चंद्रशेखर आजाद के बारे में 4 पंक्तियां

  1. मासूम चंद्रशेखर के 'आजाद' बनने की पूरी गाथा, जानें उनसे जुड़ी ये 15 बातें
  2. चन्द्र शेखर आज़ाद के नारे हिन्दी मे
  3. महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय
  4. 9 amazing facts about Chandra Shekhar Azad
  5. चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी


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मासूम चंद्रशेखर के 'आजाद' बनने की पूरी गाथा, जानें उनसे जुड़ी ये 15 बातें

1. चन्द्रशेखर आजाद का जन्म मध्य प्रदेश के भाबरा गांव (अब आजाद नगर) में 23 जुलाई सन् 1906 को हुआ था. आजाद के पिता पंडित सीताराम तिवारी अकाल के समय उत्तर प्रदेश के अपने पैतृक निवास बदरका को छोड़कर पहले कुछ दिनों मध्य प्रदेश अलीराजपुर रियासत में नौकरी करते रहे, फिर जाकर भाबरा गांव बस गए. यहीं चन्द्रशेखर आजाद का बचपन बीता. 2. जैसा बताया गया आजाद का प्रारम्भिक जीवन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्थित भाबरा गांव में बीता था. बचपन में आजाद ने भील बालकों के साथ खूब धनुष बाण चलाए थे. इस प्रकार उन्होंने निशानेबाजी बचपन में ही सीख ली थी. 3.जलियांवाला बाग नरसंहार समय चन्द्रशेखर आजाद बनारस में पढ़ाई कर रहे थे. गांधीजी ने सन् 1921 में असहयोग आन्दोलन का फरमान जारी किया तो तमाम अन्य छात्रों की तरह आजाद भी सड़कों पर उतर आए. 4.पहली बार गिरफ़्तार होने पर उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई. हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, 'वन्दे मातरम्‌' और 'महात्मा गांधी की जय' का स्वर बुलंद किया. इसके बाद वे सार्वजनिक रूप से 'आजाद' पुकारे जाने लगे. 5.इस घटना का उल्लेख पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कायदा तोड़ने वाले एक छोटे से लड़के की कहानी के रूप में किया है. 'ऐसे ही कायदे (कानून) तोड़ने के लिये एक छोटे से लड़के को, जिसकी उम्र 15 या 16 साल की थी और जो अपने को आज़ाद कहता था, बेंत की सजा दी गई. वह नंगा किया गया और बेंत की टिकटी से बांध दिया गया. जैसे-जैसे बेंत उस पर पड़ते थे और उसकी चमड़ी उधेड़ डालते थे, वह 'भारत माता की जय!' चिल्लाता था. हर बेंत के साथ वह लड़का तब तक यही नारा लगाता रहा, जब तक वह बेहोश न हो गया. 6.असहयोग आन्दोलन के दौरान जब फरवरी 1922 में चौरी चौरा की घटना के पश्चात् गांधीजी ने आन्दोलन वापस ले लिया तो देश...

चन्द्र शेखर आज़ाद के नारे हिन्दी मे

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महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय

आज का हमारा यह लेख स्वतंत्रता सेनानी और महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद के प्रति समर्पित होगा। आज के लेख में हम चन्द्रशेखर आजाद जी के जीवन परिचय में (Chandra Shekhar Azad Biography in Hindi) बारे में गहराई से जानेंगे और समझेंगे की वे किस प्रकार के व्यक्तित्व थे। आज हम जानेंगे की उनकी उपलब्धियां क्या थी। उनके विचार क्या थे। उन्होंने अपने जीवन में क्या क्या किया और क्यों उनका नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाता है। तो चलिए शुरू करते है। चन्द्रशेखर आजाद का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। चन्द्रशेखर आजाद की माता का नाम जगरानी देवी और पिता का नाम पंडित सिताराम तिवारी था। पंडित सीताराम तिवारी स्वयं किसी उच्च विद्यालय से पढ़े हुए नहीं थे लेकिन संस्कृत पढ़ना बहुत अच्छे से जानते थे और वेदों के ज्ञाता भी थे। उनके बलिदानों और देशप्रेम से प्रेरणा लेकर आज यह भांबरा गांव, चंद्रशेखर आजाद नगर के नाम से जाना जाता है। जो कि महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के नाम पर रखा गया है। अक्सर लोग चन्द्रशेखर आजाद को पुछा करते थे कि एक ब्राह्मण के परिवार में एक क्रान्तिकारी का जन्म कैसे हो गया। तो वी जवाब देते थे कि देशभक्ति की ज्वाला जब सीने में जलती है तो वह व्यक्ति भारत माता का पुत्र बन जाता है और भारत माँ के पुत्र की न तो कोई जाति होती है न कोई धर्म। चन्द्रशेखर आजाद का पूरा बचपन भील व आदिवासी जनजाति के बीच में गुजरा। जहां खेल-खेल में उन्होंने धनुषबाण चलाना व निशानेबाजी जैसे गुण सीख गए थे।। वह बचपन से ही उग्र स्वभाव से थे वह किसी भी प्रकार के अन्याय के सख्त खिलाफ थे। उनका क्रांतिकारी स्वभाव स्वतः ही नजर आ जाता था। चन्द्रशेखर आजाद की शिक्षा महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की क...

9 amazing facts about Chandra Shekhar Azad

चन्द्रशेखर आज़ाद को कौन नहीं जानता, वे किसी परिचय के मोहताज नहीं है लेकिन उनके जीवन के बारे में जानना अपने आप में रोचक तथा ज्ञानवर्धक जानकारी है| चन्द्रशेखर आज़ाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा में हुआ था जबकि उनकी मृत्यु 27 फरवरी 1931 को इलाहबाद के अल्फ्रेड पार्क में हुई थी| इस लेख में हम चन्द्रशेखर आज़ाद की पुण्यतिथि के अवसर पर उनसे सम्बंधित 9 अनजाने एवं रोचक तथ्यों का विवरण दे रहें हैं| 23 जुलाई 1906 को चन्द्रशेखर आज़ाद का जन्म मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा में हुआ था जबकि उनकी मृत्यु 27 फरवरी 1931 को इलाहबाद के अल्फ्रेड पार्क में हुई थी, जिसे अब चन्द्रशेखर आजाद पार्क के नाम से जाना जाता है. उनके बचपन का नाम चन्द्रशेखर सीताराम तिवारी था. उनको अपने बेखौफ अंदाज तथा अंग्रजों के हाथों कभी भी जीवित गिरफ्तार न होने की अपनी प्रतिज्ञा पर अडिग रहने के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. आइये इस लेख के माध्यम से चन्द्रशेखर आज़ाद के बारे में 9 अनजाने एवं रोचक तथ्यों पर अध्ययन करते हैं. चन्द्रशेखर आज़ाद से सम्बंधित 9 अनजाने एवं रोचक तथ्य 1. चन्द्रशेखर आज़ाद केवल 14 वर्ष के थे जब उन्होंने 1921 में गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया था| उनकी बुद्धिमत्ता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब इस आंदोलन में भाग लेने पर अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया तो जज ने उनसे उनके तथा उनके पिता के नाम के बारे में सवाल किया तो जवाब में चन्द्रशेखर ने कहा, “मेरा नाम आज़ाद है, मेरा पिता का नाम स्वतंत्रता और पता कारावास है”| इसी घटना के बाद से उन्हें चंद्रशेखर आजाद के नाम से जाना जाने लगा | 2. वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी थे जिन्होंने देश के लाखों यु...

चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

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