चंपा और केतकी में अंतर

  1. Ki and Kee Difference in Hindi
  2. class 11 hindi chapter 6 चंपा काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हती question answer
  3. चंपा
  4. ईसवी और ईसा पूर्व में अंतर
  5. चंपा


Download: चंपा और केतकी में अंतर
Size: 45.12 MB

Ki and Kee Difference in Hindi

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “कि और की” के विषय में बताने जा रहे हैं. ये दोनों शब्द ही हिंदी भाषा से जुड़े हैं. जिन्हे लोग अक्सर एक दूसरे के स्थान पे प्रयोग कर लेते हैं और ये इसलिए होता है क्यूंकि लोग इनमे अंतर करने में असमर्थ होते हैं. और उन्हें इन दोनों की अच्छे से जानकारी नहीं होती है. इसलिए आज हम आपको दोनों के विषय में सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास करेंगे. आज हम बताएंगे कि “कि और की क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक. सूची • • • की क्या है | What is Kee (of) in Hindi !! “ की” को हम कुछ इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं, जैसे कि: मेरे पिता जी की डायरी या मेरी माता जी की साड़ी। इन वाक्यों से समझ में आ रहा है कि हम यहां एक नाउन को दूसरी नाउन से जोड़ रहे हैं. अर्थात इस “की” का प्रयोग वहां होता जहाँ हमे किसी एक चीज से किसी दूसरी चीज को जोड़ना होता है. अंग्रेजी में इनका प्रयोग एक possessive के रूप में होता है. कि क्या है | What is Ki (that) in Hindi !! इस “ कि” का प्रयोग हम संयोजी कण के रूप में करते है, उदाहरण: जैसे कि, क्यूंकि, हालांकि आदि में. जब दो वाक्यों को आपस में जोड़ना होता है तो हम कभी कभी इसका प्रयोग करते हैं. जैसे: मै सोच रही थी कि मुझे बाजार से अपनी किताब ले आनी चाहिए. (जैसा कि आप देख रहे हैं, कि जिन स्थानों में भी “कि” प्रयोग हुआ है उन सभी जगह दो वाक्यों को इसके द्वारा जोड़ा गया है. ). Difference between Ki and Kee in Hindi | कि और की में क्या अंतर है !! # “की” को अंग्रेजी में of के रूप में जाना जाता है वहीं “कि” को अंग्रेजी में that के रूप में जाना जाता है. # “की” का प्रयोग वहां होता है जहाँ दो चीजों को एक दूसरे से जोड़ना होता है जबकि “...

class 11 hindi chapter 6 चंपा काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हती question answer

class 11 hindi chapter 6 चंपा काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हतीquestion answer hindi medium//कक्षा 11 पद्य खंड हल अ ध्‍याय – 6 चंपा काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हती - त्रि लोचन 1 चंपा काले काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हती मैं जब पढ़ने लगता हूँ वह आ जाती है खड़ी खड़ी चुपचाप सुना करती है उसे बड़ा अचरज होता है: इन काले चीन्‍हों से कैसे ये सब स्‍वर निकला करते हैं संदर्भ –प्रस्‍तुत पद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्‍तक ‘ आरोह ’ में प्रसिद्ध प्रगतिवादी कवि त्रिलोचन द्वारा रचित ‘ चंपा काले काले अच्‍छर नहीं चीन्‍हती ’ कविता से उद्धृत है। प्रसंग –इस पद्यांश में कवि ने एक चंपा नामक ग्‍वाल-बाला का चित्रण किया है। वह कवि को पढ़ते देखकर हैरान होती है- व्‍याख्‍या–चंपा नामक ग्‍वाल-बाला अक्षरों का महत्‍व नहीं जानती। उसके लिए ये अक्षर काले-काले धब्‍बों के सिवाए कुछ नहीं हैं। जब कवि कोई पुस्‍तक पढ़ने लगता है तो चंपा उनके पास आ जाती है वह उसने पास खड़ी होकर सुनने लगती है कि कवि पुस्‍तक पढ़कर क्‍या कह रहा है। उसे इस बात से बहुत हैरानी होती है कि काले-काले अक्षरों में से इतने सारे स्‍वर कैसे निकलते हैं। वह अक्षरों का महत्‍व समझ नहीं पाती। काव्‍य सौंदर्य – ( 1 ) कविता अत्‍यंत सरल तथा सादगीपूर्ण है। ( 2 ) ‘ काले-काले ’ तथा ‘ खड़ी-खड़ी ’ में अनुप्रास अलंकार। 2. चंपा सुन्‍द की लड़की है सुन्‍दर ग्‍वाला है : गायें-भैंसे रखता है चंपा चौपायों को लकर चरवाही करने जाती है चंपा अच्‍छी है चंचल है न ट ख ट भी है कभी कभी ऊधम करती है कभी कभी कलम चुरा देती है जैसे तैसे उसे ढूँढ़ कर जब लाता हूँ पाता हूँ- अब कागज गायब परेशान फिर हो जाता हूँ संदर्भ –प्रस्‍तुत पद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्‍तक ‘ आरोह ’ में प्रसिद्ध प्रगतिवादी कवि त्रिलोचन द्वारा रचित ‘...

