके बाद धरना-प्रदर्शन किया। गन्ना सचिव के शब्दों से अपमान महसूस किया वही गोला के रमुआपुर बिझौली निवासी पीड़ित किसान दुजई लाल गौतम ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि " घर में बेटे का विवाह है और अभी तक हमारे गन्ना का भुगतान भी मिल ने नहीं किया है । हमारे पास मात्र खेती ही एक सहारा है जिससे हम लोग गुजर-बसर करते हैं। कर्ज लेकर किसी तरह अपना काम चला रहे ...

पीलीभीत: किसानों की चीनी मिलों से गन्ना भुगतान की मांग

पीलीभीत: गन्ना किसानों ने आरोप लगाया कि, जिले की चीनी मिलों का 2022-23 पेराई सीजन खत्म हो चुका है, बावजूद इसके मिलों ने अभी तक 399.20 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। आपको बता दे की, जिले की चार चीनी मिलों में से तीन ने जिले में बंद होने की घोषणा की। द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चार मिलों में से, दो निजी हैं, जबकि अन्य दो सहकारी चीनी मिलों को यूपी कोऑपरेटिव शुगर मिल फेडरेशन द्वारा चलाया जाता है। 25 अप्रैल के जिला गन्ना विभाग के नवीनतम आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि, बजाज मिल के पास सबसे अधिक 272.58 करोड़ रुपये बकाया है। किसानों ने भुगतान में देरी के चलते इस मिल को गन्ने की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया। भारतीय किसान यूनियन (BKU) की जिला अध्यक्ष मनजीत सिंह ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार यूपी गन्ना अधिनियम के तहत गन्ना खरीद विनियमन के अनुसार गन्ने की कीमत के देर से भुगतान पर ब्याज का भुगतान करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखने में विफल रही। बजाज मिल के अलावा, बीसलपुर सहकारी शुगर मिल पर 43.22 करोड़ रुपये, जबकि पूरनपुर सहकारी शुगर मिल पर 44.87 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। दोनों सहकारी मिलों ने 23 अप्रैल को पेराई समापन की घोषणा की है। एलएच शुगर मिल पर किसानों को 38.53 करोड़ रुपये बकाया है।

बजाज चीनी मिल ने नये सत्र का मात्र 6 दिन का भेजा भुगतान, 15 मई से आन्दोलन

बजाज चीनी मिल गोला ने अभी तक मात्र 16 नवम्बर 2022 तक नये सत्र का 6 दिन का ही भुगतान किया है। जिसके लिए लोक जन संघर्ष पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव ने बताया है कि वह 15 मई से भुगतान के लिए आन्दोलन की शुरुआत करेंगे। बलरामपुर यूनिट के गुलरिया चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक योगेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि गुलरिया चीनी मिल में 16 अप्रैल से 17 अप्रैल तक खरीद किए गए गन्ने का भुगतान 06 करोड़ 13 लाख 50 हजार रुपए किसानों के खाते में भेज दिया है। गुलरिया चीनी मिल अब तक खरीदे गए कुल गन्ने का 451 करोड 63 लाख 69 हजार किसानों के खाते में भेज चुकी है। किसान पत्ती व गोला रहित ताजा गन्ना मिल गेट पर ही पूर्ति करें गुलरिया चीनी मिल मुख्य महाप्रबंधक ने किसानों को से अपील की है कि किसान अपना गन्ना औने-पौने दामों पर कोल्हू-क्रेशर क्रेशर पर ना बेचकर किसान अपना गन्ना चीनी मिल में ही आपूर्ति करें , जिससे उनका बेसिक कोटा मजबूत हो सके । साथ ही कहा नवीन प्रवेश सत्र में आबंटित शिफ्ट में दर्ज अपने-अपने ग्रामों के अनुसार ही जड़ पत्ती गोला रहित ताजा गन्ना मिल गेट पर पूर्ति करें , ताकि उन्हें तोल संबंधी होने वाली असुविधाओं से बचाया जा सके। गुलरिया चीनी मिल राज्य में सही समय पर भुगतान करने वाली मिलो में शामिल है।

