ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण

  1. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और उपाय
  2. स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर: कारण, लक्षण, इलाज और बचाव
  3. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और उपाय
  4. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हिंदी में
  5. ब्रेस्ट कैंसर: कारण, इलाज, और लक्षण जांचने का घरेलू उपाए!
  6. स्तन कैंसर


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ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और उपाय

त्वचा कैंसर के बाद महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे अधिक आम कैंसर है। ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकता है, लेकिन यह महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है। स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता और सम्पूर्ण ज्ञान स्तन कैंसर के निदान और उपचार में सहायक होता है। स्तन कैंसर का समय पूर्व निदान और उपचार करने के लिए, इस बीमारी को बेहतर तरीके से समझना और व्यक्तिगत दृष्टिकोण को बदलना बेहद जरुरी है। आज के इस लेख में आप ब्रेस्ट कैंसर क्या है, इसके कारण, लक्षण, जांच, इलाज, बचाव और घरेलू उपाय के बारे में जानेगें। ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) क्या है – What is Breast Cancer in Hindi ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन इसके अधिकतर केस महिलाओं से सम्बंधित होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर, स्तन कोशिकाओं और ऊतकों में अनावश्यक परिवर्तन और वृधि की स्थिति है। स्तन कैंसर की स्थिति में कोई भी व्यक्ति स्तन के आस-पास की त्वचा पर एक या अनेक परिवर्तनों को महसूस कर सकता है। आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में किसी भी प्रकार के लक्षणों को महसूस कर पाना मुश्किल होता है। स्तन कैंसर पुरुषों की अपेक्षा में महिलाओं में 100 गुना अधिक पाए जाने की संभावना होती है। यदि समय पर निदान नहीं किया गया, तो यह कैंसर ज्यादातर महिलाओं की मौत का भी कारण बन सकता है। ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार – Breast Cancer Types in Hindi महिलाओं और पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के अनेक प्रकार हो सकते हैं। कुछ प्रमुख प्रकार के ब्रेस्ट कैंसर निम्न है, जैसे: एंजियोसारकोमा (Angiosarcoma of the breast) एंजियोसारकोमा, स्तन और हाथों की त्वचा को प्रभावित करने वाला एक दुर्लभ कैंसर है। एंजियोसारकोमा नामक कैंसर रक्त वाहिकाओ...

स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर: कारण, लक्षण, इलाज और बचाव

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जिसके कई प्रकार है। सर्वाइकल कैंसर, लंग कैंसर, ब्रेन ट्यूमर जैसे इसके कई घातक रूप अभी भी लाइलाज है। वहीं, अगर कैंसर के ही एक अन्य प्रकार ब्रेस्ट कैंसर की बात करें, तो इसका आंकड़ा भारत में सबसे अधिक है। स्तन कैंसर के चार स्टेज होते हैं, जिनमें से पहले, दूसरे व तीसरे के साथ ही स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर (Stage 4 Breast Cancer) को भी जीवन के लिए घातक स्थिति मानी जा सकती है। आंकड़ों के अनुसार, भारतीय महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले सबसे अधिक देखे जा सकते हैं। प्रति 1,00,000 महिलाओं में लगभग 25.8% की दर में इसका मामला हर साल रिकॉर्ड किया जाता है, जिस पर मृत्यु दर का आंकड़ा 12.7% है। अध्ययनों में यह भी बताया गया है कि स्तन कैंसर का जोखिम 20 साल से कम उम्र की महिलाओं से लेकर 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में भी देखा जा सकता है। यानि स्टेज 4 और पढ़ें : स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर (Stage 4 Breast Cancer) क्या है? स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर, स्तन कैंसर का आखिरी चरण है। अगर समय रहते डॉक्टर से सटीक तरीकों से कैंसर के शुरुआती चरणों का इलाज कराया जाए, तो वहीं, अगर स्तन कैंसर की कोशिकाएं स्तनों से बढ़ते हुए शरीर के अलग-अलग अंगों, टिश्यू या लिम्फ नोड्स में फैलने लग जाए, तो यह स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। मेडिकल टर्म में स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर को एडवांस कैंसर, सेकंडरी स्तन कैंसर या मेटास्टैटिक ब्रेस्ट कैंसर (Metastatic Breast Cancer) के रूप में भी जाना जाता है। स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर (Stage 4 Breast Cancer) या मेटास्टैटिक ब्रेस्ट कैंसर कहां फैलता है? स्तन कैंसर की कोशिकाएं शरीर के किसी भी अंग, टिश्यू व ऑर्गेन में फैल सकती है। हालांकि, स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर के अधि...

