Chandra shekhar azad speech in hindi

  1. Download chandra shekhar azad biography book in Hindi PDF
  2. 15 + Famous Chandra Shekhar Azad Quotes In Hindi
  3. चंद्रशेखर आजाद के अनमोल विचार और जीवनी
  4. चंद्रशेखर आजाद पुण्यतिथि:'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे..आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे'
  5. 10 lines on Chandrashekhar Azad in Hindi
  6. चंद्रशेखर आजाद पर निबंध Essay On Chandrashekhar Azad Hindi


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भारत को आजादी दिलाने में देश के अनगिनत नौजवानों ने अपने प्राणों की आहूति दी. भगतसिंह, अशफाकउल्ला खां और चंद्रशेखर आजाद इन युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे. इन क्रांतिकारियों के बलिदान ने पूरे भारत को गुलामी की​जंजीरों को तोड़ने के लिए प्रेरित किया. चंद्रशेखर आजाद इन क्रांतिकारियों में ऐसे सेनानी रहे जो आखिर तक ​अंग्रेजों के हाथ नहीं आए और अपनी अंतिम सांस तक अंग्रेजों से लड़ते रहे. वे कहते थे कि वे आजाद है और आजाद ही रहेंगे. अपने तमाम प्रयासों के बाद भी ब्रिटिश सरकार कभी उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई. उनके स्कूल की घटना जब शिक्षक के पूछने पर उन्होंने अपना नाम आजाद बताया था, बहुत प्रसिद्ध हुई. उनकी​जीवन की तमाम घटनाओं को समेटते हुए उनकी जीवनी को संग्रहित किया गया है. नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप इस पुस्तक के पीडीएफ वर्जन को हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं. Brief description about chandra shekhar azad biography book in Hindi PDF In order to liberate India, countless young people of the country sacrificed their lives. Bhagat Singh, Ashfaqullah Khan and Chandrasekhar Azad were the inspiration for these young people. The sacrifices of these revolutionaries inspired whole India to break slavery chains. Chandrasekhar Azad was a soldier in these revolutionaries who did not come to the hands of the British and fought with the British till his last breath. They used to say that they are independent and will remain independent. Even after all his efforts, the British Government could not arrest him. When the school's incident happened, when he asked by the teacher, he named his name Azad, ...

15 + Famous Chandra Shekhar Azad Quotes In Hindi

Table of Contents • • चंद्रशेखर आजाद के विचार chandra shekhar azad quotes in hindi -: दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे। आज़ाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।। ~ मेरा नाम आजाद है, मेरे पिता का नाम स्वतंत्रता और मेरा घर जेल है। ~ यदि कोई युवा मातृभूमि की सेवा नहीं करता है, तो उसका जीवन व्यर्थ है। ~ मैं एक ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है। ~ शत्रु के साथ कैसी नम्रता ? हमारी नम्रता का ही फल है कि आज हमारी मातृभूमि संकट में है। ~ मातृभूमि की इस दुर्दशा को देखकर अगर आपके लहू में क्रोध नहीं है, तो ये पानी है जो आपकी रगों में बह रहा है। ऐसी जवानी का क्या मतलब अगर वो मातृभूमि के काम ना आए। ~ दूसरों को खुद से आगे बढ़ते हुए मत देखो। प्रतिदिन अपने खुद के कीर्तिमान तोड़ो, क्योंकि सफलता आपकी अपने आप से एक लड़ाई है। ~ मैं जीवन की अंतिम सांस तक देश के लिए शत्रु से लड़ता रहूंगा। चिंगारी आज़ादी की सुलगती मेरे जिस्‍म में हैं। इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं।। मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है। कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है।। ~ आज़ाद की कलाई में हथकड़ी लगाना बिलकुल असंभव है। एक बार सरकार लगा चुकी, अब तो शरीर के टुकड़े टुकड़े हो जाएँगे, लेकिन जीवित रहते पुलिस बंदी नहीं बना सकती। ~ भले ही मेरा प्राम्भिक जीवन आदिवासी इलाके में बीता है लेकिन मेरे दिल में संपूर्ण मातृभूमि बस्ती है। ~ जो दुश्मन हमारी धन संपदा और संस्कृति को लूट रहे हैं, उन्हें लूटना और उनसे अपनी धन संपदा की रक्षा करना कोई गुनाह नहीं है। ~ जब तक यह बमतुल बुखारा (आजाद की पिस्तौल का नाम) मेरे पास है। किसने अपनी माँ का दूध पीया है, जो मुझे जीवित पकड़ के ले जाए। ~ सच्‍चा धर्म वही ...