मांगों को लेकर सात दिनों से धरने पर थे किसान, आश्वासन मिलने के बाद माने

बजाज हिंदुस्तान मिल पर चल रहा था धरना गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर नागल में बजाज हिन्दुस्तान शुगर मिल गेट पर आठ दिन से धरना दे रहे भाकियू टिकैत के कार्यकर्ताओं और मिल प्रबंधन तंत्र के बीच बकाया गन्ना भुगतान को लेकर आपसी सहमति के बाद संगठन के जिलाध्यक्ष ने धरना समाप्ति की घोषणा कर दी। हालांकि जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि मिल अधिकारी द्वारा दिया गया आश्वासन पूरा नहीं होगा तो वह अगले माह दोबारा आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बता दें कि बजाज हिन्दुतान शुगर मिल पर गत पेराई सत्र का करीब 292 करोड रुपए किसानों का बकाया है। गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर किसान संगठन भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता बीती 1 मई से मिल गेट पर धरना प्रदर्शन करते चला रहे थे। किसानों की मांग थी कि मिल किसान की अंतिम पर्ची से 5 कुंतल चीनी किसानों को दे तथा हर माह बकाए भुगतान के रूप में 15 दिन का भुगतान किसानों के खाते में भेजा। किसान नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह औहलान ने कहा कि किसानों का शोषण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि मिल प्रबंधन द्वारा दिए गए आश्वासन पर काम नहीं किया गया तो किसान फिर से आंदोलन को बाध्य होंगे।

CM Yogi Adityanath Says Sugarcane Payment Is Done In A Week And UP Is Number One In Ethanol And Sugar Production

UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने शनिवार को यहां राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण किया एवं प्रदेश की 25 सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों का ऑनलाइन लोकार्पण किया. इस मौके पर अपने संबोधन में योगी ने कहा, ''छह वर्ष पहले प्रदेश के गन्ना किसानों को पर्ची के लिए परेशान होना पड़ता था. उनकी पर्ची की चोरी के साथ गन्ने की घटतौली होती थी. ऐसे में वे आंदोलन करने को मजबूर होते थे और साथ ही चीनी मिल के असमय बंद होने से किसानों को परेशान होना पड़ता था.'' गन्ना किसानों का भुगतान मिशन मोड पर सीएम योगी ने कहा कि पहले बरसों तक गन्ना किसानों को बकाया गन्ने का भुगतान नहीं होता था जबकि 2017 में राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही 2010 से लेकर 2017 तक के बकाया का भुगतान करने के लिए मिशन मोड पर काम शुरू किया गया और आज गन्ना किसानों का एक हफ्ते में भुगतान हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में एक हेक्टेयर में 2640 कुंतल गन्ने की पैदावार करने वाले किसान मौजूद हैं, जिसे पहले असंभव माना जाता था लेकिन हमारे अन्नदाता किसानों ने अपने सामर्थ्य और परिश्रम से यह साबित करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के भवन खाद और गोदाम के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं, इस दिशा में प्रयास करने होंगे, इसी को ध्यान में रखते हुए 25 नये भवनों का लोकार्पण संपन्न हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2007 से 2017 तक गन्ना मूल्य का भुगतान एक लाख करोड़ रुपये के आसपास हुआ था, जबकि 2017 से 2023तक 2,13400 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे गन्ना किसानों के खातों में किया गया है. उनक...