चंपा

[ ] प्रकाशितकोशों से अर्थ [ ] शब्दसागर [ ] चंपा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ चम्पक] १. मझोले कद का एक पेड । विशेष— इसमें हलके पीले रंग के फूल लगते हैं । इन फूलों में बडी तीव्र सुगंध होती है । चंपा दो प्रकार का होता है । एक साधारण चंपा, दूसरा कटहलिया । कटहलिया चंपा के फुल की महक पके कटहल से मिलती हुई होती है । ऐसा प्रसिद्ध है कि चंपा के फूल पर भौंरे नहीं बैठते । जंगलों में चंपे के जो पेड होते हैं, वे बहुत ऊँचे और बडे होते हैं । इसकी लकडी पीली, चमकीली और मुलायम, पर बहुत मजबूत होती है और नाव, टेबुल, कुरसी आदि बनाने और इमारत के काम में आती है । हिमालय की तराई, नैपाल, बंगाल, आसाम तथा दक्षिण भारत के जंगलों में यह अधिकता से पाया जाता है । चित्रकूट में इसकी लकडी की मालाएँ बनती हैं । २. चंपा का फूल । उ॰— अलि अवरंगजेब चंपा सिवराज है ।— भूषंण ग्रं॰, पृय १०१ । ३. एक प्रकार का मीठा केला जो बंगाल में होता है । ४. घोडे की एक जाति । ५. एक प्रकार का कुसियार या रेशम का कीडा जिसके रेशम का व्यवहार पहले आसाम में बहुत होता था । ६. एक प्रकार का बहुत बडा सदाबहार पेड । विशेष— यह वृक्ष दक्षिण भारत में अधिकता से पाया जाता है । इसकी लकडी कुछ पीलापन लिए बहुत मजबूत होती है और इमारत के काम के अतिरिक्त गाडी, पालकी, नाव आदि बनाने के काम में भी आती है । इसे 'सुल्ताना चंपा' भी कहते हैं । चंपा ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ चम्पा] एक पुरी जो प्राचीन काल में अंग देश की राजधानी थी । यह वर्तमान भागलपुर के आस पास कहीं रही होगी । कर्ण यहीं का राजा था ।

