बल आघूर्ण का si मात्रक

  1. बल का मात्रक क्या हैं
  2. [Solved] बलाघूर्ण का SI मात्रक क्या है?
  3. बल आघूर्ण और जड़त्व आघूर्ण में अंतर


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बल का मात्रक क्या हैं

bal ka SI matrak kya hai – बल किसे कहते हैं – bal kise kahate hain -बल की परिभाषा – what is force in hindi –भौतिक विज्ञान का एक महत्वपूर्ण पाठ बल हैं. बल को हम पुरे दिन छोटे से छोटे कार्य को पूर्ण करने के लिए प्रयोग करते हैं. जब हम दरवाजा खोलते हैं या मोबाइल के बटन को दबाते हैं. तब हम बल का प्रयोग करते हैं. जब कोई वस्तु किसी सीधे पथ पर आगे बढ़ती हैं तो उसे रोकने के लिए गति की विपरीत दिशा में गतिशील वस्तु से अधिक बल लगाना पड़ता हैं. जिससे वह वस्तू फिर से स्थिर अवस्था में आ जाती हैं. जैसे कोई गाड़ी रोड पर 40 किमी/घंटा के हिसाब से भाग रही है. तो उस गाड़ी को रोकने के लिए गाड़ी के पहिये पर को 40 किमी/घंटा के हिसाब से चलाने वाले बल से अधिक बल का ब्रेक लगाना होता हैं. जिससे गाड़ी अपनी स्थिर अवस्था में आ जाती हैं. बल एक सदिश राशि हैं. अर्थात बल किसी विशेष दिशा में एक मात्र में कार्य करता हैं. इसलिए बल की दिशा और द्रव्यमान दोनों होता हैं. बल का विमीय सूत्र क्या हैं? (bal ka vimiy sutra) बल का विमीय सूत्र = [M 1L 1T -2] बल कितने प्रकार के होते हैं? बल चार प्रकार का होते हैं: • घर्षण बल • अभिकेन्द्रीय बल • चुम्बकीय बल • गुरुत्वाकर्षण बल घर्षण बल घर्षण बल वह बल होता हैं जो किसी गतिशील वस्तु के विपरीत दिशा में कार्य करता हैं. घर्षण बल दो सतहों के बिच में उत्पन्न होता हैं. घर्षण बल दो प्रकार के होते हैं: • स्थैतिक घर्षण • गतिज घर्षण स्थैतिक घर्षण दो पृष्ठ के बिच में समान्तर दिशा में कार्य करने वाले घर्षण बल को स्थैतिक बल कहा जाता हैं. अर्थात बाह्य बल लगाने के बावजूद भी वस्तु गति नहीं करती हैं. तो जो बल दोनों प्रष्ठ के बिच में बाह्य बल के विपरीत दिशा में लगता हैं. उसे स्थैतिक बल कहा जाता हैं. ...

[Solved] बलाघूर्ण का SI मात्रक क्या है?

सही उत्तर विकल्प 1 है) अर्थात Nm. अवधारणा: • बलाघूर्ण: यह एक प्रकार का व्यावर्तन बल है जो किसी वस्तु के घूमने का कारण बनता है। • बलाघूर्ण उस बल का मापन है जो किसी वस्तु को घुमा सकता है। • इसे बल का आघूर्ण भी कहा जाता है। • बलाघूर्ण, बल (F) और घूर्णन बिंदु बल की लंबवत दूरी (S) का गुणनफल है यह निम्न सूत्र द्वारा दिया गया है: τ = F× S व्याख्या • चूँकि बलाघूर्ण बल और दूरी का गुणनफल है, इसका SI मात्रक होगा τ = F× S = N× m • अत: बलाघूर्ण का SI मात्रक Nm है।

बल आघूर्ण और जड़त्व आघूर्ण में अंतर

“किसी बल का किसी बिन्दु अथवा अक्ष के परितः बल आघूर्ण बल के परिमाण तथा उस बिन्दु अथवा अक्ष से बल की क्रिया-रेखा की दूरी (लम्बवत् दूरी) के गुणनफल के बराबर होता है।” जब पिंड के किसी बिंदु P पर कागज के तल में एक बल F इस प्रकार लगाया जाता है। कि बल की क्रिया रेखा (line of action ) घूर्णन अक्ष से नहीं गुजरती है बल्कि घूर्णन अक्ष से r दूरी पर है। तो घूर्णन अक्ष के परितः, ये भी पढ़ें- उत्तल और अवतल दर्पण में अंतर || difference between convex and concave mirror बल का आघूर्ण = बल x बल की क्रिया रेखा की घूर्णन अक्ष से दूरी τ = F × r बल आघूर्ण का मात्रक न्यूटन-मीटर होता है। यदि बल आघूर्ण पिण्ड को दक्षिणावर्त (clockwise) दिशा में घुमाता है। तो बल आधूर्ण ऋणात्मक कहलाता है। बल आघूर्ण पिंड को वामावर्त (anti-clockwise) घुमाता है। तो बल आघूर्ण धनात्मक कहलाता है। बल आघूर्ण एक सदिश राशि है। इसकी दिशा F और r के तल के लम्बवत् दक्षिणावर्त पेंच नियम के अनुसार होती है। जड़त्व आघूर्ण किसे कहते हैं || what is moment of inertia हम जानते हैं कि ऋजुरेखीय गति में जड़त्व (inertia) पदार्थ का वह गुण है। जो अवस्था परिवर्तन का विरोध करता है। कोई वस्तु जिस अवस्था में है,वह उसी अवस्था में रहना चाहती है। जब तक कि उस पर कोई बाहरी बल न लगाया जाए। इसका अर्थ यह हुआ कि कोई वस्तु यदि विरामावस्था में है। तो वह विरामावस्था में ही रहना चाहती है। अर्थात चलने का विरोथ करती है। इसके विपरीत यदि कोई वस्तु चल रही है। तो वह उसी वेग से चलती रहना चाहती है। जब तक उस पर कोई बाहरी बल न लगाया जाए। वस्तु के जड़त्व की माप उसके द्रव्यमान से की जाती है। इसी प्रकार वस्तुए घूर्णन गति में भी अपनी अवस्था परिवर्तन का विरोध करती है। जब तक कि कोई...