बकाया गन्ना भुगतान: राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का धरना प्रदर्शन

Representational Image शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश: गन्ना बकाया भुगतान की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन (राकिमसं) आक्रामक हुई है, और संगठन ने बजाज चीनी मिल मकसूदापुर के गेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, संगठन ने मिल प्रबंधन से जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग की है। आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। संगठन के जिलाध्यक्ष अमरजीत सिंह ने दावा किया की, बजाज चीनी मिल पर पिछले वर्ष का 50 करोड़ रुपया बकाया है। वर्तमान पेराई सत्र में अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। किसानों को भुगतान की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इस अवसर पर सचिन मिश्र, गुरुनाम सिंह, पूरन सिंह, गुरबाज सिंह, दिलबाग सिंह, जगराज सिंह, गुरविंदर सिंह, आदि मौजूद रहे।

[ UP Ganna Payment 2023 ] गन्ने का पेमेंट कब तक आ गया

UP Ganna Payment | उतरप्रदेश गन्ना भुगतान | गन्ने का पेमेंट कब तक आ गया | UP गन्ना भुगतान समाचार | बजाज चीनी मिल गन्ना भुगतान | गन्ना का भुगतान कैसे होता है यूपी के गन्ना किसान भाइयों के लिए बहुत ही बड़ी समस्या यह रहती है, कि गन्ना का भुगतान समय पर नही होना | सरकार भी गन्ने के भुगतान को लेकर चीनी मिलो को गन्ना खरीदी के 14 दिन बाद किसान के खाते में पैसे पहुँच जाने के कई नियम बनाये – लेकिन, वो कमजोर दिखाई देते नजर आ रहे है | तो आइये जानते है, हाल ही के उतरप्रदेश गन्ना भुगतान से जुड़ी ताजा जानकारी के बारे में – 2.3 यूपी में गन्ने का भाव क्या है 2023 ? उतरप्रदेश गन्ना भुगतान के मुख्य बिन्दु UP Ganna Payment ? • वर्तमान के उतर प्रदेश के किसानों का पिच्छले सालों का गन्ना खरीद का भुगतान है, बाकि उनके लिए चीनी मीलों के लिए जल्द भुगतान के लये विशेष कानून बना रही है| • चीनी मिलों को भुगतान में समस्या, को लेकर चीनी मिल को खरीदी से लेकर 14 दिन में गन्ने का भुगतान किया जायेगा| • जून 2023 तक यूपी किसानों का सरकारी और प्राइवेट चीनी मिलों का 2.13 लाख करोड़ रुपये का कुल बकाया, जिसका हाल ही में भुगतान पूर्ण हो चूका है| • बता दे की यूपी देश में चीनी और गन्ना के उत्पादन मे सबसे आगे है | • उतर प्रदेश में अभी भी ऐसे कई एसे बड़े किसान है, जो पिछला गन्ने का भुगतान का इंतजार कर रहे है | • सर्वोधिक बकाया भुगतान उतरप्रदेश की प्राइवेट चीनी मिलों का बताया जा रहा है | गन्ना फसल सुरक्षा अनुदान 2023 गन्ना भुगतान कैसे देखे UP Ganna Payment kaise dekhe ? • इसमें किसान भाइयों आपको बताया जाएगा, कि यूपी के किसी भी जिले की चीनी मंडियों का भुगतान कैसे चेक करें | • किसान को अपने स्मार्टफोन के क्रोम ब्राउजर में दिए ...

Sugarcane dues will be paid to farmers soon

डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक डीपी सिंह ने राज्य सरकार द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान हेतु जारी की धनराशि के लिए आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान के लिए प्राप्त द्वितीय किस्त 28 करोड़ 27 लाख, 34 हजार रुपये की धनराशि बैंकों में सहकारी गन्ना समिति के खातों में भेज दी गई है। उक्त धनराशि जारी होने के पश्चात गन्ना समितियों के माध्यम से कृषकों द्वारा पेराई सत्र 2022-23 के दौरान मिल में आपूर्ति किये गये सम्पूर्ण गन्ने का भुगतान हो जायेगा। इससे कई हजार कृषक लाभान्वित होंगे। मौके पर ईश्वर अग्रवाल, विशाल क्षेत्री, राजेंद्र तरियाल, सुरेन्द्र राणा, करण बोहरा, नवीन चौधरी, पवन लोधी, ओमप्रकाश कंबोज, दीपक कुमार आदि उपस्थित रहे।