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और उपाय

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं के स्तनों की कोशिकाओं में बनने वाला एक प्रकार का कैंसर है. इस प्रकार के कैंसर में स्तन के ऊतकों में घातक (कैंसर) कोशिकाएं बन जाती हैं. त्वचा कैंसर के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका में महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम कैंसर है. स्तन कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकता है, लेकिन यह महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है. ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता और अनुसंधान निधि के लिए अच्छा सहयोग मिलने के कारण स्तन कैंसर के निदान और उपचार में प्रगति हुई है. स्तन कैंसर से जीवित रहने की दर में वृद्धि हुई है, और इस बीमारी से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है, जिसका मुख्य कारण है शुरुआती स्टेज में बीमारी का पता लगाना, इलाज के लिए नया व्यक्तिगत नजरिया और बीमारी के बारे में जागरूकता जैसे कारक हैं. Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कैंसर के विकसित होने का क्या कारण है? | What is cancer in Hindi कैंसर कोशिकाओं से शुरू होता है, जो शरीर में ऊतको का निर्माण करती हैं. स्तन और शरीर के अन्य भागों में भी ऊतक पाए जाते हैं. इन उतकों का निर्माण कोशिका विभाजन द्वारा होता है. लेकिन, कभी-कभी कोशिका विभाजन की प्रक्रिया गलत हो जाती है और नई कोशिकाएँ तब बनती हैं जब शरीर को उनकी आवश्यकता नहीं होती है तथा पुरानी या क्षतिग्रस्त कोशिकाएँ उस तरह नहीं मरती हैं जैसे उन्हें मरना चाहिए. जब ऐसा होता है, तब ये कोशिकायें ऊतक का एक द्रव्यमान बनाती है जिसे गांठ या ट्यूमर कहा जाता है. ब्रेस्ट कैंसर क्या है ? | What is breast cancer in Hindi स्तन कैंसर तब होता है जब स्तन में घातक ट्यूमर विकसित हो जाते हैं. ये कोशिकाएं मूल ट्यूमर से अलग होकर रक...

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हिंदी में

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • क्या हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण? स्तन कैंसर होने पर कई तरह के लक्षण महसूस होते हैं लेकिन कई बार कुछ मरीज ऐसे भी होते हैं जिनमें कोई भी संकेत दिखाई नहीं देते हैं। अगर कुछ आम ब्रैस्ट कैंसर सिम्पटम्स की बात करें तो इस रोग से पीड़ित व्यक्ति के स्तन या बगल में एक गांठ बन जाती है, स्तन की त्वचा में परिवर्तन आने लगता है और निप्पल में दर्द महसूस होता है। ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती चेतावनी कुछ कॉमन ब्रैस्ट कैंसर सिम्पटम्स नीचे दिए गए हैं- 1.ब्रेस्ट और अंडरआर्म्स में गांठ व्यक्ति के स्तन और अंडरआर्म में ऐसी गांठ का बनना जो ठीक नहीं हो, इसे स्तन कैंसर का पहला लक्षण माना जाता है। अगर आपको ऐसा कुछ महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि डॉक्टर्स मैमोग्राम पर कैंसर के इस गांठ को आसानी से देख सकते हैं। 2.अंडरआर्म और कॉलरबोन में सूजन ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण की इस स्थिति में कैंसर फैलने लगता है और लिम्फ नोड्स तक पहुंच जाता है। इस लक्षण को आम अंडरआर्म और कॉलरबोन में सूजन से पहचान सकते हैं। 3.दर्द और चुभन स्तन कैंसर की स्थिति में कुछ लोगों को ब्रेस्ट में चुभन और दर्द महसूस हो सकता है। यह भी ब्रैस्ट कैंसर सिम्पटम्स में से एक कॉमन लक्षण है। 4.ब्रेस्ट ऐरिया पर दांतेदार निशान ब्रेस्ट कैंसर में स्तन पर दांतेदार निशान दिखाई देता है, ये लक्षण ट्यूमर के कारण दिखाई देते हैं। ऐसा होना भी सिम्पटम्स ऑफ़ ब्रैस्ट कैंसर में से एक है। इसको नज़रअंदाज़ न करें। 5.स्तन के आकार में परिवर्तन जो भी महिला या पुरुष स्तन कैंसर से पीड़ित होते हैं उनके स्तन के आकार में परिवर्तन होने लगता है। इस स्थिति में स्तन अंदर की तरफ चला जाता है तो कभी-कभार इसके बना...

ब्रेस्ट कैंसर: कारण, इलाज, और लक्षण जांचने का घरेलू उपाए!