चंद्रशेखर आजाद के अनमोल विचार और जीवनी

चंद्रशेखर आजाद के अनमोल विचार और जीवनी - chandrashekhar azad quotes,slogan and biography in hindi आज महान चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उनको याद करते हुआ उनके जीवन ( Chandrasekhar Azad Biography ) के बारे में थोड़ा जानने की और उनके द्वारा बोले गये उन अनमोल विचारों ( quotes ) को याद करने की कोशिश करते है। ⇒ आज जो हम इस स्वतन्त्र जीवन रूपी वतावरण में श्वांस ले रहे है। वो उन वीरों ने हमें अपना बलिदान देकर एक बड़ा तोहफा दिया है और उन्ही बलिदानियों में से एक वीर है " चंद्रशेखर आजाद " जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता के लिए वो महान कार्य किए है जिसवजह से आज भी वो हमारे दिलों पर राज कर रहे है और ऐसा हो भी ना क्यूँ जिस व्यक्ति ने अपनी जान की परवा किये बिना हमे आज़ादी दिलाने की लड़ाई लड़ी और उसमे अपने अनोमल जीवन को गवा दिया उस महान व्यक्ति याद ना करना गलत होगा। तो चलिए आज उनकी पुण्य तिथि पर उनके बारे में थोड़ा जानने की कोशिश करे और उनके दुवारा दिये गए उन सभी अनमोल विचारों को जाने जो हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हो सकते है। Chandrashekhar Azad Biography In Hindi -चंद्रा शेखर आजाद की जीवनी chandra shekhar azad childhood महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्मभावरा गाँव जिसकावर्तमान में अलीराजपुर नाम है उसमे23 जुलाई सन 1906 में हुआ। बचपन से ही बालक " चंद्र शेखर आजाद" निशानेबाजी में निपूर्ण रहें है। क्यूंकि उन्होंने अपना बचपनभावरा गाँव में रहने वाले भीलों के बच्चो के साथ बिताया है अतः उन्होंने वही से ही धनुष बाण से निशानेबाजी में निपूर्णता हासिल की है। वे बचपन से ही देश भक्त रहे है और अहिंशा का मानने वाले रहे है परन्तु देश को स्वतन्त्र कराने के लिए उन्होंने बचपन में ही अहिंशा को भुला कर क्रांति की और अ...

चंद्रशेखर आजाद पुण्यतिथि:'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे..आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे'

चंद्रशेखर आजाद पुण्यतिथि: 'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे..आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे' चंद्रशेखर आजाद ने कसम खाई थी कि चाहें कुछ भी हो जाए लेकिन वह जिंदा अंग्रेजों के हाथ नहीं आएंगे। इसलिए जब 27 फरवरी 1931 को अंग्रेजों ने इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में उन्हें चारों तरफ से घेर लिया था तो उन्होंने अकेले ही ब्रिटिश सैनिकों से मुकाबला किया। जब उनकी रिवाल्वर में आखिरी गोली बची तो उन्होंने खुद पर ही गोली चला दी, जिससे वह जिंदा न पकड़े जाएं। आजाद को डर था कि अगर वह जिंदा पकड़े गए तो अंग्रेजी हुकूमत को जड़ से मिटाने का उनका सपना अधूरा रह जाएगा। चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के भावरा गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम चंद्रशेखर तिवारी था। देश के लिए उनके बलिदान को देखते हुए उनके गांव का नाम आजादपुरा रख दिया गया है। 1922 में आजाद की मुलाकात राम प्रसाद बिस्मिल से हुई जिसके बाद उनका जीवन ही बदल गया और उन्होंने देश को अंग्रजों से आजाद करवाने की कसम खाई। उनके नाम से अंग्रेजी हुकूमत थर-थर कांपा करती थी। ब्रिटिश सरकार ने एक बार उन्हें बचपन में 15 कोड़ों की सजा दी थी, तब आजाद ने कसम खाई थी कि वह दोबारा पुलिस के हाथ कभी नहीं आएंगे। वह अक्सर गुनगुनाया करते थे...'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे..आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे'। काकोरी कांड में भी जब सभी क्रांतिकारी पकड़े गए थे, तब भी चंद्रशेखर आजाद को कोई नहीं पकड़ सका था। चंद्रशेखर आजाद द्वारा लिखी कविता आज भी उनके बलिदान की गाथा कहती है। 'मां हम विदा हो जाते हैं, हम विजय केतु फहराने आज, तेरी बलिवेदी पर चढ़कर मां, निज शीश कटाने आज। मलिन वेष ये आंसू कैसे, कंपित होता है क्यों गात? वीर प्रसूति क्यों रोती है, ज...