UP Election 2022: यूपी चुनाव से पहले गन्ना किसानों को बड़ी राहत, आज होगा 500 करोड़ का भुगतान

बता दें कि बजाज ग्रुप की चीनी मिलें आज लाखों गन्ना किसानों के बकाया 500 करोड़ रुपये का भुगतान करेंगी. यही नहीं, यह रकम सीधे गन्ना किसानों के खाते पहुंचेगी. इसके साथ जनवरी 2022 के अंत तक बजाज चीनी मिलों पर शेष बकाए का भी भुगतान हो जाएगा. यह न सिर्फ किसानों बल्कि योगी सरकार के लिए भी राहत की बात है, क्‍योंकि सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव गन्ना किसानों के बकाए को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके हैं. यही नहीं, उन्‍होंने यूपी में अपनी सरकार बनने के बाद गन्ना किसानों को समय पर भुगतान का भरोसा दिलाया है. सरकार ने कही थी ये बात यूपी सरकार ने लाखों गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान को लेकर बजाज ग्रुप की चीनी मिलों को धमकी की दी कि अगर समय पर भुगतान नहीं किया गया, तो धनराशि जब्‍त कर ली जाएगी. दरअसल योगी सरकार ने बजाज ग्रुप की पावर कंपनी को गन्ना की बकाया रकम का भुगतान नहीं करने पर धनराशि जब्‍त करने की धमकी थी. इसके बाद बजाज ग्रुप ने आज 500 करोड़ रुपये के भुगतान का ऐलान किया है. जानें यूपी में कब-कब है वोटिंग उत्तर प्रदेश में इस बार सात चरणों में मतदान होना है. इसकी शुरुआत 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी. इसके बाद दूसरे चरण में राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा. वहीं, तीसरे चरण में 59, चौथे चरण में 60, पांचवें चरण में 60 सीटों, छठे चरण में 57 और सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा. 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान के बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, 3 मार्च को छठे चरण और 7 मार्च को सातवें चरण के लिए मतदान होगा. वहीं, यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. पिछले चुनाव क...

CM Yogi Adityanath Says Sugarcane Payment Is Done In A Week And UP Is Number One In Ethanol And Sugar Production

UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने शनिवार को यहां राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण किया एवं प्रदेश की 25 सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों का ऑनलाइन लोकार्पण किया. इस मौके पर अपने संबोधन में योगी ने कहा, ''छह वर्ष पहले प्रदेश के गन्ना किसानों को पर्ची के लिए परेशान होना पड़ता था. उनकी पर्ची की चोरी के साथ गन्ने की घटतौली होती थी. ऐसे में वे आंदोलन करने को मजबूर होते थे और साथ ही चीनी मिल के असमय बंद होने से किसानों को परेशान होना पड़ता था.'' गन्ना किसानों का भुगतान मिशन मोड पर सीएम योगी ने कहा कि पहले बरसों तक गन्ना किसानों को बकाया गन्ने का भुगतान नहीं होता था जबकि 2017 में राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही 2010 से लेकर 2017 तक के बकाया का भुगतान करने के लिए मिशन मोड पर काम शुरू किया गया और आज गन्ना किसानों का एक हफ्ते में भुगतान हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में एक हेक्टेयर में 2640 कुंतल गन्ने की पैदावार करने वाले किसान मौजूद हैं, जिसे पहले असंभव माना जाता था लेकिन हमारे अन्नदाता किसानों ने अपने सामर्थ्य और परिश्रम से यह साबित करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के भवन खाद और गोदाम के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं, इस दिशा में प्रयास करने होंगे, इसी को ध्यान में रखते हुए 25 नये भवनों का लोकार्पण संपन्न हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2007 से 2017 तक गन्ना मूल्य का भुगतान एक लाख करोड़ रुपये के आसपास हुआ था, जबकि 2017 से 2023तक 2,13400 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे गन्ना किसानों के खातों में किया गया है. उनक...