ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया

  1. ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया
  2. सरस्वती जी ब्रह्मा की पुत्री या पत्नी ~ जानेँ सत्य – अम्बेडकरवादी मिथक
  3. Saraswati pooja 2020: आखिर ब्रह्मा जी ने क्यों किया था अपनी
  4. क्या ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती से शादी की थी
  5. ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की? (सही अर्थ)


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ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया

ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया ब्रह्म जी भारत के दो ग्रंथों ' सरस्वती पुराण ' और ' मत्स्य पुराण ' में सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा का अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह करने का प्रसंग है। नयी दिल्ली। पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी की पत्नी माँ सावित्री देवी हैं , पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी ने दूसरी स्त्री से विवाह किया जिसका नाम माँ गायत्री है। इतिहास के अनुसार यह गायत्री देवी राजस्थान के पुष्कर की रहने वाली थी , जो वेदों के ज्ञान के कारण महान मानी जाती थी। कहा जाता है कि एक बार ब्रह्माजी को पुष्कर में यज्ञ करना था और उस समय उनकी पत्नी सावित्री उनके साथ नहीं थीं , इसलिए उन्होंने गायत्री से विवाह किया और यज्ञ किया। लेकिन बाद में जब सावित्री को पता चला तो उन्होंने ब्रह्मा को श्राप दे दिया। पुराणों में मां सरस्वती के बारे में अलग - अलग मत हैं। एक मान्यता के अनुसार सरस्वती ब्रह्मा की पत्नी सावित्री की पुत्री थीं। एक अन्य मत के अनुसार वह ब्रह्मा की पुत्री थी। माना जाता है कि ब्रह्मा ने उन्हें अपने मुख से प्रकट किया था। एक अन्य पौराणिक उल्लेख के अनुसार , देवी महालक्ष्मी " नहीं देवी लक्ष्मी " जो अपने सत्त्व प्रधान रूप से उत्पन्न हुईं , देवी के उसी रूप को ' सरस्वती ' कहा गया। यह ज्ञात है कि देवी सरस्वती का रंग सफेद है और उनकी छवि बहुत सुंदर है। ब्रह्मा जी के अनेक पुत्र और पुत्रियाँ थीं। सरस्वती देवी को शतरूपा , वाग्देवी , वागेश्वरी , शारदा , वाणी और भारती के नाम से भी जाना जाता है। आज हम आपको सरस्वती उत्पत्ति की कथा बताने जा रहे हैं जिसका उल्लेख सरस्वती पुराण में मिलता है ... भारत के दो ग्रंथों ' सरस्वती पुराण ' और ' मत्स्य पुराण ' में सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा द्वारा अपनी ही ...

सरस्वती जी ब्रह्मा की पुत्री या पत्नी ~ जानेँ सत्य – अम्बेडकरवादी मिथक

“पौराणिक धर्म [HINDUISM]” बहुत से हिन्दू विरोधी माता सरस्वती और ब्रह्मा जी के बारे मेँ आक्षेप लगाते हुए प्रश्न करते हैँ कि सरस्वती जी ब्रह्मा जी की पुत्री हैँ या पत्नी ? बहुत से हिन्दू भाइयोँ को भी इसके बारे मेँ भ्रम है ।तो आइये जानते हैँ सत्य क्या है ! ये कथा भागवतमहापुराण में लिखा हुआ है कि , आरोप :- ब्रह्मा जी अपनी पुत्री सरस्वती पर कामासक्त हो गये थे – “वाचं दुहितरं तन्वीं स्वयम्भूर्हरतीं मनः। अकामां चकमे क्षत्तः सकाम इति नःश्रुतम्। वाचं–सरस्वती ,दुहितरं ।।” [भागवतमहापुराण] शब्दार्थ – तन्वीं –सूक्ष्म अंग वाली थीं , अकामां कामभावशून्य, होने पर भी,मनः –मन को, हरतीं –आकर्षित करने वाली को ,स्वयम्भू – ब्रह्मा जी ने ,सकामः –कामभाव से ग्रस्त होकर, चकमे –चाहा ,क्षत्तः –हे विदुर जी ! इति –ऐसा नः -हमने ,श्रुतं –सुना है. इस अर्थ की प्रसिद्धि इतनी हुई कि साधारण लोग क्या विद्वान् भी इसे ना समझ पाये और भ्रम मे पड़ गये । किन्तु यह अर्थ स्वयं भागवत के पौर्वापर्य तथा पुराणान्तर का अनुशीलन करने पर आपातरमणीय सिद्ध होता है । इसमें निम्नलिखित भाव हैं – 1. सरस्वती जी ब्रह्मा जी की पुत्रीरूप से प्रकट हुईं –ऐसा कहीं उल्लेख नही है । 2. भागवत में मानसी सृष्टि के उल्लेख में सनकादि से लेकर मरीचि आदि 10 पुत्रों का उल्लेख है पर सरस्वती जी का नहीं फिर ये ब्रह्मा जी की पुत्री कैसे हुईं ? 3. दूसरी बात यह कि चतुरानन अर्थात ब्रह्मा ने स्वयं कहा है कि “मेरी इन्द्रियां कभी भी कुमार्ग में नहीं जाती हैं – ” न मे हृषीकाणि पतन्त्यसत्पथे” – [भागवत] यदि भगवती सरस्वती इनकी पुत्री होतीं तो उनके प्रति कामचेष्टा क्या कुमार्गगामिता नही होगी | 4. तीसरी बात यह कि , “चतुःश्लोकी भागवत” का ब्रह्मा जी को उपदेश करने के बाद ...