जब बात कैंसर की हो तो ब्रेस्ट कैंसर की समस्या सब्स ज़्यादा होने वाले कैंसर में से एक है| ज्यादातर ये समस्या माहिलाओ में पायी जाती है पर ये बात जानकर आपको हैरानी होगी की ब्रेस्ट कैंसर की समस्या पुरशों में भी होती है| जानिए इन सभी सवालों के जवाब: • ब्रेस्ट कैंसर का पता कैसे लगाएँ? (महिलाओं के लिए घरेलू तरीका) • ब्रेस्ट कैंसर होने पर क्या करें? • उपचार क्या हैं? • क्या ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में भी होता है? ब्रेस्ट कैंसर का पता कैसे लगाएँ? (घरेलू उपाए) • अपने दाहिने कंधे के नीचे एक तकिया रखें और अपने दाहिने हाथ को अपने सिर के पीछे रखें। • अपने बाएं हाथ का उपयोग करके, अपने दाहिने स्तन के चारों ओर अपनी उंगलियों के पैड को धीरे से पूरे स्तन क्षेत्र और बगल को कवर करें। • हल्के दबाव का उपयोग करें। • निप्पल को दबाएँ; निर्वहन और गांठ के लिए जाँच करें। ब्रेस्ट कैंसर होने पर क्या करें? ज़रूर जान लें! • अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप वो सभी टेस्ट (जो हम आपको इस ब्लॉग के मध्यम से बताने वाले हैं) बिना समय बर्बाद किए करवा लें| • इसके साथ ही जो लोग सावधानी बरतना चाहते हैं वो भी हर 6 महीनों में अपना फुल बॉडी चेकअप करवाएँ| उपचार क्या हैं? BRCA टेस्ट (Breast Cancer Susceptibility Gene) • अगर आपके जींस में किसी भी तरह की गड़बड़ी है तो इस टेस्ट से आपको उसकी जानकारी मिल जाएगी| • इस टेस्ट की कीमत करीब 20 हजार रुपये होती है पर इससे आपको जिंदगी में एक बार ही करवाना होता है| CT स्कैन अगर आप हेवी स्मोकर है (15-20 साल से स्मोक कर रहे हैं) और आपको अक्सर ख़ासी की समस्या रहती है तो फेफड़ों के कैंसर की जांच करवाने के लिए CT स्कैनकरा सकते हैं। लो-डोज़ चेस्ट सीटी स्कैन (Low-Dose CT Scan)...

स्तन कैंसर

किसी भी प्रकार का कैंसर तब होता है जब शरीर में अचानक से जीन्स में म्यूटेशन शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से शरीर में सेल्स की मात्रा बढ़ने लगती है। इन सेल्स की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है और इस वजह से व्यक्ति को कैंसर होता है। ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसा कैंसर है, जिसका शिकार कई महिलाएं होती हैं। ये कैंसर ब्रेस्ट (breast cancer in hindi) में पाए जाने वाले सेल्स के बढ़ जाने की वजह से होता है। ब्रेस्ट कैंसर (बिना ऑपरेशन ब्रेस्ट कैंसर का इलाज) ब्रेस्ट में पाए जाने वाले सेल्स की वजह से होता है। मुख्य रूप से ये कैंसर महिलाओं के स्तन लोब्यूल्स या फिर नलिकाओं में बनता है। लोब्यूल्स वो ग्लैंड होता है, जिससे महिलाओं के स्तन में दूध बनता है और नलिकाओं के जरिए वो दूध ग्लैंड से होता हुआ निप्पल तक पहुंचता है। कैंसर वसायुक्त ऊतक या आपके स्तन के भीतर रेशेदार संयोजी ऊतक में भी हो सकता है। कैंसर के इन सेल्स को कंट्रोल कर पाना काफी मुश्किल होता है और कई बार ये सेल्स स्तन के अन्य हेल्दी टिशू को भी प्रभावित कर सकते हैं और बाजू के नीचे की ओर तक भी जा सकते हैं। लिम्प नोड्स कैंसर सेल्स को शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने की जिम्मेदार होती है। ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार – Types of Breast Cancer in Hindi ब्रेस्ट कैंसर के कई प्रकार होते हैं लेकिन मुख्य रूप से इन्हें दो कैटेगरी में बांटा गया है। इनवेसिव और नॉन इनवेसिव इसकी दो कैटेगरी का नाम है। इनवेसिव ब्रेस्ट कैंसर स्तन नलिकाओं और ग्लैंड से ट्रेवल करके शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है। वहीं नॉन इनवेसिव ब्रेस्ट कैंसर ऑरिजनल टिशू से स्प्रेड नहीं होता है। इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (IDC)– इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (आईडीसी) स्तन कैंसर का सबसे आम प्रकार है। इस प्र...