10 lines on Chandrashekhar Azad in Hindi

10 lines on Chandrashekhar Azad in Hindi : चंद्रशेखर आज़ाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रन्तिकारी थे। इनका जन्म 23 जुलाई 1906 में मध्यप्रदेश के भाबरा नामक गाँव में हुआ था। आपके पिता पंडित सीताराम तिवारी तथा माता का नाम जगरानी देवी था। मूलरूप से आजाद का परिवार उन्नाव जिले की बदरका का रहने वाला था। 15 वर्ष की आयु में आपने गांधी जी के असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया। रामप्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव इनके प्रमुख सहयोगी थे। 9 अगस्त 1925 को हुई काकोरी लूट में आजाद ने अहम् भूमिका निभाई। • चंद्रशेखर आज़ाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रन्तिकारी थे। • इनका जन्म 23 जुलाई 1906 में मध्यप्रदेश के भाबरा नामक गाँव में हुआ था। • आपके पिता पंडित सीताराम तिवारी तथा माता का नाम जगरानी देवी था। • मूलरूप से आजाद का परिवार उन्नाव जिले की बदरका का रहने वाला था। • 15 वर्ष की आयु में आपने गांधी जी के असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया। • रामप्रसाद बिस्मिल,भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव इनके प्रमुख सहयोगी थे। • 9 अगस्त 1925 को हुई काकोरी लूट में आजाद ने अहम् भूमिका निभाई। • उन्होंने सन 1928 में लाला लाजपत राय के कातिल सॉन्डर्स की हत्या की थी। • आज़ाद ने कसम खाई थी कि वह ब्रिटिश सरकार के हांथों कभी भी गिरफ्तार नहीं होंगे • 27 फ़रवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश सेना ने इन्हें घेर लिया। • ब्रिटिश सेना का बहादुरी सेसामना करते हुए आखिरी गोली उन्होंने स्वयं को मार ली। • भारत देश के इस महान सपूत का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अंकित रहेगा।

चंद्रशेखर आजाद पर निबंध Essay On Chandrashekhar Azad Hindi

चंद्रशेखर आजाद पर निबंध इन हिंदी Essay On Chandrashekhar Azad In Hindi: आपका स्वागत हैं. आज हम महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का essay साझा कर रहे हैं. भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों में आजाद की गिनती सर्वोच्च देशभक्तों में गिना जाता हैं. कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए आज का चंद्रशेखर आजाद का निबंध बहुत उपयोगी हैं. चंद्रशेखर आजाद पर निबंध Essay On Chandrashekhar Azad In Hindi You Will Get One Or More Simple Essay Like 100 Words, 200, 250, 300, 400, 500 words essay on Azad In Hindi. चन्द्रशेखर आजाद पर 10 पंक्तियाँ 10 lines on Chandrashekhar Azad in Hindi आजाद का जन्म चन्द्रशेखर तिवारी के रूप में 23 जुलाई 1906 को मध्यप्रदेश के भाभरा गाँव में हुआ था. अपनी माँ की इच्छा को पूरा करने के लिए, आजाद पढ़ाई के लिए वाराणसी गये. वह भारत के निडर स्वतंत्रता सेनानी थे. Telegram Group वह 1925 में अन्य लोगों के साथ काकोरी ट्रेन डकैती में शामिल थे. वे समाजवाद में विशवास करते थे और वे किसी भी माध्यम को अपनाकर भारत की स्वतंत्रता चाहते थे. चंद्रशेखर आजाद एक भारतीय क्रांतिकारी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी. चंद्रशेखर आजाद की मृत्यु 27 फरवरी 1931 को इलाहबाद के अल्फ्रेड पार्क में हुई थी. आजाद पर निबंध 300 शब्द चंद्रशेखर आजाद जिन्हें भारत के निडर क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जाना जाता हैं. आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मप्र के भाबरा नामक गनाव में हुआ था. सबके प्रिय चंद्रशेखर आजाद जिनका मूल नाम चंद्रशेखर तिवारी था, महात्मा गांधी ने उनकी निडरता और साहस को देखकर आजाद उपनाम दिया, आज जिन्हें पूरा देश इसी नाम से जानता है...