चालक की प्रतिरोधकता क्या है ? इसका si मात्रक लिखें।

  1. प्रतिरोधकता एवं चालकता पदों को परिभाषित कीजिए एवं इनका SI मात्रक लिखिए
  2. प्रतिरोधकता की परिभाषा क्या है , विशिष्ट प्रतिरोध , चालकता का मात्रक व विमा – 11th , 12th notes In hindi
  3. विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता किसे कहते हैं, मात्रक, विमा और सूत्र » BasicStudy
  4. विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता किसे कहते हैं, विशिष्ट चालकता क्या है, परिभाषा, मात्रक
  5. प्रतिरोधकता की परिभाषा क्या है , विशिष्ट प्रतिरोध , चालकता का मात्रक व विमा
  6. प्रतिरोध की परिभाषा, मात्रक और प्रतिरोध के प्रकार


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प्रतिरोधकता एवं चालकता पदों को परिभाषित कीजिए एवं इनका SI मात्रक लिखिए

हेलो स्टूडेंट्स कृष्ण प्रतिरोधकता एवं चालकता पदों को परिभाषित कीजिए एवं इन का एसआई मात्रक लिखिए एक विशिष्ट अर्धचालक के लिए तो आपके साथ प्रतिरोधकता में परिवर्तन प्रदर्शित करने वाला क्राफ्ट की चीजें तो मान ले जाइए कोई चालक है और इस चालक की जो लंबाई है वह है एल तथा इसके अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल है वह तो हम जानते हैं कि चालक का प्रतिरोध क्या होता है उसकी लंबाई के अनुक्रम पति होता है ठीक है तथा क्या होता है किसी चालक का प्रतिरोध उसके अनुप्रस्थ काट के छिलके विक्रमण पति होता है तो यहां से इसको अगर एक साथ दिखे तो खेल के तथा वितरण किया जाएगा तो यहां से कॉल करेंगे तो क्या होगा ठीक है तेल 10120 होता है होता है विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता इसको क्या कहते हैं किसी चालक का विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता कहते हैं तथा प्रतिरोधकता रोका जो वैल्यू होता है यारों क्या प्रतिरोधकता है और इसरो का जो बेली होता है वही होता है वही होता है * 1 स्क्वायर इन टू टाइम होता है होता इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान होता है मुख्य संख्या होती है इसकी मात्रा होता है यह होता है शांति काल और यहां से यदि मानते जो चालक की लंबाई है एक वह है 1 मीटर ठीक है जाने कितने साल की लंबाई है उसको मार लेते हैं 1 मीटर है और यहां अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल उसका वीडियो है वह मान लिया है 1 मीटर स्क्वायर है तो यहां से हम लोग आर इक्वल टू क्या लिख सकते हैं आर इक्वल टू हो जाएगा रो के बराबर ठीक है क्या देगा आर इक्वल टू रो के बराबर तू यहां से हम लोग किस चलाकर प्रतिरोधकता को किस तरह से प्रभावित कर सकते हैं किसी पदार्थ के एक काम अनुप्रस्थ काट वाले एक का लंबाई के तार के क्रोध को उसका विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता कहते हैं ठीक है तो किसी पदा...

प्रतिरोधकता की परिभाषा क्या है , विशिष्ट प्रतिरोध , चालकता का मात्रक व विमा – 11th , 12th notes In hindi

प्रतिरोधकता का मान ताप पर भी निर्भर करता है। प्रतिरोधकता किसी पदार्थ का वह गुण है जो यह दर्शाता है की वह कितनी तीव्रता से धारा के प्रवाह का विरोध करेगा। प्रतिरोधकता को ही पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ( specific electrical resistance) भी कहते है। प्रतिरोधकता का मात्रक Ω.m होता है तथा विमा M 1 L 3 T -3 A -2 है। यदि πr 2 ρ = RA /L ρ = R πr 2 /L सूत्र को देखकर हम यह निष्कर्ष निकाल सकते है सकते है की चालक की प्रतिरोधकता का मान पदार्थ के प्रतिरोध , अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल , लम्बाई पर निर्भर करता है। चालकता ( Conductance)

विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता किसे कहते हैं, मात्रक, विमा और सूत्र » BasicStudy

यहाँ आपको विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता से जुड़े सभी सवाल जैसे विशिष्ट प्रतिरोध किसे कहते है इसकी परिभाषा, प्रतिरोधकता किसे कहते हैं. विशिष्ट प्रतिरोध का सूत्र क्या है, प्रतिरोध का मात्रक क्या होता है तथा इसकी विमा इन सभी सवालों के जावाब निचे दिये गए हैं. विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता किसे कहते हैं जब किसी चालक में वैद्युत धारा प्रवाहित होती है तो चालक के भीतर किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत् की तीव्रता E तथा धारा-घनत्व j के अनुपात को चालक का विशिष्ट प्रतिरोध‘ अथवा ‘ प्रतिरोधकता‘ कहते हैं तथा इसे रो ( ρ ) से प्रदर्शित करते हैं। विशिष्ट प्रतिरोध एक अदिश राशि हैं तथा SI पद्धति में इसका मात्रक ओम-मीटर होता है. इस प्रकार ρ = E / j. विशिष्ट प्रतिरोध चालक के ‘ पदार्थ‘ का लाक्षणिक गुण है। विशिष्ट प्रतिरोध का सूत्र माना किसी चालक-तार की लम्बाई । तथा अनुप्रस्थ-परिच्छेद का क्षेत्रफल A है। माना कि इसके सिरों के बीच विभवान्तर V लगाने पर इसमें स्थायी धारा i बहती है। माना कि तार के सभी बिन्दुओं पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E तथा धारा-घनत्व j नियत हैं। अत: तार के भीतर किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता विशिष्ट प्रतिरोध के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु • किसी पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध उस पदार्थ के 1 मीटर लम्बे तथा 1 मीटर अनुप्रस्थ-परिच्छेद के क्षेत्रफल वाले तार के प्रतिरोध के बराबर होता है तथा ओम-मीटर में व्यक्त किया जाता है। • किसी तार का प्रतिरोध उसकी लम्बाई के अनुक्रमानुपाती तथा उसके अनुप्रस्थ-परिच्छेद के क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है। • Bryophyta in hindi | Bryophyta meaning in hindi | ब्रायोफाइट… • प्रोकैरियॉटिक तथा यूकैरियॉटिक कोशिका में अंतर • श्वसन किसे कहते है, श्वसन...

विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता किसे कहते हैं, विशिष्ट चालकता क्या है, परिभाषा, मात्रक

जब किसी चालक में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है। तो उस पर विभवांतर स्थापित हो जाता है। यदि चालक के भीतर किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E हो तथा धारा घनत्व j है। तो इनके अनुपात को चालक का विशिष्ट प्रतिरोध अथवा प्रतिरोधकता कहते हैं। इसे ρ (रो) से प्रदर्शित करते हैं। तो ρ = \large \frac विशिष्ट प्रतिरोध का मात्रक विशिष्ट प्रतिरोध का मात्रक का मात्रक ओम-मीटर होता है। विशिष्ट प्रतिरोध की परिभाषा उपरोक्त सूत्र से ρ = R \large \frac अतः किसी चालक तार का प्रतिरोध तार की लंबाई के अनुक्रमानुपाती तथा उसके क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है। विशिष्ट प्रतिरोध की विमा सूत्र – ρ = R \large \frac धारा घनत्व = विशिष्ट चालकता × विद्युत क्षेत्र की तीव्रता

प्रतिरोधकता की परिभाषा क्या है , विशिष्ट प्रतिरोध , चालकता का मात्रक व विमा

प्रतिरोधकता का मान ताप पर भी निर्भर करता है। प्रतिरोधकता किसी पदार्थ का वह गुण है जो यह दर्शाता है की वह कितनी तीव्रता से धारा के प्रवाह का विरोध करेगा। प्रतिरोधकता को ही पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ( specific electrical resistance) भी कहते है। प्रतिरोधकता का मात्रक Ω.mहोता है तथा विमा M 1 L 3 T -3 A -2है। यदि πr 2 ρ =RA /L ρ =R πr 2/L सूत्र को देखकर हम यह निष्कर्ष निकाल सकते है सकते है की चालक की प्रतिरोधकता का मान पदार्थ के प्रतिरोध , अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल , लम्बाई पर निर्भर करता है।

प्रतिरोध की परिभाषा, मात्रक और प्रतिरोध के प्रकार

प्रतिरोध एक उपकरण या वस्तु होता है जिसे मुख्य रूप से विद्युत प्रवाह को बाधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया हैं। इसे पैसिव टू-टर्मिनल डिवाइस के रूप में जाना जाता है जो करंट-फ्लो को रेगुलेट करने में मदद करता है। एक प्रतिरोधी में आम तौर पर प्रतिरोध की एक विशेष मात्रा होती है जिसके माध्यम से यह विद्युत प्रवाह का विरोध करता है। कुछ पदार्थ अपने से होकर दूसरे पदार्थों की अपेक्षा कम धारा प्रवाहित होने देते हैं। दूसरे शब्दों में कुछ पदार्थ धारा के प्रवाह में अन्य पदार्थों की तुलना में अधिक प्रतिरोध उत्पन्न करते हैं। इससे प्रतिरोध की परिभाषा निकलती है कि, किसी पदार्थ का वह गुण जो उससे होकर धारा के प्रवाह का विरोध करता है, उस पदार्थ का विद्युत प्रतिरोध या केवल प्रतिरोध कहलाता है। निश्चित विभवान्तर पर किसी चालक से कम धारा प्रवाहित होती है तो चालक का प्रतिरोध अधिक होता है। इसके विपरीत यदि चालक से अधिक धारा प्रवाहित होती है तो चालक का प्रतिरोध कम होता है। किसी चालक में विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए उसके सिरों के बीच विभवांतर उत्पन्न करना आवश्यक है। किसी चालक का प्रतिरोध उसके सिरों के बीच विभवांतर और उस में प्रवाहित धारा का अनुपात होता है। प्रतिरोध = विभवान्तर /धारा R = V/I जहां, R – वस्तु का प्रतिरोध है, जो ओह्म में मापा गया हैं। V – वस्तु के आर-पार का विभवांतर हैं। जो वोल्ट में मापा गया। I – वस्तु से होकर जाने वाली विद्युत धारा हैं। जिसे एम्पीय़र में मापा गया हैं। प्रतिरोध का SI मात्रक प्रतिरोध का SI मात्रक ओम (ohm) होता है जिसे ग्रीक भाषा के बड़े अक्षर (Ω) के द्वारा दर्शाया जाता है। ओम का नाम जर्मन भौतिक विज्ञानी जॉर्ज साइमन ओम (1784-1854) के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने वोल्टेज, क...