ईसवी और ईसा पूर्व में अंतर

AD अर्थात ईसवी, इसका फुल फॉर्म Anno Domini होता है। वहीं BC अर्थात ईसा पूर्व, इसका फुल फॉर्म Before Christ होता है। ईसा मसीह के जन्म के पहले के समय को ईसा पूर्व (BC) कहते है तथा ईसा मसीह के जन्म के बाद के समय को ईसवी (AD) कहते हैं। इस लेख में हम आपको ईसवी और ईसा पूर्व में अंतर (What is the Difference Between the AD and BC in Hindi) बताएंगे जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे एसएससी, यूपीएससी, AD (ईसवी) BC (ईसा पूर्व) • AD (ईसवी) से तात्पर्य ईसा मसीह के जन्म के बाद के समय से है। • AD या ईसवी का फुल फॉर्म Anno Domini होता है। • AD (ईसवी) का एक अन्य नाम CE (Common Era) भी है। • AD अर्थात ईसवी के समय की गणना सीधे क्रम में की जाती है। • यदि लिखने की स्टाइल की बात की जाए तो AD में किसी भी तिथि को लिखने से पहले AD को पहले लिख कर वर्ष बाद में लिखा जाता है। उदाहरण के तौर पर 2021 को AD में लिखें तो “AD 2021” लिखेंगे। • BC(ईसा पूर्व) से तात्पर्य ईसा मसीह के जन्म के पहले के समय से है। • BC या ईसा पूर्व का फुल फॉर्म Before Christ होता है। • BC (ईसा पूर्व) का एक अन्य नाम BCE (Before Common Era) भी है। • BC (ईसा पूर्व) के समय की गणना उल्टे क्रम में की जाती हैं। • वहीं दूसरी तरफ BC (ईसा पूर्व) में लिखने की स्टाइल की बात की जाए तो पहले वर्ष लिखा जाता है। उसके बाद BC लिखते है। उदाहरण के तौर पर 2021 को BC में लिखें तो “2021 BC” लिखेंगे। AD (ईसवी) का क्या मतलब होता है? | Meaning of AD in Hindi AD (ईसवी) अर्थात Anno Dominiयह लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका लैटिन भाषा में मतलब “हमारा ईश्वर का वर्ष” है। AD (ईसवी) का प्रयोग हम ग्रेगेरियन तथा जूलियन कैलेंडर में साल अर्थात वर्ष की तारीख को संख्यात्मक रूप ...

चंपा

चंपा १ संज्ञा पुं० [सं० चम्पक]१. मझोले कद का एक पेड ।विशेष— इसमें हलके पीले रंग के फूल लगते हैं । इन फूलों मेंबडी तीव्र सुगंध होती है । चंपा दो प्रकार का होता है ।एक साधारण चंपा, दूसरा कटहलिया । कटहलिया चंपा के फुल की महक पके कटहल से मिलती हुई होती है ।ऐसा प्रसिद्ध है कि चंपा के फूल पर भौंरे नहीं बैठते ।जंगलों में चंपे के जो पेड होते हैं, वे बहुत ऊँचे औरबडे होते हैं । इसकी लकडी पीली, चमकीली और मुलायम,पर बहुत मजबूत होती है और नाव, टेबुल, कुरसीआदि बनाने और इमारत के काम में आती है ।हिमालय की तराई, नैपाल, बंगाल, आसाम तथादक्षिण भारत के जंगलों में यह अधिकता से पाया जाता है ।चित्रकूट में इसकी लकडी की मालाएँ बनती हैं ।२. चंपा का फूल । उ०— अलि अवरंगजेब चंपा सिवराज है ।— भूषंण ग्रं०, पृय १०१ ।३. एक प्रकार का मीठा केलाजो बंगाल में होता है । ४. घोडे की एक जाति । ५. एकप्रकार का कुसियार या रेशम का कीडा जिसके रेशम काव्यवहार पहले आसाम में बहुत होता था । ६. एक प्रकारका बहुत बडा सदाबहार पेड ।विशेष— यह वृक्ष दक्षिण भारत में अधिकता से पायाजाता है । इसकी लकडी कुछ पीलापन लिए बहुत मजबूतहोती है और इमारत के काम के अतिरिक्त गाडी, पालकी,नाव आदि बनाने के काम में भी आती है । इसे 'सुल्तानाचंपा' भी कहते हैं । चंपा २ संज्ञा स्त्री० [सं० चम्पा]एक पुरी जो प्राचीन काल में अंगदेश की राजधानी थी । यह वर्तमान भागलपुर के आस पासकहीं रही होगी । कर्ण यहीं का राजा था ।