Saraswati pooja 2020: आखिर ब्रह्मा जी ने क्यों किया था अपनी

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क्या ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती से शादी की थी

बेनामी आपने लिखा की हमारे वेदों को ब्रह्मा और उसमें लिखे ज्ञान को सरस्वती कहा जाता है। ईश्वर यानि की ब्रह्मा ने सबका निर्माण किया है और उससे ज्ञानी कोई नही हो सकता और ज्ञान को ही सरस्वती कहते हैं। आप की बात को निर्विवाद सही मान लेते हैं तो ब्रह्मा जी जिनकी उत्पत्ति विष्णु जी के नाभि से उत्पन्न कमल से हुई वो ब्रह्मा जी वास्तव में कौन हैं और ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती वास्तव में कौन है ? सादर इस पर प्रकाश डालें |

ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की? (सही अर्थ)

नमस्ते मेरे प्यारे मित्रों, आज आप कैसे हैं? # BhagavanBhakthi वेबसाइट / ब्लॉग में आपका स्वागत है। भगवान श्री विष्णु का आशीर्वाद आपको और आपके परिवार पर सदा रहें! इस वेबसाइट / ब्लॉग में आप हमेशा # हिंदूधर्म # संस्कृत भाषा के बारे में जानेंगे। # हिंदूधर्म # संस्कृत भाषा के बारे में वीडियो देखने के लिए मेरे YouTube चैनल # BhagavanBhakthi को भी सब्सक्राइब करें। “ ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की? (सही अर्थ) | Why Brahma married his daughter Saraswati in Hindi (correct meaning)” के बारे में जानने के लिए आगे बढ़ने से पहले, आइए कुछ बुनियादी जानकारी जानते हैं। विषय नाम “ ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की” मे अत्यधिक गुप्त और छिपा हुआ तत्व (दिव्य सत्य) मौजूद है। सभी लोग इसे आसानी से नहीं समझ सकते हैं, क्योंकि कलियुग में उदारवादी के दिमाग में आने वाली मुख्य और पहली बात मैथुन (सेक्स) है। भले ही बहुत से लोग ऐसे हैं जो केवल मैथुन (सेक्स) के बारे में सोचते हैं, लेकिन इस कलियुग में भी बहुत कम लोग हैं, जो इस घटना में दिए गए दिव्य और सही संदेश को समझ सकते हैं कि “ ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की“। आइए जानते हैं क्या है वह दिव्य और सही अज्ञात घटना “ ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती से विवाह क्यों की?”: प्रिय मित्रों, मेरा आपसे आग्रह है कि नीचे दी गई पोस्ट को पूरी तरह और उच्चतम ध्यान से पढ़ें, ताकि आप तत्व (ईश्वरीय सत्य) को सही ढंग से समझ सकें। हम में से बहुत से लोग जानते हैं कि भगवान ब्रह्मा का जन्म भगवान विष्णु की नाभि से हुआ था और इस प्रकार भगवान ब्रह्मा भगवान विष्णु के पुत्र हैं। इसी कारण भगवान विष्णु को भगवान पद्मनाभ कहते हैं – यहाँ पद्मनाभ =...